जानिए क्या है भीगे चने खाने के नुकसान-Chana Khane Se Kya Hota Hai

बहुत पुराने समय से भीगे सुबह के समय भीगे चने खाना मानो भारतीय परिवारों की परंपरा रही है। चाहे आयुर्वेद हो या एलोपैथी, भीगे चने खाना दोनों पद्धतियों के अनुसार लाभदायक है। भीगे हुए चने खाने के फायदे अनगिनत है पर आज इस लेख में हम बात करेंगे भीगे चने खाने के नुकसान के बारे में।



भीगे चने के फायदे

भीगे हुए चनों में होता है फॉस्फोरस और क्लोरोफिल जो शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाता है। इनमें पाया जाने वाला हाई फाइबर पेट की कब्ज और अपच से मुक्ति दिलाता है। डायबिटीज में आराम दे शरीर मे फुर्ती लाता है और पुरूषों में वीर्य को गाढ़ा करके नपुंसकता दूर करता है।

चने में ब्यूटिरेट नामक फैटी एसिड पाया जाता है, जो मुख्य रूप से कैसर को जन्म देने वाली कोशिकाओं को खत्म करने में मदद करता है।



इसमें पाया जाने वाला तत्व β-कैरोटीन आंखों की कोशिकाओं को फायदा करता है।भीगे हुए चने में विटामिन-ए, बी, और विटामिन-ई बालो और स्किन को चमकदार बनाता है। इसके अलावा खून की कमी को दूर करता है।

कब्ज

भीगे चने खानें के नुकसान

अब जिसके इतने अनगिनत फायदे हो क्या उसके कुछ नुकसान हो सकते है। तो बिल्कुल हो सकते है। हर चीज़ के दो पहलू होते है, इसी प्रकार भीगे चने खाने के तरीके, समय, और मात्रा के कारण ये भी नुकसान कर सकते है।




तो आगे हम आपको बताएंगे भीगे चने खाने के नुकसान




  • जब आप सुबह खाली पेट भीगे हुए चने खाते है तो इससे आपके पेट में गैस बन सकती है, जिस कारण पेट में दर्द हो सकता है।
  • हाई फाइबर होने के कारण डिजेस्टिव सिस्टम एब्नॉर्मल हो सकता है। चने में ‘प्यूरिन’ नामक यौगिक होते हैं जो शरीर के यूरिक एसिड द्वारा टूट सकते हैं जिससे कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
  • भीगे  हुए चने खाने से पेट में सूजन, ऐंठन, कब्ज और बदहजमी की समस्या भी हो सकती है।
  • अचार,करेला या हाई एसिडिक चीज़ों के साथ आसपास भीगे चने खाने से, हाई एसिडिटी, जलन यहाँ तक कि हार्ट अटैक आ सकता है।
  • हाई प्रोटीन होने के कारण यदि हम इसका ज्यादा सेवन करते है तो ज्यादा प्रोटीन नुकसान करता है।
  • इससे वजन बढ़ना, कब्ज़ ब्लॉटिंग, डिहाइड्रेशन, ऑस्टियोपोरोसिस, और किडनी की बीमारी जैसी समस्याएं हो सकती है
  • इसी प्रकार भीगे चनों से मिलने वाला ज्यादा आयरन भी नुकसानदेह है। ज्यादा मात्रा में भीगे चने खाने से सीने में जलन, उल्टी, दस्त, शरीर में पानी की कमी, लिवर डैमेज, लगातार गिरता बीपी, धडक़नों का घटना-बढऩा हार्ट फेल या किडनी फेल की समस्या हो सकती है।
  • भीगे चनों में पाया जाने वाला फॉस्फोरस यदि अधिक मात्रा में लिया जाए तो इससे हाइपरफॉस्फेटिमिया की समस्या हो सकती है, जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।

चने में पाए जाने वाले पोषक तत्व

पोषक तत्वमात्रा ( प्रति100 ग्राम)
पानी (g) 60.21
ऊर्जा (kcal) 164
प्रोटीन (g) 8.86
कुल फैट(g) 2.59
कार्बोहाइड्रेट (g) 27.42
फाइबर (g) 7.6
कुल शुगर (g) 4.80

मिनरल्स
कैल्शियम (mg) 49
आयरन (mg) 2.89
मैग्नीशियम (mg) 48
फास्फोरस (mg) 168
पोटैशियम (mg) 291
सोडियम (mg) 7
जिंक (mg) 1.53

विटामिन
विटामिन सी (mg) 1.3
थियामिन (mg) 0.116
राइबोफ्लेविन (mg) 0.063
नियासिन (mg) 0.526
विटामिन बी 6 (mg) 0.139
फोलेट (μg) 172
विटामिन बी -12 (μg) 0.00
विटामिन ए (μg RAE) 1
विटामिन ए (IU) 27
विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल),mg0.35
विटामिन डी (डी2 + डी3)00.0
विटामिन डी (IU) 0
विटामिन K1 (फाइलोक्विनोन) (μg)4.0
लिपिडफैटी एसिड कुल सैचुरेटेड (g)0.269फैटी एसिड, कुल मोनोअनसैचुरेटेड (g)0.583फैटी एसिड, कुल पॉलीअनसैचुरेटेड (g)1.156फैटी एसिड, कुल ट्रांस। 0.000
कोलेस्ट्रॉल (मिलीग्राम) 0

इसलिए भीगे चने खाने की शुरुआत करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखे।

  • शुरुआत से ही ज्यादा मात्रा का सेवन न करे।
  • भीगे चने खाने से पहले कोई फल जरूर ले।
  • भीगे चने खाने के आसपास या साथ मे एसिडिक भोजन न करें।
  • गुर्दे की पथरी, पित्त या गठिया से पीड़ित इसका सेवन बिल्कुल भी न करें।
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