सरल और असरदार घरेलू नुस्खे जो है पैर में सूजन का इलाज

पैरों में सूजन का इलाज

पैर में सूजन क्या होता है

शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन का होना किसी बीमारी का संकेत होता है। इनमे से मुख्य है “पैर में सूजन” होना जो कि शरीर में द्रव के इकठा होने व जमा के कारण होता है। पैर में सूजन होना वैसे तो एक आम समस्या है लेकिन इस का बार बार होना किसी बड़ी बीमारी का संकेत होता है।

पैर में सूजन गुर्दे और शरीर के कई अन्य अंगों से जुड़ी बीमारी का संकेत करती है। पैर की सूजन में पैरों पर और एड़ियों पर फुलाव होना और पैरों का आकार बड़ा दिखाई देने लगता है। कई बार पैरों में दर्द नही होता लेकिन बाद में चल कर बहुत भयानक रूप धारण कर लेती है, जो कि हमारी ज़िंदगी में रुकावट बन जाती है। इसलिए हमारे लिए जरूरी है पैर में सूजन के लक्षण जानना और समय पर पैर में सूजन का इलाज करना।

पैर में सूजन के लक्षण

  • शरीर के अंगों में दर्द होना और जकड़न का महसूस होना।
  • चेहरे, आंखों और टखनों के पास फुलाव का होना।
  • त्वचा का सूजा, तना व चमकदार होना।
  • त्वचा को उंगली से दबाने पर वहाँ कुछ सेकंड के लिए गड्ढे का बन जाना और फिर उभर कर त्वचा का आना।
  • वजन का बढ़ना या घटना भी सूजन के लक्षण हो सकते हैं।
  • अचानक से सिर में दर्द होना।
  • अचानक से ब्लड प्रेशर का बढ़ना
  • पैरों में दर्द का होना।
  • देखने की क्षमता में कमी का आ जाना।
  • खाने का हज़म ना होना व मन बेचैन रहना।

पैर में सूजन के कारण-Pairo Me Sujan Ke Karan

पैर में मोच आना

कही से गिरने पर पैर के मूड जाने के कारण पैर में मोच आने से सूजन हो सकती है। बहुत देर तक पैरों को लटका कर बैठे रहने से सारा खून नीचे की और इकठा होने से भी पैरों में सूजन आने का कारण बन सकते हैं। यह होता है गृतवकर्षन बल की वजह से जिस से खून नीचे की और इकठा हो जाता है।

दूर तक चलना

दूर तक पैदल चलने से या फिर ज्यादा दौड़ना भी दोनों पैरों में सूजन के कारण हो सकता है।

ह्दय की बीमारी

जिन लोगों में ह्दय की बीमारी होती है उन के ह्दय के ठीक से काम ना करने के कारण द्रव नीचे जमा हो जाता है जिस से पैरों में सूजन हो जाती है। इस प्रकार अगर पैरों में सूजन हो तो इस का उपचार सही ढंग से कराना चहिए क्योंकि यह ह्दय से जुड़ी बीमारी के कारण भी हो सकता है।

ह्दय की बीमारी
ह्दय की बीमारी

लिवर और गुर्दे की बीमारी

जिन लोगों में लिवर व गुर्दे के रोग होते हैं उनमें अलुब्युमिन प्रोटीन कम हो जाता है। जिस से द्रव रिसने लगता है और यह पैरों में सूजन आने का कारण बनता है।

दवाएं

कई बार हमारे द्वारा किसी अन्य बीमारी के लिए लई गयी दवाइयां भी पैरों में सूजन आने का कारण बन जाती हैं।

गर्भावस्था

गर्भावस्था में पैरों की सूजन होना एक आम समस्य है अक्सर गर्भवती औरतों में यह पाई गई है। यह गर्भवती औरत में खून की मात्रा बढ़ने के कारण भी होता है। लेकिन यह गर्भावस्था के बाद खुद ही सही हो जाती है।

नस का रुक जाना व ब्लॉक हो जाना

टांग में किसी नस का रुक जाना व ब्लॉक हो जाना भी इस का एक कारण बन सकता है जिस से ह्दय में खून पम्प ना होने की वजह से पैर में सूजन होती है।

मोटापा

दोनों पैरों में सूजन के कारण है मोटापा। मोटापा होने की वजह से भी पैरों में सूजन हो सकती है।

पैरों में सूजन से बचाव

  • सुबह जल्दी उठें और नियमित प्राणायाम करें।
  • जंक फूड, बासी भोजन, ठंडे और खट्टे पदार्थों का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
  • अधिक नमक और अधिक मीठे का सेवन न करें।
  • सब्जियों में कद्दू का सेवन अवश्य करें। यह सूजन को कम करने में मदद करता है।
  • जहा तक हो सके पोष्टिक खाने का सेवन करें जिस से पाचन शक्ति मजबूत रहेगी और इस से बचाव हो सकता है।
  • अधिक पानी का सेवन न करें।

पैरों में सूजन का इलाज-Pairo Me Sujan Ka Ilaj

  • सूजन का उपचार है पैरों को हिलाते रहें जिस से जमा हुआ खून व द्रव में कम्पन पैदा होगा इस से आराम मिल सकता है।
  • पैरों में सूजन का इलाज है पैरों की मालिश करे जिस से पैरों में गर्मी पैदा होगी और गर्मी से खून में गति आने लगेगी।
  • अपना वजन को कम करने की कोशिश करें।
  • इसकी जांच किसी डॉक्टर से करवा उनकी सलाह से दवाई लीजिये।
  • पैरों की सूजन कम नही होती तो ह्दय और लिवर की जांच करवाएं अगर यह लिवर की बीमारी की वजह से हो रहा है तो उस बीमारी का उपचार करवाएं।

पैर में सूजन कम करने के घरेलू उपाय

आम तौर पर पैरों का सूजन कम करने के लिए लोग सबसे पहले घरेलू नुस्ख़ों को ही आजमाते हैं। इस लेख में हम कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बात करेंगे जिनकी मदत से पैर में सूजन का इलाज किया जा सकता है।

धनिया से करे पैर में सूजन का इलाज

धनिया के सूखे बीज और ताजा हरा धनिया दोनों में ही सूजन को ठीक करने के गुण होते है। पैरों में सूजन होने पर एक गिलास पानी को उबलने के लिए रख दें और इसमें तीन चम्मच साबुत धनिया डाल दें। इसे तब तक उबाले जब तक कि पानी आधा गिलास न रह जाये। अब इसे छान लें और एक चम्मच शहद डालकर दिन में दो बार इसे पिएँ।

पैर में सूजन का इलाज है गर्म पानी का सेंक

गरम पानी में नमक डालकर उसमें पैरों को डुबाएँ जब पानी ठण्डा हो जाए तब पैरों को निकाल लें। गरम पानी के सेंक से पैर में सूजन कम होती है।

पैरों के सूजन में फायदेमंद है कॉन्ट्रास्ट हाइड्रोथेरेपी

पैरों में सूजन को दूर करने के लिए आप कॉन्ट्रास्ट हाइड्रोथेरेपी भी कर सकते हैं। इस थेरेपी के लिए दो अलग-अलग टब में ठंडा और गर्म पानी भर लें। पहले अपने पैरों को 3-4 मिनट गर्म पानी में डाल कर रखें, इसके तुरंत बाद पैरों को 1 मिनट तक ठंडे पानी में डालें। इसी प्रक्रिया को 15 से 20 बार दोहराएँ जब तक सूजन न चली जाए। गर्मियों के मौसम में ठन्डे पानी पर इस प्रक्रिया को खत्म करे और सर्दियों के मौसम में इस प्रक्रिया को गरम पानी पर खत्म करे। इस प्रक्रिया को रोजाना दोहराएँ।

नींबू पानी भी है पैरों में सूजन का इलाज

एक गिलास गुनगुने पानी में एक नींबू का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर नियमित रूप से सेवन करने से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। यह पैरों के साथ साथ शरीर के दूसरे हिस्सों में होने वाली सूजन को भी दूर करता है।

नींबू
नींबू

पैर में सूजन का इलाज करता है जैतून का तेल

थोड़े से जैतून के तेल को गरम करे अब इस में दो-तीन लहसुन की कली काटकर भून लें और भून जाने पर इसमें से लहसुन अलग कर लें। इस तेल से मालिश करने से पैरों की सूजन ठीक होती है और दर्द से भी आराम मिलता है।

पैर में सूजन कम करता है अदरक का सेवन

एक गिलास पानी में एक छोटे टुकड़े अदरक को डालकर उबालें। अच्छी तरह पक जाने पर इसे गुनगुना करके पिएँ या फिर चाय में अदरक का इस्तेमाल करें।

डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए ?

अनुचित खानपान एवं जीवनशैली के कारण कभी-कभी पैरों में सूजन आ सकती है। ऐसे में कुछ घरेलु उपाय एवं आराम करके आप खुद ही ठीक हो जाते है परंतु बार-बार पैरों में सूजन की समस्या रहने पर या एक सप्ताह से ज्यादा दिनों तक सूजन बने रहने पर यह गुर्दों से संबंधित या हृदय से संबंधित बीमारी होने का संकेत होता है। अत: इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए डॉक्टर से सलाह लेकर उपचार करना चाहिए।

जानिए क्या है गिलोय के फायदे आपकी सेहत के लिए-Giloy Ke Fayde

जानिए क्या है गिलोय के फायदे आपकी सेहत के लिए

गिलोय एक बेल रूपी पौधा है, जिसका औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण तथा अत्यधिक प्रभावशाली औषधि पौधा है। इस पौधे का उल्लेख आयुर्वेद में भी किया जाता है। इसे लोगों की कई बीमारियों को ठीक करने में किया जाता है। आज इस लेख में हम जानेंगे की गिलोय के फायदे क्या है।

इसके क्षेत्र अनुसार तथा भाषाओं के अनुसार इसके कई नाम है; जिनमें से अमृता, गुडूच, चितरंगी आदि। गिलोय आमतौर से जंगलों में तथा पेड़ों के आसपास मिलती है। यह पेड़ों के ऊपर चढ़कर अपना जीवन व्यापन करता है।

वैसे तो इसका पूरा पौधा ही औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, परंतु इसका डंठल अथवा बेला रूपी तना इसका ज्यादा उपयोग में लाया जाता है। इसकी छाल जड़ तना तथा पत्तियों में कुछ फास्फोरस प्रोटीन तथा अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं।

गिलोय का कैसे सेवन करें

गिलोय के डंठल का काढ़ा

गिलोय के डंठल को कुचल कर इसका काढ़ा बनाकर पी सकते हैं तथा इसको अन्य जड़ी बूटी के साथ मिलाकर भी प्रयोग में ला सकते हैं।

गिलोय का चूर्ण

गिलोय का चूर्ण बनाकर प्रतिदिन दो से 4 ग्राम तक खा सकते हैं तथा इसके विभिन्न भागों का इस्तेमाल भिन्न-भिन्न विधियों का इस्तेमाल करके उपयोग में ला सकते हैं।

गिलोय के फायदे-Giloy Ke Fayde

सर्दी खासी

जब किसी व्यक्ति को सर्दी खांसी तथा जुकाम की समस्या हो जाए तो उसे दो से तीन चम्मच गिलोय का रस हर सुबह पिलाने से खासी काफी हद तक कम हो जाती है तथा आप इसे लगातार उपयोग में लाते हैं दो पूरी तरह से खासी ठीक हो जाएंगे हैं।

खांसी
खांसी

कैंसर

यह प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है, जिससे कि कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने में सहायता प्रदान करती हैं। गिलोय का पौधा एक विशेष तथा महत्वपूर्ण औषधि पौधा है वैज्ञानिकों के अनुसार यह भी पता किया गया कि कैंसर पीड़ित मरीजों को किसका रस देने पर लंबे समय तक कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोका जा सकता है।

मोटे व्यक्तियों के लिए फायदेमंद

गिलोय का इस्तेमाल मोटापा कम करने के लिए भी कर सकते हैं। ज्यादातर लोगों को अपने मोटापे से परेशानी होने लगती है, जिस वजह से वहां चल फिर नहीं सकता हम गिलोय का इस्तेमाल करके इसको दूर कर सकते हैं। गिलोय के जून को एक चम्मच शहद में मिलाकर सुबह-शाम खाने से मोटापा दूर हो जाएगा।

पेट के कीड़े

गिलोय के रस का इस्तेमाल करके हम पेट के कीड़े भी मार सकते हैं जिससे शरीर में खून की कमी तथा उसकी शुद्धता को बरकरार रख सकते हैं कुछ दिनों तक इसका नियमित सेवन करें ताकि पूरी तरीके से पेट के कीड़े मर जाए।

डायबिटीज

जिन लोगों को डायबिटीज की बीमारी है वह जानते ही होगे कि इस बीमारी से काफी तकलीफ होती है। लेकिन गिलोय का पौधा डायबिटीज के मरीजों के लिए एक औषधि के रूप में काम करता है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए रामबाण है। गिलोय के तनों से रस निकालकर उसमें थोड़ी हल्दी मिला है और हर सुबह एक चम्मच इसका सेवन रोज करें तो इससे आपकी डायबिटीज नियंत्रित हो जाएगी।

पाचन शक्ति को बढ़ाना

गिलोय के रस को नियमित रूप से पीने से पाचन तंत्र ठीक तरह से काम करते रहता है । इसमें विशेष प्रकार के ऑक्साइड पाए जाते हैं जो पाचन तंत्रिका तंत्र को सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करता है, चाहे तो आप इसे एक चम्मच आंवले के चूर्ण के साथ मिलाकर सेवन कर सकते हैं।

आंखों की रोशनी

जिन लोगों को कम दिखाई देता है अथवा आंखों से संबंधित विकारों से परेशान है तो वहां गिलोय का पौधा उनके लिए वरदान साबित होगा।

गिलोय का रस का नियमित रूप से सेवन करने पर आपकी आंखों की रोशनी बढ़ जाएगी तथा इससे संबंधित विकार दूर हो जाएंगे। यह पौधा विभिन्न बीमारियों के लिए कारगर साबित हुआ है।

डेंगू में गिलोय का प्रयोग

गिलोय को एक तरह से बुखार नाशक भी कहा जाता है क्योंकि इसमें कुछ अल्कलॉइड्स पाए जाते हैं जो बुखार को कम करने में मदद करते हैं। डेंगू में गिलोय का प्रयोग

जिन लोगों को डेंगू बुखार अथवा सामान्य बुखार की समस्या होता है वह इसका सेवन करें, इससे आपको आराम मिलेगा।

नियमित रूप से यदि कोई व्यक्ति गिलोय के रस का एक से दो चम्मच सुबह तथा शाम सेवन करता है तो वहां बड़े से बड़े बुखार का सामना कर सकता है तथा उससे छुटकारा भी पा सकता है।

ध्यान देने योग्य बातें

गिलोय के पौधे का उपयोग करते समय यह ध्यान में रखे की गिलोय के पत्तों का सेवन ना करें अथवा किसके डंठल का ही प्रयोग करें और आप इसके जड़ों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसका ज्यादा सेवन करने से मुंह में छाले हो सकते हैं तथा इसका उपयोग करने से पहले अपने आसपास के डॉक्टर से सलाह मशवरा करके ही इस्तेमाल करें।

छोटे बच्चों को एक नियमित रूप से ही सेवन कराएं तथा यह भी ध्यान रखें की कम मात्रा ही उनको पिलाना चाहिए।

विटामिन ई के फायदे और नुकसान जो नहीं जानते होंगे आप

विटामिन इ के फायदे और नुकसान

हेलो दोस्तों कैसे हो आप मै उम्मीद करता हूँ आप सब ठीक होंगे अगर आप भी इंटरनेट पर विटामिन ई के फायदे और नुकसान से सम्बंधित कोई जानकारी खोज रहे थे तो आप बिलकुल सही जगह पर हो। क्यूंकि आज की इस पोस्ट में हम लोग जानेगे विटामिन ई कैप्सूल खाने के फायदे।

शायद आपने ये देखा ही होगा या आप जानते होंगे की विटामिन इ कुछ फलो और ड्राई फ्रूट्स में पाए जाते है जो हमारी सेहत के साथ साथ हमारी त्वचा और सौन्दर्य को भी निखारता है।

सोर्स ऑफ विटामिन इ-विटामिन इ किसमें पाया जाता है?

सोयाबीन, जैतून, तिल के तेल, सूरजमुखी, पालक, ऐलोवेरा, शतावरी आदि में विटामिन इ के गुण पाए जाते है तो चलिए अब जानते है विटामिन इ होता क्या है?

विटामिन इ बसा में आसानी से घुल जाने वाला एक पदार्थ है। इसमें बहुत ही शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण मैजूद होते है जो हमारी बॉडी के लिए फायदेमंद है। ज्यादातर लोग विटामिन ई कैप्सूल का सेवन अपने स्किन और त्वचा के लिए ही करते है।

एलोवेरा
एलोवेरा

कई खाद्य पदार्थो में विटामिन इ की मात्रा पाई जाती है जो मैं आपको ऊपर की ओर बता चूका हु। ये त्वचा के लचीलेपन को बनाये रखता है बालो का गिरना, झुर्रिया पड़ना और त्वचा का फटना ऐसी समस्याओ से राहत मिलती है। ये सारी समस्याएं हमारी कोशिकाओं के द्वारा होती है जिनको हम इंग्लिश में रेडिकल्स बोलते है। विटामिन इ का इस्तेमाल वैसे तो कहा जाता है की बाजार में मिलने वाली हरी सब्ज़ियों में भी विटामिन इ पाया जाता है।

विटामिन ई के फायदे

अगर आपके स्किन और बाल बहुत ज्यादा खराब हो गए हैं और आपको लगता है की अब सब्ज़ियों से मुझे कोई फायदा नहीं होगा। तो आप विटामिन ई के कैप्सूल ले सकते हैं। किसी भी अच्छे मेडिकल शॉप या पतंजलि स्टोर पे विटामिन ई कैप्सूल हमेशा मौजूद रहते है। आप वहाँ पर जाकर विटामिन ई कैप्सूल खरीद सकते हो और उन्हें खा सकते हो।

विटामिन ई के फायदे-बालों के लिए

अगर आपकी त्वचा और स्किन से सम्बंधित कोई प्रॉब्लम है साथ ही आपको बालो से रिलेटेड कोइ दिक्कत है तो आपको विटामिन ई कैप्सूल में सूई से छेद करके सारा ज़ेल निकाल लेना है और उसे रात को सोने से पहले बालों में लगाकर सो जाना है। फिर सुबह उठकर बालों को धो लें ऐसा लगतार हफ्ते करने से आपको फायदा होगा इससे बालों को पोषक-तत्व प्राप्त होंगे और बाल शाइन करने लगेंगे।

स्किन के लिए-Vitamin E Capsule Face Pe Kaise Use Kare

विटामिन ई के फायदे विटामिन ई कैप्सूलों का उपयोग कई तरह के सौंदर्य की परेशानिओ में किया जाता है। इसका अहम कारण है कि यह एक बेहतरीन क्लिंजर है जो त्वचा की सारे पार्ट्स और अंगो में जमी गंदगी और मृत कोशिकाओं की सफाई करने में सहायक है।

विटामिन ई डैड यानि मृत स्किन कोशिकाओं को हटाकर हटाकर नई स्किन कोशिकाओं को जल्दी लाने में अधिक मदद करता है । इसलिए ये स्किन के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसी तरह ये बालों को एंटीऑक्सीडेंट प्रदान कर उन्हें शाइन करने में मदद करते हैं ये बालो के लिए भी उचित फायदेमंद होता है।

विटामिन ई के फायदे-प्रेग्‍नेंसी के दौरान

हमारे शरीर में रेड ब्‍लड सेल्‍स यानि लाल रक्‍त कोशिकाओं का निर्माण करने में विटामिन-ई बहुत ही ज्यादा सहायक है। प्रेग्‍नेंसी के दौरान विटामिन- ई का सेवन बच्‍चे में एनीमिया मतलब खून की कमी से छुटकारा दिलाता है।

विटामिन ई के फायदे-बढ़ती उम्र के असर को कम करने के लिए

अगर उम्र से पहले हीआपके बाल सफ़ेद हो रहे है तो आप विटामिन ई कैप्सूल का उपयोग करे क्योकि विटामिन ई कैप्सूल बालो को सफ़ेद होंने से बचाता है।आप विटामिन इ कैप्सूल की जगह पर विटामिन का तेल भी अपने बालो पर लगा सकते हो। ऐसा करने से भी आपको उचित फायदा होगा।

विटामिन ई के कैप्सूलों में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो त्वचा पर बढ़ती उम्र के असर को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा यह झुर्रियों को भी जड़ से ख़त्म करने में सहायक है।

विटामिन ई के फायदे-कमज़ोरी कम करने के लिए

विटामिन ई के कैप्सूल का सेवन करने से शरीर से तनाव थकन मिटाने में सहायता मिलती है व् शरीर में नया जोश और ताकत प्राप्त होती है। विटामिन इ की कमी से मानसिक रोग बढ़ जाते है जिस कारण लोगो को कमज़ोरी महसूस होती है उनके लिए भी विटामिन ई के कैप्सूल काफी हद तक फायेमंद साबित होते है।

अकसर देखा गया है की जिन लोगो को कैंसर की बीमारी होती है उन लोगो में विटामिन की कमी होती है तो डॉक्टर उन लोगो को विटामिन ई के कैप्सूल खाने की सलाह देते है अगर आपको भी इससे सम्बंधित कोई तकलीफ है तो आप बिटामिन इ के कैप्सूल का सेवन कर सकते है।

हीमोग्लोबिन की कमी कैसे दूर करे | हीमोग्लोबिन बढाने के घरेलु उपाय

हीमोग्लोबिन की कमी कैसे दूर करे

हीमोग्लोबिन की कमी कैसे दूर करे

हीमोग्लोबिन की कमी एक सामान्य समस्या है, जिसको हम प्रोटीन भी कह सकते है यह लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) में पाया जाता है। जैसा की हम जानते है की ये लाल कोशिकाए जो हमारे शरीर के चारो ओर ऑक्सीजन ले जाने का काम करती है, क्या आप भी गूगल पर हीमोग्लोबिन की कमी कैसे दूर करे । सर्च करते हुए हमारे इस ब्लॉग पर आये है तो आप बिलकुल सही जगह आये है, आज के इस लेख में हम आपको हीमोग्लोबिन की कमी कैसे दूर करे और साथ ही साथ हीमोग्लोबिन की कमी के कारण और घरेलु उपाय भी बताएँगे ।

हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी से अनेक तरह की बीमारी हो सकती है, जैसे अनीमिया, किडनी में दिक्कत, आयरन की कमी इसलिए शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होने दे, आज के इस लेख में हम कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों को बताएँगे जिनसे आप हीमोग्लोबिन को बढ़ा सकते है ।

हीमोग्लोबिन की कमी के कारण

नीचे हम आपको हीमोग्लोबिन के कुछ कारण बता रहे है, क्यूंकि किसी भी बीमारी को सही करने के लिए उसकी बजह पता होना बहुत जरूरी है की वह किन कारणों से हो सकती है, हीमोग्लोबिन के कारण कुछ इस प्रकार है ।

  • आयरन या विटामिन बी -12 की कमी हीमोग्लोबिन जैसी कमी के कारण है ।
  • शरीर में पूर्ण रूप से खून की कमी होना, हीमोग्लोबिन की कमी का मुख्य कारण है ।
  • शरीर में लाल रक्त की कोशिकाओं का नस्ट हो जाना।
  • यदि आपके शरीर में किसी भाग से रक्तस्राव होना या कोशिकाओं का निर्माण काम गति से होना।

हीमोग्लोबिन की कमी कैसे दूर करे

हीमोग्लोबिन की कमी दूर करने के लिए सबसे पहले रोगी को अपने खाने में हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए जैसे मेथी, पालक आदि। साथ ही सलाद, फल का सेवन करने से हीमोग्लोबिन की कमी दूर हो सकती है। नीचे हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे है जिनका सेवन करने से शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है।

चुकन्दर

चुकंदर एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिससे शरीर में हीमोग्लोबिन व खून की कमी दूर होती है, इसका सेवन करने से एनीमिया जैसी बीमारी से भी बच सकते है, साथ ही साथ इसकी पत्तियों में आयरन भरपूर मात्रा में होता है, क्यूंकि चुकंदर की तुलना में इसकी पत्तियों में अधिक गुना आयरन होता है।

चुकन्दर
चुकन्दर

अंगूर

अंगूर जैसे फल में कई तरह के पोषक तत्‍व मौजूद हैं, और आयरन भी अधिक होता है, हीमोग्लोबिन की कमी से सम्बंधित रोगी को अगर इसका सेवन सुबह-शाम करना चाहिए तो वह बहुत ही जल्द ठीक हो सकता है । इसका अधिक सेवन करने से विटामिन सी भी बढ़ती है, जो उम्र को रोकता है ।

बादाम

बादाम जिसमे कैल्शियम, मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है, साथ ही साथ 10 ग्राम ड्राई रोस्टेड बादाम में 0.5 मिलीग्राम आयरन होता है। इसका सेवन करने से हीमोग्लोबिन बढ़ता है।

गुड़ और मूंगफली

जैसा की हम जानते ही है की गुड़ में अधिक खनिज लवण होते है। इसलिए गुड़ और मूँगफली को मिलाकर दोनों को अच्छे से चबाकर इसका सेवन करे, ऐसा करने से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होती है।

हरी सब्जियां

आपको ऊपर की ओर बताया की हरी सब्जिया हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने में सबसे ज्यादा लाभदायक होती है, क्यूंकि हरी सब्जियों में हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाले तत्व ज्यादा मात्रा में पाये जाते है। इसलिए अपने शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा भरपूर बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां को अपने भोजन में शामिल करे।

अंकुरित आहार

अंकुरित आहार जैसे- चना, मूंगफली, गेहूँ और मोठ आदि इन सब का सेवन अधिक करने से हीमोग्लोबिन की कमी दूर हो जाती है, अगर इसमें आप नीबू मिलाकर सेवन करते है तो और अच्छा रहता है ।

अनार

अनार में कैल्सियम और प्रोटीन, फाइबर कार्बोहाइड्रेट और साथ ही साथ आयरन की भी भरपूर मात्रा होती है, इसलिए रोज़ाना एक गिलास अनार का जूस पीने से हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है और खून की कमी भी नहीं होती हैं ।

सूखी किशमिश

किशमिश में बी1, बी2, कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस, तथा मिनरल्स, आयरन और कैल्शियम की मात्रा बहुत अधिक होती है, इसका सेवन आप सुबह को खली पेट करे ऐसा करने से हीमोग्लोबिन की कमी दूर होती है ।

सेब

सेब एक ऐसा फल है जो हीमोग्लोबिन के स्वस्थ स्तर को बनाये रखता है, और साथ ही सेब से एनीमिया जैसी बीमारियों के लिए भी लाभकारी होता है। रोज़ाना एक सेब का सेवन करे आपको हीमोग्लोबिन से सम्बंधित रोग की  होगी ।

तुलसी

तुलसी में कई तरह के पोषक तत्‍व मौजूद हैं, जो शरीर में खून की कमी नहीं होने देते है, इसका रोज़ाना सेवन करने से हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है ।

शरीर में हीमोग्लोबिन कितनी मात्रा में होना चाहिए

हमरे शरीर में आयरन की स्वस्थ मात्रा 20-25 ग्राम होना चाहिए, इससे हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होती है, और नहीं अधिक होती है, इसलिए शरीर में आयरन की मात्रा स्वस्थ होना चाहिए नीचे हम आपको महिलाएं और पुरुष की हीमोग्लोबिन की मात्रा बता रहे है, इससे काम हो तो डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है ।

महिलाएं के लिए

उम्र 12 से 18 साल के बीच – 12.0 से 16.0 g/dl

उम्र 18 साल से ज्यादा हो तो – 12.1 से 15.1 g/dl

पुरुषों के लिए

उम्र 12 से 18 साल के बीच – 13.0 से 16.0 g/dl

18 साल से ज्यादा हो तो – 13.6 से 17.7 g/dl

डैंड्रफ का रामबाण इलाज-5 बेस्ट तेल जो दिला देंगे डैंड्रफ से छुटकारा

डैंड्रफ का रामबाण इलाज-5 बेस्ट तेल जो दिला देंगे डैंड्रफ से छुटकारा

डैंड्रफ एक आम समस्या है जो सिर की त्वचा में खुजली, सूखापन और बालों के झड़ने का कारण बनती है। बाजार में कई उत्पाद उपलब्ध हैं, लेकिन प्राकृतिक तेलों का उपयोग एक सुरक्षित और प्रभावी समाधान हो सकता है। यहाँ हम dandruff ke liye best oil के बारे में चर्चा करेंगे जो डैंड्रफ से राहत दिलाने में मददगार हैं।

1. नारियल तेल (Coconut Oil):

  • एंटी-फंगल गुणों से भरपूर।
  • सिर की त्वचा को मॉइस्चराइज करता है।
  • खुजली और सूखापन को कम करता है।
हिमालया हर्बल एंटीडैंड्रफ हेयर ऑयल
हिमालया हर्बल एंटीडैंड्रफ हेयर ऑयल

उपयोग: गुनगुने नारियल तेल से सिर की मालिश करें और रातभर छोड़ दें।

2. नीम का तेल (Neem Oil):

  • प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण।
  • सिर की त्वचा को साफ करता है और संक्रमण से बचाता है।
ऑनेस्ट चॉइस रेड ओनियन ऑयल
ऑनेस्ट चॉइस रेड ओनियन ऑयल

उपयोग: नीम के तेल को हल्का गर्म करके सिर पर लगाएं और 30 मिनट बाद धो लें।

️ 3. अरंडी का तेल (Castor Oil):

  • विटामिन E से भरपूर।
  • बालों की जड़ों को मजबूत करता है।
  • डैंड्रफ को कम करने में सहायक।

मॉर्फिम रेमेडीज एंटीडैंड्रफ हेयर ऑयल

मॉर्फिम रेमेडीज एंटीडैंड्रफ हेयर ऑयल

उपयोग: अरंडी के तेल को नारियल तेल के साथ मिलाकर सिर पर लगाएं।

4. टी ट्री ऑयल (Tea Tree Oil):

soulflower टी ट्री स्कैल्प एंड एंटीडैंड्रफ oil
soulflower टी ट्री स्कैल्प एंड एंटीडैंड्रफ oil
  • एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण।
  • सिर की त्वचा को ठंडक प्रदान करता है।
  • डैंड्रफ और खुजली को कम करता है।

उपयोग: कुछ बूंदें टी ट्री ऑयल को कैरियर ऑयल में मिलाकर सिर पर लगाएं।

5. जैतून का तेल (Olive Oil):

कोवा ऑर्गेनिक एंटीडैंड्रफ आयल
कोवा ऑर्गेनिक एंटीडैंड्रफ आयल
  • सिर की त्वचा को गहराई से मॉइस्चराइज करता है।
  • डैंड्रफ के कारण होने वाले सूखेपन को कम करता है।
  • बालों को मुलायम और चमकदार बनाता है।

उपयोग: गुनगुने जैतून के तेल से सिर की मालिश करें और 45 मिनट बाद धो लें।

अतिरिक्त सुझाव:

निष्कर्ष:

यदि आप dandruff ke liye best oil की तलाश में हैं, तो ऊपर दिए गए तेल प्राकृतिक, सुरक्षित और प्रभावी विकल्प हैं। इनका नियमित उपयोग डैंड्रफ से राहत दिलाने में मदद करेगा और आपके बालों को स्वस्थ बनाएगा।

सामान्य प्रश्न

बालों के लिए कौन सा तेल सही है?

बालो के लिए सबसे अच्छा कैस्टर आयल होता है यह बालो को घना करता है।

जैतून का तेल बालों के लिए क्या फायदेमंद है?

जैतून तेल बालो को माश्चराइजर करता है इसके कंडिशनर के गुण बालो को शाइनी बनाते है और रुसी की समस्या से निजात दिलाता है।

घर पर बालों के लिए तेल कैसे बनाएं?

तेल घर पर बनाने के लिए आपको 120 ग्राम आंवला पाउडर, 1 लीटर पानी और 250 मिली नारियल के तेल की जरूरत पड़ेगी। सबसे पहले 100 ग्राम आंवला पाउडर को 1 लीटर पानी के साथ तब तक उबालें जब तक कि लिक्विड आधा न रह जाए, दूसरे पैन में नारियल का तेल, बचा हुआ आंवला पाउडर और उबले हुए लिक्विड को मिलाकर धीमी आंच पर तब तक उबालें जब तक कि सारा पानी वाष्पीकृत न हो जाए। आखिर में पैन में पीला और पारदर्शी तरल शेष बचेगा। इसे किसी बोतल में भरकर रख लें।

जानिए कैसे फायदेमंद है प्याज का रस बालो के लिए-Pyaz Ka Ras For Hair In Hindi

प्याज का रस बालो के लिए

प्याज एक ऐसी सब्जी जो काटो तो आपको रुला दे, पर सब्जी का स्वाद बढ़ा दे, पर क्या आप जानते है कि प्याज का यही कसैलापन बालों की ग्रोथ के लिए बहुत फायदेमंद होता है। प्याज का रस बालो के लिए बहुत फायदेमंद है।

ये बात हम हम दादी नानी से सुनते आ रहे है, यहाँ तक कि जब हमारी बड़ी बुजुर्ग प्याज का रस बालो में लगाती थी तो हम उसकी महक से परेशान हो भाग जाते थे। लेकिन आपको बताते चले कि प्याज के रस से न केवल बालों की जड़ें मजबूत होती हैं बल्क‍ि बालों में चमक भी आती है, बालों का झड़ना, असमय सफेदी, रूसी की समस्या तो आम हो गई है। बालों की इन उलझनों के लिए प्याज एक वरदान है।

कैसे लगाए प्याज का रस

प्याज को काट कर मिक्सर में पीस ले या कद्दूकस कर ले, अब एक बारीक साफ कपड़े से छानकर उसका रस निकाल ले, इस रस का प्रयोग तुरन्त करे, बनाकर काफी समय तक के लिए ना रखे। रुई के फाहे को इस रस में डिप करके बालो की मांग करके लगाए। प्याज का रस लगाकर कुछ घंटों के लिए यूं ही छोड़ दें। जब बाल पूरी तरह सूख जाएं तब उन्हें हल्के गुनगुने पानी से धो लें। प्याज की गंध दूर करने के लिए किसी माइल्ड शैंपू का इस्तेमाल करें या फिर बेबी शैंपू का प्रयोग करें।

प्याज का रस बालो के लिए | Pyaz Ka Ras For Hair In Hindi

प्याज के रस का इस्तेमाल आप निम्नलिखित तरीको से करके आप भी लंबे, काले और घने बाल पा सकती हैं.

1. नारियल का तेल ले उसे हल्का गुनगुना करके उसमे प्याज के रस को मिला ले, इसे बालो में लगाने से बाल तो जल्दी बढ़ेंगे ही साथ ही बालों में चमक भी आएगी।

2. बाल रूखे और बेजान हो तो शहद का उपयोग प्याज के रस के साथ करें, आधे कप प्याज के रस में दो चम्मच शहद मिलाकर उसे अच्छी तरह फेंट लें। इस पेस्ट को बालों की जड़ों में लगाएं।

3. जैतून के तेल के बालो के लिए क्या फायदे है ये बात तो जगजाहिर है ऐसे में अगर इसके साथ प्याज का रस मिला दिया जाए तो बालों की ग्रोथ अच्छी होती है। इस मिक्सचर से कुछ ही दिनों में आपको फर्क नजर आने लगेगा।

कुछ समय से अनियन ऑयल सबसे लोकप्रिय बाल उत्पादों में से रहा है। जब बात बालों के झड़ने की हो तो आजकल अनियन ऑयल की ही सलाह दी जाती है।आप आश्चर्यचकित हो सकते हैं कि ऐसा क्यों है तो आपको बता दे कि अनियन ऑयल को रेड अनियन से एक्सट्रेक्ट किया जाता है जो कि सल्फर का एक बढ़िया सोर्स है। सल्फर बालों के प्रोटीन केराटिन का ही एक कॉम्पोनेन्ट होता है होता है।

इस प्रकार, अनियन हेयर ऑयल का प्रयोग बालो को पोषण देने, बालों के विकास को प्रोत्साहित करने, बालों की जड़ों को मजबूत करने और बालों के झड़ने को कम करने के लिए किया जाता है। यह बालो को स्मूथनिंग इफ़ेक्ट देता है और प्राकृतिक चमक को बढ़ाने में मदद करता है।

अब आप सोचेंगे अनियन ऑयल घर मे कैसे बनाए, मार्किट में इतने ब्रांड है तो कौन सा बेहतर है, इन सब बातों का जवाब हम देते है हम आपको बताते है 5 बेस्ट ओनियन हेयर आयल, आप अपने अनुसार इनमें से कोई भी चुन सकते है।

1.खादी ग्लोबल रेड ओनियन हेयर ऑयल(Khadi Global Red Onion Hair Oil)

खादी ग्लोबल रेड ओनियन हेयर ऑयल
खादी ग्लोबल रेड ओनियन हेयर ऑयल

इस ऑयल में एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज है जो स्कैल्प के इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करती है। स्कैल्प इन्फेक्शन बालो के झड़ने का एक बहुत बड़ा कारण है, इस तरह ये तेल हेयर फॉल को रोकता है। इसमे शामिल है ऑर्गन, जोजोबा, रोज़मेरी, ब्लैक सीड ऑयल।

ये ऑयल अमेज़ॉन पर उपलब्ध है।

2-ओरिएंटल बोटानिक्स रेड ओनियन हेयर ग्रोथ ऑयल (Oriental Botanics Red Onion Hair Growth Oil)

ओरिएंटल बोटानिक्स रेड ओनियन हेयर ग्रोथ ऑयल
ओरिएंटल बोटानिक्स रेड ओनियन हेयर ग्रोथ ऑयल

ये तेल ऑर्गन ऑयल, रतनजोत, मकदमिया ऑयल, भृंगराज ऑयल, रोजेहीप ऑयल, कैस्टर ऑयल, आलमंड ऑयल और 30 ऑयल एक्सट्रेक्ट से भरपूर होता है और आपके बालों को देता है एक नई जान। इसमे कोई मिनरल ऑयल नही होता।
ओरिएंटल बोटानिक्स रेड ओनियन हेयर ग्रोथ ऑयल अमेज़न पर उपलब्ध है।

3- ट्रायकोन ओनियन हेयर ऑयल विद विटामिन ई (Trycone Onion Hair Oil With Vitamin E)

ट्रायकोन ओनियन हेयर ऑयल विद विटामिन ई
ट्रायकोन ओनियन हेयर ऑयल विद विटामिन ई

इस ऑयल की एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज हेयर फॉलिकल को हरीश करके न्यूट्रिएंट्स को रिस्टोर करती है। साथ ही डेंड्रफ से मुक्ति दिलाती है। Trycone Onion Hair Oil में है विटामिन ई और दूसरे नेचुरल ऑयल्स और हर्ब्स।

ट्रायकोन ओनियन हेयर ऑयल अमेज़न पर उपलब्ध है।

4-ग्रन्ड्यूर ओनियन हेयर ऑयल(Grandeur onion hair oil)

ग्रन्ड्यूर ओनियन हेयर ऑयल
ग्रन्ड्यूर ओनियन हेयर ऑयल

ये सभी तरह के बालों के लिए इफेक्टिव है, प्राकृतिक तत्वों से बना ये तेल अपनी एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल प्रॉपर्टीज की वजह से हर तरह के हेयर टाइप को सूट करता है।

इसमे शामिल है ऑर्गन ऑयल, जोजोबा आयल, हिबिस्कस ऑयल, भृंगराज और विटामिन ई. ये तेल अमेज़न पर उपलब्ध है।

5- लक्सरा साइंस ओनियन हेयर ऑयल (Luxura sciences onion hair oil)

लक्सरा साइंस ओनियन हेयर ऑयल
लक्सरा साइंस ओनियन हेयर ऑयल

लक्सरा साइंस की तरफ से ये ऑयल मल्टीपर्पस है और विटामिन्स मिनरल्स, और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर है, ये तेल अमेज़न पर उपलब्ध है।

बाल बढ़ाने के तरीके-आसान और घरेलू भी

बालों को घना करने के उपाय

Baal Badhane ke Gharelu Nuskhe In Hindi

महिलाओं को अपने बालों के प्रति बहुत लगाव होता है। हर लड़की की चाहत होती है कि उसके लंबे और घने बाल हों। लंबे और घने बाल देखने में बहुत अच्छे लगते हैं। लंबे बालों से ना सिर्फ आप खूबसूरत लगते है बल्कि खूबसूरत महसूस भी करते है। ये आपके आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं। लंबे बाल आपकी खूबसूरती को चार चांद लगा देते हैं। ये आपकी खूबसूरती को और बढ़ाते हैं। आजकल की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में कई लड़कियों के लिए लंबे बाल सिर्फ एक ख्वाहिश ही बनकर रह जाते है। लेकिन कुछ आसान सी टिप्स को फॉलो करके आप भी लंबे और घने बाल पा सकते हैं। आज इस लेख में हम जानेंगे बाल बढ़ाने के तरीके जो है बेहद आसान।

Baal Badhane Ka Tarika Hindi Me

  • लंबे बालों के लिए खान पान
  • हाइड्रेशन
  • लंबे बालों के लिए तेल मालिश
  • स्ट्रेस
  • लंबे बालों के लिए शैंपू
  • लंबे बालों के लिए तौलिया
  • लंबे बालों के लिए कंडीशनिंग
  • ट्रिमिंग
  • हेयर ड्रायर
  • लंबे बालों के लिए कंघी
  • हेयर स्टाइल
  • लंबे बालों के लिए हेयर मास्क

लंबे बालों के लिए खान पान

लंबे बाल पाने के लिए खान पान का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। बालों को बढ़ने के लिए कई जरूरी न्यूट्रिएंट्स की जरूरत पड़ती है जो उन्हें खाने से ही मिलते है। बालों को लंबा करने के लिए आपको अपने खाने में पालक, संतरा, आंवला, गाजर मूली, सेब, केला आदि जैसी हैल्थी चीजों को शामिल करना चाहिए।

हैल्थी चीजों को अपनी डायट में शामिल करने से आपके बाल लंबे तो होंगे ही साथ में उनमें चमक भी आएगी और वह धीरे-धीरे झड़ना भी बंद कर देंगे। इसके अलावा आप अनहैल्थी फूड का और मिर्च मसाले वाले खाने का प्रयोग भी कम करें तो बेहतर रहेगा।

बालों को बढ़ाने के लिए सही आहार

क्या खाएं

सूखे मेवे, जैसे अखरोट, काजू, किशमिश, बादाम आदि।
हरी सब्ज़ियां जैसे पालक, मेथी, गाजर, बीन्सआदि।
मौसमी फल, जैसे अनार, बेरी,सेब, संतरा, एवोकाडो, केला, शकरकंद आदि।
अगर आप मांसाहारी हैं तो अंडे और मछली का सेवन भी कर सकते है।

काले, घने और लंबे बालों के लिए प्रोटीन, विटामिन-ए, बी, सी और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है। ऊपर बताई गई चीज़ों में ये सभी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।

क्या न खाएं

काले, घने और लंबे बाल चाहने वाले व्यक्ति को नीचे लिखी चीज़ों से परहेज करना चाहिए।
ज़्यादा मीठा न खाएं|
शराब का सेवन न करें।
ज़्यादा तेल वाला खाना या बाहर का खाना ना खाएं।
स्मोकिंग ना करे

हाइड्रेशन

जैसे शरीर को पानी की बहुत जरूरत होती है वैसे ही बालों को भी पानी की जरूरत पड़ती है। भरपूर मात्रा में पानी पीने से बालों की ग्रोथ भी अच्छी होती है और बाल लंबे होते हैं। इसलिए लंबे बाल पाने के लिए आपको दिन में कम से कम 8 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए।

लंबे बालों के लिए तेल मालिश

लंबे बालों के लिए तेल मालिश
लंबे बालों के लिए तेल मालिश

तेल बालों के लिए बहुत जरूरी है। ये बालों को पोषण देते है जिससे बाल जल्दी बढ़ते है। आप नियमित रूप से बालों में तेल लगाएं। बाल धोने से 1 दिन पहले अपने बालों में तेल जरूर लगाना चाहिए।

आप नारियल या फिर जैतून का तेल को हल्का गर्म करके बालों में लगा सकते है। इसे हल्के हाथों से सर्कुलर मोशन में स्कैल्प पर लगाना चाहिए। इस तरह से तेल लगाने से ब्लड सरकुलेशन बढ़ता है जिसकी वजह से बालों की अच्छे से ग्रोथ होती है। इससे आपका दिमाग भी शांत रहता है।

स्ट्रेस

आजकल के दौर में लोगों का जीवन बहुत ही स्ट्रेस से भरा हुआ हो गया है। स्ट्रेस ना सिर्फ आपके लिए बल्कि आपके बालों के लिए भी अच्छा नहीं होता। इसलिए पूरी कोशिश करें कि आप कम से कम स्ट्रैस ले। स्ट्रैस से बालों पर बुरा असर पड़ता है और बाल ज्यादा झड़ते हैं।

आप स्ट्रेस को दूर करने के लिए कई तरह के योगा भी कर सकते हैं। आप मेडिटेशन और प्राणायाम भी कर सकते हैं। आपको जब भी स्ट्रैस महसूस हो तो आप अपने फ्रेंड से या फैमिली मेंबर से मिलने के लिए जा सकती है और आप किसी पार्क में घूमने के लिए जा सकते है। यह आपके स्ट्रैस लेवल को कम करने में मदद करेगा और आपके बाल भी अच्छे से ग्रो करेंगे।

लंबे बालों के लिए शैंपू

नियमित रूप से शैंपू करना बालों के बहुत जरूरी है। लंबे समय तक बाल ना धोने से आपके बाल चिपचिपे हो जाते हैं और बहुत ही खराब लगते हैं। इसलिए आपको हफ्ते में कम से कम 2 बार बालो में शैंपू का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।

बाज़ार में कई तरह के शैंपू उपलब्ध हैं। शैंपू चुनने से पहले आपको पता होना चाहिए कि आपके बाल किस तरह के है। बाज़ार में बालो के हिसाब से शैंपू उपलब्ध है। आप अपने बालों के हिसाब से ही शैंपू को खरीदे। हमेशा pH स्केल बलेंस शैंपू का ही प्रयोग करे। ये शैंपू आपके बालो को नुक़सान नहीं पहुंचाते।

शैंपू खरीदते वक्त ध्यान रखे कि शैंपू के अंदर कोई भी पैराबेन या फ्रेगरेंस या सल्फेट नहीं होना चाहिए। याद रखें आपके शैंपू जितने कम केमिकल इनग्रेडिएंट्स होंगे उतना ही अच्छा होगा क्योंकि पैराबेन, फ्रेगरेंस और सल्फेट वाले शैंपू आपके बालो के लिए बहुत ही ज्यादा नुकसानदायक होते हैं। इसलिए कोशिश करें कि बालों को धोने के लिए नेचुरल शैंपू का ही प्रयोग करे।

Baal Lambe Karne Ke Gharelu Nuskhe Hindi Me

लंबे बालों के लिए तौलिया

अपने बालों को सुखाने के लिए हमेशा माइक्रोफाइबर तौलिए का ही प्रयोग करे। ऐसा अक्सर होता है कि गीले बाल तौलिए के रेशों में अड़ जाते हैं और टूटने लगते हैं। ऐसे मे माइक्रोफाइबर तौलिए का प्रयोग करना ही ठीक रहता है। यह आपके बालों की ब्रेकेज और स्प्लिट एंडस को भी कम करता है। बालों को धोने के बाद उन्हें कभी भी तौलिए से झटक कर ना सुखाए क्योंकि धोने बाद आपके बाल कमजोर होते जाते हैं और झटकने की वजह से वो टूट भी सकते हैं।

लंबे बालों के लिए कंडीशनिंग

कंडीशनर बालों के लिए बहुत जरूरी होता है। अक्सर शैंपू करने की वजह से बालों का नेचरल ऑयल खत्म होने लगता है। ऐसे में कंडीशनर ना सिर्फ बालों के नेचरल ऑयल को बनाए रखता है और उन्हें बालों में लॉक करने में भी मदद करता है। बालों में नेचुरल ऑयल बने रहने से बालों में ज्यादा ग्रोथ होती है। इसलिए शैंपू करने के ठीक बाद बालो में कंडीशनर लगाना चाहिए। कंडीशनर को बालो के एंड पर लगाना चाहिए। इससे दो मुहें बालो की समस्या भी कम होती है।

ट्रिमिंग

बालों की ग्रोथ में सबसे ज्यादा रुकावट डालते हैं – दो मुहे बाल यानी स्प्लिट एंड्स। लंबे बालों में दो मुंहे बालों की समस्या अक्सर हो जाती है। यह दो मुहे बाल जड़ों तक पहुंच जाते हैं और बालों की ग्रोथ में रुकावट बनते हैं और बालो। को कमजोर बनाते है। इसलिए आप हर 1 से 2 महीने में एक बार अपने बालों कि ट्रीमिंग जरूर करें। इससे आपके बालों की ग्रोथ होती रहेगी और वो जल्द ही लंबे हो जाएंगे।

हेयर ड्रायर

हेयर स्प्रे, हेयर ड्रायर, इलेक्ट्रॉनिक रोलर आदि का प्रयोग रोजाना ना करे। हेयर स्प्रे के अंदर केमिकल्स होते हैं जो आपके बालों को बहुत नुक़सान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा हेयर ड्रायर का ज्यादा प्रयोग करने से भी आपके बाल खराब हो सकते हैं। हेयर ड्रायर आपके बालो को कमजोर कर देता है। इसीलिए इनका प्रयोग सिर्फ किसी फंक्शन या पार्टी में जाते समय ही करें।

Balo Ko Lamba Karne Ke Upay

लंबे बालों के लिए कंघी

बालों में प्रयोग की जाने वाली कंघी को हमेशा साफ-सुथरा रखें। ध्यान रहे कंघी टूटी हुई या टेढ़े मेढ़े दांतो वाली ना हो। नहीं तो आपके बाल कंघी के दातों में अड़ सकते हैं और टूट सकते हैं। सोने से पहले अपने बालों में 25 से 30 बार कंघी जरूर करें। इससे बालों का झड़ना बंद हो जाता है। गीले बालों में कभी भी कंघी ना करें क्योंकि गीले बाल बहुत लचीले होते हैं और कंघी करने से वह टूट सकते हैं।

हेयर स्टाइल

अपने हेयर स्टाइल को समय-समय पर बदलते रहे। ऐसा इसलिए क्योंकि एक ही जगह पर बाल बंधे रहने से बाल कमजोर हो सकते हैं इसीलिए समय-समय पर अपने हेयर स्टाइल को बदल दिया करे और अगर आप पोनी टेल बनाती है तो उसके स्पॉट की चेंज किया करे। इससे आपके बाल कमजोर नहीं होंगे और अच्छे से ग्रो करेंगे।

लंबे बालों के लिए हेयर मास्क

हेयर मास्क बालों को स्मूथ बनाने में मदद करता है। इससे आपके बालों को पोषण मिलता है और वो लंबे भी हो जाते है। इसलिए आप महीने में दो से तीन बार हेयर मास्क अपने बालों में जरूर लगाएं। इसे कुछ देर तक बालो में लगा रहने दें और थोड़ी देर बाद पानी से अपने बालों को धो दें। बाज़ार में कई तरह के हेयर मास्क उपलब्ध हैं। आप उनका इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप उनका इस्तेमाल नहीं करना चाहती हैं तो आप हेयर मास्क को घर में भी आसानी से बना सकती हैं।

पिंपल्स और एक्ने से बचने के लिए लें बैलेंस डाइट

pimple ke daag ka ilaj

Pimple Hatane Ke Gharelu Nuskhe in Hindi

हमारी डाइट का हमारी त्वचा पर बहुत असर पड़ता है। सही डाइट हमारी त्वचा को साफ और सुंदर रखने मे मदद करती है। सही डाइट ना लेने से त्वचा से जुड़ी कई समस्याएँ हो सकती है जिसमे से एक एक्ने की समस्या भी है। जब हमारी त्वचा मे तेल का उत्पादन बढ़ जाता है और चेहरे पर मृत कोशिकाओं की परत जम जाती है, तो ये एक्ने को जन्म देती है। एक्ने की समस्या हॉरमोन चक्र मे बदलाव होने की वजह से भी होती है। एक्ने की समस्या से निजात पाने के लिए ये जरूरी है कि आप आपके खान पान का ध्यान रखें। आइये देखें कि एक्ने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए।

क्या खाएं | Diet For Acne Free Skin

  • खाएं एंटी ओक्सीडेंट से भरपूर डाइट
  • ओमेगा 3 करे एक्ने की समस्या को दूर
  • ज़िंक करेगा मदद
  • करें योगर्ट का सेवन

खाएं एंटी ओक्सीडेंट से भरपूर डाइट

एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर खाना आपको एक्ने से जुड़ी समस्या से निजाद दिलाने मे बहुत मदद करता है। शरीर मे एंटी ऑक्सीडेंट की कम मात्रा तनाव का कारण होती है। जो एक्ने की समस्या को जन्म देती है। इसीलिए शरीर मे भरपूर मात्रा मे एंटी ऑक्सीडेंट तत्वों का होना बहुत जरूरी है। एंटी ऑक्सीडेंट गुण डार्क चॉक्लेट, बेरी (स्ट्राबेरी, ब्लूबेरी, मलबेरी आदि), राजमा, किशमिश, ग्रीन टी, ब्रोकोली, टमाटर आदि मे पाये जाते है।

ओमेगा 3 करे एक्ने की समस्या को दूर

ओमेगा 3 प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों मे पाया जाता है। ओमेगा 3 मे एंटी इन्फ़्लमटेरी गुण पाये जाते है जो एक्ने की समस्या को दूर करने मे मददगार सिद्ध होते हैं। ओमेगा 3 की प्रचुरता मछली, अलसी के बीज, अखरोट, सोयाबीन, मीट आदि मे पाई जाती है।

ज़िंक करेगा मदद

एक रिसर्च के अनुसार शरीर मे ज़िंक की कम मात्रा त्वचा से जुड़ी कई समस्याओं को जन्म देती है जिनमे से एक एक्ने भी है। इसलिए एक्ने को कम करने के लिए आपकी डाइट मे ज़िंक युक्त भोजन का शामिल होना बहुत जरूरी है। मशरूम,पालक, चिकन, तिल, कद्दू के बीज, काजू, कोको पाउडर आदि मे ज़िंक प्रचुर मात्रा मे पाया जाता है।

करें योगर्ट का सेवन

योगर्ट एक्ने को दूर करने मे बहुत लाभकारी होता है। योगर्ट मे कई सारे ऐसे बैक्टीरिया पाये जाते है जो एक्ने के बैक्टीरिया को खत्म कर देते है और त्वचा को साफ करते हैं। साथ ही ये त्वचा को हाइड्रेट भी रखता है।

क्या ना खाएं | Pimple Hatane Ke Tarike Hindi Me

  • दूध को कहें ना
  • आयोडिन का सेवन करें कम
  • तली – भुनी चीजों का ना करें सेवन
  • ना खाएं हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड

दूध को कहें ना

दूध एक्ने की समस्या को बढ़ाता है। गाय के दूध मे कुछ ऐसे हॉर्मोन्स पाये जाते है जो हमारी त्वचा पर बुरा प्रभाव डालते है और एक्ने की समस्या को बढ़ावा देते है। इसलिए एक्ने की समस्या को रोकने के लिए जरूरी है की या तो आप दूध का सेवन कम कर दे या फिर इसका सेवन ना करें। आप दूध की जगह सोया मिल्क, आलमंड मिल्क, कोकोनट मिल्क आदि का सेवन भी कर सकते है।

आयोडिन का सेवन करें कम

आयोडिन का सीधा संबंध एक्ने की समस्या से है। आयोडीन की ज्यादा मात्रा एक्ने की समस्या को जन्म देती है। आयोडीन का प्रमुख स्त्रोत नमक है। इसीलिए नमक का सेवन कम करें।

तली – भुनी चीजों का ना करें सेवन

तली और भूनी हुए चीज़ों का सेवन बिलकुल ना करें। तली और भुनी चीजों मे तेल की मात्रा अधिक होती है। ये तेल त्वचा के रॉमछिद्रों को बंद कर देता है जिससे एक्ने की समस्या हो जाती है।

ना खाएं हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड

हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड शुगर और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट अधिक मात्रा में होता है। ये खून में शुगर की मात्रा को बढ़ा देते है। खून में ज्यादा मात्रा में शुगर होने से शरीर में तेल का उत्पादन का बढ़ जाता है जिससे एक्ने की समस्या हो जाती है। सफेद ब्रेड, आलू के चिप्स, कुकीज़ आदि का ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है। इसलिए इनका सेवन कम करना चाहिए।

जानिए क्या है बी पी लो होने का कारण-BP Low Hone Ke Karan

BP Low Hone Ke Karan

बी पी या ब्लड प्रेशर क्या होता है

हमारे शरीर मे बहने वाला रक्त, रक्त वाहिनियों पर दबाव डालता है। यह दबाव कितना होगा यह व्यक्ति की शारिरिक स्थिति जैसे कोई बीमारी, मोटापा, उम्र और आसपास के वातावरण पर निर्भर करता है।

यह  दबाव सामान्य से कम या अधिक हो जाता तब उसे लो बी पी या हाई बी पी कहा जाता है।

सामान्य बी पी दर क्या होती है-BP Kitna Hona Chahiye

उम्र के अनुसार बी पी की दर

15 से 18 साल                     पुरुष – 117-77mmHg                महिला- 120-85mmHg
19 से 24 साल                     पुरुष ,महिला -120-79mmHg
25 से 29 साल                     पुरुष, महिला- 120-80mmHG
30 से 39 साल                     पुरुष-122-81mmHg                 महिला- 123-82mmHg
40 से 45 साल                     पुरुष-124-83mmHg                 महिला-125-83mmHg
46 से 49 साल                     पुरुष 126-84mmHg                 महिला 127-84mmHg
50 से 55                            पुरुष- 128-85mmHg                महिला 129-85mmHg
60 साल से अधिक                पुरुष- 131-87mmHg               महिला- 130-86mmHg

बी पी लो क्या होता है।

लो ब्लड प्रेशर या निम्न रक्तचाप को हाइपोटेंशन भी कहा जाता है. जब किसी भी इंसान का ब्लड प्रेशर 90/60 से नीचे चला जाता है, तो इस अवस्था को लो बीपी या हाइपोटेंशन कहते है।

ब्लड प्रेशर कम होना मतलब रक्त के साथ ऑक्सीजन का बहाव कम होना। ऑक्सीजन ही हमारी जीवनदायिनी शक्ति है। अब आप सोच सकते है यदि जीवनदायिनी शक्ति ही मुख्य अंगों तक सही से ना पहुचे तो स्थिति कितनी खतरनाक है।

बी पी लो होने के कारण-BP Low Hone Ke Karan

डीहाइड्रेशन

डीहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी, शरीर मे पानी की कमी कई कारणों से हो सकती है, जैसे उल्टी, डायरिया, हैवी वर्कआउट, तेज धूप या गर्मी में लंबा समय बिताना,लू लगना आदि।

इन सब कारणों से शरीर मे पानी हो जाती है, जिससे रक्त का प्रवाह कम हो जाता है।

डीहाइड्रेशन
डीहाइड्रेशन

ज्यादा खून बहना

ज्यादा खून बहने से भी रक्तचाप कम हो सकता है। अचानक कोई बड़ी दुर्घटना, डिलीवरी के दौरान तीव्र रक्तस्राव, या किसी अन्य आपरेशन के दौरान रक्त का बहाव हो सकता है।

दिल से सम्बंधित बीमारियां

ऐसे लोग जिनका दिल कमजोर होता है, वो लो बी पी के ज्यादा शिकार होते है। क्योंकि दिल की कमजोर मांसपेशियों से दिल की कार्यक्षमता प्रभावित होती है और दिल कम मात्रा में खून को पंप कर पाता है। इससे आप समझ सकते है कि यदि हार्ट प्रॉब्लम के साथ लो बी पी की समस्या भी हो तो, हार्ट अटैक और दिल में इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। हार्ट आर्टरीज के ब्लॉक होने, पर भी लो बी पी होता है।

गंभीर इन्फेक्शन

किसी भी प्रकार का गंभीर इन्फेक्शन लो बी पी होने का बहुत बड़ा कारण है। इसका कारण होता है, इन्फेक्शन का खून में प्रवेश कर जाना।

पोषक तत्वों की कमी

आयरन, विटामिन बी-12 , और कुछ अन्य पोषक तत्वों की कमी से शरीर मे रेड ब्लड सेल्स में कमी आ सकती है।जिससे रक्तचाप कम हो जाता है।

एन्डोक्राइन ग्रंथि से जुड़ी समस्या

एन्डोक्राइन ग्रंथि से हार्मोन के कम स्राव के कारण थाइरॉएड, डायबिटीज या इस तरह की अन्य कई बीमारियां होती हैं। उपचार में लापरवाही करने से कई बार रक्तचाप औसत से कम हो जाता है।

लो बी पी को ठीक करने के घरेलू उपाय

  • रात को 7 से 8 किशमिश भिगो दें। खाली पेट सुबह चबा चबा कर खाएं।
  • देसी चने रात को भिगो दें सुबह चबा चबा कर खाए, यदि आपको गैस की दिक्कत है तो मात्र कम रखे, और एक दिन का गैप रखे।
  • कुछ सूप आपके लिए बहुत ही फायदेमंद है, जैसे गाजर, टमाटर, पालक, चुकंदर का सूप। सूप में भुना जीरा और काला नमक डालें।
  • छाछ में नमक, भुना हुआ जीरा और हींग मिलाकर सेवन करें।
  • सुबह आंवले के मुरब्बे का सेवन करें।
  • इंस्टेंट रिलीफ के लिए कॉफी का सेवन करें।
  • रात को गुनगुने दूध के साथ खजूर का सेवन करें।
  • अदरक के छोटे-छोटे करके, उनमें नींबू का रस और सेंधा नमक मिलाकर रख दें। अब इसे प्रतिदिन भोजन से पहले थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाते रहें। दिनभर में 3 से 4 बार भी इसका सेवन आप कर सकते हैं।
  • समय से खाएं खाना
  • तुलसी का सेवन करें
  • बादाम और बादाम के दूध का सेवन करें

बी पी के लिए लाभदायक मुद्रा

इस मुद्रा को आप कभी भी प्रयोग कर सकते है। इसके लिए दोनों हाथों की तर्जनी, मध्यमा, अनामिका और कनिष्ठा उंगलियों से मुट्ठी बनाएं और दोनों हाथों के अंगूठों के अग्रभाग को आपस में मिलाएं। हथेलियों की दिशा नीचे की ओर रहे। रोजाना धीमी-लंबी-गहरी सांस के साथ 15 से 45 मिनट तक करें।

सबसे अच्छा फेस वॉश कौन सा है-Sabse Accha Face Wash Kaun Sa Hai

सबसे अच्छा फेस वॉश

एक समय था जब चेहरे की सफाई के लिए घरेलू नुस्खों जैसे दही, कच्चा दूध या बेसन का इस्तेमाल किया जाता था। अब न तो किसी के पास इतना समय है ना ही धैर्य। इसलिए आजकल फेसवाश ट्रेंड में है। लोग चाहते है कि उन्हें सबसे अच्छा फेस वॉश मिले, तो हम आज आपकी अच्छा फेसवाश चुनने में मदद करेंगे।

सबसे अच्छा फेस वॉश कौन सा है इसके लिए आपको कुछ विकल्प इस आर्टिकल में मिलेंगे। इससे आप अपनी सहूलियत के हिसाब से फेसवाश चुन सकेंगे।

सबसे अच्छा फेस वॉश कौन सा है-Sabse Accha Face Wash Kaun Sa Hai

हिमालया हर्बल प्यूरीफाइंग नीम फेसवाश

हिमालया फेस वाश को नीम और हल्दी के गुणों से युक्त बनाया गया है। नीम और हल्दी की एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, प्रॉपर्टीज पिम्पल्स को दूर करने के अलावा चेहरे की इम्प्यूरिटीज़ को भी दूर करता है।

हिमालया हर्बल प्यूरीफाइंग नीम फेसवाश
हिमालया हर्बल प्यूरीफाइंग नीम फेसवाश

इसे महिला व पुरुष दोनों इस्तेमाल कर सकते है। यह त्वचा को साफ व चमकदार बनाता है। प्रदूषण से चेहरे को होने वाले नुकसान से बचाता है।

हिमालय फेसवाश की रेटिंग सभी ऑनलाइन साइट्स पर काफी अच्छी है। इसलिए आप इसे एक बार जरूर इस्तेमाल कर सकते है।

वाओ फोमिंग फेस वाश

आपने सुना होगा “एन एप्पल ए डे कीप द डॉक्टर अवे” तो वाओ फोमिंग फेसवाश में इस्तेमाल किया गया है एप्पल यानी सेब का। इसमें होते है विटामिन बी-5 ओर विटामिन ई जिससे चेहरे पर निखार आने के साथ साथ यह एंटीएजिंग का काम भी करता है।इसकी खास बात ये है कि इसके साथ एक सिलिकॉन ब्रश भी आता है।

वाओ फोमिंग फेस वाश
वाओ फोमिंग फेस वाश

इसे हल्के हाथ से फेस मसाज करें, यदि आपको पिम्पल है तो ब्रश को पिम्पल पर ना रगड़े। सोशल साइट्स पर इसकी रेटिंग काफी अच्छी है, इसलिए एक बार तो ट्राय करना बनता है।

गार्नियर फेस वॉश

गार्नियर फेस वॉश महिला और पुरुष के लिए अलग अलग अलग आता है। हम आपको दोनों के बारे में बताएंगे।

गार्नियर मेन फेस वॉश

पुरुषों की त्वचा महिलाओं की अपेक्षा कठोर होती है। साथ ही बाहर के प्रदूषण से सामना ज्यादा होता है। इसलिए गार्नियर ने उनको ध्यान में रखकर बनाया है ये फेसवॉश।

गार्नियर मेन फेस वॉश
गार्नियर मेन फेस वॉश

इसे रात को सोने से पहले जरूर इस्तेमाल करे। ये चेहरे से प्रदूषण की परत को अच्छे से साफ करता है।

गार्नियर लाइट कम्प्लीट फेसवाश

गार्नियर ने ये फेसवाश महिलाओं की त्वचा को ध्यान में रखकर बनाया है। ये विटामिन सी से भरपूर हैं क्योंकि इसमें निम्बू रस का इस्तेमाल किया गया है। निम्बू त्वचा के ब्लीचिंग एजेंट की तरह काम है।

गार्नियर लाइट कम्प्लीट फेसवाश
गार्नियर लाइट कम्प्लीट फेसवाश

इसलिए ये फेसवाश आपके प्रदूषण के कारण हुए चेहरे का कालापन दूर करता है।

टैनिंग और मुरझाई हुई त्वचा के लिए ये बहुत ही कारगर है।

पॉंन्डस पियोर व्हाइट फेसवाश

जैसा कि इसके नाम से आपको समझ आ रहा होगा, इस फेसवाश को गोरा करने वाले फेसवाश के तौर पर प्रोमोट किया जाता है। गोरा और काला होना पूरी तरह आपके जीन्स पर निर्भर है।

पॉंन्डस पियोर व्हाइट फेसवाश
पॉंन्डस पियोर व्हाइट फेसवाश

दरअसल चेहरे पर होने वाले ब्लैक हेड्स और वाइट हेड्स चेहरे को बदरंग बनाते है। इनके कारण चेहरा डल लगने लगता है। लेकिन ये फेसवाश इन किलो को निकालकर चेहरे को साफ करता है। इस फेसवाश से चेहरा दमकने लगता है।

तो अगर आप ब्लैक या व्हाइटहेड्स से परेशान है तो इस फेसवाश को प्रयोग कर सकते है।

बायोटिक बायो हनी जेल फेसवाश

बायोटिक फेसवाश इस समय काफी जाना माना नाम है। कम्पनी के दावे के अनुसार इसमे हैं विटामिन बी-1, बी-2, बी-5, बी-6 ओर विटामिन सी। ये सभी तत्व चेहरे को केवल साफ नही करते बल्कि उसे चमकदार और मुलायम बनाते है।

बायोटिक बायो हनी जेल फेसवाश
बायोटिक बायो हनी जेल फेसवाश

साथ ही इसमे है शहद जो त्वचा को मुलायम रखने के साथ साथ एंटीएजिंग की तरह काम करता है।यह हर प्रकार की त्वचा के लिए बेस्ट है

क्लीन एंड क्लियर फेस फेसवाश

ये फेसवाश खासतौर पर ऑयली और पिम्पल प्रोन स्किन के बनाया गया है। वैसे तो ये नेचुरल नही है, क्योंकि इसमें मैरिस्टिक एसिड, ग्लिसरीन, लॉरिक एसिड का इस्तेमाल किया गया है।लेकिन ये सभी तत्व त्वचा को नुकसान नही पहुंचाते।

क्लीन एंड क्लियर फेस फेसवाश
क्लीन एंड क्लियर फेस फेसवाश

रूखी त्वचा वालो के लिए भी ये सही है। अर्थात त्वचा को ज्यादा रूखा नही बनाता। फिर भी इसका इस्तेमाल ऑयली त्वचा वाले करें, तो ये बेहतर रिज़ल्ट देता है।

लैक्मे ब्लश ऐंड ग्लो फेसवॉश

लैक्मे शायद कॉस्मेटिक की दुनिया का बहुत पुराना नाम है। इस फेस वॉश को स्ट्रोबेर्री ओर फलों के रस से तैयार किया जाता है, इसमे मोती का भी उप्योग किया गया है। मेल फीमेल सभी इसे प्रयोग कर सकते है।

लैक्मे ब्लश ऐंड ग्लो फेसवॉश
लैक्मे ब्लश ऐंड ग्लो फेसवॉश

ये चेहरे से डेड सेल्स और टैनिंग को निकाल देता है, जिस कारण चेहरा साफ ओर गोरा दिखता है। ब्लैक हेड्स को निकालता है।इसे बनाने के लिए लैक्मे ने बाकायदा स्किन एक्सपर्ट से जानकारी जुटाई है।

मामाअर्थ टी-ट्री फेस वॉश

मामाअर्थ मॉम्स के बीच मे प्रसिद्ध होने वाला एक ब्रांड है। क्योंकि ये बेबी प्रोडक्ट भी बनाता है।मामाअर्थ बना है टी-ट्री ऑयल, और नीम से, और इन्ही दोनों प्रोडक्ट्स की एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल प्रॉपर्टीज ही इसे बेस्ट बनाती है। ये पिम्पल्स को सुखाकर ठीक करता है।

मामाअर्थ टी-ट्री फेस वॉश
मामाअर्थ टी-ट्री फेस वॉश

तो अगर आप चेहरे को साफ करने के साथ साथ पिम्पल्स से भी छुटकारा चाहते है तो इस फेसवाश को जरूर इस्तेमाल करें।

नीविया फेस वाश

नीविया फेस वाश
नीविया फेस वाश

निविया रूखी त्वचा के लिए सबसे बेहतरीन फेसवाश है। क्योंकि इसे बनाया गया है दूध और शहद से। दूध और शहद न केवल चेहरा साफ होता है बल्कि ये उम्र के निशानों को भी दूर करता है।

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