कैसे करे घर पर फेशियल कम पैसे में सस्ता जुगाड़

Facial At Home

घरेलू फेशियल | Gharelu Facial

घर पर फेशियल पैक में केमिकल से बने फेशियल जितना ग्लो तो नही आ पाता हैं लेकिन बाजार में बिकने वाले कीमती प्रसाधनों में मिले रसायन चाहे पल भर के लिए आपका सौन्दर्य बढ़ा दें लेकिन इस बात को नजर-अन्दाज नहीं किया जा सकता कि खराब असर छोड़ने वाले यह रसायन आपको असमय ही बुढ़ापे की ओर ढकेल देते हैं। आप अपने रसोईघर में देखिऐ तो सौन्दर्य के लिए अनगिनत चीजे पल भर में ही आपकी नजर में आ जायेंगी।

Ghar Par Facial Kaise Kare In Hindi

  • घरेलू फेशियल (Gharelu Facial) मे चेहरा कैसे साफ करे?
  • घरेलू फेशियल मे स्क्रब कैसे करे?
  • घरेलू फेशियल मसाज कैसे करें?
  • घरेलू फेशियल चेहरे पर भाप कैसे ले?
  • घरेलू फेशियल फेस पैक कैसे लगाऐ?
    फेशियल
    फेशियल

घरेलू फेशियल (Gharelu Facial) मे चेहरा कैसे साफ करे?

यदि आपकी त्वचा तैलीय है, तो साबुन व गुनगुने पानी से मुँह धो लें, लेकिन यदि त्वचा शुष्क है, तो साफ रूई से फालतू क्रीम व चिकनाई पोंछ लें।

अगर आपकी त्वचा काफी संवेदनशील है, तो क्‍लींजर बनाने के लिये आपको जोजोबा ऑयल ऑलिव ऑयल, या फिर कैस्‍टर ऑयल का इस्तमाल करना चाहिये।

घरेलू फेशियल मे स्क्रब कैसे करे?

जब चेहरा साफ कर ले उसके बाद चेहरे को स्क्रब करे इसके लिए एक चम्मच शक्कर में नींबू का रस डालें और इस स्क्रब से चेहरे को बहुत ही हल्के हाथों से स्क्रब करें। 2-4 मिनट स्क्रब करने के बाद चेहरा पानी से धो लें। ये स्क्रब तैलीय त्वचा के लिए काफी अच्छा है। अगर त्वचा बहुत रूखी हो तो नींबू के रस की जगह शहद का इस्तेमाल करें।

घरेलू फेशियल मसाज कैसे करें?

अब आपका चेहरा मालिश के लिए तैयार है। घर पर फेशियल (how to use facial kit at home in hindi) करते समय मालिश के लिए क्रीम का चुनाव करते समय अपनी त्वचा का ख्याल अवश्य रखें। यदि आपकी त्वचा तैलीय अथवा सामान्य है, तो आप साधारण कोल्ड क्रीम या आल परपज क्रीम ले सकती हैं, लेकिन ड्राई होने पर विटामिन क्रीम का प्रयोग करें। घर पर मसाज पेस्ट बनाने के लिए दो चम्मच शहद, दो विटामिन ई के कैप्सूल और दो चम्मच एलोवेरा जेल मिलाकर आप मसाज के लिए जैल तैयार कर सकते है। अब हल्के हाथों से दबाव डालते हुए मालिश आरम्भ करें। ध्यान रखें कि मालिश हमेशा कम गति से ही करें। यानी अन्दर से बाहर की ओर एवं नीचे से ऊपर की ओर।

मालिश दस-पन्द्रह मिनट तक की जानी चाहिए। इतने समय में क्रीम त्वचा में समा जायेगी। अब यदि चेहरे पर फालतू क्रीम बच जाये, तो उसे रूई से पोंछ लें।

घरेलू फेशियल चेहरे पर भाप कैसे ले?

घर पर फेशियल करने की प्रक्रिया में मालिश के बाद नम्बर आता  भाप लेने का। भाप लेने से त्वचा के रोम छिद्र खुल जाते हैं और त्वचा को फेसपैक का पूरा लाभ मिलता है। भाप के लिए एक चौड़े बरतन में उबलता हुआ पानी डालें और एक बड़े तौलिये से चेहरा व बरतन ढक लें ।

घरेलू फेशियल फेस पैक कैसे लगाऐ?

फेशियल का अन्तिम चरण फेस पैक है। फेस पैक आप बाजार से भी खरीद सकती हैं और घर पर भी तैयार कर सकती हैं। आँखों के नीचे की त्वचा को छोड़ कर शेष पूरे चेहरे व गरदन पर लेप लगा लें। आँखों पर गुलाब जल में भीगे फाहे रख लें व आराम से लेट जायें। जब तक चेहरे पर लेप लगा रहे, तब तक न तो मुस्कराएँ और न ही बातें करें। यदि सम्भव हो, तो पैरों को किसी ऊँचे स्थान पर रखें।

जब सुख जाये तो गुनगुने पानी से मुँह धोकर माश्चराइजर लगा लें। घर पर फेशियल पैक बनाने के लिए तीन चम्मच एलोवेरा जेल, एक चम्मच चंदन पाउडर, और दो चम्मच गुलाब जल लेकर मिक्स करें। इसे चेहरे पर लगाएं और पैक सूखने के बाद चेहरा धो लें। आप अपनी पसंद अनुसार पेस्ट बनाने के लिए इन सभी सामानों की मात्रा कम या ज्यादा कर सकती है। 

खुद का फेशियल करने के लिए आप मुल्तानी मिट्टी या दही और हल्दी का मिक्सर प्रयोग में ले सकते है। चहरे को अच्छी तरह से धोने के बाद चहरे पर इसे लगा कर 10-15 मिनट के लिए रख ले और जब सुख जाए तब चहरे को अच्छी तरह से धो लें। 

फेशियल करने से पहले चेहरे पर यदि बाल हो तो उन्हे हटा लेना चाहिए। और बहुत से एक्सपर्ट फेशियल से पहले ब्लीच करने की राय देते है। क्योंकि इससे त्वचा पर जमे हुए धूल मिट्टी के कण और डेड स्किन दूर हो जाती है। और फेशियल अच्छी तरह से काम करता है।  

 

दही चेहरे पर पड़ी झुरीयों और डेड स्किन के लिए बहुत लाभप्रद है। दही से फेशियल करने के लिए आप एक कटोरी में दही लेकर उसे अच्छी तरह से चेहरे पर लगाए अंगुलियों को सर्कुलर मोशन में अच्छी तरह से घुमाए। चाहे तो चावल के आटते को भी दही में मिक्स कर सकते है। 

बेसन के दानों में प्राय एबसोर्व करने की क्षमता होती है। बेसन से बने फेश पैक को चेहरे पर लगाने पर यह चेहरे पर जमें धूल मिट्टी के कण और डेड सेल्स को एबसोर्व कर के दुर कर देता है। और चेहरे पर एक नेचुरल चमक लाता है।

सर्दियों में अक्सर स्किन रूखी सुखी हो जाती है।  इसके लिए स्क्रब से अच्छी तरह से चेहरे को धोने के बाद किसी ढंग की क्रीम से मसाज कर के मास्क लगा लें। उसके बाद चेहरे को अच्छी तरह से गुलाब जल युक्त पानी से पोंछ लें। 

एलोवेरा त्वचा के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी है। एलोवेरा के रस के साथ नींबू को मिलाकर इसे चेहरे पर लगा कर चेहरे पर अंगुलियों को अच्छी तरह से सर्कुलर मोशन में घुमाएं। कुछ देरी तक रहने दें उसके बाद चेहरे को अच्छी तरह से पानी से धो दें। 

गोरे होने के लिए कौन सा फेशियल करें?

गोरा होने के लिए आप गोल्ड या डायमंड फेशियल का उपयोग कर सकते है। किसी बेहतर फेशियल का प्रयोग करने पर धूल मिट्टी और धूप के कारण त्वचा पर आया कालापन दूर हो जाता है। और डायमंड फेशियल त्वचा में भारी चमक देता है।

डायमंड फेशियल अलग अलग ब्रांड में अलग अलग कीमत का होता है। इसकी कीमत 1500 से लेकर 10000 तक की भी होती है। यह आप पर निर्भर करता है की आप किस ब्रांड का डायमंड फेशियल यूज करते हो।

फेशियल करवाने के बाद धूप में जाने से बचना चाहिए क्योंकि इस से चेहरा काला पड़ सकता है। और यदि धूप में जाना ही पड़े तो फेशियल के बाद सन स्क्रीन लगानी चाहिए जिससे धूप में जाने पर चेहरे में किसी तरह की कोई समस्या न आए।

कई बार उम्र से पहले ही चेहरे पर झाइयाँ देखने को मिलती है। इसको दूर करने के लिए फेशियल कारगर साबित हो सकता है। इसके लिए आप सिल्वर फेशियल का उपयोग कर सकते है और यदि आपकी स्किन ऑयली है तो पर्ल फेशियल का प्रयोग किया जा सकता है। 

घर पर ब्लीच करने के लिए आप हल्दी और दही के मिश्रण का प्रयोग कर सकते हो क्योंकि यह नेचुरल ब्लीचिंग एजेंट है। इसी के साथ किसी कंपनी का ब्लीच पाउडर लाकर इसका पेस्ट बना कर चेहरे पर लगा लें और 10-15 मिनट के बाद टिस्यू पेपर से पोंछ कर चेहरे को धो लें।  

हर महीने पार्लर पर फेशियल करवाना त्वचा के लिए सही नहीं रहता है। क्योंकि पार्लर पर विभिन्न ब्रांड के फेशियल पेक का उपयोग किया जाता है। जिसमें अनेकों तरह के केमिकल होते है जो त्वचा को कमजोर बनाते है और त्वचा संबंधी समस्या पैदा करते है। 

ग्लिसरीन के साथ गुलाब जल मिलाकर उसे फेशियल के रूप में यूज में लिया जा सकता है। इन दोनों को मिलाकर कर रात में सोने से पहले लगा दें और सुबह मुहँ को अच्छी तरह से धो दें। इससे चेहरे पर एक नेचुरल चमक आती है। 

घरेलू फेशियल करने के लिए पहले चेहरे पर यदि बाल हो उसे हटा लें। उसके बाद किसी स्क्रब से अच्छी तरह से चेहरे को धो दें। चेहरे को धोने के बाद जो भी मास्क आप यूज कर रहे है उसे चेहरे पर लगा कर 15 मिनट  तक सूखने डे और उसके बाद चेहरा धोलें। 

घर पर गोल्ड फेशियल करने के लिए सबसे पहले चेहरे को अच्छी तरह से साफ कर ले यदि चेहरे पर कोई बाल वगैरह हो तो। इसके बाद स्क्रब से चेहरे को धो कर गोल्ड फेशियल की अच्छी तरह मसाज कर लें। मसाज से पहले ब्लीच भी कर सकते है।  

चेहरे पर दही लगाना काफी हद तक फायदे मंद हो सकता है लेकिन यदि आपकी स्किन ऑयली है तो आपको चेहरे पर दही लगाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि इस से मुहासे एर फुंसिया होने का डर रहता है। और यदि चेहरे पर अधिक मात्रा में कीले है तब भी दही लगाने से परहेज करना चाहिए। 

बेसन और दही का फेस पैक एक नेचुरल फेश पैक है जो चेहरे की झुरीयों और डेड सेल्स को दूर करने के साथ साथ चेहरे में एक नेचुरल चमक लाता है। इसके उपयोग के बाद आपको किसी तरह के मॉसराइजेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह त्वचा का रूखा सूखापन दूर कर देगा।  

रोजाना चेहरे को किसी अच्छे फेस वॉश से धोना चाहिए जिससे त्वचा पर जमे धूल मिट्टी के कण दूर हो जाए। फेशवाश से चेहरे को धोने के बाद उसमें रूखा पन आजाता है अतः इसे दूर करने के लिए किसी अच्छे मोश्चराइजेशन क्रीम का प्रयोग किया जा सकता है।

 

गोल्ड फेशियल स्टेप इन हिंदी 

गोल्ड फेशियल किट

गोल्ड फेशियल घर पर कैसे करें

जब भी फेशियल की बात आती तो सबसे पहले दिमाग मे गोल्ड फेशियल आता है। लेकिन पार्लर चार्ज सुनकर अक्सर महिलाऐ सोचने लगती है। हम आपको गोल्ड फेशियल बता रहे है स्टेप बाई स्टेप घर पर करने के आप समय और पैसे दोनो बचाकर घर पर ही गोल्ड फेशियल कर सकती है।

गोल्ड फेशियल किट

घर पर गोल्ड फ़ेशियल करने के लिए सबसे पहले अच्छी गोल्ड फैशियल किट खरीद कर ले आये। किट खरीदते समय इस बात का ध्यान रखे की उसमे फैशियल करने की सभी सामग्री मौजूद है या नही। हमेशा अच्छी कंपनी की किट ख़रीदे जो आपकी स्किन के लिए फायदेमंद हो और आपको किसी तरह एक कोई नुकसान ना हो। किट पर डेट भी जरूर चेक कर ले।

गोल्ड फेशियल स्टेप इन हिंदी

क्लींजिग

अब गोल्ड फैशियल करने के लिए सबसे पहले अपने चेहरे को साफ करे। चेहरा साफ करने के लिए आपकी किट में कलींजर मौजूद होगा। कलींजर को अपने चेहरे पर लगाए और फिर हल्के गुनगुने पानी से अपने चेहरे को साफ कर ले। अब अपना चेहरा तौलिए से पोछ ले।

स्क्रब

स्क्रबिंग
स्क्रबिंग

अब स्किन के डेड सेल्स को खत्म करने के लिए बारी आती है स्क्रब की। स्क्रब फैशियल का सबसे अहम हिस्सा होता है। किट में से स्क्रब ले अपने हाथ में निकाले थोड़ा सा पानी ले और अपने चेहरे पर स्क्रब की मसाज करे। अपने हाथ और उंगलियो की मदद से अपने पूरे चेहरे पर हल्के हाथो से मसाज करते रहे ऐसा कम से कम 25-30 मिनट तक करे। अब अपने चेहरे को गुनगुने पानी से धो कर साफ कर ले।

मसाज

अब अपनी किट से गोल्ड फैशियल क्रीम निकाले। इस क्रीम में बहुत से गुण होते है जो आपके चेहरे और स्किन के लिए फायदेमंद होते है। इस क्रीम को हाथो मे ले अपने पूरे चेहरे और थोड़ा गर्दन पर भी लगाकर अच्छी तरह 25-30 मिनट तक मसाज करे। कुछ देर में किसी गीले कपडे या फोम की मदद से अपना चेहरा और गर्दन को पोछ ले।

फेसपैक

इतना होने के बाद गोल्ड फेसपैक को ले और अपने पूरे चेहरे पर लगाए। फेसपैक को तब तक रखे जब तक सुख ना जाऐ अपने चेहरे पर लगा रहने दे और जब वो सूख जाए तो अपने चेहरे को साफ कर ले। अब अपना चेहरा ठंडे पानी से साफ कर ले और तौलिए की मदद से पोछ ले।

मॉइस्चराइज़

जब सब हो जाए तो एक मॉइस्चराइज़र ले और उसे अपने चेहरे और गर्दन के हिस्से पर लगाए। आपका गोल्ड फैशियल पूरा हो गया है। आपको अपने चेहरे पर फर्क अलग ही दिखायी देगा।

फेशियल कराने के बाद त्वचा संवेदनशील हो जाती है और त्वचा के रोम-छिद्र खुल जाते हैं। ऐसे में त्वचा पर भारी या ज्यादा मेकअप न करें।

इन बातो का ध्यान दे

फेशियल के बाद धूप में निकलने से बचे और अगर निकलना भी है, तो चेहरे को स्कार्फ से ढककर या छाता लेकर निकलें।

फेशियल के बाद कुछ दिनों तक स्क्रबिंग न करें। जैसा कि हमने आपको बताया कि फेशियल के बाद त्वचा नर्म और संवेनदशील हो जाती है, ऐसे में स्क्रब करने से त्वचा छिल सकती है।

-कुछ दिनों तक थ्रेडिंग या वैक्सिंग न करवाएं, नहीं तो त्वचा कट या छिल सकती है।

-अगर बात करें गोल्डन फेशियल कब और कितनी बार कराया जाए, तो आप 4 से 5 महीने में एक बार कर सकते हैं। यह व्यक्ति की त्वचा, उसकी स्थिति और उसकी जरूरत पर भी निर्भर करता है। इसके लिए आप विशेषज्ञ की सलाह ले सकती हैं।

खुद का फेशियल करने के लिए आप मुल्तानी मिट्टी या दही और हल्दी का मिक्सर प्रयोग में ले सकते है। चहरे को अच्छी तरह से धोने के बाद चहरे पर इसे लगा कर 10-15 मिनट के लिए रख ले और जब सुख जाए तब चहरे को अच्छी तरह से धो लें। 

फेशियल करने से पहले चेहरे पर यदि बाल हो तो उन्हे हटा लेना चाहिए। और बहुत से एक्सपर्ट फेशियल से पहले ब्लीच करने की राय देते है। क्योंकि इससे त्वचा पर जमे हुए धूल मिट्टी के कण और डेड स्किन दूर हो जाती है। और फेशियल अच्छी तरह से काम करता है।  

 

दही चेहरे पर पड़ी झुरीयों और डेड स्किन के लिए बहुत लाभप्रद है। दही से फेशियल करने के लिए आप एक कटोरी में दही लेकर उसे अच्छी तरह से चेहरे पर लगाए अंगुलियों को सर्कुलर मोशन में अच्छी तरह से घुमाए। चाहे तो चावल के आटते को भी दही में मिक्स कर सकते है। 

बेसन के दानों में प्राय एबसोर्व करने की क्षमता होती है। बेसन से बने फेश पैक को चेहरे पर लगाने पर यह चेहरे पर जमें धूल मिट्टी के कण और डेड सेल्स को एबसोर्व कर के दुर कर देता है। और चेहरे पर एक नेचुरल चमक लाता है।

सर्दियों में अक्सर स्किन रूखी सुखी हो जाती है।  इसके लिए स्क्रब से अच्छी तरह से चेहरे को धोने के बाद किसी ढंग की क्रीम से मसाज कर के मास्क लगा लें। उसके बाद चेहरे को अच्छी तरह से गुलाब जल युक्त पानी से पोंछ लें। 

एलोवेरा त्वचा के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी है। एलोवेरा के रस के साथ नींबू को मिलाकर इसे चेहरे पर लगा कर चेहरे पर अंगुलियों को अच्छी तरह से सर्कुलर मोशन में घुमाएं। कुछ देरी तक रहने दें उसके बाद चेहरे को अच्छी तरह से पानी से धो दें। 

गोरे होने के लिए कौन सा फेशियल करें?

गोरा होने के लिए आप गोल्ड या डायमंड फेशियल का उपयोग कर सकते है। किसी बेहतर फेशियल का प्रयोग करने पर धूल मिट्टी और धूप के कारण त्वचा पर आया कालापन दूर हो जाता है। और डायमंड फेशियल त्वचा में भारी चमक देता है।

डायमंड फेशियल अलग अलग ब्रांड में अलग अलग कीमत का होता है। इसकी कीमत 1500 से लेकर 10000 तक की भी होती है। यह आप पर निर्भर करता है की आप किस ब्रांड का डायमंड फेशियल यूज करते हो।

फेशियल करवाने के बाद धूप में जाने से बचना चाहिए क्योंकि इस से चेहरा काला पड़ सकता है। और यदि धूप में जाना ही पड़े तो फेशियल के बाद सन स्क्रीन लगानी चाहिए जिससे धूप में जाने पर चेहरे में किसी तरह की कोई समस्या न आए।

कई बार उम्र से पहले ही चेहरे पर झाइयाँ देखने को मिलती है। इसको दूर करने के लिए फेशियल कारगर साबित हो सकता है। इसके लिए आप सिल्वर फेशियल का उपयोग कर सकते है और यदि आपकी स्किन ऑयली है तो पर्ल फेशियल का प्रयोग किया जा सकता है। 

घर पर ब्लीच करने के लिए आप हल्दी और दही के मिश्रण का प्रयोग कर सकते हो क्योंकि यह नेचुरल ब्लीचिंग एजेंट है। इसी के साथ किसी कंपनी का ब्लीच पाउडर लाकर इसका पेस्ट बना कर चेहरे पर लगा लें और 10-15 मिनट के बाद टिस्यू पेपर से पोंछ कर चेहरे को धो लें।  

हर महीने पार्लर पर फेशियल करवाना त्वचा के लिए सही नहीं रहता है। क्योंकि पार्लर पर विभिन्न ब्रांड के फेशियल पेक का उपयोग किया जाता है। जिसमें अनेकों तरह के केमिकल होते है जो त्वचा को कमजोर बनाते है और त्वचा संबंधी समस्या पैदा करते है। 

ग्लिसरीन के साथ गुलाब जल मिलाकर उसे फेशियल के रूप में यूज में लिया जा सकता है। इन दोनों को मिलाकर कर रात में सोने से पहले लगा दें और सुबह मुहँ को अच्छी तरह से धो दें। इससे चेहरे पर एक नेचुरल चमक आती है। 

घरेलू फेशियल करने के लिए पहले चेहरे पर यदि बाल हो उसे हटा लें। उसके बाद किसी स्क्रब से अच्छी तरह से चेहरे को धो दें। चेहरे को धोने के बाद जो भी मास्क आप यूज कर रहे है उसे चेहरे पर लगा कर 15 मिनट  तक सूखने डे और उसके बाद चेहरा धोलें। 

घर पर गोल्ड फेशियल करने के लिए सबसे पहले चेहरे को अच्छी तरह से साफ कर ले यदि चेहरे पर कोई बाल वगैरह हो तो। इसके बाद स्क्रब से चेहरे को धो कर गोल्ड फेशियल की अच्छी तरह मसाज कर लें। मसाज से पहले ब्लीच भी कर सकते है।  

चेहरे पर दही लगाना काफी हद तक फायदे मंद हो सकता है लेकिन यदि आपकी स्किन ऑयली है तो आपको चेहरे पर दही लगाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि इस से मुहासे एर फुंसिया होने का डर रहता है। और यदि चेहरे पर अधिक मात्रा में कीले है तब भी दही लगाने से परहेज करना चाहिए। 

बेसन और दही का फेस पैक एक नेचुरल फेश पैक है जो चेहरे की झुरीयों और डेड सेल्स को दूर करने के साथ साथ चेहरे में एक नेचुरल चमक लाता है। इसके उपयोग के बाद आपको किसी तरह के मॉसराइजेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह त्वचा का रूखा सूखापन दूर कर देगा।  

रोजाना चेहरे को किसी अच्छे फेस वॉश से धोना चाहिए जिससे त्वचा पर जमे धूल मिट्टी के कण दूर हो जाए। फेशवाश से चेहरे को धोने के बाद उसमें रूखा पन आजाता है अतः इसे दूर करने के लिए किसी अच्छे मोश्चराइजेशन क्रीम का प्रयोग किया जा सकता है।

 

10 मैजिकल जैतून के तेल के फायदे चेहरे के लिए

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जैतून का तेल चेहरे के लिए

आजकल के जमाने मे हर कोई चेहरे पर प्राकृतिक चमक चाहता है। प्राकृतिक चमक कॉस्मेटिक्स से नही आती, केमिकल से भरे ये कॉस्मेटिक्स थोड़ी देर की चमक देकर प्राकृतिक चमक छीन लेते है। आगे चलकर स्किन खराब हो जाती है और पिम्पल्स या डार्क सर्कल्स की समस्या हो सकती है।

ऐसे में अपनी स्किन को ठीक रखने के लिए प्राकृतिक चीजे ही इस्तेमाल करनी चाहिए , जिससे आपकी त्वचा पर कोई साइड इफेक्ट न हो और आपकी त्वचा का निखार भी बना रहे। जैतून का तेल ऐसी ही प्राकृतिक चीजों में से एक है तो आइये जानते है आपकी त्वचा के लिए जैतून तेल के फायदे

आइये जानते है जैतून का तेल चेहरे के लिए क्या क्या कर सकता है।

मेकअप हटाए जैतून के तेल से

मेकअप हमे सुंदर तो दिखाते है पर चेहरे को नुकसान भी पहुँचाते है,ऐसे में उसे सावधानी से हटाना बहुत जरूरी है। किसी ब्रांडेड कम्पनी के मेकअप रिमूवर से कई गुना अच्छा काम जैतून का तेल करता है। ये ना केवल मेकअप हटाता है बल्कि चेहरे की स्किन को मेकअप से होने वाले नुकसान से बचाकर मॉइस्चर देता है।

त्वचा की रंगत निखारे जैतून का तेल

जैतून का तेल त्वचा की रंगत निखारने और चेहरे को बेदाग बनाने में काफी मदतगार है। अगर आप जैतून तेल का इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपकी रंगत में निखार आएगा और त्वचा में चमक आएगी।

एंटीएजिंग

जैतून के तेल में विटामिन ग्रुप बी और डी, ओमेगा -3 एस और ओमेगा -6 एस जैसे फैटी एसिड और विटामिन ई भी होता है जो नई झुर्रियों को रोककर स्किन को हाइड्रेटेड और जवां दिखाते है साथ ही रैडिकल डैमेज को कम करके स्किन सेल्स की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है।

ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स के लिए इलाज

ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स जोकि चेहरे के पोर्स में भरी गंदगी से बनते है जोकि चेहरे को बहुत ही बदसूरत कर देते है। ऐसे में जैतून के तेल बहुत ही बढ़िया काम करता है।

इसके लिए आप को एक छोटी सी टिप देते है। बारीक पिसी हुई दालचीनी ले। उसमें कुछ बूंदे ऑलिव ऑयल की डाले। अब इस मिक्सचर को हल्के हाथ से नाक, ठोड़ी और ब्लैकहेड्स वाली जगह पर रगड़े, कुछ देर बाद गुनगुने पानी से धो दे। यह जमा हुई अशुद्धियों को अवशोषित करके छिद्रों को बंद कर देता है और इस तरह व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड्स की देखभाल करता है।

मॉइस्चराइज़र

अगर आपका मॉइस्चराइजर आपके चेहरे पर सही से काम नही कर रहा तो एक बार जैतून के तेल आजमा कर देखिए, आप हैरान रह जाएंगे जब देखेंगे कि जैतून का तेल कितनी गहराई से स्किन में समाकर उसे काफी देर तक नमी देता है।

होंठो के लिए

सर्दियों में होंठो पर जमी पपड़ी ना केवल चेहरे को खराब दिखाती है बल्कि दर्द भी देती है। ऐसे में अपनाए ये नुस्खा, थोड़ी सी ब्राउन शुगर में कुछ बूंदे जैतून का तेल और निम्बू का रस मिलाएं। इसे रात को सोने से पहले लगाए और लगाकर सो जाए। ऑलिव ऑयल आपके होंठों को नर्म व मुलायम बनाएगा और चीनी व नींबू आपके होंठों को एक्सफोलिएट करेगा।

पिंपल करे दूर जैतून का तेल

चेहरे से पिम्पल दूर करने के लिए तरह-तरह की क्रीम, लोशन व फेसवॉश का इस्तेमाल करने की बजाय जैतून के तेल का उपयोग करे। जैतून के तेल में विटामिन-ई होता है, जो त्वचा को स्वस्थ बनाता है। इसके अलावा ऑलिव ऑइल का एंटी- इनफ्लैमेंटरी गुण मुंहासे के साथ होने वाली सूजन और लाली को खत्म करता है।

डार्क सर्कल और घनी पलके

कभी आपने कोई तेल अपने डार्क सर्कल और पलको पर आजमाया है। अगर नही तो एक बार जैतून का तेल जरूर लगाइए, उंगलियों के पोरों पर हल्का सा तेल लगाकर उसे पलको और डार्क सर्कल पर लगाकर छोड़ दे। जल्दी ही आपके डार्क सर्कल हल्के और पलके खूबसूरत और घनी हो जाएंगी।

चेहरे पर मसाज कैसे करें

थोड़ा सा तेल फिंगर टिप्स पर लगाकर अपने चेहरे पर पर सर्कुलर मोशन में तेल की मालिश करें, चेहरे पर गर्म पानी में डूबा हुआ कपड़ा रखे, ऐसा करने से भाप से चेहरे के पोर्स खुलेंगे और तेल अंदर तक अब्सॉर्ब होगा।

अगर आप नही समझ पा रहे कि कौन सा जैतून का तेल बेहतर है तो हम उसमे आपकी मदद कर सकते है

आइये आपको बताते है 5 बेहतरीन जैतून तेल के ब्रांड

1-फ़िगारो एक्स्ट्रा वर्जिनऑलिव ऑयल

जैतून का तेल चेहरे के लिए
फ़िगारो  एक्स्ट्रा वर्जिनऑलिव ऑयल

वर्षों की विरासत के साथ, फिगारो भारतीय बाजार में सबसे पुराने जैतून के तेल ब्रांडों में से एक है। फिगारो की हर बोतल शुद्धता के आश्वासन के साथ आती है, इसमे केवल सबसे अच्छी गुणवत्ता वाले जैतून के तेल का उपयोग किया जाता है और यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत सावधानी बरती जाती है कि तेल अपने सभी पोषण लाभों को बरकरार रखे। विटामिन ई में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण से भरपूर.

2-डेल मोंटे एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल

जैतून का तेल चेहरे के लिए
डेल मोंटे एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल

डेल मोंटे जैतून का तेल 100 प्रतिशत इटेलियन है।
यह एक वेजीटेरियन उत्पाद है।एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल (कोल्ड-एक्सट्रैक्टेड)।

3-Borges एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल

जैतून का तेल चेहरे के लिए
Borges एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल

Borges एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल में उच्चतम गुणवत्ता वाले जैतून जो कि मेडतेरियन सन में कल्टीवेट किए जाते है अपनी ओरिजिनल स्वाद और सुगंध के साथ,
विटामिन ई और ए में उच्च, एंटीऑक्सिडेंट और आवश्यक फैटी एसिड से भरपूर, स्पेन में बनाया और पैक किया जाता है।

4-अर्बनबोटानिक्स ऑलिव ऑयल

urban botanics oil reivew
urban botanics oil reivew

अर्बनबोटानिक्स ऑलिव ऑयल विटामिन ए, ई और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। यह बालों में केराटिन की रक्षा और मॉइस्चर ब्लॉक करने में मदद करता है। यह आपके बालों को स्वस्थ, मजबूत और चमकदार दिखाने में मदद करता है। जैतून के तेल की विशेषता वाला एक गर्म तेल उपचार आपको मेनीजेबल बाल देने में मदद करेगा ताकि आपके बाल स्टाइल करने में आसान हों।

5-मोरफेम रेमेडीज ऑर्गेनिक एक्स्ट्रा वर्जिन हेयर ऑयल

जैतून का तेल चेहरे के लिए
best olive oil

मोरफेम रेमेडीज ऑर्गेनिक एक्स्ट्रा वर्जिन कोल्ड ने आयल हेयर ऑयल नेचुरल और प्योर ऑयल्स की अच्छाई के साथ आता है। इसमें कोई मिनरल ऑयल, कोई सल्फेट, एसएलएस, कोई सिलिकॉन, कोई पैराबेन, कोई कृत्रिम खुशबू और कोई एडिटिव्स या रसायन शामिल नही हैं।

बालो के लिए जैतून का तेल कौन सा है बेस्ट और फायदेमंद-Jaitun Oil For Hair In Hindi

जैतून के तेल के फायदे

खूबसूरत बाल किसे पसन्द नही, लेकिन कई बार बालो की टेम्परेरी खूबसूरती के लिए हम फैशन और स्टाइल के चलते बालों पर तमाम तरह के केमिकल प्रोडक्ट इस्तेमाल करते हैं। चाहे वो बालो की स्मूथनिंग् हो, स्ट्रेटनिंग हो या कलरिंग, ये सब हमारे बालो को बहुत महंगा पड़ता है। बाल जड़ों से कमजोर और रूखे हो जाते हैं। ऊपर से प्रदूषण की मार बालों को और बेजान कर देती है। ऐसी स्थिति में बालों के लिए सब कराने के चक्कर में जैतून तेल से बेहतर और कोई विकल्प नहीं हो सकता। जैतून का तेल बालो के लिए बहुत ही फायदेमंद है।

बालो को नया जीवन देने के लिए जैतून के तेल से बेहतर क्या होगा, पर बहुत से लोग मार्किट की नई मार्केटिंग फैक्ट से कंफ्यूज हो जाते हैं कि वर्जिन, एक्स्ट्रा वर्जिन क्या बला है और बालों के लिए सबसे अच्छा तेल कौन सा है, तो आइए हम आपको इनका अंतर बता दे।

जैतून तेल को उपयोग के आधार पर कई श्रेणी में बांटा जाता है। असल में जैतून तेल को बनाने की प्रक्रिया और इनमें मिलाए जाने वाले कैमिकल इसे चार अलग-अलग श्रेणियों में बांटते हैं। इनमें एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल, वर्जिन ऑलिव ऑयल, प्योर ऑलिव ऑयल, ऑलिव ऑयल और लैम्पेंट ऑयल।

पहले चार तरह के ऑलिव ऑयल का इस्‍तेमाल खाना बनाने और सौंदर्य के लिए किया जाता है जबकि पांचवी श्रेणी के ऑलिव ऑयल यानी लैम्पेंट ऑयल का इस्तेमाल सिर्फ तकनीकी कामों और ईंधन के लिए किया जाता है।

एक्स्ट्रा वर्जिन
यह जैतून के तेल का सबसे शुद्ध रूप (प्रीमियम ग्रेड) होता है। इसे बनाने में सबसे कम रसायन और गर्मी का उपयोग किया जाता है।

एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव आयल
एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव आयल

वर्जिन जैतून का तेल
इसकी गुणवत्ता एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून तेल से थोड़ी कम होती है। इसे बनाने में कम रसायन और कम गर्मी का उपयोग होता है।

लाइट और एक्स्ट्रा वर्जिन
यह सबसे कम गुणवत्ता वाला जैतून का तेल होता है। इसे निकालने में सबसे ज्यादा रसायन और गर्मी का उपयोग किया जाता है।
बालों के लिए जैतून का तेल इस्तेमाल करते हुए आप आप एक्स्ट्रा वर्जिन या वर्जिन जैतून के तेल का उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि इसमें सबसे ज्यादा गुणवत्ता और पोषण होता है।

क्यों है जैतून का तेल बालों के लिए सबसे बेहतर-Jaitun Oil For Hair In Hindi

जैतून के तेल के फायदे | Olive Oil Benefits

जैतून के तेल को कैसे प्रयोग करें-Jaitun Hair Oil Kaise Istemal Kare?

जैतून के तेल को हल्का गुनगुना करके उंगलियों के पोरों से लगाकर, बालो की छोटी छोटी मांग निकालकर लगाए। कुछ देर मसाज करे। तेल रात को लगाए तो ज्यादा बेहतर है अन्यथा कम से कम 2 घण्टे रखकर गुनगुने पानी से धो दे।

वैसे तो जैतून अपने आप मे ही पूर्ण लेकिन अगर इसे कुछ चीज़ों के साथ मिलाकर उपयोग किया जाए तो फायदा दो गुना हो सकता है, जैसे नारियल तेल, शहद, दो अंडों की जर्दी (रूखे बालों के लिए) या दो अंडों का सफेद भाग (तेली बालों के लिए) या एक पूरा अंडा (सामान्य बालों के लिए), पका केला या एवाकाडो।

इनमें से किसी एक के साथ जैतून का तेल मिलकर बालो की काया पलट सकता है। अगर आप नही समझ पा रहे कि कौन सा जैतून का तेल बालो के लिए बेहतर है तो हम उसमे आपकी मदद कर सकते है।

आइये आपको बताते है 5 बेहतरीन जैतून तेल के ब्रांड

1-फ़िगारो एक्स्ट्रा वर्जिनऑलिव ऑयल-Figaro Olive Oil Benefits For Hair In Hindi

वर्षों की विरासत के साथ, फिगारो भारतीय बाजार में सबसे पुराने जैतून के तेल ब्रांडों में से एक है। फिगारो की हर बोतल शुद्धता के आश्वासन के साथ आती है। इसमे केवल सबसे अच्छी गुणवत्ता वाले जैतून के तेल का उपयोग किया जाता है।

यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत सावधानी बरती जाती है कि तेल अपने सभी पोषण लाभों को बरकरार रखे। विटामिन ई में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण से भरपूर है फिगारो एक्स्ट्रा वर्जिनऑलिव ऑयल।

2-डेल मोंटे एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल

डेल मोंटे जैतून का तेल 100 प्रतिशत इटेलियन है। यह एक वेजीटेरियन उत्पाद है। एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल (कोल्ड-एक्सट्रैक्टेड)।

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3-बोर्गेस एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल

बोर्गेस एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल में उच्चतम गुणवत्ता वाले जैतून जो कि मेडतेरियन सन में कल्टीवेट किए जाते है। अपनी ओरिजिनल स्वाद और सुगंध के साथ, विटामिन ई और ए में उच्च, एंटीऑक्सिडेंट और आवश्यक फैटी एसिड से भरपूर। बोर्गेस एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल स्पेन में बनाया और पैक किया जाता है।

4-अर्बनबोटानिक्स ऑलिव ऑयल

अर्बनबोटानिक्स ऑलिव ऑयल विटामिन ए, ई और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। यह बालों में केराटिन की रक्षा और मॉइस्चर ब्लॉक करने में मदद करता है। यह आपके बालों को स्वस्थ, मजबूत और चमकदार दिखाने में मदद करता है।

जैतून के तेल की विशेषता वाला एक गर्म तेल उपचार आपको मेनीजेबल बाल देने में मदद करेगा ताकि आपके बाल स्टाइल करने में आसान हों।

5-मोरफेम रेमेडीज ऑर्गेनिक एक्स्ट्रा वर्जिन कोल्ड हेयर ऑयल

मोरफेम रेमेडीज ऑर्गेनिक एक्स्ट्रा वर्जिन कोल्ड ने आयल हेयर ऑयल नेचुरल और प्योर ऑयल्स की अच्छाई के साथ आता है। इसमें कोई मिनरल ऑयल, कोई सल्फेट, एसएलएस, कोई सिलिकॉन, कोई पैराबेन, कोई कृत्रिम खुशबू और कोई एडिटिव्स या रसायन शामिल नही हैं।

सामान्य प्रश्न

बालों के लिए कौन सा तेल सही है?

बालो के लिए सबसे अच्छा कैस्टर आयल होता है। यह बालो को घना करता है।

जैतून का तेल बालों के लिए क्या फायदेमंद है?

जैतून तेल बालो को माश्चराइजर करता है। इसके कंडिशनर के गुण बालो को शाइनी बनाते है और रुसी की समस्या से निजात दिलाता है।

क्या गीले बालों में तेल लगाना चाहिए?

गीले बालो की जड़े कमजोर होती है तेल लगाने से जड़ से उखड़ जाते है और गीले बालो पर तेल लगाने से बदबू की समस्या भी हो सकती है

बालों में तेल कब और कैसे लगाएं?

बालो मे तेल हमेशा रात मे लगाऐ और अगली सुबह धो ले।अपनी उंगलियों को तेल मे डुबोकर बालो के हिस्से कर के सिर पर हल्के हाथो से पूरे सिर पर लगाऐ और थोड़ी देर मसाज करे।

क्या है बालों को झड़ने से रोकने के उपाय | Balo Ko Jhadne Se Rokne Ke Upay

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लंबे और मजबूत बाल हर किसी की चाहत होती है। ये देखने में बहुत ही अच्छे और सुंदर लगते है। लेकिन कई बार कुछ कारणों की वजह से बालों में कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती है। जिनमे से एक मुख्य समस्या है बालों का झड़ना। आज कल तनाव इतना अधिक हो गया है कि ये समस्या युवाओं को भी होने लगी है।

बाल झड़ने के कारण-Baal Jhadne Ke Karan

बाल झड़ने के कारण कई हैं, उनमें से मुख्य कारण इस प्रकार है।

  • अनुवंशकिता
  • तनाव
  • प्रसव
  • शरीर में अचानक खून की कमी
  • कुछ खास तरह की दवाइयों की वजह से जैसे – गर्भनिरोधक दवा या एंटीडिप्रेसेंट्स।
  • अत्यधिक शैंपू करना और ब्लो-ड्राई करना
  • हार्मोन में बदलाव होना
  • थायराइड रोग
  • स्कैल्प में बैक्टीरियल संक्रमण

कुछ लोग बालो को झड़ने से रोकने के लिए दवाओं और महंगे उत्पादों का प्रयोग करते हैं। लेकिन इसके साथ आप कुछ घरेलू नुस्खों और टिप्स को फॉलो कर सकते हैं जो आपकी इस समस्या का समाधान कर सकते हैं। आइए उनके बारे में जाने।

बाल झड़ना कैसे रोकें-Balo Ko Jhadne Se Rokne Ke Upay

करें बालों की अच्छे से सफाई

बालों के झड़ने का इलाज है बालों की सफाई। अक्सर प्रदूषण, धूल और मिट्टी के कण हमारे बालों में जम जाते हैं, जो बालों को कमजोर कर देते हैं और बालों की झड़ने की समस्या को जन्म देते हैं। इसीलिए यह जरूरी है कि आप हफ्ते में दो बार बालों में शैंपू जरूर लगाएं।

बालों में लगाए मेहंदी

बालों में लगाए मेहंदी
बालों में लगाए मेहंदी

बालो में मेहंदी लगाना भी बहुत फायदेमंद रहता है। मेहंदी बालों के लिए कंडीशनर का काम करती है और बालों ही जड़ों मजबूत करती है। आप अच्छे परिणाम पाने के लिए मेहंदी में अंडा, कॉफी या दही मिलाकर भी लगा सकते है। अंडा और दही आपके बालों को पोषण देते हैं और उन्हें हाइड्रेट रखते हैं। साथ ही कॉफी आपके बालों को मजबूत और चमकदार बनाती है।

मेथी दाने का करें प्रयोग

बालों के झड़ने का इलाज है मेथी दाना। ये आपके बालों को पोषण देता है जिससे आपके बाल मजबूत होते है और उनका झड़ना भी कम हो जाता है। इसका प्रयोग आप दो तरीकों कर सकते हैं

सामग्री

1 चम्मच कैस्टर ऑयल
1 चम्मच आंवला
1 चम्मच शिकाकाई
1 चम्मच रीठा का पाउडर
1 चम्मच मेथी दाने का पाउडर
2 अंडा
2 चम्मच नीम की पत्तियों का पेस्ट

प्रयोग की विधि

इन सभी चीज़ों को मिला कर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को अपने बालों की जड़ों में लगाकर 30 मिनट तक ऐसे ही रहने दें। इसके बाद शैंपू की सहायता से बालों को धो लें।

मेथी दाने को पानी में भिगो कर रख दे। अब इसका पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को बालों की जड़ों में 30 मिनट तक लगा रहने दें। 30 मिनट बाद बालों को शैंपू से धो लें।

गुनगुने तेल से करें मालिश

गुनगुने तेल की सिर में मालिश आपका तनाव तो दूर करती ही है , साथ ही तेल से आपके बालों को पोषण भी मिलता है। तेल मालिश से बाल मजबूत होते हैं और उनका झड़ना बंद हो जाता है। इसके लिए किसी भी तेल जैसे नारियल तेल, सरसों तेल या जैतून के तेल को हल्का गरम करके बालों कि जड़ों पर 15 मिनट तक मसाज करे। आप चाहें तो रात को भी सोने से पहले अपने बालों में तेल लगा सकते है और सुबह बालों को धो ले।

और पढ़े: बेस्ट तेल जो रोक देंगे बालो का झड़ना जड़ से

प्याज से दें बालों को मजबूती

प्याज में बहुत से विटामिन्स पाएं जाते हैं। ये विटामिन्स ना सिर्फ बालों को मजबूत बनाते है साथ ही बालों को चमकदार भी बनाते है। प्याज रूसी की समस्या को भी खत्म करता है। इसके लिए आप प्याज के रस को बालों की जड़ों में लगाएं और 20 मिनट बाद अपने बालों को शैंपू की सहायता से धो लें।

और पढ़े: प्याज का रस बालो के लिए

एलोवेरा है उपयोगी

एलोवेरा बालों के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। ये बालों को हाइड्रेट करता है और बालों को झड़ने से भी रोकता है। एलोवेरा आपके बालों को कंडीशन भी करता है। इसके लिए आप एलोवेरा के जेल को अपने बालों की स्कैल्प पर लगाएं और 15 से 20 मिनट बाद अपने बालों को शेंपू से धो लें।

और पढ़े: जानिए कैसे करे पतंजलि एलोवेरा जेल का उपयोग

आवंला

कई बार शरीर में विटामिन सी की कमी होने पर भी बाल झड़ने लगते है। ऐसे में बालो को झड़ने से रोकने के लिए और बालो के तेजी से विकास के लिए प्रचुर मात्रा में विटामिन सी से भरपूर आवंले के सेवन करे।

और पढ़े: आंवले का मुरब्बा के फायदे जो नहीं जानते होंगे आप-Amla Ka Murabba Ke Fayde

Frequently Asked Questions in Hindi – सामान्य प्रश्न

बालों के लिए कौन सा तेल सही है?

बालो के लिए सबसे अच्छा कैस्टर आयल होता है। यह बालो को घना करता है।

क्या झड़े हुए बाल वापस आ सकते है?

हां इसके लिए संतुलित और पौष्टिक आहार लेना चाहिए। बालो की अच्छी देखबाल करना चाहिए। और कैमिकल यूक्त शैम्पू का प्रयोग नही करना चाहिए।

बालो का झड़ना कैसे रोक सकते हैं?

संतुलित आहार, नियमित तेल, बालो की कंडिशनिंग करके और तनाव से दूर रहकर बालो का झड़ना रोक सकते है।

घर पर बालों के लिए तेल कैसे बनाएं?

तेल घर पर बनाने के लिए आपको 120 ग्राम आंवला पाउडर, 1 लीटर पानी और 250 मिली नारियल के तेल की जरूरत पड़ेगी। सबसे पहले 100 ग्राम आंवला पाउडर को 1 लीटर पानी के साथ तब तक उबालें जब तक कि लिक्विड आधा न रह जाए, दूसरे पैन में नारियल का तेल, बचा हुआ आंवला पाउडर और उबले हुए लिक्विड को मिलाकर धीमी आंच पर तब तक उबालें जब तक कि सारा पानी वाष्पीकृत न हो जाए। आखिर में पैन में पीला और पारदर्शी तरल शेष बचेगा। इसे किसी बोतल में भरकर रख लें।

क्या कैल्शियम की कमी से बाल झड़ते हैं?

कैल्शियम की कमी से बाल तेजी से झड़ने लगते है।

जानिए पिम्पल हटाने के घरेलू नुस्खे इन हिंदी-Pimple Hatane Ke Gharelu Nuskhe

पिम्पल्स के लिए घरेलू नुस्खे

Pimple Hatane Ke Gharelu Upay

मुहासों को अक्सर किशोरों की समस्या माना जाता है। परन्तु ऐसा नहीं है। ये किशोरों के साथ–साथ वयस्कों को भी परेशान करते है। किशोरों में मुहांसे हार्मोनल परिवर्तन की वजह से होते है। हार्मोनल चेंज की वजह से तैलीय ग्रंथियां बड़ी और सक्रिय हो जाती है, जो मुहांसों को जन्म देती है। किशोरों को मुहांसे त्वचा की सतह पर होते है जो कुछ समय बाद गायब हो जाते है। परन्तु वयस्कों को मुहांसे त्वचा की गहराई तक होते है, जो इतनी आसानी से नहीं जाते। अतः वयस्कों को होने वाले मुहांसे एक गंभीर समस्या होते है। पिम्पल हटाने के घरेलू नुस्खे क्या है?

पिम्पल क्या है? पिम्पल्स को कैसे रोके?,हमारी त्वचा पर पिम्पल क्यों होते है ?, पिम्पल को कैसे हटाए हिंदी में ? इसकी पूरी जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिलेगी ।

पिम्पल्स के कारण

  • अधिक मेकअप
  • अनुवांशिकता
  • मासिक धर्म (menstruation)
  • रजोनिवृति (मेनोपॉज)
  • तनाव
  • पारिवारिक समस्या
  • हार्मोनल बदलाव
  • दवाओं का असर
  • अनुचित खान-पान
  • वातावरण में चेंज

अधिक मेकअप

बहुत ज्यादा मैकअप या चहेरे की क्रीमो का प्रयोग मुहांसों को जन्म देता है। जब आप मेकअप का प्रयोग करते हैं तो उसके कण त्वचा पर बैठ जाते है और रोम छिद्रों को बंद कर देते हैं। इस कारण से उस जगह पर मुहांसे हो जाते है। इसलिए हमेशा मैकअप और क्रीमो का बहुत ही कम मात्रा में उपयोग करना चाहिए।

अनुवांशिकता

हमारी त्वचा पर पिम्पल आने का सबसे बड़ा कारण अनुवांशिकता है, कही बार ऐसा होता है की आपके पूर्वजो को भी पिम्पल होते है, तो ऐसे में अनुवांशिकता के कारण से आपको भी पिम्पल होने की बहुत ज्यादा सम्भावना होती है।

मासिक धर्म (menstruation)

मासिक धर्म चक्र महिलाओं में वयस्क मुहांसों का मुख्य कारण होता है। मासिक धर्म चक्र के दौरान महिलाओं के शरीर में एंड्रोजन नामक हार्मोन ज्यादा उत्पन्न होने लगता है जो सीबम को बढ़ाता है और इससे मुहांसे होने लगते है।

रजोनिवृति (मेनोपॉज)

मेनोपॉज 40 से 50 की उम्र के बीच होता है। मेनोपॉज में मासिक धर्म चक्र रुक जाता है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में एंड्रोजन नामक हार्मोन निकलना कम हो जाता है। इससे हार्मोन चक्र बिगड़ने लगता है जो मुहांसों के होने का कारण बनता है।

तनाव

आज कल की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हर कोई तनाव की समस्या से जूझ रहा है। तनाव कई समस्याओं को जन्म देता है जिसमें से एक मुहांसे भी है। जब भी आप तनाव में होते है तो आपका शरीर कोर्टिसोल नामक एक हार्मोन उत्पन्न करता है जो कि एक तनाव हार्मोन है। इस हार्मोन के उत्पन्न होने से सिबम का उत्पादन बढ़ जाता है जो मुहांसों को जन्म देता है।

तनाव
तनाव

पारिवारिक समस्या

कई बार कुछ समस्याएं ऐसी भी होती है जो हमें हमारे परिवार की ही देन होती है। ये समस्याएं जेनेटिक होती है। वयस्क मुहांसे ऐसी ही एक समस्या से एक है। अगर आपके माता, पिता, भाई या बहन किसी को भी वयस्क मुहांसे हुए है तो हो सकता है कि समस्या आपको भी हो।

हार्मोनल बदलाव

जैसे जैसे हमारी उम्र बढती है। उसी के साथ साथ हमारे शरीर में बहुत सारे हार्मोनल बदलाव होते है। जिसके कारण से हमारी त्वचा पर पिम्पल निकल आते है, और खासकर माहिलाओ में मासिक धर्म, रजोनिवृति और गर्भावस्था के समय में बहुत सारे हार्मोनल बदलाव देखने को मिलते है। जिसके कारण से उनकी त्वचा पर पिम्पल निकल आते है ।

दवाओं का असर

कभी कभी कुछ दवाओं को लेने से भी हमारे शरीर को त्वचा पर पिम्पल निकले आते है जैसे की तनाव, मानसिक और मिर्गी की बीमारी की दवा लेने से।

अनुचित खान-पान

यदि आप बहुत ही ज्यादा मात्रा में डेयरी प्रोडक्ट्स, ऑयली और जंक फ़ूड का सेवन करते हो तो इससे भी आपकी त्वचा पर पिम्पल निकल सकते है, तो इसे में बेकरी और ज्यादा शुगर वाले पदार्थो का कम सेवन करना चाहिए।

वातावरण में चेंज

यदि आप बहुत ज्यादा एक शहर से दूसरे शहर में आते जाते रहते है तो इससे भी आपके शरीर पर पिम्पल निकल सकते है, क्योकि ऐसा करते समय वातावरण बहुत ज्यादा चेंज होता रहता है जिससे कारण से हमारे शरीर की त्वचा पर पिम्पल निकलने लग जाते है।

पिम्पल्स हटाने का तरीका इन हिंदी | Pimple Hatane ke Gharelu Upay

यदि आपकी त्वचा पर पिम्पल है और आप उन्हें हटाना चाहते हो तो आप निचे बताये गए पिम्पल्स हटाने के तरीको का उपयोग कर सकते हो।

पिम्पल्स को कैसे रोके | Pimple Hatane Ke Gharelu Nuskhe

  • करें शहद का इस्तेमाल
  • करें ग्रीन टी का सेवन
  • जौ का आटा
  • बर्फ का इस्तेमाल
  • टूथपेस्ट 
  • एलोवेरा
  • नींबू का रस
  • लहसुन

करें शहद का इस्तेमाल

शहद मुहांसों की समस्या में बहुत ही लाभकारी सिद्ध होता है। इसमें एंटी बैक्टेरियल गुण होते हैं मुहांसों के बैक्टीरिया को खत्म कर देते है। शहद आपके चेहरे को पोषण भी देता है। इसके लिए आप थोड़े से शहद को मुहांसे पर लगा दें। 15 मिनट के बाद साफ पानी से उसे धो लें। इसके अलावा आप मुल्तानी मिट्टी में 2 चम्मच शहद मिलाकर इसका पेस्ट बना सकते है। इस पेस्ट को फेस पैक की तरह अपने चेहरे पर लगा ले। इसके सूख जाने के बाद अपने चेहरे को पानी से धो लें।

शहद
शहद

करें ग्रीन टी का सेवन

ग्रीन टी हमारे शरीर के लिए जितनी फायदेमंद है, उतनी ही मुहांसे को दूर करने के लिए भी। ग्रीन टी में पॉलीफेनोल्स नाम का एक तत्व पाया जाता है जो मुहांसों को ठीक करने में मदद करता है। इसके लिए आप हर रोज़ ग्रीन टी का सेवन करें। ये आपके शरीर में मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ाती है। इसके अलावा आप ग्रीन टी का इस्तेमाल फेस पैक में भी कर सकते है। इसके लिए आप ग्रीन टी को पानी में उबाल लें। अब इस पानी को फेस पैक में मिला कर अपने चेहरे पर लगा लें।

जौ का आटा

जौ का आटा आपकी त्वचा से अत्यधिक तेल को सोखने में मदद करता है जिससे मुहांसे कम हो जाते है। इसके लिए आप 1 चम्मच जौ के आटे में 2 चम्मच शहद मिलाकर इसका पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और इसे सूखने दे। सूखने के बाद अपने चेहरे को पानी से धो लें।

बर्फ का इस्तेमाल

एक छोटे से बर्फ के टुकड़े को लीजिए फिर यूज़ एक छोटे से साफ कपडे के अंदर रखे, इसके बाद में धीरे धीरे उस बर्फ को पिम्पल के उपर रगड़े परन्तु इस बात का ध्यान रखे की बर्फ को ज्यादा समय तक पिम्पल पर नहीं रखना है, ऐसा आप 2 से 3 मिनिट तक कर सकते हो जिससे आपके पिम्पल हटाने में मदद मिलेगी।

pimple hatane ke tarike hindi me

टूथपेस्ट 

आपकों एक छोटा सा रुई का टुकड़ा लेना है और फिर उसके उपर थोडा टूथपेस्ट लगाकर के उसे पिम्पल पर लगाए ऐसा करने से पिम्पल का आकार छोटा होने लगेगा पर एक बात का ध्यान रखे की आपको बस सफेद टूथपेस्ट का ही उपयोग करना है, आपको रात में सोते समय लगा सकते हो और फिर सुबह में उठकर उसको पानी की मदद से धो सकते हो ।

एलोवेरा

आपको एक एलोवेरा लेना है और फिर उसको बिच में से तोड़ लेना है। ऐसा करने से उसके अंदर से द्रव्य पदार्थ निकलेगा, उस पदार्थ को पिम्पल पर लगा लेना है और फिर उस 15 से 20 मिनिट तक ऐसे ही रहेने दे बाद में उसको पानी की मदद से धो ले ऐसा करने से आपके पिम्पल हटने लग जायेंगे ।

नींबू का रस

सबसे पहले एक छोटे से बर्तन में नींबू का रस निकाल ले और फिर एक रुई का टुकड़ा ले और उसे उस नींबू के रस में डुबाएं और फिर उसको पिम्पल पर लगाए ऐसा करने से पिम्पल हटने लगेंगे क्योकि नींबू के अंदर एंटीमाइक्रोबायल और एंटीसेप्टिक जैसे गुण पाए जाते है जो पिम्पल बनाने वाले बेक्टीरिया को मरता है ।

लहसुन

दो से तीन लहसुन की पोथिया ले फिर उन्हें अच्छे से पिस से और फिर उसमे थोडा सा पानी मिला ले और फिर उस पेस्ट को पिम्पल ले उपर लगा लेना है और लगभग 5 से 6 मिनिट बाद में उसको पानी से धो ले ऐसा करने से आपके पिम्पल हटने लगेंगे ।

आपने क्या सिखा पिम्पल क्यों होते है और कैसे हटाए के बारे में

हम उम्मीद करते है की हमारी त्वच पर पिम्पल क्यों होते है ?, पिम्पल को कैसे हटाए हिंदी में ? इसकी पूरी जानकारी आपको मिल गई होगी, यदि आपका इससे सम्बन्धित कोई भी सवाल है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पुछ सकते हो हमे आपके सवाल का जल्द से जल्द जवाब देने का प्रयास करेंगे।

तो दोस्तों अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो प्लीज इसे अपने दोस्तों व अपनी सोशल मीडिया पर जरुर से शेयर करे ताकि आपके दोस्तों को भी इसकी जानकारी मिल सके।

क्या है नारियल तेल लगाने के नुकसान, जानकर रह जाएंगे हैरान

नारियल तेल लगाने के नुकसान

हम सभी जानते हैं कि नारियल का तेल हमारे बालों, चेहरे, त्वचा और भोजन में हमें बहुत लाभ पहुंचाता है। ऐसे में नारियल तेल के नुकसान के विषय में तो कोई सोच भी नहीं सकता। ऐसा नहीं है कि नारियल तेल के इतने सारे फायदे ही हैं ढेर सारे फायदों के साथ नारियल तेल के कुछ नुकसान भी है। क्या जानते हैं तो आइए आज जानते हैं नारियल तेल लगाने के नुकसान के बारे में।

नारियल तेल लगाने के नुकसान

नारियल तेल के नुकसान है चेहरे पर एक्ने और मुंहासे

अगर आप नारियल का तेल हफ्ते में एक बार चेहरे को साफ करके रात को सोते समय लगाते हैं और कुछ समय बाद उसे रूई से साफ कर के हटा देते हैं तो यह ना केवल आपके चेहरे को नमी प्रदान करता है बल्कि आपकी त्वचा को पोषण प्रदान करता है। अगर आप रोज रात को सोते समय चेहरे पर नारियल का तेल लगाकर सोते हैं तो आपको कुछ दिनों में मुहासे की समस्या से दो चार होना ही पड़ेगा।

नारियल का तेल काफी गर्म होता है। जिसके कारण आपकी त्वचा पर नमी और गर्मी के कारण मुहासे के वैक्टीरिया का संक्रमण होना शुरु हो जाता है। अगर आप रोज नारियल का तेल चेहरे पर लगाएंगे तो परिस्थितियां बिगड़ती रहेगी और कुछ समय बाद आपकी त्वचा मुहांसों से संक्रमित हो जाएगी।

रूखी त्वचा के लिए नारियल तेल के नुकसान

रूखी त्वचा पर हम नारियल का तेल उसे पोषण प्रदान करने के लिए लगाते हैं। वास्तव में नारियल का तेल रूखी त्वचा के अंदर समा ही नहीं पाता। नारियल का तेल उसके ऊपर एक चिकनी परत बना देता है। जिसके कारण हमारी त्वचा बेरौनक और दागदार लगने लगती है। रूखी त्वचा पर नारियल का तेल चेहरे पर लगाने का कोई फायदा नहीं है।

अगर हम रूखी त्वचा को अंदर से पोषण प्रदान करना चाहते हैं तो हमें कच्चे नारियल को खाना चाहिए। नारियल पानी भी शरीर को अंदर से पोषण प्रदान करता है। रूखी त्वचा पर नारियल का तेल लगाने के बजाय अगर हम नारियल को खाएंगे, नारियल पानी पिएंगे तो वह हमारे त्वचा को अंदर से कांतिवान बनाएगा।

नारियल का तेल बन सकता है एलर्जी का कारण

कुछ लोगों को नारियल का तेल सूट नहीं करता है अगर वे अपनी त्वचा पर नारियल का तेल लगा लेते हैं तो उनकी त्वचा पर खुजली, जलन व दाने होने लगते हैं। उनको वोमिटिंग की प्रॉब्लम होने लगती है। जी मिचलाना, चक्कर आना, एक्जिमा आदि की समस्या होना शुरु जाती है।

अगर आपको एलर्जी की समस्या है। कहीं खुजली जलन और दाने हो रहे हैं। ऐसे में आप नारियल का तेल उस जगह पर लगा लेते हैं । आपको लगता है कि आप नारियल तेल से आपकी खुजली शांत हो जाएगी। ऐसा लेकिन होता नहीं है वहां आपकी खुजली कुछ समय बाद और बढ़ जाती है। वहां पर चकत्ते और पित्ती उछलना शुरू हो जाती है।

नारियल का तेल काफी गर्म प्रकृति का होता है अगर नारियल का तेल खुजली वाली जगह पर लगाया जाता है तो वहां पर संक्रमण और अधिक बढ़ जाता है। जिसके कारण यह आप की एलर्जी को और बढ़ा सकता है।

नारियल का तेल लगाने से हो सकती है माइग्रेन की समस्या

नारियल का तेल अपने आप में एक भीनी खुशबू लिए होता है। कुछ लोग जो हाइपरसेंसेटिव होते हैं। उन के लिए नारियल का तेल सर पर लगाना या चेहरे पर लगाना बहुत हानिकारक हो सकता है। नारियल के तेल की खुशबू से उनके सर में दर्द भी हो सकता है। कुछ लोग नारियल तेल को डिटॉक्सिफिकेशन के लिए इस्तेमाल करते हैं।

कुछ लोग नारियल के तेल को मुंह में कुछ देर लेकर फिर उससे गार्गल कर देते हैं। ऐसे लोगों को भी सर दर्द की समस्या हो सकती है। वास्तव में नारियल के तेल में एक अच्छी खुशबू होती है जोकि वातावरण को खुशनुमा बनाती है। लेकिन जब नारियल तेल पुराना होता है। उसमें कुछ मिलावट होती है तो यह गंध आपके सर पर चढ़ने लगती है। जिसके कारण आपके सर में शुरू में तो हल्का हल्का दर्द होता है लेकिन कुछ समय बाद लगातार रहते लगता है।

अगर इसका उचित समय पर समाधान न किया जाए तो यह माइग्रेन में बदल जाता है। जिसके कारण उल्टी, चक्कर आना, जी मिचलाना आदि समस्याएं शुरू हो जाती है।

नारियल का तेल बढ़ाता है आपके शरीर में संतृप्त वसा की मात्रा

नारियल के तेल में गुड केलोस्ट्रोल बढ़ाने वाले तत्व पाए जाते हैं जोकि एक मानव शरीर के लिए बहुत लाभदायक होते हैं नारियल की तेल के सेवन से जब गुड कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है। शरीर से बैड कौलेस्टॉल अपने आप ही कम होने लगता है। और आपके शरीर को इससे से काफी फायदा होता है।

लेकिन अगर आपके शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल पहले से ही काफी अधिक मात्रा में है इस स्थिति में यह नारियल का तेल आपको फायदा नहीं कर पाता। नारियल के तेल में संतृप्त वसा काफी मात्रा में पाया जाता है। यह संतृप्त वसा आपके शरीर में बैड कौलेस्टॉल की मात्रा कों बढ़ा देता है। जोकि आपके शरीर के लिए काफी हानिकारक होता है।

जानते ही करेंगे शुरू इस्तेमाल करना बेस्ट ऑयल फॉर हेयर ग्रोथ-Best Oil For Hair Growth

Best Oil For Hair Growth

हम सभी को सुंदर दिखना बहुत पसंद होता है। बाल हमारे चेहरे की सुंदरता में चार चांद लगा देते हैं। समय के साथ हमारे बाल हमारा साथ छोड़ने लगते हैं।  बढ़ते प्रदूषण के कारण और भागदौड़ के कारण आजकल तो छोटे-छोटे बच्चों के बाल सफेद होने लगे हैं और बाल बढ़ने से पहले ही झड़ने लगे हैं। हमारे घर में ही इन सारी समस्याओं का समाधान है क्योंकि समस्याएं हैं तो समाधान तो अवश्य ही होगा। बालों की सभी समस्याओं का समाधान है एक अच्छी क्वालिटी का हेयर ऑयल। तो आइए जानते हैं हम कुछ ऐसे हेयर आयल्स जो कि बालों की ग्रोथ में बहुत मदद करते हैं, बेस्ट ऑयल फॉर हेयर ग्रोथ। 

बेस्ट ऑयल फॉर हेयर ग्रोथ-Best Oil For Hair Growth

नारियल तेल

 नारियल तेल हमारी प्राचीन सभ्यता में सदियों से खाया और बालों में लगाया जाता रहा है। यह विटामिन ई से भरपूर होता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। जो आपके बालों की हेयर ग्रोथ को बढ़ाते हैं। आपके बालों को जड़ों से मजबूत करते हैं। आपके बालों का झड़ना रोकते हैं और आपके बालों की ग्रोथ बढ़ाते हैं। यह तेल आपके बालों को एक नई चमक प्रदान करता है।

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नारियल के तेल में एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। जिसके कारण यह आपकी स्कैल्प की इचिंग को दूर करता है। बैक्टीरियल फंगस को दूर करता है। इस तेल में प्रोटीन होते हैं जो कि बालों को पोषण देते हैं। नारियल के तेल में मैग्नीशियम कैल्शियम आयरन पोटेशियम पाए जाते हैं जो कि बालों को मुलायम बनाते हैं और उनकी ग्रोथ बढ़ाते हैं।

बादाम का तेल

बादाम का तेल आपके बालों की मजबूती प्रदान करता है। यह तेल आयुर्वेद में एक विशेष स्थान रखता है। सर से जुड़ी जितनी भी तकलीफ होती हैं, मानसिक तनाव होता है सर दर्द होता है। इन सभी को बादाम का तेल दूर करने में मदद करता है। बादाम के तेल मैं विटामिन और मैग्नीशियम पाए जाते हैं जो कि आपके बालों की हेयर ग्रोथ को बढ़ाते हैं। यह तेल हेयर फॉलिकल्स को मजबूत करता है उनको मोटा बनाता है।

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आप बदाम के तेल को खाने के साथ-साथ अपने बालों में अवश्य लगाइए यह आपके बालों की नमी को लॉक करने का काम करता है जिससे कि आपके बाल झड़ते नहीं है। यह तेल एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है।

अरंडी का तेल

 इसमें रिकीनोलेइक एसिड और ओलिंक एसिड पाया जाता है। जो कि आपके बालों का ऑक्सीजन लेवल बढ़ाता है। जिसमें कि आप के बालों में रक्त संचार को बढ़ाने की शक्ति होती है। यह तेल आपके बालों की हेयर फॉलिकल को मोटा करता है उनकी मजबूती बढाता है। जिससे कि आपके बालों की ग्रोथ बढाता है। अरंडी का तेल आपके बालों में इंफेक्शन को रोकता है। आपके सिर की खुजली को भी रोकता है। इसमें एंटी एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल गुण पाए जाते हैं जो कि किसी भी तरह के संक्रमण को रोकने में मददगार होते हैं।

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अरंडी के तेल में मौजूद फैटी एसिड आपके बालों को सूरज के अल्ट्रावायलेट किरणों के नुकसान से बचाता है। यह शैंपू  और हेयर कलर में होने वाले केमिकल से जो आपके बालों को नुकसान होता है उससे आपके बालों को प्रोटेक्ट करता है।

आंवले का तेल

आंवले का तेल विटामिन सी, विटामिन ए, ऑक्सीजन आयरन एवं फास्फोरस से भरपूर होता है। आंवले के तेल में फैटी एसिड पाए जाते हैं जो कि बालों की ग्रोथ बढ़ाते है। यह तेल बालों को झड़ने से रोकने में भी मददगार होता है। आंवले का तेल बालों को असमय सफेद होने से बचाता है। आंवले का तेल सर की त्वचा में होने वाले इन्फेक्शन से बचाता है। सर की त्वचा का मुलायम बनाता है जिससे डैंड्रफ नहीं होता।

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आंवले का तेल बालों में लगाने से हेयर फॉलिकल्स मजबूत हो जाते हैं जिससे बालों की ग्रोथ बढ़ने लगती है। यह तेल बालों को पतला व कमजोर होने से बचाता है। यह एक हेयर कंडीशनर का काम करता है जो कि बालों को एक नेचुरल साइन प्रदान करता है। 

जैतून का तेल

 यह तेल बालों को पोषण प्रदान करता है। इस तेल में पामिटिक एसिड, ओलिंक एसिड और स्क्वैलिन होता है। जोकि आपके सर की त्वचा को कंडीशनर करता है। और उसे पोषण प्रदान करता है। जैतून का तेल टूटे-फूटे बालों को सुधारने में मददगार होता है। जैतून का तेल सर में लगाने से रक्त का संचार तेज होता है। जिससे बाल मजबूत होते हैं कम झड़ते हैं। यह बालों के विकास में काफी मददगार होता है।

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जैतून का तेल बालों में लगाने से बालों में शाइन आती है यह बालों के लिए सुरक्षा कवच का काम करता है। यह तेल बालों को मजबूत करता है। यह तेल रूखे बालों को नमी प्रदान करता है और डैंड्रफ की समस्या से निजात दिलाता है।

भृंगराज तेल

भृंगराज तेल में एंटीऑक्सीडेंट, एवं विटामिन ई पाए जाते हैं जो कि बालों के लिए काफी मददगार होते हैं। भृंगराज तेल के एंटी इंफ्लीमैंट्री गुण बालों में होने वाली एलर्जी को दूर करते हैं। यह स्कैल्प में होने वाली खुजली और जलन को दूर करने में मददगार होते हैं। भृंगराज तेल में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो कि फंगल इन्फेक्शन को रोकते हैं। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण बालों में शाइन पैदा करते हैं बालों की हेयर ग्रोथ को बढाते हैं। भृंगराज तेल बालों में लगाने से बालों की ग्रोथ बढ़ती है।

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भृंगराज तेल बालों को लंबा काला और मुलायम बनाता है। यह बालों को सफेद होने से बचाता है। गंजेपन की समस्या से भी भृंगराज तेल निजात दिलाता है। बालों का झड़ना कम करता है।

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर के फायदे जो आप पहले नहीं जानते होंगे

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर के फायदे

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर एक आयुर्वेदिक औषधि है। प्राचीन काल से अश्वगंधा का प्रयोग कई बीमारियों के उपचार के लिए किया जा रहा है। हमारे वेदों में भी अश्वगंधा की उपयोगिता का वर्णन है। आयुर्वेद में अश्वगंधा को तनाव रोधी चिंता विकारों के इलाज में प्रयोग किया जाता है।

अश्वगंधा का नाम संस्कृत भाषा से लिया गया है संस्कृत भाषा में अश्वगंधा का अर्थ अश्व की गंध है। पसीने के कारण अश्व के पसीने से जो गंध निकलती है उसकी गंध और अश्वगंधा की जड़ और पत्तियों की गंध एक समान होती है कुछ लोग यह भी कहते हैं कि अश्वगंधा का नाम अश्व जैसी ताकत और यौन शक्ति के कारण मिला है।

अश्‍वगंधा का वानस्पतिक नाम: विथानिया सोमनिफेरा
वंश: सोलेनेसी
संस्‍कृत नाम: अश्‍वगंधा, वराहकर्णी और कमरूपिणी
सामान्‍य नाम: विंटर चेरी, भारतीय जिनसेंग, असगंध
उपयोगी भाग: अश्‍वगंधा की जड़ और पत्तियों का इस्‍तेमाल किया जाता है पर इसकी फूल व पत्तियाँ भी बहुत उपयोगी है।
भौगोलिक विवरण: अश्‍वगंधा अधिकतर भारत के शुष्‍क प्रदेशों (प्रमुख तौर पर मध्‍य प्रदेश , राजस्‍थान) और गुजरात में पायी जाती है। विदेश में नेपाल, अफ्रीका और संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका में भी अश्वगंधा का वर्णन है।

पतंजलि ने अश्वगंधा पौधे की जड़ को आर्युवेदिक पद्धति से कूटकर,पीसकर, छानकर अस्वगंधा पाउडर बनाया है।

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तो आइए जानते हैं पतंजलि अश्वगंधा पाउडर के गुणों को

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर लाभदायक है थायराइड की बीमारी में

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर निश्चित मात्रा में लेने पर थायराइड कंट्रोल होता है और मेटाबॉलिज्म ठीक होता है। लेकिन अगर हम थायराइड की दवाइयाँ पहले से ही ले रहे हैं तो अश्वगंधा हमें नुकसान कर सकता है चाहे वह हमारा हाइपर थायराइड हो या हाइपो थायराइड हो।

अश्वगंधा का इस्तेमाल थाइरोइड ग्रंथि को उत्तेजित करने के लिए किया जा सकता है। पतंजलि अश्वगंधा पाउडर को अगर प्रतिदिन लिया जाए, तो थायराइड हार्मोन के स्राव में वृद्धि होगी।

अश्वगंधा पाउडर
अश्वगंधा पाउडर

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर फ़ायदेमंद है शरीर के मेटाबालिज्म को कंट्रोल करने में

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर में बहुत सारे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। जो शरीर के मेटाबाॅलिज्म को बढ़ाने में मददगार है।

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर यौन शक्ति बढ़ाने में मददगार

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर में यौनांगो की मांसपेशियों को सक्रिय करने का गुण पाया जाता है। यह मस्तिष्क और मांसपेशियों के बीच तालमेल बनाने में कारगर है पतंजलि अश्वगंधा पाउडर शरीर की चर्बी को दूर कर शरीर को ऊर्जावान बनाती है। पतंजलि अश्वगंधा पाउडर में पाये जाने वाले पोषक तत्व वीर्य की क्वालिटी बढाने में मददगार होते हैं।

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पतंजलि अश्वगंधा पाउडर मोतियाबिंद रोग में लाभदायक

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर में एंटीऑक्सीडेंट और साइटोप्रोटेक्टि पाए जाते हैं। जो मोतियाबिंद के असर को कम करने में उपयोगी होते हैं।

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर उपयोगी है त्वचा की बीमारियों में

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर में उच्च स्तर के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो त्वचा को पोषण प्रदान करते हैं यह एंटीऑक्सीडेंट त्वचा में नमी बनाए रखते हैं और त्वचा के कोलेजन स्तर की रिपेयर भी करते हैं।

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर चेहरे के काले दाग धब्बों व झाइयों को दूर करता है। अश्वगंधा सोरायसिस जैसे रोग को भी दूर करने में मददगार है। इस रोग में शरीर की त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है।अश्वगंधा कोलेजन स्तर को बढ़ावा देकर त्वचा की नमी व चिकनाहट वापस लाती है

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर उपयोगी है बालों की समस्याओं में

अश्वगंधा में पाये जाने वाले पोषक तत्व कोर्टिसोल के स्तर को कम करके बालों के झडने को रोकता है। अश्वगंधा के गुणकारी तत्व बालों में मेलेनिन की हानि को रोक कर समय से पहले बालों के ग्रे होने को रोकता है। अश्वगंधा में पाये जाने वाला टाइयरोसीन है। जो एक एमिनो एसिड है और शरीर में मेलेनिन के उत्पादन को बढाता है। मेलेनिन को बढा कर बालों को काला बनाता है।

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पतंजलि अश्वगंधा पाउडर उपयोगी है ह्रदय रोगों में

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर में सूजन कम करने के गुण पाये जाते हैं। पतंजलि अश्वगंधा पाउडर में पाये जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट में सूजन व तनाव कम करने के गुण पाये जाते हैं। पतंजलि अश्वगंधा पाउडर खाने से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड की मात्रा कम होती है। जिसके कारण ह्रदय रोग होने की संभावना कम हो जाती है। पतंजलि अश्वगंधा पाउडर हृदय की मांसपेशियों को मज़बूत बनाता है।

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर कारगर है कैंसर में

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर में पाये जाने वाले पोषक तत्व ट्यूमर सेल्स को नष्ट करने में कारगर होते हैं। पतंजलि अश्वगंधा पाउडर खाने से एपोप्टोसिस बढ़ता है जो कैंसर सेल्स को नष्ट करने में मददगार साबित हुआ है।

पतंजलि अश्वगंधा पाउडर उपयोगी है तनाव चिंता और अवसाद दूर करने में

अश्वगंधा का प्रयोग व्यक्ति को मानसिक रुप से शांत कर देता है जिसके कारण व्यक्ति की चिंता दूर हो जाती है। पतंजलि अश्वगंधा पाउडर व्यक्ति को मानसिक रूप से प्रसन्नचित रखता है। जिसके कारण व्यक्ति को मानसिक अवसाद नही होता।

स्टेमिना और सेक्सुअल टाइमिंग बढ़ाने के लिए पतंजलि का अश्वगंधा कैप्सूल बहुत लाभकारी माना जाता है। अश्वगंधा कैप्सूल को खाना खाने के बाद या रात में सोने से पहले दूध के साथ लिया जा सकता है। दिन में दो बार कैप्सूल को उपयोग में लेना चाहिए। 

हिमालय अश्वगंधा टेबलेट का उपयोग दिन में किसी भी समय किया जा सकता है इसको पानी के साथ लिया जा सकता है खाना खाने के बाद। और रात में सोने से पहले गुनगुने दूध के साथ भी इसका उपयोग किया जा सकता है। 

डाबर अश्वगंधा टेबलेट एक नेचुरल तरीके से बना उत्पाद है जिसमें अश्वगंधा मिला हुआ होता है। जो की तनाव, इम्यूनिटी और स्टेमिना से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है। इसके उपयोग से सेक्स से जुड़ी समस्याएं जैसे काम टाइमिंग, थकान जैसी समस्याएं भी दूर होती है। 

अश्वगंधा टेबलेट प्राकृतिक उत्पादों से मिकर बनी होती है इसलिए इससे किसी भी तरह का कोई साइड इफेक्ट होने का खतरा नहीं रहता है। उसको दिन के समय खाना खाने के बाद और रात में सोने से पहले उपयोग में लिया जा सकता है। 

अश्वगंधा टेबलेट को उपयोग में लेने से बहुत सी समस्याओं से राहत पायी जा सकती है। यह तनाव, नींद में कमी और स्टेमिना से जुड़ी समस्याओ में काफी कारगर होता है। इसके उपयोग से स्टेमिना में वृद्धि होती है जिससे पूरे दिनभर थकान महसूस नहीं होती है। 

अश्वगंधा प्राय चूर्ण या टेबलेट के रूप में बाजार में उपलब्ध है। चूर्ण को आप दूध, घी, पानी किसी में मिक्स कर के ले सकते हो और टेबलेट को भी दूध या पानी के साथ लिया जा सकता है। सुबह और शाम दिन में दो टेबलेट का सेवन करना चाहिए। और चूर्ण को एक छोटा चमच जितना ही। 

अश्वगंधा सिर्फ पुरुषों के लिए ही नहीं अपितु महिलाओं के लिए भी लाभकारी होता है। महिलाओं में यह सेक्सुअल इन्फेक्शन को दूर करता है और घुटनों में दर्द, थायराइड की समस्या, और जनन क्षमता की समस्या को भी दूर करता है। यह एंटी ऐजिंग प्रोडक्ट के रूप में उपयोगी है। 

यदि आपको स्टेमिना में कमी, तनाव, थकान या सेक्स से जुड़ी कोई समस्या है तो आप हिमालय अश्वगंधा टेबलेट का प्रयोग कर सकते है। आप नियमित रूप से तीन या चार महिने तक इसका प्रयोग  करते है तो आपको इसके सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल जाएंगे।  

अश्वगंधा और मिश्री को मिक्स कर के खाने से न सिर्फ स्वाद में फर्क पड़ता है अपितु स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ज्यादा लाभकारी है। यह शुगर को नियंत्रित करता है और घुटनों के दर्द और सेक्सुअल समस्याओं को भी दूर करता है। स्टेमिना में वृद्धि और तनाव को दूर करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। 

अश्वगंधा को खाली पेट लेने की अपेक्षा खाना खाने के बाद प्रयोग में किया जाना चाहिए। चूंकि जब हम खाना खाने के बाद इसका उपयोग करते है तो खाने में मिले हुए तत्व अश्वगंधा के गुणकारी तत्वों को अवशोषित कर शरीर के हर हिस्से तक पहुंचाते है। दूध के साथ भी इसका प्रयोग किया जा सकता है।  

अश्वगंधा पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए लाभकारी है लेकिन यह पुरुषों में विशेष तय सेक्सुअल समस्याओं को जड़ से दूर करता है। जैसे पुरुषों में नपुसंकता, शुक्राणुओं की कमी, और सेक्स टाइमिंग में कमी जैसी समस्याओं के लिए यह रामबाण साबित होता है। 

अश्वगंधा का अधिक मात्रा में उपयोग करने से आपको इसके नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते है। अधिक उपयोग से यह शरीर में गर्मी पैदा करता है जिससे पेट की समस्या, मुहँ में छालों की समस्या, अपच जैसी समस्याएं देखने को मिल सकती है। अतः अधिक मात्रा में उपयोग से बचना चाहिए। 

अश्वगंधा का अधिक इस्तेमाल पेट के लिए हानिकारक हो सकता है। इसका उपयोग करने से डायरिया जैसी समस्या पैदा हो सकती है। इसलिए इसके इस्तेमाल से पहले आप डॉक्टर की सलाह लें उसके बाद ही इसका सेवन करें। और जिनको ब्लड प्रेशर की समस्या हो उनको अश्वगंधा के प्रयोग से बचना चाहिए। 

जानिए शिशु के लिए हिमालय बेबी क्रीम के फायदे और साइड इफेक्ट्स

जानिए शिशु के लिए हिमालय बेबी क्रीम के फायदे

बचपन बहुत भोला होता है और बच्चों के बचपन की तरह ही बच्चे भी बहुत भोले और मासूम होते हैं। और साथ ही साथ नाज़ुक होती है उनकी त्वचा। हर माता-पिता का सपना होता है कि वह अपने बच्चों के लिए सबसे अच्छा चुने फिर चाहे वह खाने का समान हो पहनने के कपड़े हो या लगाने की क्रीम वह सबसे अच्छा ही चुनना चाहते हैं तो आइए जानते हैं हिमालय बेबी क्रीम के बारे में।

हिमालय बेबी क्रीम के फायदे

बच्चों की त्वचा बड़ों की त्वचा की अपेक्षा बहुत नाज़ुक होती है और जितनी नाज़ुक होती है उतनी ही तेजी से बच्चों की त्वचा की नमी भी खोती है। हिमालय बेबी क्रीम बच्चों की स्किन के लिए सुरक्षा कवच का काम करती है। हिमालय बेबी क्रीम पर्यावरण में मौजूद हानिकारक तत्वों से भी बेबी की सुरक्षा करती है हिमालय बेबी क्रीम में कोई हानिकारक पदार्थ नहीं है जिसके कारण यह बेबी की त्वचा के लिए उपयुक्त है।

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हिमालय बेबी क्रीम बनी है बच्चों की नाज़ुक त्वचा के लिए
हिमालय बेबी क्रीम बनी है बच्चों की नाज़ुक त्वचा के लिए

हिमालय बेबी क्रीम लगाने से क्या होता है

बच्चों की त्वचा बहुत कोमल होती है। हर मौसम का बच्चों की त्वचा पर असर पड़ता है। गर्मियों में पसीने और गर्मी के कारण बच्चों की त्वचा चिपचिपी हो जाती है। तो सर्दियों में अधिक ठंड के कारण बच्चों की त्वचा रूखी हो जाती है ठंड में बच्चों के गाल ,कुहनिया, घुटने नाक गाल फटने लगते हैं और त्वचा काली पड़ने लगती है। हिमालय बेबी क्रीम सर्दियों में त्वचा को मुलायम बनाती है। और गर्मियों में त्वचा को चिपचिपी नहीं होने देती इसलिए हिमालय बेबी क्रीम सर्दी और गर्मी दोनों में ही एक बेहतर सुरक्षा कवच है छोटे बच्चों के लिए।

हिमालय बेबी क्रीम पूरा करती है सारे मानकों को

आईआरएसके निर्धारित मानकों को पूरा करती है हिमालय बेबी क्रीम। अंतरराष्ट्रीय मानकों को भी पूरा करती है ।

हिमालय बेबी क्रीम पैराबेन फ्री है

हिमालय क्रीम में केमिकल्स नहीं है, यह टाइप सी है यह पैराबेन फ्री क्रीम है यह बच्चों की त्वचा के लिए बिल्कुल उपयुक्त है।

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हिमालय बेबी क्रीम है लैब टेस्टेड

हिमालय बेबी क्रीम लैब टेस्टेड है। बल्कि हिमालय बेबी क्रीम ने इस टेस्ट को क्वालीफाई भी किया है। हिमालय बेबी क्रीम अंतर्राष्ट्रीय मानकों की कसौटी पर पूरी तरह से खरी उतरी है।

हिमालय बेबी क्रीम में आर्टिफिशियल खुशबू और कलर नहीं है

बच्चों के लिए प्रयोग की जाने वाली क्रीम में कृत्रिम रंग या खुशबू का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए पर माता-पिता अपने बच्चे के लिए क्रीम की खुशबू के साथ रंग को भी वरीयता देते हैं हम यह भूल ही जाते हैं की क्रीम का काम त्वचा को माइश्चराइज करना है। हिमालय बेबी क्रीम ऐसे प्रोडक्ट से बनी है जिनके कोई साइड इफेक्ट नहीं है। हिमालय बेबी क्रीम से कोई स्किन इन्फेक्शन नहीं होता। हिमालय बेबी क्रीम की खुशबू बहुत हल्की है जो मन को मोह लेती है।

कई बार माता-पिता अपने बच्चे के लिए ऐसी क्रीम को चुनते हैं जो बच्चे की त्वचा को मॉश्चराइज करने के साथ अच्छी खूशबू भी दे। अब यहां हम इस बात को इग्नोर कर देते हैं कि कहीं इस क्रीम या प्रोड्क्ट में ऐसे एजेंट्स का तो प्रयोग नहीं हुआ जिससे बच्चे को कोई स्किन इन्फेक्शन हो। बच्चे के प्रोडक्ट के पैक पर ध्यान दें कि इसमें खूशबू के लिए इस्तेमाल होने वाले एजेंट्स आईआरएफए (IRFA) द्वारा पास और लैब टेस्टेड हों।

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आइये एक बार नजर डालते हैं हिमालय बेबी क्रीम के फ़ायदों पर

  • हिमालय बेबी क्रीम में हानिकारक रंग नहीं है।
  • हिमालय बेबी क्रीम मैं पैराबेन और खनिज तेल नहीं है
  • हिमालय बेबी क्रीम की खुशबू बहुत हल्की और मनमोहक है।
  • हिमालय बेबी क्रीम बच्चों की त्वचा में आसानी से समा जाती है।
  • हिमालय बेबी क्रीम का दाम इसकी खूबियों को देखते हुए बिल्कुल वाजिब है।
  • हिमालय बेबी क्रीम की कम मात्रा ही काफी होती है।
  • हिमालय बेबी क्रीम बहुत किफायती पैक में उपलब्ध है। हिमालय बेबी क्रीम 100 ग्राम, 15 ग्राम 200 ग्राम, 50 ग्राम के पैक में उपलब्ध है।
  • हिमालय बेबी क्रीम के बच्चों की त्वचा के लिए पूरी तरह सुरक्षित है हिमालय बेबी क्रीम बच्चे की त्वचा को नरम व मुलायम बनाती है हिमालय बेबी क्रीम बेबी की त्वचा को स्किन इन्फेक्शन से बचाती है।
  • हिमालय बेबी क्रीम में हानिकारक केमिकल्स नही है। हिमालय बेबी क्रीम सभी राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय मानकों पर खरी उतरती है। हिमालय बेबी क्रीम ,बेबी की त्वचा का सुरक्षा कवच है।

सामान्य प्रश्न

हिमालय बेबी क्रीम लगाने से क्या होता है?

बच्चों की त्वचा काफी कोमल और नाजुक होती है इसलिए बच्चे के लिये हिमालय बेबी क्रीम कवच का काम करता है और कोमलता प्रदान करता है।हिमालया की बेबी क्रीम विशेष रूप से कोमल बच्चे के शुष्क त्वचा,फ़टे गाल और घिसी हुई कोहनी की रक्षा के लिए तैयार की जाती है। हिमालया बेबी क्रीम बच्चे की त्वचा पर जादुई प्रभाव डालती है।क्रीम में मौजूद प्रकृति तत्व बच्चे की त्वचा को कोमलता के साथ ही नमी प्रदान कर सुरक्षित रखता है।हिमालया बेबी क्रीम लैब द्वारा प्रमाणित अंतराष्ट्रीय मानकों की कसौटी पर भी खड़ी उतरी हुई है।इसमें किसी भी प्रकार का हानिकारक रसायन नही है साथ ही इसकी खुशबू भी मोहक है।बच्चें के लिये यह क्रीम सर्वश्रेष्ठ है।

बच्चों के लिए कौन सी क्रीम अच्छी है?

सर्दी में जितनी जल्दी हमारी त्वचा रूखी होती है, बच्चों की त्वचा सर्द हवाओं से और भी जल्दी डैमेज हो जाती है। हालांकि बेबी स्किन केयर से जुड़े कई तरह के प्रॉडक्ट्स इस समय आपको बाजार में मिल जाएंगे। जो बच्चों की त्वचा के लिए बेस्ट होने का दावा करते हैं। हालांकि केमिकल्स तो ज्यादातर प्रॉडक्ट्स में उपयोग होते हैं। इसलिए, आप अपने बेबी की स्किन को प्यार भरी देखभाल देने के लिए चुने हिमालया बेबी क्रीम,जो बच्चे की कोमल त्वचा सुरक्षा प्रदान करता है। इसमें कंट्री मेलो, ऑलिव ऑयल और मुलेठी को डाला गया है। ऑलिव ऑयल में मौजूद विटामिन ई शिशु की त्वचा में पोषण को पूरा करता है।यह क्रीम सभी प्रकार की एलर्जी से बच्चों को बचाता है।

बेबी क्रीम लगाने से चेहरे पर क्या होता है?

मासूम बच्चे की त्वचा कोमल होने के कारण माता पिता को सभी चीजों का काफी ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि बच्चों की त्वचा पर बहुत जल्दी इंफेक्शन हो जाता है और गलत साबुन या क्रीम इत्यादि इस्तेमाल करने पर बच्चे की रंगत में फर्क भी आ जातें है और त्वचा पर रैशेज भी हो जातें हैं। यदि आपके शिशु के गाल नाक कोहनी और घुटने काफी रूखे सूखे रहते हैं तो यह क्रीम लगाने से शिशु की त्वचा का रूखा सूखापन खत्म हो जाता है और उनकी त्वचा को काफी कोमल और मुलायम हो जातें है। बेबी क्रीम लगाने से बच्चे की मासूमियत बरकरार रहती है।बेबी क्रीम बच्चे की त्वचा को स्वस्थ और पोषित रखते हैं।

हिमालय बेबी किट कैसे यूज़ करे?

हिमालया बेबी केयर किट बहुत ही उपयोगी और भरोसेमंद किट है।हिमालया बहुत ही प्रसिद्ध और पॉपुलर ब्रांड है।इस किट में बच्चे की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी सामग्री मौजूद हैं।इसे इस्तेमाल करना बहुत आसान है। .बेबी मसाज ऑइल-बच्चे की हड्डी को मजबूत बनाने के लिये रोजाना मसाज करें। .साबुन,इससे नहाने पर बच्चे की त्वचा नर्म और मुलायम बनती है। .लोशन,क्रीम-चेहरे और बॉडी पर लगाने से कोमलता मिलती है। .शैम्पू- नहाते समय बालों में लगाने से बाल स्वस्थ रहतें है। .वाइप-हिमालय बेबी वाइप से बच्चे की त्वचा को पोछकर साफ किया जाता है। रैशेज क्रीम-छोटे बच्चे बार-बार रैशेज हो जाते हैं।इसलिए यह क्रीम रैशेज वाले जगह पर इस्तेमाल की जाती है। .पाउडर-यह बच्चे को गर्मी,घमौरी और इचिंग से बचाता है साथ ही फ्रेश रखता है।

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