जानिये क्या है प्याज के तेल के फायदे इन हिंदी

प्याज के तेल के फायदे

प्याज का नाम पर हमारे दिमाग में यही छवि आती है कि प्याज से रोना आता है। प्याज में मौजूद सल्फर नामक तत्व आंखों में आने वाले आंसू का कारण होता है। लोग यह भी जानते हैं कि प्याज हमारे शरीर, त्वचा और बालों के लिए कितना लाभकारी है। प्याज यूं तो रसोई में हर रोज इस्तेमाल होने वाली एक आम सब्जी है। सब्जी का स्वाद प्याज के बिना अधूरा है। यह आम सा दिखने वाला प्याज हमारे लिए बहुत ही लाभकारी होता है। प्याज को कई समस्याओं का निजात पाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। प्याज जितना हमारे लिए लाभकारी है, उतना ही लाभकारी हमारे लिए प्याज का तेल भी है। बहुत कम लोग ही प्याज के तेल की गुणवत्ता के बारे में जानते हैं। तो आइए देखते हैं कि प्याज का तेल हमारे शरीर के लिए किस तरह से फायदेमंद है ।

क्या है प्याज का तेल

प्याज के पौधे के कई हिस्सों का प्रयोग हम अपने खाने में रोजमर्रा में करते हैं। प्याज के बीजों का प्रयोग प्याज का तेल बनाने में किया जाता है। प्याज के तेल का प्रयोग खाना बनाने में भी किया जाता है। प्याज के तेल के अंदर कई ऐसे घटक जाते हैं, जो प्याज के तेल को प्याज से भी ज्यादा लाभकारी बनाने में मदद करते हैं।

प्याज के तेल में पाए जाने वाले गुण

प्याज का तेल बहुत ही गुणकारी है। प्याज के तेल में बहुत अधिक सल्फर पाया जाता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन सी और ई की भी प्रचुरता होती है। इसमें एंटी सेप्टिक, एंटी बैक्टेरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं। ये गुण आपकी त्वचा को कील मुहांसों से दूर रखते है और आपको कई बीमारियों से भी बचाते है। यह आपकी पाचन शक्ति को बढ़ाता है। इससे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) मजबूत होती है और आपके शरीर को रोगों से लड़ने में मदद मिलती है। यह आपके शरीर के घाव को जल्दी ही ठीक करने में मदद करता है।

Benefits Of Onion Oil

बुखार को रखें दूर

प्याज का तेल आपको बुखार से दूर रखने में काफी मदद करता है। प्याज के तेल से खासी और जुकाम से भी आराम मिलता है। इस तेल से बुखार में शरीर में होने वाले दर्द से भी छुटकारा मिलता है। आप निम्नलिखित तरीके से इसका प्रयोग कर सकते हैं ।

सामग्री
1 चम्मच शहद
कुछ बूंदे प्याज का तेल
विधि
शहद और प्याज के तेल को मिला कर इसका सेवन करें। इसका सेवन दिन में 3 से 4 बार करे। इससे आपका बुखार जल्द ही ठीक हो जाएगा और शरीर के दर्द में भी आराम मिलेगा।

रोकें बालों का झड़ना

प्याज के तेल से बालों की कई समस्याओं का समाधान पाया जा सकता है। यह बालों को झड़ने से रोकता है और बालों को मजबूत बनाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व आपके बालों को पोषण देते हैं। इसके लिए आप प्याज के तेल को नारियल के तेल या सरसों के तेल में मिलाएं। फिर इसे अपने बालों पर लगा ले। 30 मिनट तक इसे अपने बालों में लगाएं रखें। इसके बाद अपने बालों को शैंपू से धो लें।

बालों के झड़ना
बालों के झड़ना

पाएं जुओं से छुटकारा

प्याज का तेल आपको जूओं से भी छुटकारा दिला सकता है। प्याज का तेल जूओं और जूओं के अंडों (लीखों) को खत्म कर देता है। इसके लिए मेथी के बीजों को पीस लें। इसमें प्याज का तेल मिला लें और इसका पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को बालों की जड़ों में लगा लें। 20 मिनट बाद बालों को धो लें।

मुहांसों को करे दूर

प्याज का तेल मुहांसों को खत्म करने में मदद करता है। प्याज के तेल में पाए जाने वाले एंटी बैक्टेरियल गुण मुहांसों को बढ़ने से रोकते है और आपकी त्वचा को खूबसूरत बनाते हैं। इसे इस्तेमाल करने के लिए आप प्याज के तेल को दही के मिला लें और इसे अपने चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट बाद अपने चेहरे को पानी से धो लें।

पाचन का रखें ख्याल

प्याज का तेल आपके पाचन को सही बनाए रखता है। प्याज आपके पाचन प्रणाली को मजबूती देता है। हर रोज़ प्याज का सेवन करने से आपकी आंते स्वस्थ रहती है। प्याज आंतों में मौजूद बीमारी युक्त सूक्ष्म जीव अर्थात परजीवियों को मार देता है, जिससे बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। ये आपके खाने को आसानी से पचाने में मदद करता है।

मधुमेह के रोगियों के लिए उपयोगी

प्याज का तेल मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत अच्छा है। प्याज का तेल आपके शरीर में मौजूद शर्करा की मात्रा को नियंत्रण में रखता है। इसमें मौजूद पोषक तत्त्व आपके शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाता है जो शुगर लेवल को नियंत्रित करता है और उसे बढ़ने से रोकता है।

दर्द में प्याज दे राहत

प्याज का तेल से दर्द में राहत मिलती हैं। अगर आपके सिर में दर्द है तो ऐसे में आप प्याज के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। बस प्याज के तेल की कुछ बूंदें नारियल या जैतून के तेल में मिलाएं। अब इस तेल से अपने सिर की मालिश करें। इससे जल्द ही आपको दर्द से आराम मिलेगा।

सरदर्द
सरदर्द

घाव का करें इलाज

प्याज का तेल घाव का भी बहुत जल्दी इलाज कर देता है। प्याज के तेल में एंटी सेप्टिक गुण पाए जाते है, जो घाव को जल्दी भर देते है और उन्हें ठीक कर देते है। आप प्याज के तेल में थोड़ा पानी मिलाकर इसे अपने घाव पर लगा लें। इससे आपका घाव जल्दी ठीक हो जाएगा।

त्वचा संबंधी समस्याओं को करें दूर

प्याज के तेल से आप अन्य त्वचा संबंधी रोग जैसे खुजली, जले का निशान, दाग आदि से भी निजात पा सकते है। प्याज में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण आपको इन समस्याओं से निजात पाने में मदद करते है और साथ ही आपकी स्किन को स्वस्थ बनाते है। आप प्याज के तेल को नारियल के तेल में मिलाकर प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं और उसे स्वस्थ बना सकते है।

रंग को निखारे

प्याज का तेल त्वचा के रंग को निखारने में भी मदद करता है। आपकी त्वचा को हाइड्रेट करता है और उसे पोषण भी देता है।

सामग्री
1 चम्मच बेसन
1 चम्मच दही
कुछ बूंदे प्याज का तेल
प्रयोग की विधि
सभी सामग्री को आपस में अच्छे से मिला कर पैक बना ले। अब इस फेस पैक को चेहरे पर लगा ले। 15 मिनट बाद जब ये सुख जाए तो इसे ठंडे पानी की सहायता से धो ले।

प्याज के तेल के प्रयोग से पहले बरते कुछ सावधानियां

प्याज के तेल के प्रयोग से पहले कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए जो है।

• प्याज का तेल बहुत ही स्ट्रॉन्ग होता है। इसलिए प्याज के तेल का ऐसे ही प्रयोग ना करें। इसे किसी चीज़ में मिलाकर ही प्रयोग करें अगर आप प्याज के तेल का प्रयोग ऐसे ही करते हैं तो आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जैसे अगर आप इसे ऐसे ही अपने सिर पर लगा लेते है तो आपकी सिर की त्वचा जल सकती है और आपको दानों की समस्या हो सकती है।

• प्याज के तेल का प्रयोग डॉक्टर से सलाह लेकर ही करें। ऐसा इसलिए क्योंकि डॉक्टर आपको यह बता सकता है कि आपको इसका इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं।

बी पी कम होने के लक्षण, जिन्हें जानना अपने लिए है जरुरी-bp low hone ke lakshan

बी पी कम होने के लक्षण

बी पी यानी ब्लड प्रेशर क्या होता है।

रक्त वाहिनियों पर पड़ने वाले ख़ून के दबाव को ब्लड प्रेशर कहा जाता है। हाई ब्लड प्रेशर में ख़ून का दबाव ज़्यादा और लो ब्लड प्रेशर में ख़ून का दबाव कम होता है। आज के इस लेख में हम जानेंगे बी पी कम होने के लक्षण ।

क्या केवल उच्च रक्तचाप है खतरनाक

ज्यादातर हमारे समाज मे हाई बी पी अर्थात उच्च रक्तचाप को ही गम्भीर विषय माना जाता है। लेकिन ऐसा बिल्कुल नही है, निम्न रक्तचाप अर्थात लो ब्लड प्रेशर भी चिंता का विषय है।

बी पी कम होना किसे कहते हैं

लो ब्लड प्रेशर या निम्न रक्तचाप को हाइपोटेंशन भी कहा जाता है. जब किसी भी इंसान का ब्लड प्रेशर 90/60 से नीचे चला जाता है, तो इस अवस्था को लो बीपी या हाइपोटेंशन कहते है।

बी पी कम होने पर रक्त का प्रवाह कम हो जाता है, जिससे हृदय, मस्तिष्क और शरीर के अन्य भागों में पर्याप्त रक्त नहीं पहुंच पाता. जब शरीर के इन मुख्य भागो तक रक्त सही से नही पहुँचेगा तो, रक्त के साथ जाने वाली ऑक्सीजन की मात्रा भी कम हो जाएगी। अब आप समझ सकते है कि शारीरिक स्थिति क्या होगी।

सामान्य रक्तचाप कितना होता है।

एक स्वस्थ्य व्यक्ति का रक्तचाप 120/80 (सिस्टोलिक/डायस्टोलिक) होना चाहिए सिस्टोलिक के लिए 120 मिलीमीटर एचजी से कम और डायस्टोलिक के लिए 60 मिलीमीटर एचजी से कम को लो बीपी माना जाता है.

लेकिन ये डिटेल सबके लिए मान्य नही है, किसी भी स्वस्थ्य व्यक्ति का सामान्य बी पी कितना होगा,ये बहुत सी बातों पर निर्भर करता है। जैसे उम्र, लिंग, निवास स्थान, आनुवंशिक बीमारी या कोई मेडिकल प्रॉब्लम

बी पी कम होने के कारण

खून की कमी

किसी बीमारी के कारण, पोषण की कमी या कोई दुर्घटना होने पर ब्लड लॉस, इन सब कारणों से शरीर मे खून की कमी हो जाती है। शरीर तेजी से लाल रक्त कोशिकाएं नहीं बना पाता जिससे बी पी कम हो जाता है.

हृदय रोग

हृदय से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या होने पर रक्तचाप निम्न हो सकता है. इसलिए इस दौरान आपको विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.

पानी की कमी

शरीर मे पानी बहुत जरूरी हैं, पोषक तत्वों को जरूरी अंगों तके पहुचाने और खून के दौरे को सही से रखने के लिए। पानी की कमी से इस प्रक्रिया में कमी आती है जिस कारण बी पी कम हो जाता है।

डीहाइड्रेशन
डीहाइड्रेशन

गर्भावस्था

गर्भावस्‍था की बात करें तो इस दौरान शरीर में हार्मोनल बदलाव के कारण सर्कुलेटरी सिस्टम में ब्लड वेसल्स चौड़ी हो जाती हैं। इससे ब्‍लड प्रेशर लो हो जाता है

इन सबके अलावा डायबिटीज, थायरॉयड, एडिसंस डिसीज आदि में भी बी पी कम होने की समस्या होती है। साथ ही किसी प्रकार का टेंशन, सदमा लगने, डर जाने, इंफेक्शन आदि होने पर भी यह समस्या हो सकती है.

बी पी कम होने के लक्षण-bp low hone ke lakshan

बेहद कमजोरी महसूस करना

बी पी कम होने पर अचानक बहुत कमजोरी महसूस होने लगती है। ऐसा पोषक तत्वों के मुख्य अंगों तक न पहुचने के कारण होता है।

चक्कर आना

बी पी कम होने पर चक्कर आते है, ये चक्कर सर्वाइवल या हाई बी पी के चक्करों से अलग होते है। ये चक्कर आपको केवल कुछ काम करते हुए या चलते हुए महसूस होते है।

थकान और डिप्रेशन

बी पी कम होने पर ऐसा लगता है जैसे शरीर शारिरिक और मानसिक रूप से थका है। ऐसा महसूस होता है मानो आप कई रात सही से सोए नही है।

मन मे उलझन रहती है, काम के बारे में सोचने पर डिप्रेशन महसूस होता है, दिमाग बंधा हुआ महसूस करता है।

जी मिचलाना और खाने में स्वाद ना आना

बहुत ज्यादा बी पी कम होने पर जी मिचलाने लगता है, कुछ भी खाते समय लगता है कि उल्टी हो जाएगी। इसी कारण व्यक्ति खाने को देखकर उबकाई लेता है।

अन्य लक्षण

इनके अलावा बी पी कम होने पर निम्न लक्षण दिखाई देते है।

  • प्यास लगना
  • धुंधला दिखाई देना,
  • त्वचा में पीलापन,
  • शरीर ठंडा पड़ जाना,
  • आधी-अधूरी और तेज सांसें आना

 बी पी कम होने पर क्या करें

  • आराम करें पर सोए ना
  • तुरंत नमक का पानी पिएं, अगर आपको डायबिटीज हो तो खाएं।
  • अपनी मुट्ठी बांधें, फिर खोलें। ऐसा बार- बार करें।
  • बॉडी को पूरी तरह सक्रिय रखें।
  • कॉफी पिए
  • सबसे जरूरी बात सुबह उठने के बाद ब्रेकफास्ट में देरी न करें। बहुत लंबे समय तक खाली पेट न रहे।
  • यदि ज्यादातर आपका बी पी कम रहता है तो उपवास से बचें, या हल्का फुल्का कुछ खाते रहे।
  • थाइरोइड या pcod होने पर जंक फूड और खराब लाइफ स्टाइल से बचे।

क्या हैं चेहरे पर चमक लाने के उपाय-Chehre Par Glow Kaise Laye

क्या हैं चेहरे पर चमक लाने के उपाय

चेहरा हमारे व्यक्तित्व का आईना होता है। इसलिए, हर इंसान के चेहरे की चमक और खूबसूरती मायने रखती है। चाहे स्त्री हो या पुरुष, हर कोई ‘स्किन को ग्लोइंग कैसे बनाएं’ इसके उपाय ढूंढते रहते हैं। ग्लोइंग स्किन के उपाय की बात करें, तो आजकल बाजार में चेहरे की चमक बढ़ाने के उपाय के तौर पर कई तरह के कॉस्मेटिक और ब्यूटी प्रोडक्ट बिकने लगे हैं। हालांकि, इनमें मौजूद केमिकल त्वचा पर निखार तो ला सकते हैं, लेकिन साइड इफेक्ट का खतरा भी बढ़ा देते हैं। ऐसे में इस लेख से हम घरेलू फेस ग्लो टिप्स देने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि कॉस्मेटिक और ब्यूटी प्रोडक्ट का ज्यादा उपयोग किए बिना चेहरे पर लंबे वक्त तक निखार रहे।

चेहरे पर चमक लाने के उपाय-Chehre Par Glow Kaise Laye

पानी का सेवन

हमारे शरीरमें 70 प्रतिशत पानी होता है और ये हमारे त्वचा की नमी और चमक बरकरार रखने के लिए ,कम से कम 8 से 10 गिलास पानी का सेवन ज़रूरी है, ये पाचन तंत्र को भी स्वास्थ्य रखता है

असंतुलित पाचन भी मुहासों का कारण है, इसलिए पानी का पर्याप्त सेवन बहुत ज़रूरी है।

करें योग

योग आसन​ से भी चेहरे और सिर के भाग में रक्त परिसंचरण बढ़ता है। ये आपको प्राकृतिक रूप से सुन्दर त्वचा देता है।

करें योग
करें योग

भुजंगासन

पीठ और कंधे से कड़ापन कम करता है। आपको विश्राम देकर आपकी मनोदशा को अच्छा करता है। आपकी त्वचा को चिकना और लचीला करता है।

मत्स्यासन

सांस की गहराई बढ़ाता है, हार्मोन के असंतुलन ठीक करता है और मांसपेशियों को आराम देता है। त्वचा अधिक लचीली और दृढ हो जाती है।

हलासन

चेहरे और सिर में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है। परिणामस्वरूप त्वचा में निखार आ जाता है।

सर्वांगासन

सिर में रक्त के प्रवाह को बढाकर त्वचा की चमक में वृद्धि करता है। साथ ही ये दानों और मुहांसों से मुक्ति दिलाने में मदद करता है।

त्रिकोणासन

आपके चेहरे और सिर में रक्त प्रवाह में वृद्धि करता है। ऑक्सीजन की अधिक मात्रा में आपूर्ति त्वचा की चमक में वृद्धि के रूप में दिखती है।

घरेलू उपाय

गुलाब

जल हमारे चेहरे को साफ करने के साथ सॉफ्टनेस को बरकरार रखता है। गुलाब जल का को रात को सोने से पहले चेहरे पर लगाएं और फिर मालिश करें। सुबह चेहरे को हल्के गर्म पानी से धो लें। इसके बाद आपका चेहरा चमकने लगेगा।

दही

जितना खाने में सेहत को फायदा करता है, उतना ही हमारे चेहरे के लिए उपयोगी होता है। दही से स्किन को नमी मिलती है और चेहरे से गंदे कण बाहर निकल जाते हैं। यह टैनिंग हटाने में बेहज कारगर है। ताजा व ठण्डा दही डबल परत में लगाएं व आँखों के नीचे सावधानीपूर्वक चेहरे पर 30 मिनट के लिए ऐसे ही छेड़ दें। इसके बाद सादा पानी से चेहरा धो लें। 2 घण्टे तक इस पर कुछ न लगाएं।

कच्चा दूध

दूध स्किन के लिए भी बहुत उपयोगी होता है। चेहरे पर कॉटन से ठण्डा व कच्चा दूध लगाएं और 15 मिनट तक सूखने पर इसे धो डालें। इससे आपका चेहरा ग्लो करने लगेगा। इसे आप रोज प्रयोग कर सकती हैं।

एलोवेरा

गर्मी के मौसम में सबसे अच्छा और गुणकारी उपाय से त्वचा को खूबसूरत व ग्लोइंग बनाया जा सकता है। कई गुणों से भरपूर एलोवेरा हमारी स्किन के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट से चेहरे की कई समस्याएं दूर हो जाती हैं।

नारियल का तेल

चेहरे की गंदगी को साफ करना हो या मेकअप को हटाना है तो नारियल का तेल बहुत असरकारक है। नारियल तेल के चेहरे पर इस्तेमाल करने से गंदगी या मेकअप साफ भी हो जाएगा और किसी तरह का नुकसान भी नहीं होगा। नारियल तेल को चेहरे पर लगाकर कुछ देर तक मलें, इसके बाद क़ॉटन की मदद से तेल हटाकर आईस को चेहरे पर लगाएं और सो जाएं। सुबह उठकर आप देखेंगी कि चेहरा एक बार के प्रयोग से चमक उठा है।

नींबू

निम्बू के रस का इस्तेमाल करने से चेहरे में चमक आ जाती है और इससे चेहरे की गंदगी भी साफ हो जाती है। हफ्ते में एक बार चेहरे पर नींबू का रस लगाकर 15 मिनट बाद चेहरा धो लेना चाहिए। इससे त्वचा को हानिकारक जीवों से बचाया जा सकता है और ऑइली स्कीन को ऑइली फ्री बनाया जा सकता है।

खीरा

चेहरे पर चमक लाने में खीरा बहुत मदद करता है। खीरे को कद्दूकस करें और चेहरे पर लगाएं। इसके अलावा खीरे के रस में दही मिलाकर पेस्ट चेहरे पर लगा सकते हैं। पांच मिनट तक लगाने के बाद चेहरा धो लें। चेहरे पर गजब का निखार आएगा।

टमाटर

चेहरे पर निखार लाने के लिए टमाटर को भी काम ले सकते हैं। इसके लिए आपको एक चम्मच दूध और नींबू के रस में टमाटर को मिलाकर पेस्ट बना लें। इसके बाद इस पेस्ट से चेहरे को धो डालें।

संतुलित आहार

अपने भोजन में हरी सब्जियां, हल्दी, ताजे फल ,ज्यूस, दूध, अंडे इत्यादि को शामिल करें।

  • सूरज की सीधी किरणों से बचे, त्वचा को अच्छी तरह मॉस्चोराइज़र ज़रूर करें।
  • मुल्तानी मिट्टी का लेप भी चेहरे की चमक के लिए बहुत फायदेमंद है,
  • इसके अलावा तनाव मुक्त रहें और धूम्रपान से बचें। ये सभी उपाय चेहरे की चमक बढ़ने के बहुत कारगर है।

जानिए कौन सा है पिम्पल के लिए बेस्ट फेस वाश-Pimple Ke Liye Best Face Wash

बेस्ट फेस वाश

पहले बोला जाता था की पिम्पल्स कौमार्य की निशानी है, अर्थात जब बच्चें टीनएज में प्रवेश करते है। लेकिन आजकल पिम्पल्स कभी भी और किसी को भी हो सकते है। दरअसल पिम्पल होने का सही कारण है जब त्वचा के रोम छिद्र गन्दगी या डेड सेल्स से बन्द हो जाते है। पिम्पल्स के अलावा व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड का भी यही कारण होता है। इसका इलाज है रोमछिद्रों की अच्छे से सफाई। हम इस आर्टिकल में आपको पिम्पल के लिए बेस्ट फेस वाश के विकल्प देंगे। जिन्हें आप अपनी सहूलियत के अनुसार इस्तेमाल कर सकते है।

पिम्पल के लिए बेस्ट फेस वाश-Pimple Ke Liye Best Face Wash

गार्नीयर स्किन नैचुरल्स प्योर एक्टिव प्योरिफ़ायिंग फेस-वाश

ये फेसवाश नीम की एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल प्रॉपर्टीज के साथ आता है। स्किन के लिए सॉफ्ट है। लेकिन इसमें सल्फेट होता है तो शायद आप इसे लेने से बचें।

क्लीन एंड क्लियर पिम्पल क्लियरिंग फेस-वाश

कम्पनी के दावे के अनुसार ये फेसवाश नीम और निम्बू सत्व से युक्त है। ये दोनों पदार्थ घरेलू नुस्खों में भी पिम्पल्स के लिए इस्तेमाल किये जाते है।

ये आसानी से कहीं भी मिल जाएगा वो भी आपके बजट में, लेकिन शुष्क त्वचा के लिए ये अनुकूल नही है।

नींबू
नींबू

हिमालय क्लेरिना एंटी-एक्ने फेस-वॉश जेल

हिमालय एक जाना माना ब्रांड है। और इसका पिम्पल्स फेसवाश भी, ये पिम्पल्स बैक्टीरिया को दूर करके त्वचा को साफ करता है। इसमें मौजूद सैलिसिलिक एसिड मुँहासों के लिए अच्छा है। लेकिन इसमे झाग नही तो शायद आपको इस्तेमाल करने में संतुष्टि न हो।

जोवीस टी-ट्री ऑयल कंट्रोल फेस वॉश

कम्पनी के दावे के अनुसार इस फेसवाश में कीमती हर्ब्स यानी जड़ी बूटी है। ये बॉटनिकल सत्व से बना है। गहराई से सफाई करता है और सेंसिटिव स्किन के अच्छा विकल्प है।

इसकी महक बहुत ही अच्छी है। लेकिन ड्राई स्किन वालो को शायद सूट न करें।

सेटाफिल डेली फेशियल क्लेंसेर

यह फेसवाश चेहरे के रोमछिद्रों से गन्दगी को साफ करता है। स्किन को ड्राई नही करता। इसका टेक्सचर बहुत ही हल्का है। क्लीनकली टेस्टेड है पर इसका एक अवगुण ये है कि इसमें पेराबेंस होते है।

द बॉडी शॉप सी-वीड डीप क्लिनिंग जेल

सेंसिटिव त्वचा के लिए बना ये फेसवाश चेहरे की गंदगी को अच्छे से साफ करता है। त्वचा को चमकदार बनाता है। स्किन टोन और टेक्सचर सुधारता है।

वैसे तो ये पिम्पल्स कंट्रोल करता है पर इसमे पेराबेंस है।

न्यूट्रोजेना डीप क्लीन फेस क्लीनर

कम्पनी के दावे के अनुसार, यह फेसवाश हाइड्रॉक्सी एसिड की शक्ति से भरपूर होता है जो त्वचा को एक्सफ़ोलिएट करने में  मदद करता है।इसकी पैकेजिंग यात्रा के अनुकूल है

इससे चेहरे पर सूखापन महसूस हो सकता है।

न्यूट्रोजेना आयल फ्री एक्ने फेस-वाश

इस फेसवाश में अल्कोहल नही होता, माइक्रो तकनीक से बना ये फेसवाश चेहरे के रोमछिद्रों को अच्छे से साफ करता है। एक्स्ट्रा आयल रिमूव करता है। यह एक जेल बेस्ड फेस वाश है।

इसमें मौजूद सैलिसिलिक एसिड मुँहासों से लड़ने में मदद करता है

काया एक्ने-फ्री प्योरिफ़ायिंग क्लिंजर

इस क्लिंजर फेसवाश में हल्की हल्की झाग होती है जो आपको सफाई की संतुष्टि देगी। ये कई प्रकार की अशुद्धियों को स्किन से निकालता है। पिम्पल्स सुखाकर, पिम्पल्स को होने से भी रोकता है।

इसकी महक अच्छी होती है, पर इसमे सल्फेट और पेराबेंस होते है।

मामाअर्थ टी ट्री नेचुरल फेस वॉश

मामाअर्थ टी ट्री फेस वाश में टी-ट्री ऑयल और नीम का इस्तेमाल किया गया है। ये स्किन के ऑयल सिक्रीशन को कंट्रोल करता है।
कम्पनी का दावा है कि, यह फेस वाश छिद्रों को गहराई से साफ करके गंदगी और अशुद्धियों को दूर कर सकता है।

यह पैराबेन मुक्त है, आर्टिफिशल महक का इस्तेमाल नही किया गया है। डर्मेटोलॉजिकली टेस्टेड है। लेकिन ये ड्राई स्किन को और खुश्क बनाता है।

ब्‍लॉसम कोचर अरोमा मैजिक नीम एंड टी ट्री फेसवाश

ब्‍लॉसम कोचर अरोमा मैजिक नीम और टी ट्री फेस वॉश को आयुर्वेदिक कीटाणुनाशक फॉर्मूला से बनाया गया है। नीम के एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पिम्पल्स को ठीक करके पनपने से रोकता है।

इस फेस वाश के इस्तेमाल के बाद त्वचा को मॉइस्चराइज करना जरूरी है। ये दाग धब्बे को कम नहीं कर सकता।

प्लम ग्रीन टी पोर क्लेंजिंग फेस वॉश

प्लम ग्रीन टी पोर क्लेंजिंग फेस वॉश ऑयली और कॉम्बो स्किन के लिए अच्छा विकल्प है। ये रोमछिद्र को अच्छे से साफ कर पिम्पल्स ठीक करता है।

यह स्किन को खुश्क नही करता।

यह डेड स्किन को साफ करता है, लेकिन सेंसिटिव स्किन के लिए शायद ये सूट न करे

बालों के लिए सबसे अच्छा शैंपू कौन सा है?-Balo Ke Liye Best Shampoo

बालों के लिए सबसे अच्छा शैंपू कौन सा है?

बालो के लिए सबसे अच्छा हर्बल शैंपू होते है। ये कैमिकल रहित होते है जो हमारे बालो को नुकसान नही पहुंचाते। हर किसी के लिए एक जैसा शैम्पू इस्तेमाल करना सही नहीं हो सकता। जैसा आपके बालो का प्रकार हो उसे उसी तरह के शैम्पू की जरुरत पड़ती है। जैसे रूखे-सूखे बेजान बालो के लिए कोई ऐसा शैम्पू चाहिए जो बालो को पोषण दे पाये। झड़ते बालो के लिए ऐसे शैंपू की जरुरत होता है जो हेयरफॉल को कम कर। नीचे हम बता रहे है कुछ हर्बल शैम्पू के बारे मे जिसे आप इस्तेमाल कर सकते है।

बालों के लिए सबसे अच्छा शैंपू कौन सा है?-Balo Ke Liye Best Shampoo

लोटस हर्बल अमलापुरा शिकाकाई आंवला हर्बल शैम्पू

सबसे अच्छा हर्बल शैम्पू में से एक लोटस हर्बल का यह शैम्पू है।  इसमें शिकाकाई, आंवला, रीठा और बहेड़ा का अर्क होता है, जो बालों के लिए लाभकारी होता है। इसके इस्तेमाल से स्कैल्प और बालों की गंदगी को अच्छी तरह साफ करता है। इससे बालों के झड़ने और टूटने के कारणों को दूर रखा जा सकता है।

हिमालय हर्बल एंटी हेयर फॉल

हिमालय हर्बल एंटी हेयर फॉल शैम्पू में भृंगराज आदि जड़ी बूटियां होती हैं। जो बालों को पोषित करता है और बालों की रोम को बढ़ाता है। बालों को बढ़ाने में मदद करता है। बालों को मजबूती देता है और उन्हें टूटने नहीं देता। इस शैम्पू को 2-इन-1 फॉर्मूला द्वारा तैयार किया गया है, जो बालों का झड़ना कम करने और उन्हें जड़ों तक पोषण देने का काम कर सकता है।

इंदूलेखा ब्रिंघा एंटी हेयर फॉल शैंपू

बालों को बेहतर पोषण देने के लिए इंदुलेखा ब्रिंघा एंटी हेयर फॉल शैम्पू का इस्तेमाल कर सकते है। इस शैम्पू मे कई औषधीय गुण पाये जाते है। दरअसल, इसके बनाने में भृंगराज, आंवला, तुलसी, नीम और रोजमेरी जैसी जड़ी-बूटियों को शामिल किया गया है। इसमें किसी तरह का हानिकारक केमिकल नहीं होता है।

तुलसी
तुलसी

खादी माउरी आंवला और भृंगराज हर्बल शैम्पू

खादी माउरी आंवला एंड भृंगराज हर्बल शैम्पू बालों के लिए जरूरी पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, इसके बनाने मे आंवला और भृंगरराज उपयोग किये गये हैं। इस शैम्पू में मुख्य रूप से एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो स्कैल्प के संक्रमण से निजात दिलाते हैं। इससे बालों के विकास में मदद मिलती है। यह बालों को मुलायम, रेशमी और चमकदार बनाने में सहायक है। यह स्कैल्प के पीएच स्तर को संतुलित करने में मददगार होता है।

केश किंग एंटी हेयरफॉल शैम्पू

केश किंग एंटी हेयर फॉल शैम्पू बालों और स्कैल्प की समस्याओं के लिए एक लाभदायक उपाय साबित होता है। यह शैम्पू एलोवेरा और अन्य 21 दुर्लभ और कीमती आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से भरपूर होता है। यह बालों को जड़ों से पोषण प्रदान कर बालों के झड़ने और रूखा होने से बचाता है। साथ ही रूसी की समस्या से भी निजात दिलाता है। इसमें मौजूद एलोवेरा बालों को प्राकृतिक रूप से मॉइस्चराइज करने का काम करता है। भृंगराज स्कैल्प में रक्त संचार को बढ़ावा देने के साथ ही बालों के विकास में मदद करता है। वहीं, इसमें इस्तेमाल किया जाने वाला मंजिष्ठा स्वस्थ बालों के विकास में मदद करता है। इसमे मेथी के गुण बालों को झड़ने से रोकते है

बायोटीक बायो केल्प प्रोटीन शैम्पू

इस शैम्पू को बनाने के लिए शुद्ध केल्प, नैचुरल प्रोटीन और पुदीने की पत्तियों के अर्क का इस्तेमाल किया गया है। केल्प एक समुद्री शैवाल होता है, जो कई तरह के विटामिन और प्रोटीन से समृद्ध होता है। इसके अलावा, इसमें कई अन्य पोषक तत्व भी पाए जाते हैं, जो बालों की मजबूती और विकास में मदद कर सकते हैं। साथ ही इसके इस्तेमाल से स्कैल्प भी लंबे समय तक स्वस्थ रह सकता है।

हिमालया हर्बल्स प्रोटीन शैंपू

यह बालों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इस शैम्पू में चिकपिया, आंवला, मुलेठी का अर्कबादाम जैसे कई प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं। यह बालों को स्वस्थ रखने के साथ ही उसकी समस्या से निजात दिलाने में भी मदद करता है। यह बालों को जड़ों से मजबूत कर उनका झड़ना कम करता है। इसे सभी तरह के बाल पर उपयोग किया जाता है। यह प्रोटीन से समृद्ध होता है। इसमें एसएलएस, पैराबेंस व सिलिकॉन जैसे केमिकल नहीं होते हैं।

मुलेठी का अर्क
मुलेठी का अर्क

लीवर आयुष एंटी हेयरफॉल भृंगराज शैम्पू

लीवर आयुष एंटी हेयर फॉल शैम्पू के इस्तेमाल से बाल स्वस्थ और मजबूत बन सकते हैं। इस शैम्पू को भृंगराज, हल्दी, केसर, गाय के घी, इलायची और रॉक साल्ट जैसे अवयव को मिलाकर तैयार किया जाता है। यह बालों को झड़ने से रोकने व स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। इसी कारण से इसे सबसे अच्छा हर्बल शैंपू कहा जा सकता है।

खादी माउरी हर्बल कोकोनट शैम्पू

बालों से जुड़ी कई समस्याओं से निजात पाने के लिए खादी माउरी कोकोनट शैम्पू का उपयोग अच्छा उपाय साबित होता है। इस शैम्पू को बनाने के लिए एलोवेरा, नारियल, आंवला व आर्गन तेल आदि इस्तेमाल किए जाते हैं, जो बालों को गहराई से पोषित करते हैं। इससे बालों का झड़ना, रूसी, रूखापन और स्कैल्प में होने वाली खुजली की समस्या से राहत मिलती है।

वादी हर्बल्स हेयरफॉल एंड डैमेज कंट्रोल अमला शिकाकाई शैम्पू

डैंड्रफ और हेयर फॉल जैसी समस्या को नियंत्रित करने के लिए वादी का आंवला-शिकाकाई शैम्पू इस्तेमाल किया जाता है। इस शैम्पू को ट्रिपल-एक्शन फॉर्मूला द्वारा बनाया गया है, जो बालों को जड़ों से मजबूती, गहराई से कंडीशनिंग और स्कैल्प के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसमें मौजूद शिकाकाई और रीठा प्राकृतिक क्लीन्जर का काम करता है, जो स्कैल्प को इन्फेक्शन से दूर रखने में मदद करता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद आंवला बालों के रोम को मजबूत करते हुए इसके विकास को बढ़ावा देता है।

ट्रीचप हेल्दी, लॉन्ग एंड स्ट्रांग हेयर शैम्पू

बालों के लिए हर्बल शैंपू में ट्रीचप हेल्दी, लॉन्ग एंड स्ट्रांग हेयर शैम्पू को भी शामिल किया जाता है। इसमें मेंहदी, एलोवेरा और नीम जैसे प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं, जो बालों को पोषण और नमी प्रदान करने का काम करते हैं। इससे बालों के रोम को पुनर्जीवित किया जाता है। इसके अलावा, यह शैम्पू बालों को झड़ने से रोकने और स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा देने में भी मदद करता है।

क्या है बायो आयल के फायदे, जानिए कैसे करे इस्तेमाल

बायो आयल के फायदे

बायो ऑयल क्या होता है

बायो ऑयल विटामिन और मिनरल से बनता है। बायो ऑयल को ड्राई ऑयल भी कहा जाता है, जिसका मतलब है कि बायो ऑयल में चिपचिपाहट नहीं होती। हम बायो ऑयल को चेहरे पर भी लगा सकते हैं। लेकिन इससे पहले हम जानते हैं कि बायो ऑयल हम कहां प्रयोग कर सकते हैं कैसे प्रयोग कर सकते हैं और दैनिक जीवन में बायो ऑयल के क्या लाभ है? टीवी और मैगज़ीन में हमने बायो ऑयल के विज्ञापन तो बहुत देखे हैं पर ना जाने क्यों इन पर विश्वास करने का मन नहीं होता।

क्योंकि शायद हम बायो आयल के बारे में जानते ही नहीं है तो आइए आज जाने बायो आयल और उससे जुड़े बायो आयल के फायदे को।

बायो आयल के फायदे

बायो ऑयल में लैवेंडर रोजमेरी, कैलेमाइन जैसे एसेंशियल ऑयल होते हैं। बायो ऑयल में कई तरह की विटामिंस और मिनरल्स मिलाए जाते हैं। बायो ऑयल को इस्तेमाल करने से पहले लैब टेस्ट किया जाता है। बायो ऑयल को मार्केट के आने से पहले कुछ साल विशेषज्ञों की देखरेख में रखा जाता है। टीवी ,मोबाइल पर हम देख कर यह जानते हैं कि बायो ऑयल स्ट्रेच मार्क्स में जो गर्भवती स्त्रियों को गर्भावस्था के कारण आते हैं ,उनके लिए प्रयोग किया जाता है। लेकिन बायो ऑयल सिर्फ स्ट्रेच मार्क्स को ही दूर नहीं भगाता है बल्कि इसके और भी ढेर सारे फायदे होते हैं। यह त्वचा पर दाग धब्बों को दूर करता है। त्वचा को नाज़ुक कोमल बनाता है चोट से होने वाले निशान भी दूर करता है।बायो ऑयल के न केवल ढेर सारे फायदे हैं बल्कि हम यह भी कह सकते हैं कि एक ही प्रोडक्ट में ढेर सारी बेनिफिटस बायो ऑयल के जरिए हमें मिलते हैं।

बायो ऑयल कारगर है त्वचा के दाग धब्बे हटाने में-Bio Oil Uses In Pregnancy

चेहरे पर झाइयो के निशान हो या कील मुहाॅसे के निशान बायो ऑयल त्वचा के सारे दाग धब्बे हटाने में कारगर है। बायो ऑयल को रात में सोने से पहले अपने चेहरे को क्लीनिंग मिल्क से साफ करके अपने चेहरे पर बायो ऑयल की हल्की सी मसाज करें। पूरी रात त्वचा पर लगा रहने दे। कुछ ही दिनों में दाग धब्बे छू अंतर हो जाएंगे।

दाग धब्बे
दाग धब्बे

बायो ऑयल मिटाता है स्ट्रेच मार्क्स-Bio Oil Use In Pregnancy In Hindi

मां बनना हर औरत का सपना होता है पर मां बनने के बाद शरीर पर जो निशान रह जाते हैं उनसे एक स्त्री का आत्मविश्वास डगमगाने लगता है। बायो ऑयल स्ट्रेच मार्क्स के निशान हटाकर खोई हुई खूबसूरती फिर से वापस लाता हैं। स्ट्रेच मार्क्स ब्रेस्ट,हिप्स जांघ और पेट,कमर,हाथों पर गर्भावस्था में हो जाते हैं।

ऐसा नहीं है कि सिर्फ गर्भावस्था में ही स्ट्रेच मार्क्स पाये जाते हैं। वजन बढने या कम होने पर हेरेडिटी के कारण जेनेटिक प्रॉब्लम के कारण या हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के कारण भी स्ट्रेच मार्क्स बनते हैं| स्ट्रेच मार्क्स के निशान हम पूरी तरह से गायब तो नहीं कर सकते लेकिन इन निशानों को कम जरूर किया जा सकता है स्ट्रेच मार्क्स को कम करने में बायो ऑयल काफी अच्छी भूमिका निभाता है

बायो ऑयल मिटाता है चेहरे की झुर्रियों को-Bio Oil Uses In Hindi

उम्र बढ़ने के साथ-साथ अपने चेहरे की चमक खोने लगती है और उम्र के निशान चेहरे पर दिखने लगते हैं बायो ऑयल चेहरे की झाइयों के निशान मिटाता है इसके लिए हमें रोज रात को सोते समय थोड़ा सा बायो है लिखें हल्के हाथ से मसाज करनी होगी और कुछ समय बाद ही हम देखेंगे कि हमारे दाग धब्बे और झुर्रियों धीरे-धीरे कम होने लगे है।

बायो ऑयल मिटाता है चोट के निशान को-Use Of Bio Oil In Hindi

चोट के निशान तकलीफ़ ही देते हैं। चाहे वह निशान बचपन में लगी चोट के हो या फिर खेल कूद के दौरान या किसी एक्सीडेंट के कारण चेहरे की चोट के हो। चोट के निशान शरीर की सुंदरता को कम करते हैं। ये निशान आसानी से समय के साथ मिटते ही भी नहीं है जब तक की हम उन्हें मिटाने के लिए अथक प्रयास ना करें। बायो ऑयल एक ऐसा तेल है जिसे चोट के निशान ऊपर लगाने से कुछ ही दिन में हमें लगेगा कि हमें कि हमारे निशान कहीं थे ही नहीं और धीरे-धीरे वह चोट के निशान कम होने लगेंगे।

बायो ऑयल मददगार है बालों का झड़ना रोकने में-Bio Oil Benefits In Hindi

सर पर बायो ऑयल की मसाज करने से मसाज करने से स्कैल्प का सूखापन खत्म होता है और रूसी के कारण या सर कारण झड़ने वाले बालों का झड़ना रुक जाता है बायो ऑयल दो मुंहे बालों की समस्या को दूर करता है और बालों को स्वस्थ करता है

बालों के झड़ने में
बालों के झड़ने में

बायो ऑयल एक बेहतरीन माइश्चराइजल-Bio Oil Uses In Hindi

बायो ऑयल को आप अपने माइश्चराइजर से रिप्लेस कर सकते हैं और यकीन मानिए कि बायो ऑयल आपको निराश नहीं करेगा। आपकी त्वचा की खोई हुई नमी बायो ऑयल वापस ला सकता है बस हमें नहाने के बाद बायो ऑयल की कुछ बूंदे अपने चेहरे पर लगानी है हल्के हाथों से उसकी मसाज करनी है बायो ऑयल में चिपचिपाहट नहीं होती इसलिए यह शरीर में आसानी से समा जाता है।

बायो ऑयल से कर सकते हैं अपने शरीर की मालिश-Use Of Bio Oil In Hindi

एक औरत के लिए मां बनने का सफर सबसे अनोखा होता है जिसमें वह अपनी भी पहचान भूल जाती हैं लेकिन मां बनने के बाद शरीर में कुछ कमजोरियां आ जाती है और कुछ तनाव के कारण शरीर ढीला और कमजोर हो जाता है।इन सभी समस्याओं का समाधान बायो ऑयल ही है बायो ऑयल पूरे शरीर पर एक दो बूंद लगाकर हल्के हाथ से मालिश करने से शरीर की सारी थकान दूर होती है शरीर में कसावट आती है स्ट्रेच मार्क्स के निशान दूर होते हैं यह तो हम सब जानते ही हैं।

बायो ऑयल है एक हानि रहित मेकअप रिमूवर-Bio Oil Benefits In Hindi

मेकअप करना तो सभी को अच्छा लगता है पर मेकअप रिमूव करने के लिए भी हमें केमिकल यूज करने पड़ते हैं। जिसके परिणाम स्वरूप हमारी सुरक्षा अपनी चमक खो देती है बायो ऑयल मेकअप रिमूवर का एक लाभदायक विकल्प हो सकता है मैं केवल यह बायो ऑयल मेकअप कर सकता है बल्कि चेहरे की खोई हुई चमक भी वापस लाता है।

बायो ऑयल है एक बेहतरीन लिप बाम-Bio Oil Uses In Hindi

बायो ऑयल इस्तेमाल करने से हमारे होंठ नरम और मुलायम होकर अपनी खोई हुई रंगत फिर से पा लेते हैं। हमारे होंठ केमिकल युक्त लिपस्टिक के इस्तेमाल से , धूल प्रदूषण से, सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणों के प्रभाव से रूखे एवं काले होकर अपनी रंगत और चमक खो देते हैं। बायो ऑयल के नियमित प्रयोग से हमारे होंठ मौसम की मार से भी सुरक्षित रहते हैं।

तो अब तो आप सब जान गए होंगे की बायो ऑयल एक बहुत उपयोगी प्रोडक्ट है जिसे न केवल स्ट्रेच मार्क्स के लिए बल्कि और भी ढेर सारे फायदे के लिए जाना जाता है।

जानिए कौन कौन से है डिलीवरी के बाद मालिश के लिए सर्वोत्तम तेल

आफ्टर डिलीवरी मालिश के लिए सर्वोत्तम तेल

एक माँ जब बच्चे को जन्म देती है, बच्चे के साथ उसका भी पुर्नजन्म होता है। स्त्री की मांसपेशियां, हड्डियां, मन, शरीर सभी कुछ इस प्रोसेस बहुत बुरी तरह थक जाता है। ऐसे में अच्छा खानपान, भरपूर नींद के साथ मालिश एक ऐसी चीज़ है जो माँ के स्वास्थ्यलाभ के लिए बहुत जरूरी है। आज इस लेख में हम जानेंगे कि डिलीवरी के बाद मालिश करवाना क्यों जरुरी है और डिलीवरी के बाद मालिश के लिए सर्वोत्तम तेल कौन कौन से है।

नॉर्मल डिलीवरी के बाद मालिश करने से माँ की कमजोरी दूर होती है। सिजेरियन डिलीवरी के बाद मालिश बहुत ही सोच समझकर शुरू की जाती है। क्योंकि शरीर मे जख्म होते है। आफ्टर डिलीवरी एक मां की मालिश उसकी थकान को कम करती है और उसे बल और उर्जा भी प्रदान करती है।

डिलीवरी के दौरान स्त्री के पेट, पेड़ू और कूल्हों पर सबसे ज्यादा तनाव पड़ता है। ऐसे में जब इन हिस्सो की मालिश की जाती है तो ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। तेज ब्लड सर्कुलेशन के साथ टोक्सिन फ्लश हो जाते है। हैप्पी हॉरमोन रिलीज होते है जिससे माँ मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से आराम मिलता है।

नॉर्मल डिलीवरी के बाद तुरन्त मालिश की जा सकती है। लेकिन सिजेरियन के बाद कुछ बातों का ध्यान रखें जैसे

  • मालिश से पहले अपनी शारीरिक स्थिति अच्छे से समझ ले।
  • टांके की जगह और आसपास जैसे पेड़ू पेट पर मालिश न करवाए।
  • सिजेरियन और मालिश के बीच कम से कम 3 हफ़्तों का गैप रखें।
  • मालिश हल्के दबाव से शुरू करे।
  • हाथ पैर और पीठ की मालिश करवाए।
  • मालिश शुरू करवाने से पहले डॉक्टर से सलाह ले।
    पीठ की मालिश
    पीठ की मालिश

गलत तरीके से मालिश करवाने के साइड इफ़ेक्ट

  • मालिश से इंफेक्शन
  • त्वचा में एलर्जी

डिलीवरी के बाद मालिश के लिए सर्वोत्तम तेल

जैतून का तेल

जैतून का तेल थोड़ा भारी तेल होता है इसलिए इसकी मालिश तुरन्त शुरू न करे। इसमे उपस्थित विटामिन ई डिलीवरी के बाद लटकती स्किन, स्ट्रेच मार्क्स, और त्वचा के कालेपन को दूर करता है। जोड़ों का दर्द दूर होता है। एड़ियाँ कोमल व मुलायम होतीं हैं।

सरसो का तेल

आगर डिलीवरी गर्मियों में हुई है तो सरसो के तेल को ऐसे ही प्रयोग किया जा सकता है। लेकिन यदि डिलीवरी सर्दियों में हुई है तो सरसो के तेल में लहसुन या अजवाइन पकाकर इस्तेमाल करे।

सरसो के तेल की मालिश से बदन में कसावट आती है, दर्द कम होता है, मांसपेशियां मजबूत बनती है

नारियल का तेल

नारियल तेल की मालिश गर्मियों में फायदेमंद रहती है। ये हल्का होता है और आसानी से अब्सॉर्ब होता है, शारीरिक तनाव से बॉडी पर पड़ने वाले दाग धब्बो को दूर करने के अलावा मसल्स को बहुत आराम देता है

नारियल तेल में कपूर मिलाकर मालिश करने से इसका असर दुगुना हो जाता है।

अरंडी का तेल

अगर आप सामान्य तौर पर नहाने लगे है और आपकी डिलिवरी को कुछ समय बीत गया है तो अरंडी का तेल बेस्ट है। क्योंकि अब आपका पूरा ध्यान शरीर को वापस पुराने रूप में लाने पर होगा। ऐसे में अरंडी के तेल को रात को स्ट्रेच मार्क्स पर मल ले, सुबह नहाते समय हल्के हाथ से बाथ स्पंज से रगड़े।

लगातार ऐसा करने से स्ट्रेच मार्क्स हल्के पड़ेंगे और त्वचा चमकदार बनेगी।

बादाम का तेल

बादाम का तेल विटामिन ई से भरपूर होता है, इसकी मालिश प्रसूता स्त्री को शारीरिक रूप से आराम देती है। साथ ही बादाम का तेल प्रेग्नेंसी के दौरान खोई हुई उसकी सुंदरता लौटाता है।

बादाम तेल की मालिश से टांग में ऐंठन और सूजन पीठ के निचले हिस्से में दर्द, कंधों में अकड़न, कूल्हों में दर्द, अनिद्रा (इनसोमनिया) में आराम मिलता है।

डिलीवरी के बाद मालिश में बरते ये सावधानियां

  • अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है या आपको पहले से ही कोई स्किन एलर्जी है तो मालिश से बचे। पहले सुनिश्चित करें कि आपकी त्वचा सम्बन्धी परेशानी दूर हो जाए।
  • पहले शरीर के कम भाग पर तेल की मालिश करवाए, अच्छे से जांच ले कि ये तेल आपको नुकसान तो नही कर रहा। तभी तेल को कंटिन्यू करे अन्यथा तेल बदल कर देखे। दूध पीते समय इससे कोई खतरा न हो।
  • कैमिकल युक्त उत्पादों से बचे जो कि स्ट्रेच मार्क्स को दूर करने का दावा करते है। इनमे उपस्थित कैमिकल और पैराबेन्स हार्मोन के कार्य को बाधित करते हैं और स्तन कैंसर या किसी अन्य कैंसर का कारण बन सकते  हैं।
  • जिन महिलाओं में उच्च रक्तचाप या हर्निया जैसी समस्या है वो मालिश के दौरान किसी भी प्रकार के अनावश्यक दबाव से बचे। हाई बीपी,अत्यधिक सूजन गंभीर सिरदर्द होने पर मालिश से बचे और डॉक्टर को दिखाए।
  • अगर आपकी मांसपेशियों पर मालिश के दौरान सघन तनाव पड़ रहा हो, तो शरीर को ठीक से सहारा देना जरूरी है।

जानिए क्या है भुने चने खाने के फायदे और नुकसान

भुने चने खाने के फायदे

भुने चने खाने में बेहद स्वादिष्ट, गुणों से भरपूर औरन जाने कितने किस्से कहानियों का हिस्सा रहै है। प्रोटीन और कैल्शियम की खान ये भुने चने न फिटनेस फ्रीक लोगो की पसन्द है। बल्कि खाने के शौकीन भी विभिन्न डिशेस में इसका प्रयोग करते है। देश के प्रमुख खाद्यानों में से एक चना, पौष्टिकता जे भरपूर होता है।

भुने चने का नियमित सेवन मोटापा घटाने, दिल को स्वस्थ रखने, कोलेस्‍ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने, तथा डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करता है।

सबसे पहले आइए जानते है चने में कौन कौन पोषक तत्व होते है।

कुल 100gm के अनुसार

  • कैलोरी – 378
  • वसा – 6 gm
  • कुल कार्बोहाइड्रेट – 6gm
  • फाइबर – 17 gm
  • प्रोटीन – 19gm
  • विटामिन A – दैनिक आवरश्‍यकता का 1 प्रतिशत
  • विटामिन C – दैनिक आवश्‍यकता का 6 प्रतिशत
  • कैल्शियम – दैनिक आधार पर 10 प्रतिशत
  • आयरन – दैनिक आवश्‍यकता का लगभग 34 प्रतिशत

भुने चने खाने के फायदे

मोटापा घटाए

मोटापे घटाने के लिए जिन तत्वों की आवश्यकता होती है वह सभी तत्व भुने चने में होते है। भुने चने में होता है फाइबर जो पेट को फुल महसूस कराता है। भुने चने में होता है कैल्शियम और प्रोटीन जो आपके वर्कआउट को आसान बनाता है। जल्दी से भूख नही लगने देता, जिससे आप एक्सट्रा खाने से बच सकते है।

मोटापा कम करने में मदद करे
मोटापा कम करने में मदद करे

डायबिटीज से बचाये

डायबिटीज 1 हो या डायबिटीज 2 दोनों में ही हाई फाइबर फ़ूड जरूरी होते है।क्योंकि इससे रक्‍त शर्करा, लिपिड और इंसुलिन के स्‍तर में सुधार होता है। इसका कारण यह होता है कि चने में मिलने वाला कार्बोहाइड्रेट बहुत ही धीरे से डाइजेस्ट होता है। और सुगर लेवल तेजी से नही बढ़ता।

दिल के लिए लाभकारी

भुने चने में होते है वो सभी तत्व जो ब्लड वेसेल्स को रखते हों स्वस्थ्य, जैसे कि एंटीऑक्‍सीडेंट, एंथोसाइनिन, डेल्फिंडिन, साइनाइडिन पेटुनिडिन, फाइटोन्‍यूट्रिएंट्स, मैग्‍नीशियम और फोलेट। ये सभी तत्व मिलकर प्लाक फार्मेशन, ब्लड क्लॉट, हार्ट अटैक और स्‍ट्रोक से दिल को बचाते है।

कोलेस्‍ट्रॉल को कंट्रोल करें

भुने चने बेड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखते है। बेड कोलेस्ट्रॉल हाई बीपी और दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है। भुने चने का सॉल्युबल फाइबर ब्लड वेसल्स में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम रखता है, जिससे पूरे शरीर में सर्कुलेटरी सिस्टम बहुत अच्छे से कार्य करता है। और शरीर बहुत सी बीमारियो से बचा रहता है।

डायजेस्टिव सिस्टम सुधारे

भुने चने का फाइबर इंटेस्टाइन के पेरिस्टलटिक मूवमेंट को बेहतर बनाता है। जिससे कब्ज, अपच, गैस बनने जैसी समस्याएं नही होती।
चना डायजेस्टिव सिस्टम के लिए इसलिए भी ज्यादा बेहतरीन होता है, क्योंकि इसमें सॉल्युबल और नोसॉल्युबल फाइबर होते है।
ये आपके पाचन तंत्र को मजबूत बना आंतो पर पड़ने वाले स्ट्रेस को कम करता है।

कैंसर के निदान में करे मदद

भुने चने में उपस्थित कुछ यौगिक कोलन कैंसर के खतरे को कम करते है। क्योंकि इसके फाइबर फैटी एसिड में टूटकर कोलन सेल्स द्वारा ऊर्जा में उपयोग किये जाते है। और इसी तरह भुने चने कोलन सेल्स को मजबूती प्रदान करता है।

स्त्री समस्याओं का निदान

महिलाओं में होने वाली बहुत सी हार्मोनल समस्याओं का निदान चने में छुपा है। ये मेनोपॉज़ के बाद होने वाली हड्डियों की कमजोरी, ऑस्टियोपोरोसिस, ब्रैस्ट कैंसर, हॉट फ्लैश, सफेद पानी को कम करने में मदद करता है। इन सभी फायदों का कारण होता है चनों में मौजूद सैपोनिन नामक फाइटोन्‍यूट्रिएंट एंटीऑक्‍सीडेंट।

इंस्टेंट एनर्जी दे

अगर आप वर्कआउट के बाद थकान और एनर्जी लेस महसूस कर रहे है तो एक मुट्ठी भुने चने खाकर देखिए। आप तुरन्त एनर्जी महसूस करेंगे इसका कारण होता है चने में मिलने वाला कार्बोहाइड्रेट। क्योंकि ये जल्दी पचकर जल्दी एनर्जी देता है।

खून की कमी दूर करे

चने में मिलने वाला आयरन, खून की कमी दूर करता है। इसके लिए डेली रूटीन में कम से कम 2 मुट्ठी भुने चने का सेवन करे।

सुंदरता बढ़ाये

भुने चने में मिलने वाला फाइबर, प्रोटीन, कॉपर, आयरन, विटामिन बी6 और जस्‍ता त्वचा को चमकदार बनाता है, डेंड्रफ को दूर करता है। बालो को मजबूत बनाता है।

भुने चने खाने ज्यादा खाने के नुकसान

कैसे निखारे फेस की रंगत बिना फेशियल कराये-Face Ko Kaise Nikhare

कैसे निखारे फेस की रंगत बिना फेशियल कराये

फेयरनेस टिप्स - Fairness Tips In Hindi

Face Ko Kaise Nikhare

चाहे वो लड़का हो या लड़की, आज कल हर कोई सुंदर दिखना चाहता है। हर कोई आज कल फेयरनेस चाहता है। लेकिन आज की इस भाग दौड़ भरी लाइफ स्टाइल में प्रदूषण और धूल-मिट्टी से बचना नामुमकिन है। ऐसे में चेहरे पर कील-मुंहासों के दाग, टैनिंग और झाइयों बड़ी ही आसानी से चेहरे की रौनक खत्म कर देती है। इन सब चीजों से छुटकारा पाने के लिए आपको पार्लर जाने की या महंगे केमिकल प्रोडक्ट्स की ओर रुख करने की जरूरत नहीं। आप कुछ आसान सी घरेलू ब्यूटी टिप्स को अपनाकर फेयरनेस पा सकते हैं और खूबसूरत दिख सकते है। तो आइये जानते है कैसे निखारे फेस की रंगत बिना फेशियल कराये।

Face Ko Kaise Nikhare | Gharelu Nuskhe For Face In Hindi

पानी

सुंदर और दमकती त्वचा पाने के लिए त्वचा को हाइड्रेट करना बहुत जरूरी है। इसके लिए आपको खूब सारा पानी पीना चाहिए। पानी आपकी त्वचा को हाइड्रेट करता है और आपके शरीर में से टॉक्सिक चीजों को बाहर निकालने में मदद करता है। जिससे आपकी त्वचा साफ हो जाती है। इसलिए एक दिन में कम से कम 8 ग्लास पानी जरूर पिए।

नींद

सुंदर दिखने के लिए ये जरूरी है कि आप कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर है। पूरी नींद लेने से थकान दूर होती है और आपकी त्वचा भी खिली – खिली नजर आती है।

केसर से पाएं निखार

केसर के अंदर एंटी बैक्टेरियल और एंटी ऑक्सीडेंट गुण होते है जो आपकी त्वचा को हील करते हैं। इसके अलावा केसर विटामिन्स और मिनरल्स भी पाए जाते है जो आपकी त्वचा को पोषण देते हैं और रंगत को भी निखारते है।

सामग्री

  • एक चुटकी केसर का पाउडर
  • 2 चम्मच दूध
  • 1 चम्मच चंदन पाउडर

प्रयोग की विधि

अगर आपके पास केसर पाउडर नहीं है तो आप घर में ही इसे तैयार कर सकते है। इसके लिए केसर को बारीक पीस लें। केसर पाउडर के अंदर दूध डाले। अब इसे 7 से 10 मिनट के लिए छोड़ दें। 7 से 10 मिनट बाद इसमें चंदन पाउडर मिलाएं। अब इसे चेहरे पर लगाकर 20 मिनट के लिए छोड़ दें। 20 मिनट बाद चेहरे को पानी से धो लें।

एलोवेरा बचाए सनटैन से

एलोवेरा
एलोवेरा

एलोवेरा बहुत गुणकारी है। ये आपकी सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। लेकिन ये आपकी स्किन के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होता है। अगर आप सनटैन से बचना चाहती है तो आप रोज़ एलोवेरा का चेहरे पर उपयोग कर सकते हैं। आप एलोवेरा जेल को सोने से पहले अपने चेहरे पर लगा ले।

करे फेस पैक का इस्तेमाल

निखरी त्वचा पाने के लिए आपको नियमित रूप से घरेलू फेस पैक का इस्तेमाल करना चाहिए। घरेलू फेस पैक ना सिर्फ आपकी फेस की रंगत को निखरता है साथ ही ये आपकी स्किन से डेड सेल्स को भी हटाता है। आप अपनी त्वचा के अनुसार फेस पैक का इस्तेमाल कर सकते है।

नॉर्मल स्किन के लिए फेस पैक

सामग्री
  • 1 चम्मच मलाई
  • ½ चम्मच शहद
  • 1 चम्मच मुल्तानी मिट्टी
  • ½ चम्मच बेसन
प्रयोग की विधि

एक कटोरी में इन सभी सामग्री को मिक्स करके पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को सूखने तक अपने चेहरे पर लगा रहने दें। इसे सूखने में 20 से 30 मिनट का समय लगता है। सूखने के बाद अपने चेहरे को ठंडे पानी से अच्छे से धो ले। इस फेस पैक को हफ्ते में दो बार अपने चेहरे पर लगाएं।

सामग्री
  • 1 चम्मच मिल्क पाउडर
  • 1 चुटकी केसर
  • 1 चम्मच पानी
प्रयोग की विधि

मिल्क पाउडर में पानी मिलाकर इसमें केसर का पाउडर डालें। इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं। बाद में ठंडे पानी से अपने चेहरे को धो लें।

ऑयली स्किन के लिए फेस पैक

सामग्री
  • 1 चम्मच शहद
  • 1 चम्मच नींबू का रस
  • 1 चम्मच खीरे का रस
  • ½ चम्मच आलू का रस
प्रयोग की विधि

सभी सामग्री को मिला कर अपने चेहरे के लिए फेस पैक बनाये और इस घरेलू फेस पैक को अपने चेहरे पर लगाएं। इसे 15 मिनट तक लगा रहने दें। 15 मिनट बाद अपने चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।

सामग्री
  • 1 चम्मच अंगूर का रस
  • 1 चम्मच दही
  • 1 चम्मच जौ का आटा
प्रयोग की विधि

सभी सामग्री को अच्छे से मिला कर एक पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और इसे 20 मिनट तक लगा रहने दें। अंगूर के रस में एंटी ऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो आपकी त्वचा को पोषण देते हैं। दही आपकी स्किन की पानी की कमी को पूरा करने में मदद करता है और आपकी स्किन को हाइड्रेट करता है। जौ का आटा आपकी स्किन के डेड सेल्स को हटाता है और जाए सेल्स की ग्रोथ में मदद करता है।

रूखी और ड्राई स्किन के लिए फेस पैक

सामग्री
  • 1 चम्मच दही
  • ½ चम्मच शहद
  • ½ चम्मच मलाई
  • 2 चम्मच आलू का रस
प्रयोग की विधि

सभी सामग्री को मिला कर अपने चेहरे के लिए फेस पैक बनाये और इस घरेलू फेस पैक को अपने चेहरे पर लगाएं। अब इसे सूखने के लिए छोड़ दें। सूखने के बाद अपने चेहरे को पानी से धो लें। दही और आलू का रस अपने चेहरे को हाइड्रेट करता है। शहद अपने चेहरे को पोषण देता है और मलाई अपने चेहरे की त्वचा को मुलायम बनाती है।

सामग्री
प्रयोग की विधि

सभी सामग्री को मिलाकर पेस्ट बना लें और फिर इसे अपने चेहरे पर लगा ले। सूखने के बाद अपने चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।

चेहरा रखें साफ

अपने चेहरे को हमेशा साफ रखें। चेहरे को गंदे हाथो से ना छुए। जब भी बाहर से घर आएं तो अपने चेहरा पानी से जरूर धोए। इससे जो भी धूल या मिट्टी आपके चेहरे पर लगी होगी वो साफ हो जाएगी। ऐसा करने से आप पिंपल्स की समस्या से भी बच सकते है।

सुंदरता बढ़ाए नींबू

नींबू सुंदरता बढ़ाने में बहुत मददगार साबित होता है। नींबू के अंदर विटामिन्स पाए जाते हैं जो आपकी त्वचा को चमकदार बनाते है। आप नींबू और चीनी को मिलाकर उसे स्क्रब की तरह इस्तेमाल कर सकते है। इस स्क्रब से 15 मिनट तक अपने चेहरे पर मसाज करें और अपने चेहरे को पानी से धो लें। जहां नींबू आपका रंग निखरेगा वही चीनी आपके डेड स्किन सेल्स को हटाने में मदद करेगी।

नींबू
नींबू

बेसन और दही से लाए निखार

बेसन और दही दो ऐसी चीज है जो आपकी फेस की रंगत को निखारने में बहुत मदद कर सकती है। बेसन आपका रंग निखरता है और दही आपके चेहरे को हाइड्रेट करती है।

आप इस तरह से इनका प्रयोग कर सकते है

सामग्री

  • 1 चम्मच बेसन
  • 1 चम्मच दही
  • 1 चुटकी हल्दी

प्रयोग की विधि

इन सभी चीज़ों को मिलाकर एक पेस्ट बना ले और इस पेस्ट को सूखने तक अपने चेहरे पर लगा रहने दें। इसके सूखने के बाद अपने चेहरे को पानी से धो लें।

कच्चा दूध

रोज़ सुबह उठकर रूई की सहायता से कच्चा दूध अपने चेहरे पर लगाएं। इसे कुछ समय तक लगा रहने दें। इसके बाद अपने चेहरे को पानी की सहायता से धो दे। कच्चा दूध आपके फेस की रंगत को निखरता है। ये आपकी त्वचा को पोषण देता है और आपकी त्वचा को हाइड्रेट रखता है।

केमिकल प्रोडक्ट्स को कहें ना

केमिकल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से बचें। केमिकल प्रोडक्ट्स आपकी त्वचा को नुक़सान पहुंचा सकते है। इसलिए कोशिश करें कि कम से कम केमिकल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करे और अपने रुख नेचुरल प्रोडक्ट्स की ओर करें।

खानपान का रखे ध्यान

अपने खान पान का ध्यान रखें। फल और सब्जियों का सेवन करें। जंक फूड खाने से बचें। इसमें बहुत मात्रा में तेल होता है जिससे आपको मुहांसों या पिम्पल्स की समस्या हो सकती है। तला हुआ खाना भी खाने से बचें।

गर्मियों में कैसे रखें स्किन का ख्याल | Skin Care Tips In Hindi For Summer Season

गर्मियों में कैसे रखें स्किन का ख्याल

गर्मियों का मौसम अपने साथ स्किन की कई प्रोब्लेम्स को भी लाता है। गर्मियों की तेज धूप और गर्म हवाओ से आपकी स्किन को काफी नुकसान हो सकता है। ऐसे में स्किन की एक्स्ट्रा केयर करना बहुत जरुरी हो जाता है। ऐसे में आप जरूर ये जानना चाहेंगे की गर्मियों में कैसे रखें स्किन का ख्याल ताकि स्किन का निखार बना रहे। तो आइये जानते है कुछ ऐसे स्किन केयर टिप्स जिन्हें फॉलो कर के आप गर्मियों में भी फ्रेश और चमकदार स्किन आसानी से पा सकते हैं।

Skin Care Tips In Hindi For Summer Season

गर्मियों में कैसे रखें स्किन का ख्याल | स्किन केयर टिप्स

विटामिन-सी से भरपूर चीजों का सेवन करें

विटामिन-सी का सेवन स्किन के लिए बहुत ही फायदेमंद है। बहुत से फलो जैसे की संतरा, अंगूर, नींबू, टमाटर, आंवला आदि में अच्छी मात्रा में विटामिन-सी होता है। हर रोज एक गिलास संतरे का जूस ना केवल आपकी सेहत बल्कि आपकी त्वचा के लिए लाभकारी है। इतना ही नहीं विटामिन-सी एंटीऑक्सीडेंट होता है मतलब इसका सेवन आप को झुर्रियों से भी बचाता है। विटामिन सी एक एंटीएजिंग की तरह काम करता है।

विटामिन सी
विटामिन सी

स्किन को हाइड्रेटेड रखें

गर्मियों के सीजन में स्किन को सिर्फ मॉइस्चर की जरुरत नहीं होती बल्कि मॉइस्चर के साथ साथ हाइड्रेशन की जरूरत होती है। ऐसे में स्किन को हाइड्रेटेड रखने के लिए हाइड्रेटिंग फेस मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। आप हफ्ते में करीब 2 बार हाइड्रेटिंग फेस मास्क अप्लाई कर सकती है। हाइड्रेटिंग फेस मास्क स्किन की रिपेयरिंग करता है और स्किन को हाइड्रेट रखता है। इतना ही हाइड्रेटिंग फेस मास्क के इस्तेमाल से मुहासे भी कम हो जाते है।

सनस्क्रीन लगाएं

गर्मियों में स्किन को सनस्क्रीन की बहुत जरूरत होती है। सनस्क्रीन लोशन आपको गर्मियों की चिलचिलाती धूप से होने वाली टैनिंग की समस्या से बचाता है। इसीलिए घर से निकलने से कम से कम 10 मिनट पहले अपने हाथ, गर्दन, पैर और खासकर चेहरे पर सनस्क्रीन लगाएं।

मेकअप कम करें

गर्मियों के सीजन में आपको कम से कम मेकअप अप्लाई करना चाहिए। चेहरे पर कम से कम मेकअप लगाने से फेस की स्किन आसानी से सांस ले पाती है। कोशिश करे की ऑर्गेनिक या लाइट कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स ही यूज़ करें। रात को सोते समय मेकअप उतरना न भूले।

टोनर इस्तेमाल करें

गर्मियों में स्किन को टोन करना बेहद जरूरी हो जाता है। टोनर यूज़ करने से स्किन से आयल रिमूव जाता है ऐसा करने से पिम्पल और स्किन की अन्य कई समस्याएं भी कम हो जाती हैं। गर्मियों के सीजन में खीरे, रोज या एलोवेरा बेस्ड टोनर सबसे बेस्ट है।

पानी ज्यादा पिएं

किसी भी मौसम में स्किन को हेल्दी बनाए रखने के लिए पानी पीना बहुत जरुरी है। भरपूर मात्रा में पानी पीने से न केवल स्किन में चमक आता है बल्कि स्किन सॉफ्ट भी हो जाती है। गर्मियों में पैकेज्ड जूस के बजाय ताजा जूस पिए। दिनभर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी जरूर पिएं।

rang gora karne ke totke

फेसमास्क

घर पर बनाए गए फेसमास्क भी गर्मियों के मौसम में टैनिंग, पिम्पल और भी कई स्किन प्रोब्लेम्स को दूर करते है। आप ये फेसमास्क घर पर आसानी से मिलने वाली चीजों से बना सकते है। जैसे की टमाटर फेसमास्क, नींबू का जूस और दालचीनी फेसमास्क, ऐलोवेरा और हल्दी पाउडर फेसमास्क

लेमन फेस पैक

गर्मियों में नींबू बहुत ही फ़ायदेमंद है। नींबू पानी पीने के साथ साथ लेमन से फेस पैक बनाकर इस्तेमाल करे। लेमन फेस पैक से चेहरे के दाग़-धब्बे दूर होते हैं। लेमन फेस पैक बनाने के लिए शहद और नींबू के रस को मिलाकर पेस्ट तैयार करें। अब इसे चेहरे पर लगाएं। 30 मिनट के बाद चेहरा धो लें।

मैंगो फेस पैक

समर में आम खाने के साथ साथ आप उसका फेस पैक बना कर भी इस्तेमाल कर सकती है। मैंगो फेस पैक बनाने के लिए आम का गुदे में कोल्ड क्रीम और थोड़ा-सा ठंडा दूध मिलाकर पेस्ट बनाएं। अब इसे चेहरे पर 15 मिनट लगा रहने दे और फिर ठंडे पानी से चेहरा धो लें।

याद रखें पैरों की देखभाल

अक्सर हमारा सारा ध्यान अपने चेहरे की देखभाल करने पर ही रहता है। ऐसे में हम अपने पैरो की देखभाल करना भूल जाते है और उन्हें इग्नोर कर देते है। हम ये भूल जाते है की पैरो को भी देखभाल की आवश्यकता है। नियमित रूप से अपने पैरों पर त्वचा को एक्सफोलिएट करें। अगर आप ओपन फुटवियर पहनते है तो अपने पैरों पर मॉइस्चराइज़र और सनस्क्रीन लगाना ना भूले।

पैरों की देखभाल के लिए टिप्स

  • एक टब में गुनगुना पानी में थोड़ा-सा नींबू का रस और ऑलिव ऑयल मिलाएं इसमें पैरों को डालें और हल्के हाथों से पैरों की मालिश करें।
  • बाहर जाने से पहले स़िर्फ चेहरे पर ही नहीं, बल्कि पैरों पर भी सनस्क्रीन लगाकर जाएं।
  • रोजाना नहाते समय पैरों की स्क्रबिंग करने से गंदगी साफ़ हो जाती है जाएगी।
  • अगर पैर ज़्यादा टैन हो गए हैं, तो आप ब्लीच भी यूज़ कर सकती हैं।

खान पान

गर्मियों में अपनी त्वचा का ध्यान रखने का सबसे बेस्ट तरीका है अच्छा खान पान। एक स्वस्थ आहार मतलब फलों, सब्जियों, नट्स, अनाज और दालों का एक मिक्स। गर्मियों के सीजन में कच्चे या उबले हुए भोजन का सेवन अधिक करना चहिये।

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