गिलोय टेबलेट के फायदे

जानिए क्या है गिलोय टेबलेट के फायदे

महामारी कोई भी हो चाहे वो डेंगू फैले या चिकनगुनिया, लेकिन जिस आयुर्वेदिक औषधि का प्रयोग अचानक बढ़ जाता है, वो है गिलोय
अनगिनत फायदों से भरी गिलोय एक बेल का प्रकार होता है। इसके फायदों के कारण लोग घर घर मे उगाने लगे है। इसकी पत्तियों का आकार पान के पत्तों के जैसा होता है और इनका रंग गाढ़ा हरा होता है। गिलोय को गुडूची भी कहते है।

गिलोय के बारे में ये भी कहा जाता है की ये जिस पेड़ को आश्रय बनाती है उसके गुण ले लेती है। इसलिए बहुत से लोग नीम के पेड़ पर चढ़ी गिलोय का असरदार मानते है। गिलोय में गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड और टीनोस्पोरिन, पामेरिन एवं टीनोस्पोरिक एसिड, कॉपर, आयरन, फॉस्फोरस, जिंक, कैल्शियम और मैगनीज भी प्रचुर मात्रा में मिलते हैं।

आजकल गिलोय के लिए पतंजलि गिलोय घनवटी काफी चर्चा में है। सबके लिए इसे लेना आसान भी है और ये आसानी से उपलब्ध भी हैं।
पतंजलि गिलोय घनवटी के केवल और केवल गिलोय की बेल का इस्तेमाल किया गया है। यह गिलोय के तने के जूस से मिलाकर बनाई जाती है।

पतंजलि की गिलोय टेबलेट के फायदे

इम्युनिटी बढ़ाये

आज के समय मे शरीर की सबसे बड़ी जरूरत है स्ट्रांग इम्युनिटी। इम्युनिटी कमजोर होने से इंसान जल्दी जल्दी बीमार होने लगता है। ज़रा सा मौसमी बदलाव या खानपान का बदलाव सहन नही कर पाता।

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गिलोय टेबलेट व्यक्ति के शरीर की इम्युनिटी बढ़ाकर शरीर को अंदर से मजबूत बनाती है। इस प्रकार व्यक्ति हर प्रकार के संक्रामक रोग जैसे खांसी,जुकाम, बुखार, वायरल से बचता है।

गिलोय

लिवर को स्वस्थ बनाए

लिवर शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। लिवर में किसी भी तरह का नुकसान शरीर की दुर्गति कर देता है। लिवर के महत्व को ध्यान में रखते हुए ही पतंजलि के गिलोय घनवटी बहुत लाभदायक है। गिलोय घनवटी के एंटी-ओक्सिडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण लिवर की कार्यक्षमता बढ़ाते है।

गिलोय टेबलेट ब्लड प्यूरीफाई करके एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम लेवल को बढ़ाती है। लिवर द्वारा किया जाने वाला कार्य तेजी से होता है। इस प्रकार लिवर की स्थिति बेहतर से बेहतर होती जाती है।

सुंदरता बढ़ाए

पुराने समय मे चेहरे पर कील मुँहासे या दाग धब्बे होने पर गिलोय के तने को पीसकर उसका लेप लगाया जाता था। तो सोचिए इसके सेवन से त्वचा को कितना फायदा होगा।

गिलोय के अंदर मिलने वाला एंटीबैक्टीरियल गुण, केवल कील मुहासों को दूर नही करता। बल्कि उनके कारण को भी जड़ से खत्म करता है। इसलिए किसी भी तरह की त्वचा सम्बन्धी परेशानी दोबारा नही होती। गिलोय टेबलेट का सेवन हमारी त्वचा को सुंदर और चमकदार बनाता है।

ब्लड प्यूरीफाई करें

पतंजलि गिलोय घनवटी में पाए जाने वाले एंटी-ओक्सिडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण ब्लड प्यूरीफाई करते है। जिससे न केवल हमारा स्वास्थ्य बेहतर होता है बल्कि सुंदरता भी निखरती है। खून की सफाई कैंसर जैसी बीमारी को दूर रखने में मदद करती है।

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डायबिटीज को करे कंट्रोल-Giloy Ghan Vati For Diabetes

विशेषज्ञों के अनुसार गिलोय हाइपोग्लाईसेमिक एजेंट की तरह काम करती है और टाइप-2 डायबिटीज को नियंत्रित रखने में असरदार भूमिका निभाती है।

गिलोय जूस (giloy juice) ब्लड शुगर के बढे स्तर को कम करती है, इन्सुलिन का स्राव बढ़ाती है और इन्सुलिन रेजिस्टेंस को कम करती है। इस तरह यह डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत उपयोगी औषधि है।

डेंगू, मलेरिया और स्वाइन फ्लू में असरकारक

डेंगू, मलेरिया या स्वाइन फ्लू होने पर एलोपैथी के अलावा सबसे ज्यादा गिलोय का इस्तेमाल किया जा रहा है। गिलोय का एंटीपायरेटिक गुण, बुखार में आराम देता है।

बुखार को ठीक करने के साथ साथ ये इम्युनिटी भी बढ़ाता है। जिससे बुखार जल्दी से रिवर्स नही होता।

डायजेस्टिव सिस्टम को बेहतर बनाए

अगर आप कब्ज, अपच या एसिडिटी से पीड़ित है तो गिलोय इसके लिए बेहतरीन उपाय है। गिलोय टेबलेट अपच को दूर कर, कब्ज हटाती है।
कब्ज, अपच और एसिडिटी के दूर होने से भूख खुलकर लगती है जिससे व्यक्ति का स्वास्थ्य बेहतर होता है।

गिलोय टेबलेट के अन्य फायदे

  • सांस सम्बन्धी रोगों जैसे अस्थमा और खांसी में आराम दे।
  • गठिया रोग में आराम देता है।
  • खून की कमी दूर करे।
  • मधुमेह को कम करने में मदद करती है।
  • बुखार की समस्या में लीवर की रक्षा करती है।
  • शरीर की सुजन कम करती है।
  • हाथ-पैर में जलन की समस्या को दूर करती है।

गिलोय का सेवन विधि-गिलोय टेबलेट का सेवन कैसे करें

  • वयस्क दिन में दो बार एक एक गोली का सेवन करे।
  • बच्चे की उम्र कम से कम 7 साल से ऊपर हो। बच्चे को एक गोली का सेवन कराए।
  • खुराक को खाली पेट ले।
  • टेबलेट लेने के एक घण्टे बाद भोजन करे।
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