आँखों में जलन होना-क्यों होती है आँखों में जलन, जलन के कारण और उपाय

आँखों में जलन होना-क्यों होती है आँखों में जलन, जलन के कारण और उपाय

आँखों में जलन होना यह कोई ख़ास बीमारी नहीं है। लम्बे समय तक रात में काम करने के कारण या लगातार रातो में पढ़ने के कारण हमारी आँखे थक जाती हैं। आँखों में जलन होने लगती है। इस कारण आंखों का लाल होना, आँखों में जलन होना, देखने में परेशानी, आंखों में रूखापन , आँखों में बार बार पानी आना, धुंधला और नजर ना दिखाई देना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आंखों की जलन और थकावट आपके रोज़ाना और सुखमये जीवन को प्रभावित करती है और आपके जीवन को दुःखमये बनाती है। 

अगर आपकी आँखों में जलन या खुजली लम्बे समय से है तो आप तुरंत ही अपने डॉक्टर को दिखाए। क्योकि लम्बे समय से आँखों में जलन पड़ने के पीछे कोई ख़ास बीमारी का भी हाथ हो सकता है। आँखों के ज्यादातर रोग प्रदूषण के कारण होते है उन्ही में से आँखों में जलन पड़ना ये बीमारी भी प्रदूषण के कारण होती है। भारत जैसे बड़े देश में वायु प्रदुषण किसी महामारी या खतरनाक बीमारी से कम नहीं है । अब तक प्रदूषण के कारण लाखो लोगो ने अपनी जान गवाई है भारत के कुछ बड़े इलाको में प्रदूषण का खतरा बहुत बना रहता है जहा पर लोगो को सांस लेने में भी तकलीफ होती है।

आगे बढ़ने से पहले जानना बहुत ही जरुरी है की आँखों में जलन या खुजली होने के क्या क्या कारण होते है तो चलिए सबसे पहले जानते है की आँखों में दर्द होने के क्या कारण होते है उसके बाद हम लोग आँखों में दर्द से बचने के घरेलु उपायों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे । आँखों में जलन पड़ने के बहुत से कारण होते है जैसे :- 

आँखों में जलन पड़ने के कारण 

  • लम्बे समय तक रातो में कंप्यूटर मोबाइल या टीवी के सामने बैठे रहने से भी आँखों में जलन होने लगती है।
  • हमारे आसपास का प्रदूषण भी हमारे लिए और हमारी आँखों के लिए बहुत हानिकारक है गंदे प्रदूषण की वजह से भी आँखों में जलन होने लगती है।
  • जयादा थकान भी आँखों के लिए हानिकारक होती है आपकी आँखों में जलन तब पड़ सकती है जब आप ज्यादा थके हुए हो या तनाव में हो।
  • हमारी आँखों में जलन का प्रमुख कारण नींद की कमी से भी होता है अगर आप नींद पूरी नहीं लेते है तो आपकी आँखों में जलन पद सकती है डॉक्टर्स के हिसाब से आपको 8 घंटे की नींद अवस्य ही लेनी चाहिए ।

आँखों में जलन को रोकने के कुछ उपाय 

खीरा 

हमने आँखों की जलन मिटाने और आँखों की थकावट से छुटकारा पाने में खीरे का भी बहुत नाम है, 400;”>आपको खीरो को छीलकर उसके कुछ टुकड़े बना लेने है और सोते समय या फ्री टाइम आपको आँखों के ऊपर खीरे के 2 टुकड़े रखकर सो जाना है ऐसा करने से आपकी आँखों में जलन की समस्या से आपको आराम मिल जायेगा क्योकि खीरा आँखों को ठंडक पहुँचता है और थकन को दूर भगाता है।

खीरा
खीरा

आँखों के लिए व्यायाम 

व्यायाम करने से भी आँखों की जलन और थकावट दूर हो जाती है इसलिए आपको प्रतिदिन उठकर सुबह में व्यायाम करना है आप जिम भी जा सकते है जो लोग ज़्यादा बूढ़े है वो वाक या दौड़ भी लगा सकते है ।

कच्चा आलू 

आप आँखों में थकान और जलन पड़ने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए कच्चे आलू का भी इस्तेमाल कर सकते हो। ये आँखों से जलन दूर करने के लिए रामबाण इलाज के नाम से जाना जाता है,

आपको कच्चे आलू को स्लाइस में काटकर फ्रीज में ठंडा होने के लिए रख देंना है । जब ये ठंडा हो जाये तो अपनी आँखों पर रखकर इसको लेट जाए ।आपको जल्द ही इसके इस्तेमाल से फायदा होगा।

एलोवेरा 

एलोवेरा एक बहुत ही गुणकारी और फायदेमंद औषधि के रूप में जाना जाता हैं, और अब तो एलोवेरा का उपयोग लगभग सब त्वचा के प्रोडक्ट्स के लिए होता है। एलोवेरा में एंटीमाइक्रोबायल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं।

जो कि आपकी आँखों की जलन , दर्द और थकावट से आँखों को राहत पहुंचने में मदद करते हैं। आपको 1 चम्मच एलोवेरा जेल को 2 चम्मच पानी में मिक्स करके आँखों को बंद करके पलकों पर 5 मिनट तक लगाना है, ऐसा करने से आपको आँखों में जलन पड़ने की समस्या से तुरंत ही राहत मिलेगी।

गुलाब जल 

गुलाब जल का उपयोग भी आँखों में जलन से बचने के लिए ही होता है। क्योकि गुलाबजल हमारी आँखों से धुल मिटटी के कणो को दूर करता है।

आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाये-Ankho Ki Roshni Kaise Badhaye

आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाये

हमारी आंख हमारे शरीर की सबसे जरूरी और बेसिक अंग है। हम अपनी आँखों के बिना कोई काम नही कर सकते है। पर हम में से बहुत लोगो की आँखों की रोशनी कम हो गई और बहुत से लोगो को तो चश्मा भी लग गया है

यदि आपको भी यह समस्या है की आपके आँखों की रोशनी कम हो रही है, तो हमारे साथ बने रहे। हम आपको इस आर्टिकल में ऐसे 3 तरीके बताएंगे जिनसे आप अपनी आंखों की रोशनी को बढ़ा पाओगे

आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाये | Ankho Ki Roshni Kaise Badhaye

यहाँ आपको ऐसे तीन तरीके बताये जायेंगे है जिनकी मदद से आप अपनी आखो की रोशनी को बढ़ा सकते है यदि आप इन तरीको को रोजाना सही से Follow करोगे तो आपको कुछ सप्ताहों में ही Result दिखने लग जाएगा 

मोमबत्ती से आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाए?  

आपने इस तरीके के बारे में कभी ने कभी जरूर से सुना होगा आपकी आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए ये सबसे बढ़िया तरीका है

इस तरीके में सबसे पहले आपको एक मोमबती लेनी है ओर उसको जलाकर रख देना है

फिर उस मोमबती से 1.5 से 2 फिट की दूरी पर बैठ जाना है ओर उस मोमबती के प्रकाश यानी उसके जलते हुए भाग को ध्यान पुर्वक देखना है ओर पलक नही झपकना है

ये काम आपको तब तक करना है जब तक की आपकी आंख से पानी ने आ जाए, ये काम आपको रोजाना एक बार करना है ओर आपको इसका Result दिखने लग जाएगा

आंख
आंख

पेंसिल व अपने हाथ की अंगुली से आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाये? 

हा, आप एक पेंसिल से भी अपनी आखो की देखने की शक्ति को काफी हद तक बढा सकते है। आपने देखा होगा की जब भी हम डॉक्टर के पास आंखों के इलाज के लिए जाते है तो वो हमे ऐसा करने के लिए जरूर कहता है

  • इस तरीके में आपको सबसे पहले एक पेंसिल लेना होता है ओर फिर उसको अपनी आंख से थोड़ी ही दूर रखना है  
  • फिर आपना पूरा ध्यान उस पेंसिल की नोक पर रखना है ओर उसको देखते रहना है बिना पलक झपकाए 
  • ओर फिर धीरे धीरे उस पेंसिल को अपनी आंख के पास में लाना है जब तक आप उस पेंसिल की साफ साफ देख सको 
  • ऐसा आपको हर रोज सुबह उठ कर करना है ओर इससे आपकी पास देखने की शक्ति बढ़ेगी
  • अपनी आंख की दूर देखने की शक्ति को बढ़ाने के लिए आपको अपने हाथ की एक अंगुली को ध्यान पूर्वक देखना है ओर फिर किसी दूर पड़ी चीज को देखना है
  • ऐसा आपको हर रोज सुबह उठकर 2 से 3 मिनिट तक करना है ओर कुछ ही सप्ताह बाद आपको इसका Result भी दिखने लगेगा

आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?

हमारा खान पान हमारी आंखों को बहुत ज्यादा प्रभाव करता है क्योंकि इससे ही हमे ऊर्जा मिलती है जिससे आंखों में रक्त और विटामिन का प्रवाह अच्छे से होता है

नोट – यदि आपके शरीर में आंखों की रोशनी आपके माता पिता के जीन से आयी है तो ये तरीका उतना कारगर नही होता है पर काफी हद तक आपकी आंखों की रोशनी पहले से बेहतर हो जाएगी 

यदि आपके परिवार में किसी की भी आँखे कमजोर है तो आपको ज्यादा से ज्यादा ऐसे फलो व सब्जियों को खाना है जिनसे ACE मिलता हो। ACE का मतलब होता है विटामिन A, C ओर E. 

ये तीन विटामिन है जो आपकी आखो की रोशनी को बढ़ाने में प्रभावित करते है। इसलिए आपको ज्यादा से ज्यादा इन विटामिन को खाना चाहिए जिससे आपके आँखों की रोशनी में बढ़ोतरी हो

इन सभी फलो और सब्जियों में आपको ACE मिलता है

विटामिन A के स्रोत

cod liver oil, गाजर, चकुंदर आदि में काफी ज्यादा मात्रा में विटामिन A होता है। cod liver oil की छोटी छोटी गोलिया भी आती है जिनमे विटामिन A होता है

विटामिन C के स्रोत

जितने भी सिट्रस फल होते है उन सब में विटामिन C पाया जाता है जैसे संतरा, मोशम्बी, आंवला आदि।

विटामिन E के स्रोत

जितने भी Dry Fruits होते है जैसे मेवा, मूंगफली, तिल और बादाम आदि इन सभी में काफी ज्यादा मात्रा में विटामिन E होता है।

इसके साथ साथ आपको लहसुन ओर प्याज को खाना चाहिए है क्योंकि इनमे सल्फर काफी अधिक मात्रा में होता है जो हमारी आँख के लिए बहुत जरूरी होता है

ये सब तरीके है जिनकी मदद से आप अपनी आंखों की रोशनी को बहुत ही आसानी से बढ़ा सकते है, यदि आपको आंखों की रोशनी कैसे बढ़ाये से सम्बन्धित कोई भी सवाल है तो आप हमे Comment के माध्यम से पूछ सकते हो।

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Top 10 Facial Kits | बेस्ट फेशियल किट की सूची

घर हो या पार्लर ये है फेशियल के लिए सबसे बेस्ट फेशियल किट

अगर आप अपनी त्वचा की सही देखभाल करना चाहते हैं और दमकती, स्वस्थ त्वचा पाना चाहते हैं, तो सही बेस्ट फेशियल किट चुनना बहुत जरूरी है। बाजार में कई तरह के फेशियल किट्स उपलब्ध हैं, लेकिन सबसे बेस्ट फेशियल किट कौन सी है, यह समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इस लेख में, हमने आपके लिए सबसे बेस्ट फेशियल किट का चयन किया है जो आपकी त्वचा के अनुसार उपयुक्त हैं और जिन्हें आप आसानी से खरीद सकते हैं।

बेस्ट फेशियल किट का चुनाव कैसे करें?

फेशियल किट चुनते समय अपनी त्वचा के प्रकार (ड्राई, ऑयली, कॉम्बिनेशन) का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। सही किट आपकी त्वचा की नमी, ग्लो, और स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है। साथ ही, हमेशा प्राकृतिक और हर्बल सामग्री वाले किट को प्राथमिकता दें ताकि आपकी त्वचा को कोई नुकसान न हो।

1. VLCC सेल्फी गोल्ड फेशियल किट

उपयुक्त त्वचा: ड्राई और नॉर्मल
मुख्य घटक: गोल्ड और हर्बल एक्सट्रैक्ट्स
फायदे:

  • त्वचा में प्राकृतिक ग्लो लाने में मदद करता है
  • मॉइस्चराइजिंग गुणों से त्वचा को नरम और मुलायम बनाता है
  • प्राकृतिक हर्बल सामग्री के कारण संवेदनशील त्वचा के लिए उपयुक्त

कैसे इस्तेमाल करें:
साफ चेहरे पर मास्क लगाएं, 15-20 मिनट रखें और गुनगुने पानी से धो लें। सप्ताह में एक बार उपयोग करें।

2. Himalaya हर्बल स्किन केयर किट

उपयुक्त त्वचा: ऑयली और कॉम्बिनेशन
मुख्य घटक: नीम और हल्दी
फायदे:

मुहाँसे
मुहाँसे

मुहाँसे

  • अतिरिक्त तेल नियंत्रण करता है और मुहांसों से लड़ता है
  • त्वचा को शुद्ध करता है और ताजगी प्रदान करता है
  • प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से संवेदनशील त्वचा के लिए सुरक्षित

कैसे इस्तेमाल करें:
क्लीनर, टोनर, और मॉइस्चराइज़र का सेट है, जिससे पूरी त्वचा देखभाल होती है।

3. Lotus Herbals WhiteGlow फेशियल किट

उपयुक्त त्वचा: नॉर्मल और ड्राई
मुख्य घटक: लैवेंडर और पाम
फायदे:

  • त्वचा को प्राकृतिक चमक देता है
  • दाग-धब्बों को कम करता है
  • हाइड्रेटिंग और क्लींजिंग गुणों से भरपूर

4. Biotique Bio Sandalwood फेशियल किट

उपयुक्त त्वचा: सभी प्रकार की त्वचा
मुख्य घटक: चंदन और हर्बल एक्सट्रैक्ट्स
फायदे:

  • त्वचा को ठंडक और ताजगी प्रदान करता है
  • सनबर्न से सुरक्षा करता है
  • हर्बल सामग्री से त्वचा को गहराई से पोषण देता है

5. VLCC स्पा फेशियल किट

उपयुक्त त्वचा: ड्राई और कॉम्बिनेशन

तुलसी
तुलसी

मुख्य घटक: बादाम तेल और प्राकृतिक तत्व
फायदे:

  • त्वचा को गहराई से पोषण देता है
  • चेहरे की रंगत निखारता है
  • नियमित इस्तेमाल से त्वचा मुलायम और ग्लोइंग बनती है

बेस्ट फेशियल किट चुनते समय ध्यान देने योग्य बातें

  • अपनी त्वचा का प्रकार जानें और उसी अनुसार किट खरीदें।
  • प्राकृतिक और हर्बल घटक वाले फेशियल किट को प्राथमिकता दें।
  • हमेशा पैच टेस्ट करना न भूलें।
  • फेशियल किट का इस्तेमाल सप्ताह में 1-2 बार ही करें ताकि आपकी त्वचा स्वस्थ बनी रहे।

FAQs

Q1. बेस्ट फेशियल किट कौन सी है?
A1. आपकी त्वचा के अनुसार बेस्ट फेशियल किट अलग हो सकती है। ड्राई त्वचा के लिए VLCC गोल्ड और ऑयली त्वचा के लिए Himalaya हर्बल किट सबसे अच्छे विकल्प हैं।

Q2. क्या फेशियल किट हर सप्ताह इस्तेमाल कर सकते हैं?
A2. हां, लेकिन सप्ताह में 1-2 बार से ज्यादा न करें, ताकि त्वचा को नुकसान न हो।

Q3. फेशियल किट का सही तरीका क्या है?
A3. चेहरे को पहले साफ करें, फिर किट के निर्देशानुसार मास्क लगाएं, सूखने के बाद गुनगुने पानी से धो लें।

निष्कर्ष

आज के समय में बाजार में बहुत सारी फेशियल किट उपलब्ध हैं, लेकिन आपकी त्वचा के लिए सबसे बेस्ट फेशियल किट चुनना बेहद जरूरी है। सही किट न केवल आपकी त्वचा को स्वस्थ बनाएगी बल्कि उसे प्राकृतिक चमक भी देगी। ऊपर बताई गई किट्स में से अपनी त्वचा के अनुसार चुनाव करें और नियमित उपयोग से फर्क महसूस करें।

तो, अपनी त्वचा की सही देखभाल शुरू करें और बेस्ट फेशियल किट के साथ दमकती त्वचा पाएं!

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खुद का फेशियल करने के लिए आप मुल्तानी मिट्टी या दही और हल्दी का मिक्सर प्रयोग में ले सकते है। चहरे को अच्छी तरह से धोने के बाद चहरे पर इसे लगा कर 10-15 मिनट के लिए रख ले और जब सुख जाए तब चहरे को अच्छी तरह से धो लें। 

फेशियल करने से पहले चेहरे पर यदि बाल हो तो उन्हे हटा लेना चाहिए। और बहुत से एक्सपर्ट फेशियल से पहले ब्लीच करने की राय देते है। क्योंकि इससे त्वचा पर जमे हुए धूल मिट्टी के कण और डेड स्किन दूर हो जाती है। और फेशियल अच्छी तरह से काम करता है।  

 

दही चेहरे पर पड़ी झुरीयों और डेड स्किन के लिए बहुत लाभप्रद है। दही से फेशियल करने के लिए आप एक कटोरी में दही लेकर उसे अच्छी तरह से चेहरे पर लगाए अंगुलियों को सर्कुलर मोशन में अच्छी तरह से घुमाए। चाहे तो चावल के आटते को भी दही में मिक्स कर सकते है। 

बेसन के दानों में प्राय एबसोर्व करने की क्षमता होती है। बेसन से बने फेश पैक को चेहरे पर लगाने पर यह चेहरे पर जमें धूल मिट्टी के कण और डेड सेल्स को एबसोर्व कर के दुर कर देता है। और चेहरे पर एक नेचुरल चमक लाता है।

सर्दियों में अक्सर स्किन रूखी सुखी हो जाती है।  इसके लिए स्क्रब से अच्छी तरह से चेहरे को धोने के बाद किसी ढंग की क्रीम से मसाज कर के मास्क लगा लें। उसके बाद चेहरे को अच्छी तरह से गुलाब जल युक्त पानी से पोंछ लें। 

एलोवेरा त्वचा के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी है। एलोवेरा के रस के साथ नींबू को मिलाकर इसे चेहरे पर लगा कर चेहरे पर अंगुलियों को अच्छी तरह से सर्कुलर मोशन में घुमाएं। कुछ देरी तक रहने दें उसके बाद चेहरे को अच्छी तरह से पानी से धो दें। 

गोरे होने के लिए कौन सा फेशियल करें?

गोरा होने के लिए आप गोल्ड या डायमंड फेशियल का उपयोग कर सकते है। किसी बेहतर फेशियल का प्रयोग करने पर धूल मिट्टी और धूप के कारण त्वचा पर आया कालापन दूर हो जाता है। और डायमंड फेशियल त्वचा में भारी चमक देता है।

डायमंड फेशियल अलग अलग ब्रांड में अलग अलग कीमत का होता है। इसकी कीमत 1500 से लेकर 10000 तक की भी होती है। यह आप पर निर्भर करता है की आप किस ब्रांड का डायमंड फेशियल यूज करते हो।

फेशियल करवाने के बाद धूप में जाने से बचना चाहिए क्योंकि इस से चेहरा काला पड़ सकता है। और यदि धूप में जाना ही पड़े तो फेशियल के बाद सन स्क्रीन लगानी चाहिए जिससे धूप में जाने पर चेहरे में किसी तरह की कोई समस्या न आए।

कई बार उम्र से पहले ही चेहरे पर झाइयाँ देखने को मिलती है। इसको दूर करने के लिए फेशियल कारगर साबित हो सकता है। इसके लिए आप सिल्वर फेशियल का उपयोग कर सकते है और यदि आपकी स्किन ऑयली है तो पर्ल फेशियल का प्रयोग किया जा सकता है। 

घर पर ब्लीच करने के लिए आप हल्दी और दही के मिश्रण का प्रयोग कर सकते हो क्योंकि यह नेचुरल ब्लीचिंग एजेंट है। इसी के साथ किसी कंपनी का ब्लीच पाउडर लाकर इसका पेस्ट बना कर चेहरे पर लगा लें और 10-15 मिनट के बाद टिस्यू पेपर से पोंछ कर चेहरे को धो लें।  

हर महीने पार्लर पर फेशियल करवाना त्वचा के लिए सही नहीं रहता है। क्योंकि पार्लर पर विभिन्न ब्रांड के फेशियल पेक का उपयोग किया जाता है। जिसमें अनेकों तरह के केमिकल होते है जो त्वचा को कमजोर बनाते है और त्वचा संबंधी समस्या पैदा करते है। 

ग्लिसरीन के साथ गुलाब जल मिलाकर उसे फेशियल के रूप में यूज में लिया जा सकता है। इन दोनों को मिलाकर कर रात में सोने से पहले लगा दें और सुबह मुहँ को अच्छी तरह से धो दें। इससे चेहरे पर एक नेचुरल चमक आती है। 

घरेलू फेशियल करने के लिए पहले चेहरे पर यदि बाल हो उसे हटा लें। उसके बाद किसी स्क्रब से अच्छी तरह से चेहरे को धो दें। चेहरे को धोने के बाद जो भी मास्क आप यूज कर रहे है उसे चेहरे पर लगा कर 15 मिनट  तक सूखने डे और उसके बाद चेहरा धोलें। 

घर पर गोल्ड फेशियल करने के लिए सबसे पहले चेहरे को अच्छी तरह से साफ कर ले यदि चेहरे पर कोई बाल वगैरह हो तो। इसके बाद स्क्रब से चेहरे को धो कर गोल्ड फेशियल की अच्छी तरह मसाज कर लें। मसाज से पहले ब्लीच भी कर सकते है।  

चेहरे पर दही लगाना काफी हद तक फायदे मंद हो सकता है लेकिन यदि आपकी स्किन ऑयली है तो आपको चेहरे पर दही लगाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि इस से मुहासे एर फुंसिया होने का डर रहता है। और यदि चेहरे पर अधिक मात्रा में कीले है तब भी दही लगाने से परहेज करना चाहिए। 

बेसन और दही का फेस पैक एक नेचुरल फेश पैक है जो चेहरे की झुरीयों और डेड सेल्स को दूर करने के साथ साथ चेहरे में एक नेचुरल चमक लाता है। इसके उपयोग के बाद आपको किसी तरह के मॉसराइजेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह त्वचा का रूखा सूखापन दूर कर देगा।  

रोजाना चेहरे को किसी अच्छे फेस वॉश से धोना चाहिए जिससे त्वचा पर जमे धूल मिट्टी के कण दूर हो जाए। फेशवाश से चेहरे को धोने के बाद उसमें रूखा पन आजाता है अतः इसे दूर करने के लिए किसी अच्छे मोश्चराइजेशन क्रीम का प्रयोग किया जा सकता है।

 

जानिए क्या है होठों का कालापन दूर करने का तरीका और घरेलू नुस्खे

होठों का कालापन

सुन्दर, गुलाबी होंठ हर किसी की चाहत होती है। लेकिन आज कल प्रदूषण, धूल, मिट्टी, धुआं, हार्मोन चेंज, स्मोकिंग, धूप आपकी त्वचा पर असर तो डालते ही है, साथ ही यह आपके होठों पर भी बहुत बुरा प्रभाव डालते है। इनकी वजह से होंठों पर कालापन आ जाता है। होंठ शुष्क और बेजान लगने लगते हैं। इसके लिए लोग लिप बाम या मॉइश्चराइजर का प्रयोग करते है। लेकिन कुछ टिप्स को अपनाकर आप आसानी से गुलाबी होंठ पा सकते हैं और होठों का कालापन दूर कर सकते हैं।

होठों का कालापन दूर करने के प्राकृतिक उपाय

करें केसर का प्रयोग

केसर चेहरे के साथ-साथ होंठों के लिए बहुत अच्छा होता है। ये होंठों को पोषण देता है और होठों का कालापन भी दूर करता है। इसके लिए आप केसर के 3-4 रेशों को कच्चे दूध में डालकर थोड़ी देर रख दें। फिर इससे अपने होंठों पर मसाज करें। दूध आपके होंठों को हाइड्रेट करता है और कालेपन को भी दूर करता है। इसका प्रयोग रोज़ करने से आपको जल्द ही फर्क दिखेगा।

होठों का कालापन दूर करे टमाटर

टमाटर का प्रयोग रंग निखारने के लिए किया जाता है। टमाटर में मौजूद पानी आपके होंठों को हाइड्रेट करता है और आपके होंठों को गुलाबी बनाने में मदद करता है। इसके लिए आप टमाटर को काट कर अपने होंठों पर रगड़ें और 10 मिनट बाद धो लें। इसका प्रयोग हफ्ते में दो से तीन बार जरूर करें।

चुकंदर

होठों का कालापन दूर करने का तरीका है चुकंदर। चुकंदर शरीर में खून बढ़ाने में मदद करता है। यह काम चुकंदर होंठो के लिए भी करता है। चुकंदर का रस होठों पर लगाकर सो जाएं। सुबह पानी की सहायता से धो लें। ऐसा हर रोज़ करने से आपके होंठ गुलाबी और चमकदार बन जाएंगे।

गुणकारी शहद

शहद हमारे शरीर के लिए बहुत ही गुणकारी है। शहद होठों को चमकदार और मुलायम बनाने में भी मदद करता है। इसके लिए आप शहद लेकर धीरे-धीरे अपने होठों की 3 से 5 मिनट तक मसाज करें और फिर पानी से धो लें। ऐसा दिन में दो बार जरूर करें।

शहद
शहद

स्ट्रॉबेरी

स्ट्रॉबेरी के अंदर कई ऐसे विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते है जो आपके होठों को पोषण देते है और उन्हें गुलाबी बनाते हैं। इसके लिए 3 से 4 स्ट्रॉबेरी और 1 चम्मच बेकिंग सोडा को मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट से रात को सोने से पहले अपने होठों पर अच्छे से मसाज करें और सो जाए। सुबह चेहरे को पानी से धो लें। बेकिंग सोडा आपके होठों को एक्सफोलिएट करता है और स्क्रब का काम भी करता है। जिससे आपके होठों पर से मृत कोशिकाओं की परत हट जाती है।

नींबू

नींबू में मौजूद सिट्रिक ऐसिड आपके होठों के कालेपन को हटाता है और उन्हें हाइड्रेट करता है। नींबू में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है जो आपके होठों को पोषण देता है। इसके लिए 1 चम्मच नींबू के रस में 1 चम्मच शहद और 1 चम्मच ग्लिसरीन मिलाएं।  अब इस पेस्ट को रात को सोने से पहले अपने होंठों पर लगाए और सुबह धो लें।

गुलाब जल

गुलाब जल होठों का कालापन हटाने में बहुत कारगर साबित होता है। यह होठों को गुलाबी और चमकदार बनाता है। गुलाब जल और शहद को मिला लें और इसे अपने होठों पर लगा लें। आप गुलाब जल की जगह गुलाब की पंखुड़ियों का प्रयोग भी कर सकते हैं। इस पेस्ट का इस्तेमाल दिन में 3 से 4 बार जरूर करें। आप इसे रात को सोने से पहले भी अपने होठों पर लगा सकते हैं और सुबह धो सकते हैं।

मिल्क क्रीम या मलाई

आप होठों के कालेपन को दूर करने के लिए मलाई का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। मलाई होठों को पोषण भी देती है। आप आधा चम्मच मलाई में  एक चुटकी हल्दी डालकर इससे होठों पर स्क्रब कर सकते है। चाहें तो इसे रात में लगाकर सो सकते है।

जवां दिखने के लिए अपनाएं ये एंटी एजिंग टिप्स

anti aging tips

महिलाएं हर उम्र में सुन्दर और जवां दिखना चाहती हैं। वे हमेशा चाहती है की बढ़ती उम्र में भी लोग उनकी तारीफ करें मगर बढ़ती उम्र के साथ होने वाली समस्याए जैसे की झुर्रियां, डार्क सर्कल्स और झाइयां आदि उनकी इस चाहत के आगे मुसीबत बन  जाती है। इन समस्याओ से छुटकारा पाने के लिए कई महिलाएं महंगी ब्यूटी क्रीम या ब्यूटी ट्रीटमेंट का सहारा लेती हैं लेकिन हर कोई यह महंगे ट्रीटमेंट अफ़्फोर्ड नहीं कर सकता। ऐसे में यदि पहले ही जरूरत के अनुसार त्वचा की देखभाल की जाए तो एंटी-एजिंग की कई समस्याओं से बचा जा सकता है।

तो आइए इन एंटी-एजिंग टिप्स के बारे में अच्छे से जानते हैं।

ज्‍यादा धूप से बचें

यदि आप धूप में ज्‍यादा समय बिताते हैं तो उसे कम कर दें। सूरज की तेज गर्मी के कारण बहुत जल्‍द त्‍वचा पर झुर्रियां पड़ने लगती हैं। अगर आपका काम ही फील्‍ड का है और आप बाहर जाना अवॉयड नहीं कर सकते तो फिर आप पूरी तरह से खुद को कवर करके ही बाहर जाये। ग्‍लव्‍स, स्कार्फ़, सनग्लासेस आदि पहन कर ही निकलें। चेहरे को स्कार्फ़ और सनग्लासेस से ढक कर रखें जिससे सीधी धूप आपकी त्‍वचा पर न पड़े।

नींद है जरुरी

इस बात को सब जानते है कि नींद हमारे शरीर, दिमाग और त्वचा के लिए कितनी जरूरी है। पूरी नींद लेने से हमारी त्वचा स्वस्थ रहती है। नींद एजिंग को भी रोकती है और आपकी त्वचा जवान लगती है। इसलिए ये जरूरी है कि आप कम से कम 8 से 9 घंटे की नींद लें।

नींद है जरुरी
नींद है जरुरी

करें मॉइश्चराइजर का प्रयोग

एजिंग को रोकने के लिए ये जरूरी है कि आप अपनी स्किन को अच्छे से मॉइश्चराइज करें। अपने चेहरे को धोने के बाद उस पर टोनर लगाएं और फिर अपनी त्वचा पर मॉइश्चराइजर का प्रयोग करें। आजकल बाजार के कई तरह के मॉइश्चराइजर उपलब्ध हैं। आप अपनी त्वचा के अनुसार मॉइश्चराइजर का प्रयोग कर सकते हैं। ये आपकी त्वचा को हाइड्रेट करते है और पोषण भी देते हैं, जिससे आपकी त्वचा जवान रहती है। ध्यान रखें कि मॉइश्चराइजर का प्रयोग रात में भी करें क्योंकि रात में हमारी त्वचा की मरम्मत होती है। ऐसे समय पर मॉइश्चराइजर का प्रयोग त्वचा को पोषण देता है और एजिंग को रोकता है।

खूब पानी पिएं

पानी हमारे शरीर और त्वचा के लिए बहुत जरूरी है। भरपूर मात्रा में पानी ना पीने से आपकी त्वचा शुष्क हो जाती है और चेहरे पर झुर्रियां पड़ जाती है। इसलिए एजिंग रोकने के लिए ये जरूरी है कि आप दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पिएं। इससे आपकी त्वचा चमकदार बनेगी और आप जवान भी लगेंगे।

लें बैलेंसड डायट

बैलेंसड डायट लेने से आपके शरीर को वो सभी पोषक तत्व मिलते हैं जो आपकी त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी होते हैं। ये एजिंग को रोकते है और झुर्रियों को कम करते हैं। इसलिए जरूरी है आप बैलेंस डायट ले और अपनी डाइट में फल और सब्जियों को शामिल करें

एक्सरसाइज भी है जरूरी

एक्सरसाइज हमारे लिए इतनी फायदेमंद है, यह सब भी जानते हैं। एक्सरसाइज हमारे शरीर को चुस्त बनाए सकती है। रिसर्च में यह पाया गया है कि चुस्त लोगों को झुर्रियों और एजिंग की समस्या कम होती है। आप चाहे तो मॉर्निंग में जॉगिंग करने भी जा सकती है। सुबह की ताजी हवा में घूमने और सांस लेने से आपकी त्वचा स्वस्थ रहती है और आपका मूड भी अच्छा हो जाता है।

करें सनस्क्रीन का प्रयोग

सूरज की किरणें वैसे तो हमारे लिए बहुत लाभकारी है क्योंकि इससे हमारे शरीर को विटामिन डी मिलता है। परंतु इनमें अल्ट्रावॉयलेट किरणें भी होती है जो आपकी एजिंग की प्रक्रिया को तेज कर देती है। इससे रिंकल्स और फाइन लाइन्स की समस्या हो जाती है। इससे बचने का तरीका यह है कि आप सनस्क्रीन का प्रयोग करें। सनस्क्रीन अल्ट्रावॉयलेट किरणों को आपकी त्वचा के अंदर जाने से रोकती है।

कंप्यूटर का प्रयोग करें कम

आजकल की डिजिटल दुनिया में सभी काम कंप्यूटर की मदद से किए जा सकते है। परन्तु कंप्यूटर का ज्यादा प्रयोग रिंकल्स की समस्या को जन्म देता है। कंप्यूटर में ब्लू रेज निकलती है जो हमारी स्किन के लिए हानिकारक होती है और एजिंग को बढ़ाती है। इसलिए हो सके तो कंप्यूटर का प्रयोग कम से कम करें।

त्वचा को करें एक्सफोलिएट

हर रोज़ हमारी स्किन पर मृत कोशिकाओं की परत बन जाती है जिससे हमारी स्किन को रूखा और शुष्क दिखती है। अगर ज्यादा समय तक ये स्किन पर जमे रहे तो त्वचा को पोषण नहीं मिल पाता और इससे चेहरे पर झुर्रियां आने लगती है। इसलिए ये जरूरी है कि आप हफ्ते में एक बार अपनी त्वचा को एक्सफोलिएट जरूर करें ताकि आपके स्किन पर से डेड सेल्स की परत हट जाए और आप जवान नजर आएं।

जानिये क्या है प्याज के तेल के फायदे इन हिंदी

प्याज के तेल के फायदे

प्याज का नाम पर हमारे दिमाग में यही छवि आती है कि प्याज से रोना आता है। प्याज में मौजूद सल्फर नामक तत्व आंखों में आने वाले आंसू का कारण होता है। लोग यह भी जानते हैं कि प्याज हमारे शरीर, त्वचा और बालों के लिए कितना लाभकारी है। प्याज यूं तो रसोई में हर रोज इस्तेमाल होने वाली एक आम सब्जी है। सब्जी का स्वाद प्याज के बिना अधूरा है। यह आम सा दिखने वाला प्याज हमारे लिए बहुत ही लाभकारी होता है। प्याज को कई समस्याओं का निजात पाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। प्याज जितना हमारे लिए लाभकारी है, उतना ही लाभकारी हमारे लिए प्याज का तेल भी है। बहुत कम लोग ही प्याज के तेल की गुणवत्ता के बारे में जानते हैं। तो आइए देखते हैं कि प्याज का तेल हमारे शरीर के लिए किस तरह से फायदेमंद है ।

क्या है प्याज का तेल

प्याज के पौधे के कई हिस्सों का प्रयोग हम अपने खाने में रोजमर्रा में करते हैं। प्याज के बीजों का प्रयोग प्याज का तेल बनाने में किया जाता है। प्याज के तेल का प्रयोग खाना बनाने में भी किया जाता है। प्याज के तेल के अंदर कई ऐसे घटक जाते हैं, जो प्याज के तेल को प्याज से भी ज्यादा लाभकारी बनाने में मदद करते हैं।

प्याज के तेल में पाए जाने वाले गुण

प्याज का तेल बहुत ही गुणकारी है। प्याज के तेल में बहुत अधिक सल्फर पाया जाता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन सी और ई की भी प्रचुरता होती है। इसमें एंटी सेप्टिक, एंटी बैक्टेरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं। ये गुण आपकी त्वचा को कील मुहांसों से दूर रखते है और आपको कई बीमारियों से भी बचाते है। यह आपकी पाचन शक्ति को बढ़ाता है। इससे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) मजबूत होती है और आपके शरीर को रोगों से लड़ने में मदद मिलती है। यह आपके शरीर के घाव को जल्दी ही ठीक करने में मदद करता है।

Benefits Of Onion Oil

बुखार को रखें दूर

प्याज का तेल आपको बुखार से दूर रखने में काफी मदद करता है। प्याज के तेल से खासी और जुकाम से भी आराम मिलता है। इस तेल से बुखार में शरीर में होने वाले दर्द से भी छुटकारा मिलता है। आप निम्नलिखित तरीके से इसका प्रयोग कर सकते हैं ।

सामग्री
1 चम्मच शहद
कुछ बूंदे प्याज का तेल
विधि
शहद और प्याज के तेल को मिला कर इसका सेवन करें। इसका सेवन दिन में 3 से 4 बार करे। इससे आपका बुखार जल्द ही ठीक हो जाएगा और शरीर के दर्द में भी आराम मिलेगा।

रोकें बालों का झड़ना

प्याज के तेल से बालों की कई समस्याओं का समाधान पाया जा सकता है। यह बालों को झड़ने से रोकता है और बालों को मजबूत बनाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व आपके बालों को पोषण देते हैं। इसके लिए आप प्याज के तेल को नारियल के तेल या सरसों के तेल में मिलाएं। फिर इसे अपने बालों पर लगा ले। 30 मिनट तक इसे अपने बालों में लगाएं रखें। इसके बाद अपने बालों को शैंपू से धो लें।

बालों के झड़ना
बालों के झड़ना

पाएं जुओं से छुटकारा

प्याज का तेल आपको जूओं से भी छुटकारा दिला सकता है। प्याज का तेल जूओं और जूओं के अंडों (लीखों) को खत्म कर देता है। इसके लिए मेथी के बीजों को पीस लें। इसमें प्याज का तेल मिला लें और इसका पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को बालों की जड़ों में लगा लें। 20 मिनट बाद बालों को धो लें।

मुहांसों को करे दूर

प्याज का तेल मुहांसों को खत्म करने में मदद करता है। प्याज के तेल में पाए जाने वाले एंटी बैक्टेरियल गुण मुहांसों को बढ़ने से रोकते है और आपकी त्वचा को खूबसूरत बनाते हैं। इसे इस्तेमाल करने के लिए आप प्याज के तेल को दही के मिला लें और इसे अपने चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट बाद अपने चेहरे को पानी से धो लें।

पाचन का रखें ख्याल

प्याज का तेल आपके पाचन को सही बनाए रखता है। प्याज आपके पाचन प्रणाली को मजबूती देता है। हर रोज़ प्याज का सेवन करने से आपकी आंते स्वस्थ रहती है। प्याज आंतों में मौजूद बीमारी युक्त सूक्ष्म जीव अर्थात परजीवियों को मार देता है, जिससे बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। ये आपके खाने को आसानी से पचाने में मदद करता है।

मधुमेह के रोगियों के लिए उपयोगी

प्याज का तेल मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत अच्छा है। प्याज का तेल आपके शरीर में मौजूद शर्करा की मात्रा को नियंत्रण में रखता है। इसमें मौजूद पोषक तत्त्व आपके शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाता है जो शुगर लेवल को नियंत्रित करता है और उसे बढ़ने से रोकता है।

दर्द में प्याज दे राहत

प्याज का तेल से दर्द में राहत मिलती हैं। अगर आपके सिर में दर्द है तो ऐसे में आप प्याज के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। बस प्याज के तेल की कुछ बूंदें नारियल या जैतून के तेल में मिलाएं। अब इस तेल से अपने सिर की मालिश करें। इससे जल्द ही आपको दर्द से आराम मिलेगा।

सरदर्द
सरदर्द

घाव का करें इलाज

प्याज का तेल घाव का भी बहुत जल्दी इलाज कर देता है। प्याज के तेल में एंटी सेप्टिक गुण पाए जाते है, जो घाव को जल्दी भर देते है और उन्हें ठीक कर देते है। आप प्याज के तेल में थोड़ा पानी मिलाकर इसे अपने घाव पर लगा लें। इससे आपका घाव जल्दी ठीक हो जाएगा।

त्वचा संबंधी समस्याओं को करें दूर

प्याज के तेल से आप अन्य त्वचा संबंधी रोग जैसे खुजली, जले का निशान, दाग आदि से भी निजात पा सकते है। प्याज में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण आपको इन समस्याओं से निजात पाने में मदद करते है और साथ ही आपकी स्किन को स्वस्थ बनाते है। आप प्याज के तेल को नारियल के तेल में मिलाकर प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं और उसे स्वस्थ बना सकते है।

रंग को निखारे

प्याज का तेल त्वचा के रंग को निखारने में भी मदद करता है। आपकी त्वचा को हाइड्रेट करता है और उसे पोषण भी देता है।

सामग्री
1 चम्मच बेसन
1 चम्मच दही
कुछ बूंदे प्याज का तेल
प्रयोग की विधि
सभी सामग्री को आपस में अच्छे से मिला कर पैक बना ले। अब इस फेस पैक को चेहरे पर लगा ले। 15 मिनट बाद जब ये सुख जाए तो इसे ठंडे पानी की सहायता से धो ले।

प्याज के तेल के प्रयोग से पहले बरते कुछ सावधानियां

प्याज के तेल के प्रयोग से पहले कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए जो है।

• प्याज का तेल बहुत ही स्ट्रॉन्ग होता है। इसलिए प्याज के तेल का ऐसे ही प्रयोग ना करें। इसे किसी चीज़ में मिलाकर ही प्रयोग करें अगर आप प्याज के तेल का प्रयोग ऐसे ही करते हैं तो आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जैसे अगर आप इसे ऐसे ही अपने सिर पर लगा लेते है तो आपकी सिर की त्वचा जल सकती है और आपको दानों की समस्या हो सकती है।

• प्याज के तेल का प्रयोग डॉक्टर से सलाह लेकर ही करें। ऐसा इसलिए क्योंकि डॉक्टर आपको यह बता सकता है कि आपको इसका इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं।

जानिए कौन सा है पिम्पल के लिए बेस्ट फेस वाश-Pimple Ke Liye Best Face Wash

बेस्ट फेस वाश

पहले बोला जाता था की पिम्पल्स कौमार्य की निशानी है, अर्थात जब बच्चें टीनएज में प्रवेश करते है। लेकिन आजकल पिम्पल्स कभी भी और किसी को भी हो सकते है। दरअसल पिम्पल होने का सही कारण है जब त्वचा के रोम छिद्र गन्दगी या डेड सेल्स से बन्द हो जाते है। पिम्पल्स के अलावा व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड का भी यही कारण होता है। इसका इलाज है रोमछिद्रों की अच्छे से सफाई। हम इस आर्टिकल में आपको पिम्पल के लिए बेस्ट फेस वाश के विकल्प देंगे। जिन्हें आप अपनी सहूलियत के अनुसार इस्तेमाल कर सकते है।

पिम्पल के लिए बेस्ट फेस वाश-Pimple Ke Liye Best Face Wash

गार्नीयर स्किन नैचुरल्स प्योर एक्टिव प्योरिफ़ायिंग फेस-वाश

ये फेसवाश नीम की एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल प्रॉपर्टीज के साथ आता है। स्किन के लिए सॉफ्ट है। लेकिन इसमें सल्फेट होता है तो शायद आप इसे लेने से बचें।

क्लीन एंड क्लियर पिम्पल क्लियरिंग फेस-वाश

कम्पनी के दावे के अनुसार ये फेसवाश नीम और निम्बू सत्व से युक्त है। ये दोनों पदार्थ घरेलू नुस्खों में भी पिम्पल्स के लिए इस्तेमाल किये जाते है।

ये आसानी से कहीं भी मिल जाएगा वो भी आपके बजट में, लेकिन शुष्क त्वचा के लिए ये अनुकूल नही है।

नींबू
नींबू

हिमालय क्लेरिना एंटी-एक्ने फेस-वॉश जेल

हिमालय एक जाना माना ब्रांड है। और इसका पिम्पल्स फेसवाश भी, ये पिम्पल्स बैक्टीरिया को दूर करके त्वचा को साफ करता है। इसमें मौजूद सैलिसिलिक एसिड मुँहासों के लिए अच्छा है। लेकिन इसमे झाग नही तो शायद आपको इस्तेमाल करने में संतुष्टि न हो।

जोवीस टी-ट्री ऑयल कंट्रोल फेस वॉश

कम्पनी के दावे के अनुसार इस फेसवाश में कीमती हर्ब्स यानी जड़ी बूटी है। ये बॉटनिकल सत्व से बना है। गहराई से सफाई करता है और सेंसिटिव स्किन के अच्छा विकल्प है।

इसकी महक बहुत ही अच्छी है। लेकिन ड्राई स्किन वालो को शायद सूट न करें।

सेटाफिल डेली फेशियल क्लेंसेर

यह फेसवाश चेहरे के रोमछिद्रों से गन्दगी को साफ करता है। स्किन को ड्राई नही करता। इसका टेक्सचर बहुत ही हल्का है। क्लीनकली टेस्टेड है पर इसका एक अवगुण ये है कि इसमें पेराबेंस होते है।

द बॉडी शॉप सी-वीड डीप क्लिनिंग जेल

सेंसिटिव त्वचा के लिए बना ये फेसवाश चेहरे की गंदगी को अच्छे से साफ करता है। त्वचा को चमकदार बनाता है। स्किन टोन और टेक्सचर सुधारता है।

वैसे तो ये पिम्पल्स कंट्रोल करता है पर इसमे पेराबेंस है।

न्यूट्रोजेना डीप क्लीन फेस क्लीनर

कम्पनी के दावे के अनुसार, यह फेसवाश हाइड्रॉक्सी एसिड की शक्ति से भरपूर होता है जो त्वचा को एक्सफ़ोलिएट करने में  मदद करता है।इसकी पैकेजिंग यात्रा के अनुकूल है

इससे चेहरे पर सूखापन महसूस हो सकता है।

न्यूट्रोजेना आयल फ्री एक्ने फेस-वाश

इस फेसवाश में अल्कोहल नही होता, माइक्रो तकनीक से बना ये फेसवाश चेहरे के रोमछिद्रों को अच्छे से साफ करता है। एक्स्ट्रा आयल रिमूव करता है। यह एक जेल बेस्ड फेस वाश है।

इसमें मौजूद सैलिसिलिक एसिड मुँहासों से लड़ने में मदद करता है

काया एक्ने-फ्री प्योरिफ़ायिंग क्लिंजर

इस क्लिंजर फेसवाश में हल्की हल्की झाग होती है जो आपको सफाई की संतुष्टि देगी। ये कई प्रकार की अशुद्धियों को स्किन से निकालता है। पिम्पल्स सुखाकर, पिम्पल्स को होने से भी रोकता है।

इसकी महक अच्छी होती है, पर इसमे सल्फेट और पेराबेंस होते है।

मामाअर्थ टी ट्री नेचुरल फेस वॉश

मामाअर्थ टी ट्री फेस वाश में टी-ट्री ऑयल और नीम का इस्तेमाल किया गया है। ये स्किन के ऑयल सिक्रीशन को कंट्रोल करता है।
कम्पनी का दावा है कि, यह फेस वाश छिद्रों को गहराई से साफ करके गंदगी और अशुद्धियों को दूर कर सकता है।

यह पैराबेन मुक्त है, आर्टिफिशल महक का इस्तेमाल नही किया गया है। डर्मेटोलॉजिकली टेस्टेड है। लेकिन ये ड्राई स्किन को और खुश्क बनाता है।

ब्‍लॉसम कोचर अरोमा मैजिक नीम एंड टी ट्री फेसवाश

ब्‍लॉसम कोचर अरोमा मैजिक नीम और टी ट्री फेस वॉश को आयुर्वेदिक कीटाणुनाशक फॉर्मूला से बनाया गया है। नीम के एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पिम्पल्स को ठीक करके पनपने से रोकता है।

इस फेस वाश के इस्तेमाल के बाद त्वचा को मॉइस्चराइज करना जरूरी है। ये दाग धब्बे को कम नहीं कर सकता।

प्लम ग्रीन टी पोर क्लेंजिंग फेस वॉश

प्लम ग्रीन टी पोर क्लेंजिंग फेस वॉश ऑयली और कॉम्बो स्किन के लिए अच्छा विकल्प है। ये रोमछिद्र को अच्छे से साफ कर पिम्पल्स ठीक करता है।

यह स्किन को खुश्क नही करता।

यह डेड स्किन को साफ करता है, लेकिन सेंसिटिव स्किन के लिए शायद ये सूट न करे

बालों के लिए सबसे अच्छा शैंपू कौन सा है?-Balo Ke Liye Best Shampoo

बालों के लिए सबसे अच्छा शैंपू कौन सा है?

बालो के लिए सबसे अच्छा हर्बल शैंपू होते है। ये कैमिकल रहित होते है जो हमारे बालो को नुकसान नही पहुंचाते। हर किसी के लिए एक जैसा शैम्पू इस्तेमाल करना सही नहीं हो सकता। जैसा आपके बालो का प्रकार हो उसे उसी तरह के शैम्पू की जरुरत पड़ती है। जैसे रूखे-सूखे बेजान बालो के लिए कोई ऐसा शैम्पू चाहिए जो बालो को पोषण दे पाये। झड़ते बालो के लिए ऐसे शैंपू की जरुरत होता है जो हेयरफॉल को कम कर। नीचे हम बता रहे है कुछ हर्बल शैम्पू के बारे मे जिसे आप इस्तेमाल कर सकते है।

बालों के लिए सबसे अच्छा शैंपू कौन सा है?-Balo Ke Liye Best Shampoo

लोटस हर्बल अमलापुरा शिकाकाई आंवला हर्बल शैम्पू

सबसे अच्छा हर्बल शैम्पू में से एक लोटस हर्बल का यह शैम्पू है।  इसमें शिकाकाई, आंवला, रीठा और बहेड़ा का अर्क होता है, जो बालों के लिए लाभकारी होता है। इसके इस्तेमाल से स्कैल्प और बालों की गंदगी को अच्छी तरह साफ करता है। इससे बालों के झड़ने और टूटने के कारणों को दूर रखा जा सकता है।

हिमालय हर्बल एंटी हेयर फॉल

हिमालय हर्बल एंटी हेयर फॉल शैम्पू में भृंगराज आदि जड़ी बूटियां होती हैं। जो बालों को पोषित करता है और बालों की रोम को बढ़ाता है। बालों को बढ़ाने में मदद करता है। बालों को मजबूती देता है और उन्हें टूटने नहीं देता। इस शैम्पू को 2-इन-1 फॉर्मूला द्वारा तैयार किया गया है, जो बालों का झड़ना कम करने और उन्हें जड़ों तक पोषण देने का काम कर सकता है।

इंदूलेखा ब्रिंघा एंटी हेयर फॉल शैंपू

बालों को बेहतर पोषण देने के लिए इंदुलेखा ब्रिंघा एंटी हेयर फॉल शैम्पू का इस्तेमाल कर सकते है। इस शैम्पू मे कई औषधीय गुण पाये जाते है। दरअसल, इसके बनाने में भृंगराज, आंवला, तुलसी, नीम और रोजमेरी जैसी जड़ी-बूटियों को शामिल किया गया है। इसमें किसी तरह का हानिकारक केमिकल नहीं होता है।

तुलसी
तुलसी

खादी माउरी आंवला और भृंगराज हर्बल शैम्पू

खादी माउरी आंवला एंड भृंगराज हर्बल शैम्पू बालों के लिए जरूरी पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, इसके बनाने मे आंवला और भृंगरराज उपयोग किये गये हैं। इस शैम्पू में मुख्य रूप से एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो स्कैल्प के संक्रमण से निजात दिलाते हैं। इससे बालों के विकास में मदद मिलती है। यह बालों को मुलायम, रेशमी और चमकदार बनाने में सहायक है। यह स्कैल्प के पीएच स्तर को संतुलित करने में मददगार होता है।

केश किंग एंटी हेयरफॉल शैम्पू

केश किंग एंटी हेयर फॉल शैम्पू बालों और स्कैल्प की समस्याओं के लिए एक लाभदायक उपाय साबित होता है। यह शैम्पू एलोवेरा और अन्य 21 दुर्लभ और कीमती आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से भरपूर होता है। यह बालों को जड़ों से पोषण प्रदान कर बालों के झड़ने और रूखा होने से बचाता है। साथ ही रूसी की समस्या से भी निजात दिलाता है। इसमें मौजूद एलोवेरा बालों को प्राकृतिक रूप से मॉइस्चराइज करने का काम करता है। भृंगराज स्कैल्प में रक्त संचार को बढ़ावा देने के साथ ही बालों के विकास में मदद करता है। वहीं, इसमें इस्तेमाल किया जाने वाला मंजिष्ठा स्वस्थ बालों के विकास में मदद करता है। इसमे मेथी के गुण बालों को झड़ने से रोकते है

बायोटीक बायो केल्प प्रोटीन शैम्पू

इस शैम्पू को बनाने के लिए शुद्ध केल्प, नैचुरल प्रोटीन और पुदीने की पत्तियों के अर्क का इस्तेमाल किया गया है। केल्प एक समुद्री शैवाल होता है, जो कई तरह के विटामिन और प्रोटीन से समृद्ध होता है। इसके अलावा, इसमें कई अन्य पोषक तत्व भी पाए जाते हैं, जो बालों की मजबूती और विकास में मदद कर सकते हैं। साथ ही इसके इस्तेमाल से स्कैल्प भी लंबे समय तक स्वस्थ रह सकता है।

हिमालया हर्बल्स प्रोटीन शैंपू

यह बालों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इस शैम्पू में चिकपिया, आंवला, मुलेठी का अर्कबादाम जैसे कई प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं। यह बालों को स्वस्थ रखने के साथ ही उसकी समस्या से निजात दिलाने में भी मदद करता है। यह बालों को जड़ों से मजबूत कर उनका झड़ना कम करता है। इसे सभी तरह के बाल पर उपयोग किया जाता है। यह प्रोटीन से समृद्ध होता है। इसमें एसएलएस, पैराबेंस व सिलिकॉन जैसे केमिकल नहीं होते हैं।

मुलेठी का अर्क
मुलेठी का अर्क

लीवर आयुष एंटी हेयरफॉल भृंगराज शैम्पू

लीवर आयुष एंटी हेयर फॉल शैम्पू के इस्तेमाल से बाल स्वस्थ और मजबूत बन सकते हैं। इस शैम्पू को भृंगराज, हल्दी, केसर, गाय के घी, इलायची और रॉक साल्ट जैसे अवयव को मिलाकर तैयार किया जाता है। यह बालों को झड़ने से रोकने व स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। इसी कारण से इसे सबसे अच्छा हर्बल शैंपू कहा जा सकता है।

खादी माउरी हर्बल कोकोनट शैम्पू

बालों से जुड़ी कई समस्याओं से निजात पाने के लिए खादी माउरी कोकोनट शैम्पू का उपयोग अच्छा उपाय साबित होता है। इस शैम्पू को बनाने के लिए एलोवेरा, नारियल, आंवला व आर्गन तेल आदि इस्तेमाल किए जाते हैं, जो बालों को गहराई से पोषित करते हैं। इससे बालों का झड़ना, रूसी, रूखापन और स्कैल्प में होने वाली खुजली की समस्या से राहत मिलती है।

वादी हर्बल्स हेयरफॉल एंड डैमेज कंट्रोल अमला शिकाकाई शैम्पू

डैंड्रफ और हेयर फॉल जैसी समस्या को नियंत्रित करने के लिए वादी का आंवला-शिकाकाई शैम्पू इस्तेमाल किया जाता है। इस शैम्पू को ट्रिपल-एक्शन फॉर्मूला द्वारा बनाया गया है, जो बालों को जड़ों से मजबूती, गहराई से कंडीशनिंग और स्कैल्प के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसमें मौजूद शिकाकाई और रीठा प्राकृतिक क्लीन्जर का काम करता है, जो स्कैल्प को इन्फेक्शन से दूर रखने में मदद करता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद आंवला बालों के रोम को मजबूत करते हुए इसके विकास को बढ़ावा देता है।

ट्रीचप हेल्दी, लॉन्ग एंड स्ट्रांग हेयर शैम्पू

बालों के लिए हर्बल शैंपू में ट्रीचप हेल्दी, लॉन्ग एंड स्ट्रांग हेयर शैम्पू को भी शामिल किया जाता है। इसमें मेंहदी, एलोवेरा और नीम जैसे प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं, जो बालों को पोषण और नमी प्रदान करने का काम करते हैं। इससे बालों के रोम को पुनर्जीवित किया जाता है। इसके अलावा, यह शैम्पू बालों को झड़ने से रोकने और स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा देने में भी मदद करता है।

क्या है बायो आयल के फायदे, जानिए कैसे करे इस्तेमाल

बायो आयल के फायदे

बायो ऑयल क्या होता है

बायो ऑयल विटामिन और मिनरल से बनता है। बायो ऑयल को ड्राई ऑयल भी कहा जाता है, जिसका मतलब है कि बायो ऑयल में चिपचिपाहट नहीं होती। हम बायो ऑयल को चेहरे पर भी लगा सकते हैं। लेकिन इससे पहले हम जानते हैं कि बायो ऑयल हम कहां प्रयोग कर सकते हैं कैसे प्रयोग कर सकते हैं और दैनिक जीवन में बायो ऑयल के क्या लाभ है? टीवी और मैगज़ीन में हमने बायो ऑयल के विज्ञापन तो बहुत देखे हैं पर ना जाने क्यों इन पर विश्वास करने का मन नहीं होता।

क्योंकि शायद हम बायो आयल के बारे में जानते ही नहीं है तो आइए आज जाने बायो आयल और उससे जुड़े बायो आयल के फायदे को।

बायो आयल के फायदे

बायो ऑयल में लैवेंडर रोजमेरी, कैलेमाइन जैसे एसेंशियल ऑयल होते हैं। बायो ऑयल में कई तरह की विटामिंस और मिनरल्स मिलाए जाते हैं। बायो ऑयल को इस्तेमाल करने से पहले लैब टेस्ट किया जाता है। बायो ऑयल को मार्केट के आने से पहले कुछ साल विशेषज्ञों की देखरेख में रखा जाता है। टीवी ,मोबाइल पर हम देख कर यह जानते हैं कि बायो ऑयल स्ट्रेच मार्क्स में जो गर्भवती स्त्रियों को गर्भावस्था के कारण आते हैं ,उनके लिए प्रयोग किया जाता है। लेकिन बायो ऑयल सिर्फ स्ट्रेच मार्क्स को ही दूर नहीं भगाता है बल्कि इसके और भी ढेर सारे फायदे होते हैं। यह त्वचा पर दाग धब्बों को दूर करता है। त्वचा को नाज़ुक कोमल बनाता है चोट से होने वाले निशान भी दूर करता है।बायो ऑयल के न केवल ढेर सारे फायदे हैं बल्कि हम यह भी कह सकते हैं कि एक ही प्रोडक्ट में ढेर सारी बेनिफिटस बायो ऑयल के जरिए हमें मिलते हैं।

बायो ऑयल कारगर है त्वचा के दाग धब्बे हटाने में-Bio Oil Uses In Pregnancy

चेहरे पर झाइयो के निशान हो या कील मुहाॅसे के निशान बायो ऑयल त्वचा के सारे दाग धब्बे हटाने में कारगर है। बायो ऑयल को रात में सोने से पहले अपने चेहरे को क्लीनिंग मिल्क से साफ करके अपने चेहरे पर बायो ऑयल की हल्की सी मसाज करें। पूरी रात त्वचा पर लगा रहने दे। कुछ ही दिनों में दाग धब्बे छू अंतर हो जाएंगे।

दाग धब्बे
दाग धब्बे

बायो ऑयल मिटाता है स्ट्रेच मार्क्स-Bio Oil Use In Pregnancy In Hindi

मां बनना हर औरत का सपना होता है पर मां बनने के बाद शरीर पर जो निशान रह जाते हैं उनसे एक स्त्री का आत्मविश्वास डगमगाने लगता है। बायो ऑयल स्ट्रेच मार्क्स के निशान हटाकर खोई हुई खूबसूरती फिर से वापस लाता हैं। स्ट्रेच मार्क्स ब्रेस्ट,हिप्स जांघ और पेट,कमर,हाथों पर गर्भावस्था में हो जाते हैं।

ऐसा नहीं है कि सिर्फ गर्भावस्था में ही स्ट्रेच मार्क्स पाये जाते हैं। वजन बढने या कम होने पर हेरेडिटी के कारण जेनेटिक प्रॉब्लम के कारण या हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के कारण भी स्ट्रेच मार्क्स बनते हैं| स्ट्रेच मार्क्स के निशान हम पूरी तरह से गायब तो नहीं कर सकते लेकिन इन निशानों को कम जरूर किया जा सकता है स्ट्रेच मार्क्स को कम करने में बायो ऑयल काफी अच्छी भूमिका निभाता है

बायो ऑयल मिटाता है चेहरे की झुर्रियों को-Bio Oil Uses In Hindi

उम्र बढ़ने के साथ-साथ अपने चेहरे की चमक खोने लगती है और उम्र के निशान चेहरे पर दिखने लगते हैं बायो ऑयल चेहरे की झाइयों के निशान मिटाता है इसके लिए हमें रोज रात को सोते समय थोड़ा सा बायो है लिखें हल्के हाथ से मसाज करनी होगी और कुछ समय बाद ही हम देखेंगे कि हमारे दाग धब्बे और झुर्रियों धीरे-धीरे कम होने लगे है।

बायो ऑयल मिटाता है चोट के निशान को-Use Of Bio Oil In Hindi

चोट के निशान तकलीफ़ ही देते हैं। चाहे वह निशान बचपन में लगी चोट के हो या फिर खेल कूद के दौरान या किसी एक्सीडेंट के कारण चेहरे की चोट के हो। चोट के निशान शरीर की सुंदरता को कम करते हैं। ये निशान आसानी से समय के साथ मिटते ही भी नहीं है जब तक की हम उन्हें मिटाने के लिए अथक प्रयास ना करें। बायो ऑयल एक ऐसा तेल है जिसे चोट के निशान ऊपर लगाने से कुछ ही दिन में हमें लगेगा कि हमें कि हमारे निशान कहीं थे ही नहीं और धीरे-धीरे वह चोट के निशान कम होने लगेंगे।

बायो ऑयल मददगार है बालों का झड़ना रोकने में-Bio Oil Benefits In Hindi

सर पर बायो ऑयल की मसाज करने से मसाज करने से स्कैल्प का सूखापन खत्म होता है और रूसी के कारण या सर कारण झड़ने वाले बालों का झड़ना रुक जाता है बायो ऑयल दो मुंहे बालों की समस्या को दूर करता है और बालों को स्वस्थ करता है

बालों के झड़ने में
बालों के झड़ने में

बायो ऑयल एक बेहतरीन माइश्चराइजल-Bio Oil Uses In Hindi

बायो ऑयल को आप अपने माइश्चराइजर से रिप्लेस कर सकते हैं और यकीन मानिए कि बायो ऑयल आपको निराश नहीं करेगा। आपकी त्वचा की खोई हुई नमी बायो ऑयल वापस ला सकता है बस हमें नहाने के बाद बायो ऑयल की कुछ बूंदे अपने चेहरे पर लगानी है हल्के हाथों से उसकी मसाज करनी है बायो ऑयल में चिपचिपाहट नहीं होती इसलिए यह शरीर में आसानी से समा जाता है।

बायो ऑयल से कर सकते हैं अपने शरीर की मालिश-Use Of Bio Oil In Hindi

एक औरत के लिए मां बनने का सफर सबसे अनोखा होता है जिसमें वह अपनी भी पहचान भूल जाती हैं लेकिन मां बनने के बाद शरीर में कुछ कमजोरियां आ जाती है और कुछ तनाव के कारण शरीर ढीला और कमजोर हो जाता है।इन सभी समस्याओं का समाधान बायो ऑयल ही है बायो ऑयल पूरे शरीर पर एक दो बूंद लगाकर हल्के हाथ से मालिश करने से शरीर की सारी थकान दूर होती है शरीर में कसावट आती है स्ट्रेच मार्क्स के निशान दूर होते हैं यह तो हम सब जानते ही हैं।

बायो ऑयल है एक हानि रहित मेकअप रिमूवर-Bio Oil Benefits In Hindi

मेकअप करना तो सभी को अच्छा लगता है पर मेकअप रिमूव करने के लिए भी हमें केमिकल यूज करने पड़ते हैं। जिसके परिणाम स्वरूप हमारी सुरक्षा अपनी चमक खो देती है बायो ऑयल मेकअप रिमूवर का एक लाभदायक विकल्प हो सकता है मैं केवल यह बायो ऑयल मेकअप कर सकता है बल्कि चेहरे की खोई हुई चमक भी वापस लाता है।

बायो ऑयल है एक बेहतरीन लिप बाम-Bio Oil Uses In Hindi

बायो ऑयल इस्तेमाल करने से हमारे होंठ नरम और मुलायम होकर अपनी खोई हुई रंगत फिर से पा लेते हैं। हमारे होंठ केमिकल युक्त लिपस्टिक के इस्तेमाल से , धूल प्रदूषण से, सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणों के प्रभाव से रूखे एवं काले होकर अपनी रंगत और चमक खो देते हैं। बायो ऑयल के नियमित प्रयोग से हमारे होंठ मौसम की मार से भी सुरक्षित रहते हैं।

तो अब तो आप सब जान गए होंगे की बायो ऑयल एक बहुत उपयोगी प्रोडक्ट है जिसे न केवल स्ट्रेच मार्क्स के लिए बल्कि और भी ढेर सारे फायदे के लिए जाना जाता है।

जानिए क्या है भुने चने खाने के फायदे और नुकसान

भुने चने खाने के फायदे

भुने चने खाने में बेहद स्वादिष्ट, गुणों से भरपूर औरन जाने कितने किस्से कहानियों का हिस्सा रहै है। प्रोटीन और कैल्शियम की खान ये भुने चने न फिटनेस फ्रीक लोगो की पसन्द है। बल्कि खाने के शौकीन भी विभिन्न डिशेस में इसका प्रयोग करते है। देश के प्रमुख खाद्यानों में से एक चना, पौष्टिकता जे भरपूर होता है।

भुने चने का नियमित सेवन मोटापा घटाने, दिल को स्वस्थ रखने, कोलेस्‍ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने, तथा डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करता है।

सबसे पहले आइए जानते है चने में कौन कौन पोषक तत्व होते है।

कुल 100gm के अनुसार

  • कैलोरी – 378
  • वसा – 6 gm
  • कुल कार्बोहाइड्रेट – 6gm
  • फाइबर – 17 gm
  • प्रोटीन – 19gm
  • विटामिन A – दैनिक आवरश्‍यकता का 1 प्रतिशत
  • विटामिन C – दैनिक आवश्‍यकता का 6 प्रतिशत
  • कैल्शियम – दैनिक आधार पर 10 प्रतिशत
  • आयरन – दैनिक आवश्‍यकता का लगभग 34 प्रतिशत

भुने चने खाने के फायदे

मोटापा घटाए

मोटापे घटाने के लिए जिन तत्वों की आवश्यकता होती है वह सभी तत्व भुने चने में होते है। भुने चने में होता है फाइबर जो पेट को फुल महसूस कराता है। भुने चने में होता है कैल्शियम और प्रोटीन जो आपके वर्कआउट को आसान बनाता है। जल्दी से भूख नही लगने देता, जिससे आप एक्सट्रा खाने से बच सकते है।

मोटापा कम करने में मदद करे
मोटापा कम करने में मदद करे

डायबिटीज से बचाये

डायबिटीज 1 हो या डायबिटीज 2 दोनों में ही हाई फाइबर फ़ूड जरूरी होते है।क्योंकि इससे रक्‍त शर्करा, लिपिड और इंसुलिन के स्‍तर में सुधार होता है। इसका कारण यह होता है कि चने में मिलने वाला कार्बोहाइड्रेट बहुत ही धीरे से डाइजेस्ट होता है। और सुगर लेवल तेजी से नही बढ़ता।

दिल के लिए लाभकारी

भुने चने में होते है वो सभी तत्व जो ब्लड वेसेल्स को रखते हों स्वस्थ्य, जैसे कि एंटीऑक्‍सीडेंट, एंथोसाइनिन, डेल्फिंडिन, साइनाइडिन पेटुनिडिन, फाइटोन्‍यूट्रिएंट्स, मैग्‍नीशियम और फोलेट। ये सभी तत्व मिलकर प्लाक फार्मेशन, ब्लड क्लॉट, हार्ट अटैक और स्‍ट्रोक से दिल को बचाते है।

कोलेस्‍ट्रॉल को कंट्रोल करें

भुने चने बेड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखते है। बेड कोलेस्ट्रॉल हाई बीपी और दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है। भुने चने का सॉल्युबल फाइबर ब्लड वेसल्स में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम रखता है, जिससे पूरे शरीर में सर्कुलेटरी सिस्टम बहुत अच्छे से कार्य करता है। और शरीर बहुत सी बीमारियो से बचा रहता है।

डायजेस्टिव सिस्टम सुधारे

भुने चने का फाइबर इंटेस्टाइन के पेरिस्टलटिक मूवमेंट को बेहतर बनाता है। जिससे कब्ज, अपच, गैस बनने जैसी समस्याएं नही होती।
चना डायजेस्टिव सिस्टम के लिए इसलिए भी ज्यादा बेहतरीन होता है, क्योंकि इसमें सॉल्युबल और नोसॉल्युबल फाइबर होते है।
ये आपके पाचन तंत्र को मजबूत बना आंतो पर पड़ने वाले स्ट्रेस को कम करता है।

कैंसर के निदान में करे मदद

भुने चने में उपस्थित कुछ यौगिक कोलन कैंसर के खतरे को कम करते है। क्योंकि इसके फाइबर फैटी एसिड में टूटकर कोलन सेल्स द्वारा ऊर्जा में उपयोग किये जाते है। और इसी तरह भुने चने कोलन सेल्स को मजबूती प्रदान करता है।

स्त्री समस्याओं का निदान

महिलाओं में होने वाली बहुत सी हार्मोनल समस्याओं का निदान चने में छुपा है। ये मेनोपॉज़ के बाद होने वाली हड्डियों की कमजोरी, ऑस्टियोपोरोसिस, ब्रैस्ट कैंसर, हॉट फ्लैश, सफेद पानी को कम करने में मदद करता है। इन सभी फायदों का कारण होता है चनों में मौजूद सैपोनिन नामक फाइटोन्‍यूट्रिएंट एंटीऑक्‍सीडेंट।

इंस्टेंट एनर्जी दे

अगर आप वर्कआउट के बाद थकान और एनर्जी लेस महसूस कर रहे है तो एक मुट्ठी भुने चने खाकर देखिए। आप तुरन्त एनर्जी महसूस करेंगे इसका कारण होता है चने में मिलने वाला कार्बोहाइड्रेट। क्योंकि ये जल्दी पचकर जल्दी एनर्जी देता है।

खून की कमी दूर करे

चने में मिलने वाला आयरन, खून की कमी दूर करता है। इसके लिए डेली रूटीन में कम से कम 2 मुट्ठी भुने चने का सेवन करे।

सुंदरता बढ़ाये

भुने चने में मिलने वाला फाइबर, प्रोटीन, कॉपर, आयरन, विटामिन बी6 और जस्‍ता त्वचा को चमकदार बनाता है, डेंड्रफ को दूर करता है। बालो को मजबूत बनाता है।

भुने चने खाने ज्यादा खाने के नुकसान

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