क्या सच में अदरक की चाय से हो सकता है गर्भपात का खतरा? क्या प्रेगनेंसी में अदरक खाना चाहिए? अदरक से गर्भपात हो सकता है क्या?

क्या सच में अदरक की चाय से हो सकता है गर्भपात का खतरा? क्या प्रेगनेंसी में अदरक खाना चाहिए? अदरक से गर्भपात हो सकता है क्या?

गर्भावस्था हर स्त्री के लिए एक सुखद एहसास है परंतु इसके साथ साथ प्रत्येक स्त्री हमेशा इस बात को लेकर शंका में रहती है कि उसे इस दौरान कौन सी चीजें खानी चाहिए और कौन सी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। घर की बुजुर्ग महिलाएं भी इस संबंध में अलग-अलग प्रकार की सलाह देती रहती हैं । इन्हीं चीजों में से एक है अदरक, अदरक का सेवन गर्भावस्था के दौरान करना चाहिए अथवा नहीं या कितनी मात्रा में करना चाहिए इन सभी बातों को लेकर कई सारे भ्रम दिमाग में रहते हैं। आइए जानते हैं की क्या प्रेगनेंसी में अदरक खाना चाहिए? अदरक से गर्भपात हो सकता है क्या?

अदरक के अनेक औषधीय गुण हैं, यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। विशेषज्ञों की मानें तो गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला मॉडरेशन में अदरक का सेवन कर सकती है। अदरक का सेवन कच्चा ही किया जाना चाहिए इसकी सूखी जड़ का सेवन नुकसानदायक होता है।

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गर्भवती महिला को 1 दिन में कितनी मात्रा में अदरक का सेवन करना चाहिए ?

गर्भवती महिला को 1 दिन में महज एक या अधिकतम 2 ग्राम अदरक का सेवन करना चाहिए । इससे अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है।

गर्भावस्था में अदरक का सेवन करने के लाभ

उल्टी
उल्टी
  • अदरक इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाती है और गर्भवती को सर्दी ,जुकाम ,खांसी जैसी बीमारियों से बचाती है।
  • अदरक कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करती है तथा हृदय को मजबूत बनाती है।
  • अदरक के सेवन से रक्त प्रवाह संतुलित रहता है और भ्रूण रक्त की आपूर्ति सही तरीके से होती है ।
  • अदरक भोजन से पोषक तत्वों को अवशोषित करने का कार्य भी भली प्रकार से करने में मदद करती है ।
  • अदरक गर्भावस्था के दौरान होने वाली थकान को दूर कर शरीर को स्फूर्ति प्रदान करती है।
  • यह ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी मदद करती है ।
  • रात में अदरक का सेवन करने से गैस, मितली और उल्टी की समस्या नहीं होती ।
  • मॉर्निंग सिकनेस की समस्या में भी अदरक का सेवन लाभदायक है ।
  • अदरक में एंटी इन्फ्लेमेटरी तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में होने वाली सूजन में लाभदायक है।

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गर्भावस्था में अदरक के सेवन से होने वाले नुकसान

  • गर्भावस्था में अदरक का अधिक मात्रा में सेवन करने से एसिडिटी की समस्या होती है।
  • ज्यादा अदरक के सेवन से कभी-कभी त्वचा पर शक करते या लाल दाने उभर सकते हैं।
  • अधिक मात्रा में अदरक के सेवन से शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है ।
  • अदरक के सेवन कभी-कभी लो शुगर लो ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता है।

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गर्भावस्था में अदरक का सेवन करते समय निम्न सावधानियां बरतनी चाहिए –

  • यदि गर्भवती महिला खून पतला करने की दवाई ले रही है तो उसे अदरक का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि अदरक में एंटीप्लेटलेट तत्व पाए जाते हैं जो खून में रक्त का थक्का नहीं जमने देते ।
  • यदि आपको गर्भावस्था में एसिडिटी की समस्या है तो अदरक का सेवन से और बढ़ा सकता है ।
  • अदरक का सेवन रक्तचाप को कम करता है अतः लो ब्लड प्रेशर की समस्या वाली गर्भवती महिलाओं को सेवन नहीं करना चाहिए ।
  • यदि कोई महिला गॉल ब्लैडर में स्टोन की समस्या से पीड़ित है तो उसे अदरक का सेवन नहीं करना चाहिए ।
  • यदि गर्भवती का ब्लड शुगर लेवल लो रहता है तो भी उसे अदरक का सेवन नहीं करना चाहिए।

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क्या गर्भावस्था के दौरान अदरक के सेवन से गर्भपात हो सकता है ?

गर्भावस्था के दौरान अदरक का सेवन गर्भपात का कारण नहीं होता है। विशेषज्ञों की माने तो सीमित मात्रा में अदरक का सेवन गर्भवती के लिए लाभदायक होता है परंतु यदि अधिक मात्रा में अदरक का सेवन कर लिया जाए तो समस्याएं हो सकती हैं । यदि महिला किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारी से ग्रसित है अथवा लो ब्लड प्रेशर ,लो शुगर की समस्या है तो अदरक का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना अति आवश्यक है।

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गर्भावस्था के दौरान किस समय अदरक का सेवन किया जा सकता है ?

गर्भावस्था के प्रथम तीन महीनों तक अदरक का सेवन लाभदायक होता है ।

अदरक का सेवन किस किस प्रकार से किया जा सकता है ?

अदरक का सेवन चाय में, अदरक के सत के कैप्सूल के, अदरक की कैंडी के रूप में तथा अदरक के रस का सेवन किया जा सकता है।

अजवायन खाने के फायदे जो नहीं जानते होंगे आप-Ajwain Ke Fayde Hindi Me

अजवायन खाने के फायदे

कहा जाता है कि अजवायन हर अपच वाले खाने को पचा देती है। ये एक ऐसी औषधि है जो आसानी से उपलब्ध होने के साथ ही ढेरो फायदे लिए हुए है। आज इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ढेरो अजवायन खाने के फायदे बताएंगे जो आपको शायद पता न हो।

दरअसल अजवायन एक बीज होता है, जिसका प्रयोग मसाला एवं औषधि के रूप में किया जाता है। अजवाइन तीन तरह की होती है:-

  • अजवाइन
  • जंगली अजवाइन
  • खुरासानी अजवाइन

आइए आपको बताते हैं अजवाइन के गुण।

अजवायन खाने के फायदे-Ajwain Ke Fayde Hindi Me

अजवायन के ढेरों फायदे होते है जो उसे इस्तेमाल करने के तरीके पर निर्भर होते है। आज हम आपको अजवायन के प्रयोग करने के तरीके के साथ साथ इसके फायदे भी बताएंगे।

पेट से जुड़ी समस्याएं

प्राचीन समय से जिस समस्या के लिए अजवायन का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है वो है पेट की समस्या। यदि आपको जल्दी जल्दी छाती में जलन की समस्या होती है तो अजवायन और बादाम को एक साथ मुँह में डाले और चबा चबा कर खाए। इसके अलावा आप एक चम्मच अजवायन, आधा आधा चम्मच काली मिर्च पाउडर और सेंधा नमक मिलाकर रख ले। इस मिश्रण को गुनगुने पानी के साथ ले।

पेट के लिए चूर्ण

  • 60 ग्राम अजवाइन, 30 ग्राम सेंधा नमक, 30 ग्राम काली मिर्च, 30 ग्राम काला नमक, 250मिग्रा यवक्षार ले ले। उसके बाद कच्चे पपीते से निकलने वाला दूध ले,ये सारी सामग्री इस दूध के साथ पीस ले और एक कांच के बर्तन में रख कर, 1 ली नींबू का रस डाल दे। लगभग महीने भर में ये धूप में अच्छे से सूख जाएगा। रोज इस चूर्ण को आधा चम्मच सेवन करें। इससे अपच, अमाशय संबंधी रोग, और बार-बार दस्त होने की बीमारी में लाभ होता है।
  • एक बर्तन में 2 गिलास पानी रखे। जब पानी उबलकर सवाया रह जाए, तो उसमें करीब 2 चम्मच अजवायन डाल कर ढक दे। गैस ऑफ कर दे। इस पानी को दिन में दो बार 50-50ml पी ले।
  • अगर किसी बच्चे या बड़े को दूध ठीक से ना पचता हो, उसे इस पानी की कुछ बूंदे दूध में डाल कर दी जा सकती है।
  • यदि गेहूं की रोटी ,परांठा, या मैदे की मठरी, मिठाई में अजवायन डाल दी जाए तो ये पचने में आसान हो जाती है। सोंठ, काली मिर्च तथा पिप्पली को पानी मे उबालकर काढ़ा बना लें या पीसकर चूर्ण बना ले। इसके सेवन से पैट की गैस की समस्या ठीक होती है।
  • diarrhea की समस्या में अजवाइन, और काले नमक को ताजे पानी के साथ सेवन करें। दस्त में अजवाइन के फायदे काफी है।

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माहवारी की समस्या

माहवारी की किसी भी प्रकार की समस्या हो चाहे रक्तस्राव कम होना, ज्यादा होना या अनियमित माहवारी, अजवायन सभी समस्याओं में कारगर हैं।

यदि आपको माहवारी खुल कर नही होती है तो एक बर्तन में 200ml पानी रखे। अब इसमें अजवायन गुड़, बादाम, गोला और खरबूजे के बीज डालकर उबाल लें। उबाल आने पर थोड़ा घी डाले और गर्म गर्म सेवन करे यह खाने में भी स्वादिष्ट होता है।

  • इससे गर्भाशय की गंदगी साफ होती है, और मासिक धर्म संबंधी विकार भी ठीक होते हैं।
  • अजवाइन के चूर्ण को या अजवायन को गर्म दूध के साथ सुबह-शाम सेवन करें। इससे भी मासिक धर्म में लाभ होता है।
    माहवारी की समस्या
    माहवारी की समस्या

सर्दी-जुकाम

अगर छोटा बच्चा सर्दी-जुकाम से पीड़ित है तो 200 ग्राम अजवाइन को मलमल के कपड़े में बांध लें। इसे पोटली बनाकर तवे पर गर्म कर लें।
इस पोटली को बच्चे के सिरहाने रखे, हल्का ठंडा होने पे छाती पर घुमाए, दोबारा गर्म करके इस्तेमाल करे।

  • 2-3 ग्राम अजवाइन के चूर्ण को गुनगुने पानी या दूध के साथ पिएं। इसे दिन में दो-तीन बार सेवन करना है। इससे जुकाम, खांसी तथा सिर दर्द में लाभ होता है।
  • अजवायन, सोंठ और लौंग को 200ml पानी मे पकाए। ठंडा होने पर छान लें, शहद मिला कर घूंट घूंट करके पी ले।
  • अगर खांसी के साथ बहुत ज्यादा कफ हो तो अजवाइन के रस में घी, और शहद मिला लें। इसे दिन में 3 बार खाएं। इससे कफ वाली खांसी में लाभ होता है।

अन्य फायदे

  • जो बच्चे बिस्तर गीला कर देते हैं, उन्हें रात में 500 मिग्रा अजवाइन खिलाएं। इससे फायदा हो सकता है।
  • कान में दर्द की समस्या होने पर अजवाइन को सरसो के तेल में पका लें। अब इस तेल को छान कर रख ले। इस तेल को गुनगुना कर, 2-2 बूंद कान में डालें। इससे कान का दर्द ठीक होता है। इस तेल से शरीर और जोड़ो की मालिश करने से दर्द में बहुत आराम मिलता है।
  • डिलीवरी के बाद महिला को ज्यादा से ज्यादा अजवायन का सेवन कराया जाता है ताकि गर्भाशय की सफाई अच्छे से हो जाए।
    50 ग्राम अजवाइन को 50 ग्राम गुड़ के साथ अच्छी प्रकार कूट लें। इसकी 1-1 ग्राम की गोली बना लें। 1-1 गोली सुबह-शाम ताजे पानी के साथ लें।
  • इससे एक सप्ताह में ही शरीर पर फैली हुई पित्ती शांत होती है। इसी गोली के सेवन से यूरिन से जुड़ी समस्याएं भी दूर होती है।

ये थे अजवायन के अनगिनत फायदे

आंवले का मुरब्बा के फायदे जो नहीं जानते होंगे आप-Amla Ka Murabba Ke Fayde

आंवले का मुरब्बा के फायदे

आंवला एक ऐसा पदार्थ जिसके गुणों के बारे में एलोपैथी, आयुर्वेद, होम्योपैथी किसी मे भी दो राय नही है। नेचर के अद्भुत गुणों से भरपूर आंवला प्रकृति का एक उपहार है। इसमे शरीर के लिए जरूरी सभी गुण मौजूद है। और इसे इस्तेमाल करने के तरीके भी कई है। उन्ही में से एक तरीका है आंवले का मुरब्बा। आंवले का मुरब्बा कोई दवाई नही है ना ही आप इसे किसी इलाज के विकल्प के तौर पर ले सकते है।
लेकिन यदि आप अपने रोजमर्रा के जीवन मे इसे शामिल करते है, तो आपके स्वास्थ्य को आश्चरुजनक लाभ होगा।

आंवला मुरब्बा को आप एक स्वीट डिश के रूप में मान सकते हो। आंवले को धोकर लगभग दो से तीन दिन के लिए फिटकरी के पानी मे रखकर दोबरा साफ किया जाता है। फिर एक बर्तन में पानी और चीनी डालकर इसे पकाया जाता है। यही आंवला मुरब्बा कहलाता है।
अब हम आपको आंवले का मुरब्बा के फायदे बताएंगे।

आंवले का मुरब्बा के फायदे-Amla Ka Murabba Ke Fayde

इम्युनिटी बढ़ाये

यदि आप अपने रोज के भोजन में, आंवला का मुरब्बा शामिल करते हो तो इससे आपकी इम्युनिटी बढ़ेगी। इसका सीधा कारण होता है इसमे विटामिन सी की भरपूर मात्रा, विटामिन सी इम्युनिटी बूस्टर मानी जाती है।

इसके एंटीऑक्‍सीडेंट गुण ठंड, बुखार और बार-बार होने वाले संक्रमणों से हमारी सुरक्षा करते हैं।

डायजेस्टिव सिस्टम को सुधारे

आंवला हाई फाइबर माना जाता है, और फाइबर पेट के पाचन के लिए बहुत ही जरूरी होता है। तो यदि आप रोज आंवले का सेवन करते है तो शायद ही आपको कब्ज की समस्या परेशान करें।

इसके अलावा असंतुलित भोजन, अनियमित दिनचर्या और अपच एसिडिटी का कारण बन सकते हैं। आंवला इससे छुटकारा दिलाने में आपकी मदद करेगा।

हार्ट के लिए फायदेमंद

रिसर्च कहती हैं कि आंवले में विटामिन सी और बायोएक्टिव Phytoconstituents होते हैं। ये केवल अन्य रोगों से लड़ने में शरीर की मदद नही करते बल्कि हृदय रोग से भी बचाव करते है।

आंवले में क्रोमियम, जिंक और कॉपर पाया जाता है जिनमे से क्रोमियम कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके, हृदय रोग से बचाता है।आंवला मुरब्बां रक्त् वाहिकाओं की सूजन को कम करने में मदद करता है.

कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करें

ऐसा माना जाता है कि आंवला या आंवला मुरब्बा बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। लेकिन कोलेस्ट्रॉल के लिए यदि आप आंवला मुरब्बा लेने की सोच रहे है तो पहले डॉक्टर से विचार विमर्श करें।

आंखों को फायदा करें

नियमित आंवला मुरब्बा का सेवन आंखों के लिए लाभदायक होता है। हालांकि, इसका कौन-सा गुण आंखों के लिए फायदेमंद होता है यह अभी शोध का विषय है।

आंखों को फायदा करें
आंखों को फायदा करें

जवां रखे

एंटीएजिंग क्रीम में डाले जाने सभी तत्व जैसे कि विटामिन A, विटामिन C और विटामिन E की अच्छी मात्रा आंवला में मौजूद रहती है।इन्ही तत्वों के कारण आंवला त्वचा को युवा दिखाता है. त्वचा में चमक लाता है।

विटामिन सी के कारण यह चेहरे से काले धब्बे और मुँहासों के निशानों को भी हटाता है. एंटी-एस्ट्रिंजेंट गुणों के कारण त्वचा को ठंडक देता है।

खून की कमी दूर करें

रोज एक से दो आंवले का सेवन आपको खून की कमी से दूर रखता है। खासतौर पर महिलाएं यदि माहवारी के समय इसका सेवन करे तो ये बहुत ही लाभप्रद है। ये महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी नही होने देता। आंवले का मुरब्बा मासिक धर्म में होने वाली ऐंठन को कम करने के लिए भी मदद करता है। आंवला मुरब्बा को किसी भी समय सीधे खाया जा सकता है।

गर्भवती महिला को फायदा

यदि गर्भवती महिला आंवले मुरब्बे का सेवन करती है तो डिलीवरी के बाद बाल झड़ने की समस्या से बचाव होता है। साथ ही गर्भस्थ शिशु की आंखों की रोशनी भी अच्छी होती है।

इसके अलावा आंवला का मुरब्‍बा हड्डियों को मजबूत करने, खून को बढ़ाने, स्‍मृति को बढ़ाने जैसे बहुत से स्‍वास्‍थ्‍य लाभ प्रदान करता हैं.

एक बात का रखे ध्यान

आंवला मुरब्बा में मीठे की मात्रा बहुत अधिक होती है, इसलिए डायबिटीज के मरीज इसका सेवन सोच समझ कर करे। उनके लिए आंवला किसी अन्य रूप में बहुत ही लाभदायक होगा।

कैसे सुरक्षित रखे

आंवला मुरब्बा को कमरे के तापमान पर 5 महीने तक स्टाेर करके रखा जा सकता है

जानिए क्या है लीवर को मजबूत करने के उपाय

लीवर को मजबूत करने के उपाय

लीवर अगर कमजोर हो तो कई बिमारीया घेर लेती है। लीवर को स्वस्थ्य रखने के लिए आयुर्वेद मे अनेक औषधियों का वर्णन मिलता है जिनका उपयोग करके लीवर को निरोग रखा जा सकता है। साथ ही ये लीवर की कार्यशीलता को भी बढ़ाती है। मानव शरीर के अंगों में लीवर सबसे महत्वपूर्ण अंग है। देखा जाए तो शरीर के सभी अंगों का सुचारू रूप से चलना बहुत ही आवश्यक है। अगर शरीर का एक अंग भी अपना कार्य ठीक से ना करे तो शरीर को बिगड़ने में देर नहीं लगती। यहाँ हम कुछ ऐसे औषधियो की बात कर रहे है जो हमारे किचन मे आसानी से मिल जाती है और हमारे लीवर को मजबूत बनाती है।

लीवर को मजबूत करने के उपाय-Liver Majboot Karne Ke Upay

हल्दी-Liver Ke Liye Gharelu Nuskhe

हल्दी वाला दूध लीवर की कमजोरी को दूर करता है। रात को सोने से पहले दूध में हल्दी मिला कर पीयें। हल्दी में रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है। यह हैपेटाइटिस बी व सी के कारण होने वाले वायरस को बढ़ने से रोकता है और हमारे लीवर को भी स्वस्थ रखता है।

एप्पल साइडर विनेगर-Liver Ki Sujan Ka Ilaj In Hindi

एक गिलास पानी में एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर और शहद मिला कर दिन में दो से तीन बार लें। यह शरीर में मौजूद विषैले चीजों को निकालने में मदद करता है।

आंवला-Liver Problem Solution In Hindi

आंवला विटामिन सी का सबसे अच्छा स्रोत है। यह लीवर की कमजोरी दूर करता है और लीवर को कार्यशील बनाने में मदद करता है। स्वस्थ लीवर के लिए दिन में 4-5 आंवलें का सेवन ज़रूर करना चाहिए।

नींबू-Liver Thik Karne Ke Upay

लीवर की देखभाल करने के लिए दिन में एक बार नींबू की चाय, सलाद या पानी में नींबू लें। नींबू शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में सहायक होता है। यह अग्नाशय की पथरी को विकसित नही होने देता। इतना ही नही यह आपके हाजमे को भी बढ़ाता है।

ग्रीन टी-Liver Majboot Karne Ke Upay

ग्रीन टी में प्रचुर मात्रा में केटेकाइन्स और एंटीऑक्सीडेंट होता है जो लीवर की कार्यप्रणाली की क्षमता बढ़ाकर लीवर में वसा के जमाव को कम करने में सहायक बनता है।

ग्रीन टी
ग्रीन टी

ओलिव ऑयल-Liver Ka Ilaj In Hindi

लीवर की देखभाल करने के लिए भोजन को बनाने में जैतून के तेल का प्रयोग करें और मीठे से परहेज जरूर रखे। ओलिव ऑयल से लीवर के रोगों का खतरा कम हो जाता है।

ज्वार और बाजरा-Liver Ke Liye Gharelu Nuskhe

इनमें मौजूद फाइबर शरीर से टोक्सिन बाहर करने में सहायक है जिससे लीवर की सफाई होती है। इसकी रोटी बनाकर खाना फायदेमंद होता है।

जूस उपवास-Liver Problem Solution In Hindi

व्रत करना लीवर को साफ रखने का एक बेहतरीन तरीका है। व्रत के समय किसी तरह का ठोस आहार नहीं लिया जाता। जिस कारण लीवर को आराम मिलता है और एक निश्चित समय पर फल, जूस या कुछ सब्जियाँ ली जाती है जिसे लीवर बहुत कम समय में आसानी से पचा लेता है।

पपीता-Liver Thik Karne Ke Upay

पेट से सम्बंधित सभी रोगों क लिए एक रामबाण औषधि है। प्रतिदिन दो चम्मच पपीते के रस में आधा चम्मच नींबू का रस मिलकर पिये। इससे पेट सम्बंधित कई परेशानियों से निजात मिलता है। खासकर यह “लीवर सिरोसिस” में लाभकारी होता है। पपीता खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है पपीते को आप सुबह नाश्ते में ले सकते है। पपीते को आप खाने के समय या खाने के बाद भी उपयोग कर सकते है।

लहसुन-Liver Majboot Karne Ke Upay

लहसुन का उपयोग भी आप प्रतिदिन खाने पीने चीजों में कर सकते है। उसके अलावा सुबह लहसुन के एक,दो टुकड़े भी खाने से लाभ होता है।

अंजीर-Liver Ka Ilaj In Hindi

अंजीर हमारे लीवर के लिए बहुत फायदेनंद है। अंजीर को रातभर पानी में भिगों दे और सुबह के समय उसको खा ले आप चाहे तो और इसी तरह सुबह के भिगोयें हुए अंजीर शाम को खा सकते है।

मिल्क थिस्टल-Liver Strong Karne Ke Upay

मिल्क थिस्टल हमारे लीवर को मजबूत बनाता है।  बाजार में मिल्क थिस्टल कैप्सूल के रूप में आसानी से मिल जाता है। मिल्क थिस्टल का सेवन लीवर की कार्य क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है।

पालक-Liver Problem Solution In Hindi

पालक भी हमारे लीवर को स्वस्थ रखता है। लीवर की देखभाल करने के लिए आप पालक और गाजर के रस का मिश्रण बनाकर पिये। यह “लीवर सिरोसिस” के लिए फायदेमंद घरेलू उपचार है।

सेब-Liver Ke Liye Gharelu Nuskhe

सेब और हरी पत्तेदार सब्जी पाचन तंत्र में उपस्थित जहरीली चीजों को बाहर निकलने में और लीवर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसलिए दिन मे एक सेब जरुर खाऐ।

कैसे पता चलेगा डिलीवरी नार्मल होगा कि सिजेरियन

कैसे पता करे की डिलीवरी होने वाली है

माँ बनना हर महिला को पूर्णता से भर देता है, स्त्री के गर्भवती होने की सूचना पूरे परिवार में खुशियां ले आती है। और इसी सूचना के साथ सबसे पहला सवाल जो दिमाग मे कौंधता है, डिलीवरी नॉर्मल होगी या सिजेरियन। अक्सर हम सोचते है की डॉक्टर को कैसे पता चलेगा डिलीवरी नार्मल होगा कि सिजेरियन।

वैसे हर महिला और परिवार की दिली इच्छा होती है कि डिलीवरी किसी भी तरह से नार्मल हो। लेकिन कभी कभी स्थिति ऐसी बन जाती है कि सिजेरियन के अलावा कोई चारा नही होता।

बहुत सारे लक्षण ऐसे होते है जिनसे महिला या डॉक्टर ये अंदाजा लगाते है कि डिलीवरी नार्मल होगी या सिजेरियन, आज हम इस आर्टिकल में ऐसी ही कुछ बातों का जिक्र करेंगे।

नॉर्मल और सिजेरियन डिलीवरी में क्या अंतर है।

सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि दोनों तरह की डिलीवरी में क्या अंतर है।

नार्मल डिलीवरी-Delivery Hone Ke Lakshan

नॉर्मल मतलब प्राकृतिक तरीका, इसमें बच्चे का जन्म योनि के द्वारा ही होता हैं। इसमे ना तो किसी तरह की हाई डोज़ दवाई की जरूरत होती हैं ना ही सर्जरी की, अगर किसी तरह की कोई कॉम्प्लिकेशन न हो तो नार्मल डिलीवरी के चान्सेस ज्यादा होते है।

डिलीवरी
डिलीवरी

सिजेरियन डिलीवरी- ( सी-सेक्शन)-Delivery Hone Ke Lakshan

इस सर्जिकल डिलीवरी में मां के पेट और गर्भाशय में चीरा लगा कर बच्चे को पैदा किया जाता है। वैसे तो सिजेरियन भी 39वे सप्ताह से पहले होती है। लेकिन कभी कभी जटिलताएं इतनी ज्यादा होती है कि समय से पूर्व सिजेरियन करना पड़ता है।

कैसे पता करे की डिलीवरी सिजेरियन होगी

कई बार परिस्थितियां ऐसी हो जाती जो कि बच्चे या माँ के लिए जानलेवा हो सकती है, ऐसे ही कुछ कारण निम्न है।

  • लम्बे समय तक लेबर पेन होना भी एक कारण है, दूसरी बार मां बन रही महिलाएं जब 20 घण्टे तक, तथा पहली बार मां बन रही महिलाएं 14 घण्टे तक लेबर पेन से जूझ चुकी होती है, तब डॉक्टर सिजेरियन का फैसला लेते है।
  • डिजीज कंट्रोल और प्रिवेंशन डिपार्टमेंट के अनुसार बर्थ कैनाल के मुकाबले बच्चे का साइज बड़ा होना, स्लो सर्वाइकल थिंनिंग, मल्टीप्ल बर्थ इसका कारण है।
  • गर्भाशय में बच्चे की पोजीशन गलत होने पर भी csection करना पड़ता है। ऐसे में बच्चे के पैर या बट बर्थ कैनाल की तरफ होते है।
  • यदि शिशु को गर्भ में पर्याप्त ऑक्सीजन न मिल रही हो या शिशु किसी जन्मजात रोग(हार्ट या ब्रेन) से पीड़ित हो तो डॉक्टर सिजेरियन को ही वरीयता देते हैं।
  • कभी कभी गर्भनाल बच्चे के जन्म से पहले गर्भाशय ग्रीवा से फिसल जाती है, तो उसे गर्भनाल प्रोलैप्स कहा जाता है।ये स्थिति बच्चे के लिए खतरनाक होती है। ऐसे में आपातकालीन सिजेरियन डिलीवरी की आवश्यकता होती है।

तो यदि इनमे से किसी भी स्थिति से आप जूझ रही है तो ज्यादा चांसेस है कि आपकी डिलीवरी सिजेरियन हो।

नॉर्मल डिलीवरी के लिए क्या करे

अगर किसी तरह की कोई कॉम्प्लिकेशन नही है तो आप नॉर्मल डिलीवरी की उम्मीद की जा सकती है।इसके लिए सबसे जरूरी है कि आप डॉक्टर की सलाह पर पूरा ध्यान दे।

  • गर्भावस्था में तनाव होता है लेकिन उसे दूर करने ली कोशिश करे। तनाव का सम्बंध मस्तिष्क से और मस्तिष्क का सम्बंध शरीर से होता है। तनाव को दूर करने के लिए ध्यान, योग, व्यायाम करें लेकिन पूरी देखरेख में।
  • किताबें पढ़ें, संगीत सुनें, अच्छी चीजे देखे नकारात्मक लोगो और स्थितियों से दूर रहे।
  • हमेशा खुश रहे, पॉजिटिव रहे, हल्का फुल्का काम करते रहे, पर प्रेशर ना ले। किसी के भी भयानक डिलीवरी एक्सपीरियंस को सुनने से बचे।
  • बच्चे के जन्म से सम्बंधित अच्छी किताबे पढ़े, बुजुर्गो और बड़ो से सलाह ले। घरेलू नुस्खे अपनाने से पहले भली प्रकार सोच ले।
  • डॉक्टर से अच्छी तरह सीखकर पेरिनियल मसाज करें, इसे 6वे महीने से शुरू कर सकती है। शरीर मे पानी की कमी बिल्कुल न होने दे। ये आपकी डिलीवरी में बहुत ही सहायक होता है।
  • जरूरत से ज्यादा वजन ना बढ़ने दे, हेल्थी खाएं।

एक स्वस्थ्य मां और बच्चा ही नॉर्मल डिलीवरी की गारंटी हो सकता है।

छोटे से जीरे के गुण है कई, जानिए कब और कैसे करे इस्तेमाल

जीरे के गुण

जीरा हमारी रसोई में उपयोग में आने वाला एक बहुत ही लोकप्रिय मसाला है। भारत मे हर जगह यह पैदा होता है। आयुर्वेदिक औषधि विज्ञान में भी जीरे को महत्त्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। यह तीन प्रकार का होता है-  सफेद जीरा, काला जीरा और कलौजी जीरा। तीनों प्रकार के जीरे के गुण को देखा जाय लगभग एक समान ही होते है | जीरा की तासीर ठंडी होती है। सफेद जीरा में अजवायन की तरह एक उड़नशील तेल, खनिज द्रव्य और विटामिन पाए जाते हैं। काले जीरे में भी उड़नशील तेल पाया जाता है, जिसके कारण इसकी महक बहुत तेज़ होती है। जीरे के गुण अनेक है जो इस प्रकार है।

जीरे के गुण-Jeera Ke Fayde Hindi Me

पाचन क्रिया करे दुरुस्त

  • सोंठ, जीरा, छोटी पीपल, कालीमिर्च और सेंधा नमक प्रत्येक समान भाग लेकर पीसकर और बारीक कपड़े से छानकर इस पाउडर को खाना खाने के बाद 1-1 चम्मच (3 से 5 ग्राम) ताजा पानी के साथ सेवन करने से भोजन शीघ्र ही पचता है।
  • जीरा 2 चम्मच लेकर 1 गिलास  पानी में उबालकर उसके बाद ठंडा करके और छानकर आधा-आधा कप की मात्रा में दिन में 3 बार सेवन करने से बदहजमी दूर होकर भोजन जल्दी पचता है।
  • धनिया व जीरे का चूर्ण चीनी के साथ सेवन करने से अम्ल-पित्त के कारण खाना खाने के बाद होने वाली छाती में जलन को ठीक करता है।
  • जीरा और सेंधा नमक समान भाग लेकर नींबू के रस में 7 दिन तक भिगोकर रखें, उसके बाद उसे सुखाकर पाउडर बनाकर रख लें। इस चूर्ण को सुबह-शाम सेवन करने से अफारा मिटता है तथा पाचन शक्ति भी तेज़ होती है।
    पाचन क्रिया करे दुरुस्त
    पाचन क्रिया करे दुरुस्त

चेहरा करे साफ़

जीरे को पानी में उबालकर उस जीरे का पानी से मुख धोने से कुछ ही दिनों में इस प्रयोग को निरंतर करने से मुंह की झाइयां, चकत्ते, मुंहासों के दाग आदि दूर होकर चेहरा साफ़ हो जाता है ।

स्तनों में दुग्ध वृद्धि

  • जीरे को घी में भूनकर, भुने हुए आटे के लड्डुओं में डालकर प्रसूता स्त्री (जच्चा) को खिलाने से स्तनों में दुग्ध वृद्धि होती है।
  • शिशु को दूध पिलाने वाली स्त्रियों में दूध की कमी हो तो सफेद जीरा पीसकर समान भाग पिसी हुई शक्कर या मिश्री मिलाकर 10-10 ग्राम की मात्रा में दिन में 2 बार सुबह-शाम सेवन करके ऊपर से दुग्धपान करने से यह कमी दूर करने में मदद मिलती है।

दांतों का दर्द

  • काले जीरे के काढ़े से कुल्लियां करने से दांतों का दर्द दूर होता है।
  • जीरे को भूनकर खाने से मुंह की बदबू से भी छुटकारा मिलता है।
  • भुना हुआ जीरा और सेंधा नमक समान भाग लेकर तथा बारीक पीसकर मसूढ़ों पर हल्के-हल्के लगाने से मसूढ़ों की सूजन/मसूढ़े फूलना, टीस व दर्द होना आदि कष्ट दूर होते हैं।

पथरी की समस्या

पथरी की समस्या में जीरा और चीनी समान मात्रा में लेकर व पीसकर 1-1 चम्मच की मात्रा में प्रतिदिन 3 बार ठंडे पानी के साथ सेवन करने से पथरी रोग में बहुत लाभ होता हैं।

पतले दस्तों में लाभ

  • जीरा 5 ग्राम को तवे पर भूनकर फिर पीसकर दही या दही की लस्सी में मिलाकर सेवन करने से अतिसार/पतले दस्तों में लाभ होता है।
  • बच्चों के दस्तों की शिकायत में जीरे को भूनकर और पीसकर 500 मि.ग्रा. मात्रा में लेकर 1 चम्मच पानी में घोलकर दिन में 2-3 बार सेवन करने से लाभ होता हैं |
  • जीरा 15 ग्राम लेकर 400 ग्राम पानी में उबालकर जब 100 ग्राम पानी शेष रह जाये तब इस जीरे का पानी छानकर रोगी को सेवन कराने से पेट के कृमि खत्म जाते हैं।

अन्य फायदे

  • जुकाम होने पर काले जीरे को जलाकर उसका धुआं सूंघने से बंद नाक खुलती है।
  • बारीक पिसा हुआ जीरा पाउडर आधा चम्मच लेकर 100 ग्राम खौलते हुए पानी में डालकर ढक दें। 5 मिनट के बाद उसमें दूध और चीनी डालकर सुबह-शाम चाय की तरह सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहता है।

जानिए क्यों होती है आँखे लाल और कैसे करे घरेलू उपचार

aankh laal hona

आँख लाल होने के कारण और उपचार

आँख लाल क्यों होती है इसके क्या लक्षण, कारण और उपचार हम कर सकते ये तमाम जानकारी इस लेख के द्वारा प्राप्त करने वाले है। कई बार जब हमारी आंख में कुछ कूड़ा का कद या धुल मिटटी पहुंच जाती है तब हमारी आँख लाल हो जाती है। लम्बे समय तक जागने से भी हमारी आंखे लाल होने लगती है।

आंखों में लालपन होने पर आंखों की सफेद पुतलियां लाल नजर आने लगती हैं। आंखों का लाल होना ये एक आम बीमारी है जिसका इलाज़ आप घर बैठे ही कर सकते हो। लेकिन अगर आपको लम्बे समय से लाल आंख की बीमारी है तो आप इसको हलके में बिलकुल भी ना ले और तुरंत अपने नज़दीकी डॉक्टर को दिखाए या संपर्क करे।

आपने कभी इस बात पर ध्यान दिया है की जयादातर उन लोगो की ही आंखे लाल ज़्यादा मिलती है जो लोग फ़ोन टीवी या कंप्यूटर को लम्बे समय तक ज्यादा रौशनी करके अँधेरे में देखते रहते है। आँख लाल होने का यही  प्रमुख कारण है। आपको ऐसा नहीं करना है ऐसा करने से हमारी आँखे खराब भी हो सकती है। हम यहाँ पर आपको आंख लाल होने के कुछ कारण बता रहे है, अगर आपकी आंख भी लाल हो जाती है तो आपको इनसे दूर रहना होगा।

आंख लाल होने के कुछ प्रमुख कारण

  • ज्यादा लम्बे समय कॉन्टेक्ट लेंस पहनने से आंखे लाल हो जाती है।
  • अधिक धूम्रपान करने से भी आँखे लाल होने लगती है।
  • लम्बे समय तक गाडी चलने से हमारी आँखे लाल हो सकती है।
  • आँखों में धूल मिटटी पहुंचने से भी आँखे लाल हो पड़ती है।
  • आँखों में ऐलर्जी होने के कारण भी आँखे लाल हो सकती है।
  • आँखों को अधिक मलना भी आंख लाल होने का कारण हो सकता है।
  • नींद की कमी से भी आँखे लाल हो जाती है।
  • कोई बीमारी के संकेत से भी आँखे लाल पड़ती है।

तो ये थे आँखों के लाल होने के कुछ प्रमुख कारण, आपको इनको पढ़कर ध्यानपूर्वक इनपे गौर करना होगा। तब तो आप आंख लाल होने की समस्या से बच सकते हो। तो चलिए अब जानते है आंख लाल होने के कुछ लक्षण आप कैसे जान सकते है की आपकी आंखे अब लाल होने वाली है।

आंख लाल होने के बहुत से कारन होते है जैसे – आंख में अधिक समय तक खुजली होना , आँखों से पानी बहना , धुन्धला दिखाई पड़ना , नज़र कमज़ोर होना , आँखों में किरकिराहट महसूस होना , पढ़ने के या टीवी मोबाइल देखने के बाद धुंधला नज़र आना आदि। ये सब आँखे लाल होने के कुछ लक्षण थे जिनको आप करके समय रहते अपनी आँखों को लाल होने से बचा सकते हो।

आंख लाल होने के घरेलू उपाय

अगर आपकी आंखे लाल हो गयी है और आप इनको घर बैठे ठीक करना चाहते हो, तो हम आपको बता दते है, कुछ घरेलु उपाय आंखे लाल होने के बाद आप इनको इस्तेमाल करके अपनी आँखों को नार्मल बना सकते हो।

दूध और शहद

दूध और शहद
दूध और शहद

उम्मीद है आपको दूध और शहद के एंटीबैक्टीरियल गुण आँखों के लालपने में आराम देंगे । किसी बर्तन में 4 चम्मच दूध और थोड़ सा शहद मिला ले, और इन दोनों चीज़ो को मिक्स करके एक पेस्ट या मिश्रण बना ले। आईड्रॉपर की मदद से 2 बूँद दोनों आँखों में डाले आपको ये बिधि 4 से 5 दिन लगातार करनी है। ऐसा करने से आपको जल्दी ही आराम मिलेगा।

ज्यादा पिए पानी

अगर आप उचित मात्रा में पानी नहीं पीते है तो डिहाइड्रेशन के चलते आपकी आँखों में भी पानी की कमी हो जाती है जिससे आँखें लाल हो जाती हैं और उनमें जलन होने लगती है। तो आपसे अनुरोध है की अगर आप अपनी आँखों को सुरक्षित करना चाहते है, तो दिन में कम से कम 7 से 8 लीटर पानी जरूर पिए।

हरा धनिया

धनिये का उपयोग ज्यादा करने से हमारी आँखों के सभी रोगो से मुक्ति मिलती है। आँखो में खुजली, जलन, पानी आना, जैसी आंख की बीमारियों से धनिया आपको बहुत फायदा पहुँचता है। तो हरे धनिया का ज्यादा ही प्रयोग करे तो अच्छा रहेगा।

पूरी नींद

आपको मोबाइल फ़ोन और टीवी आदि से दूर ही रहना है। जब तक आपकी आँखे दोबारा से नार्मल नहीं होती , और अच्छे से नींद लेनी है।

हरी सब्ज़िया

ये बात तो आप लोगो को मालूम ही होगी की हमारी आंखे कमज़ोरी और खून की कमी की वजह से भी लाल हो जाती है। तो आपको हरी सब्ज़िया अधिक मात्रा में यूज़ करनी है जिससे आपकी कमज़ोरी दूर हो और आपकी आंखे लाल से जल्दी ही सामान्य हो जाये।

क्या होते है फेशियल करवाने के फायदे

फेशियल करवाने के फायदे

फेशियल के फायदे

हॉर्मोन बदलाव, तनाव, प्रदूषण और अन्य परेशानियों से आपकी त्वचा को बचाने के लिए फेशियल एक अच्छा तरीका है। हालांकि, आपके पास त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए कई घरेलू उपाय होंगे, लेकिन कभी-कभी आपकी त्वचा को विशेषज्ञ की जरूरत होती है, जो आपकी त्वचा की जरूरत को समझकर उसकी अतिरिक्त देखभाल करते हैं। इसके अलावा, चेहरे की मालिश न केवल आपकी त्वचा को चमक देती है, बल्कि आपको तनाव से भी राहत दिलाती है। नीचे हम फेशियल के फायदे बता रहे है।

  • साफ होती है त्वचा
  • त्वचा का एजिंग से बचाव
  • जवां नजर आती है त्वचा
  • डिटॉक्सीफाई होती है त्वचा
  • कील-मुंहासे और दाग होते हैं कम
  • व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड्स होते हैं खत्म
  • खुल जाते हैं चेहरे के सभी रोम छिद्र
  • आई बैग्स और डार्क सर्कल्स होते हैं कम
  • त्वचा की रंगत में निखार आता है

साफ होती है त्वचा

फेशियल के फायदे
फेशियल के फायदे

धूल-मिट्टी व प्रदूषण के कारण त्वचा रूखी, बेजान और प्राकृतिक चमक खोने लगती है। ऐसे में एक अच्छा फेशियल आपकी त्वचा को गहराई से साफ कर सकता है। आप चाहे फेसवॉश लगाएं या घरेलू उपाय करें, आपकी त्वचा गहराई से साफ नहीं हो पाती है। इसलिए, आपको एक्सपर्ट की राय और मदद की जरुरत होती है।

त्वचा का एजिंग से बचाव

रोके बढ़ती उम्र को
रोके बढ़ती उम्र को

उम्र बढ़ने से त्वचा पर झुर्रियां और फाइन लाइन्स नजर आने लगती हैं, जिस कारण त्वचा की चमक खो जाती है। बढ़ती उम्र के साथ त्वचा का ज्यादा ध्यान रखना जरूरी है और इसके लिए नियमित रूप से फेशियल अच्छा और गुणकारी तरीका है। नियमित फेशियल से आपकी त्वचा की कोशिकाओं का पुनर्जन्म होता है।

जवां नजर आती है त्वचा

आजकल की जीवनशैली, धूल-मिट्टी और प्रदूषण के कारण कई बार वक्त से पहले ही चेहरे की चमक खोने लगती है। ऐसे में फेशियल करने के फायदे हो सकते हैं। इससे चेहरे की त्वचा को नई जान मिलती है। त्वचा विशेषज्ञ फेशियल के लिए विभिन्न तरीकों, उत्पादों और टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हैं, जो आपकी त्वचा की बनावट को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

डिटॉक्सीफाई होती है त्वचा

जैसे आपके शरीर में विषाक्त चीजें जम जाती हैं, वैसे ही आपकी त्वचा में भी गंदगी जम जाती है। अगर सही तरीके से सफाई न की जाए, तो आपके चेहरे पर पिंपल निकल सकते हैं। इसलिए, आपको अपने शरीर की तरह अपने त्वचा को भी डिटॉक्सीफाई करने की जरूरत होती है।

कील-मुंहासे और दाग होते हैं कम

कील-मुंहासे कभी भी हो सकते हैं और ठीक होने के बाद चेहरे पर दाग छोड़ जाते हैं। मुंहासों के दाग जिद्दी हो सकते हैं, लेकिन फेशियल के जरिए इनसे छुटकारा मिल सकता है।

व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड्स होते हैं खत्म

एक्सट्रैक्शन फेशियल का एक अहम हिस्सा है। एक एक्सपर्ट आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचाए बिना सभी व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड्स निकालने के लिए बेहतरीन तरीके से एक्सट्रैक्शन टूल का उपयोग करता है, जोकि घर में खुद से करना संभव नहीं है।

खुल जाते हैं चेहरे के सभी रोम छिद्र

सूर्य की हानिकारक किरणों और अन्य विषाक्त तत्वों का असर भी चेहरे की त्वचा पर पड़ता है। धीरे-धीरे ये चीजें आपकी त्वचा पर जमने लगती हैं और त्वचा के रोमछिद्र बंद होने लगते हैं। फेशियल के दौरान एक्सपर्ट स्टीम यानी भाप की मदद से आपके त्वचा के रोमछिद्रों को खोलते या साफ करते हैं। साथ ही मृत कोशिकाओं को हटाकर कील-मुंहासों और अन्य त्वचा संबंधी परेशानियों से आपके चेहरे को बचाते हैं।

त्वचा में कसाव आता है

उम्र बढ़ने के साथ-साथ कोलेजन का उत्पादन कम होने लगता है, जिससे त्वचा के कसाव में कमी आने लगती है। ऐसे में फेशियल के फायदे हो सकते हैं, क्योंकि फेशियल के दौरान एक्सपर्ट केमिकल पील, फेस पैक, मास्क, लोशन और क्रीम का उपयोग करते हैं। ये सभी उत्पाद बॉटेनिकल एक्सट्रैक्ट से भरपूर होते हैं, जो कोलेजन के उत्पादन को बढ़ाते हैं और त्वचा में कसाव लाकर एजिंग के साइन को कम करते हैं।

आई बैग्स और डार्क सर्कल्स होते हैं कम

जब आप आंखो पर ठीक तरीके से ध्यान नहीं देते हैं, तो परिणामस्वरूप आंखों के नीचे सूजन, झुर्रियां और डार्क सर्कल नजर आने लगते हैं। ऐसे में एक्सपर्ट को पता होता है कि आपकी आंखों के आसपास की नाजुक त्वचा का ध्यान कैसे रखना है। उनके द्वारा उपयोग की जाने वाली आंखों की क्रीम विशेष रूप से आपकी आंखों के आसपास की संवेदनशील त्वचा का इलाज करने के लिए तैयार की जाती हैं और उनके एंटी-एजिंग लाभ भी होते हैं।

त्वचा की रंगत में निखार आता है

निखरी त्वचा लगभग हर किसी की चाहत होती है, लेकिन कभी-कभी आपकी त्वचा पर काले पैच या दाग आपकी चिंता का कारण बन जाते हैं। वो और कुछ नहीं, बल्कि मेलानिन होते हैं, जो त्वचा और बालों को उनका रंग देते हैं। वृद्धावस्था, सूर्य की हानिकारक किरणें और हार्मोनल परिवर्तन अधिक मेलेनिन उत्पादन का कारण बन सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप काले धब्बे होते हैं। ऐसे में फेशियल से काले धब्बे कम होते हैं और आपकी त्वचा की रंगत में निखार आता है।

खुद का फेशियल करने के लिए आप मुल्तानी मिट्टी या दही और हल्दी का मिक्सर प्रयोग में ले सकते है। चहरे को अच्छी तरह से धोने के बाद चहरे पर इसे लगा कर 10-15 मिनट के लिए रख ले और जब सुख जाए तब चहरे को अच्छी तरह से धो लें। 

फेशियल करने से पहले चेहरे पर यदि बाल हो तो उन्हे हटा लेना चाहिए। और बहुत से एक्सपर्ट फेशियल से पहले ब्लीच करने की राय देते है। क्योंकि इससे त्वचा पर जमे हुए धूल मिट्टी के कण और डेड स्किन दूर हो जाती है। और फेशियल अच्छी तरह से काम करता है।  

 

दही चेहरे पर पड़ी झुरीयों और डेड स्किन के लिए बहुत लाभप्रद है। दही से फेशियल करने के लिए आप एक कटोरी में दही लेकर उसे अच्छी तरह से चेहरे पर लगाए अंगुलियों को सर्कुलर मोशन में अच्छी तरह से घुमाए। चाहे तो चावल के आटते को भी दही में मिक्स कर सकते है। 

बेसन के दानों में प्राय एबसोर्व करने की क्षमता होती है। बेसन से बने फेश पैक को चेहरे पर लगाने पर यह चेहरे पर जमें धूल मिट्टी के कण और डेड सेल्स को एबसोर्व कर के दुर कर देता है। और चेहरे पर एक नेचुरल चमक लाता है।

सर्दियों में अक्सर स्किन रूखी सुखी हो जाती है।  इसके लिए स्क्रब से अच्छी तरह से चेहरे को धोने के बाद किसी ढंग की क्रीम से मसाज कर के मास्क लगा लें। उसके बाद चेहरे को अच्छी तरह से गुलाब जल युक्त पानी से पोंछ लें। 

एलोवेरा त्वचा के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी है। एलोवेरा के रस के साथ नींबू को मिलाकर इसे चेहरे पर लगा कर चेहरे पर अंगुलियों को अच्छी तरह से सर्कुलर मोशन में घुमाएं। कुछ देरी तक रहने दें उसके बाद चेहरे को अच्छी तरह से पानी से धो दें। 

गोरे होने के लिए कौन सा फेशियल करें?

गोरा होने के लिए आप गोल्ड या डायमंड फेशियल का उपयोग कर सकते है। किसी बेहतर फेशियल का प्रयोग करने पर धूल मिट्टी और धूप के कारण त्वचा पर आया कालापन दूर हो जाता है। और डायमंड फेशियल त्वचा में भारी चमक देता है।

डायमंड फेशियल अलग अलग ब्रांड में अलग अलग कीमत का होता है। इसकी कीमत 1500 से लेकर 10000 तक की भी होती है। यह आप पर निर्भर करता है की आप किस ब्रांड का डायमंड फेशियल यूज करते हो।

फेशियल करवाने के बाद धूप में जाने से बचना चाहिए क्योंकि इस से चेहरा काला पड़ सकता है। और यदि धूप में जाना ही पड़े तो फेशियल के बाद सन स्क्रीन लगानी चाहिए जिससे धूप में जाने पर चेहरे में किसी तरह की कोई समस्या न आए।

कई बार उम्र से पहले ही चेहरे पर झाइयाँ देखने को मिलती है। इसको दूर करने के लिए फेशियल कारगर साबित हो सकता है। इसके लिए आप सिल्वर फेशियल का उपयोग कर सकते है और यदि आपकी स्किन ऑयली है तो पर्ल फेशियल का प्रयोग किया जा सकता है। 

घर पर ब्लीच करने के लिए आप हल्दी और दही के मिश्रण का प्रयोग कर सकते हो क्योंकि यह नेचुरल ब्लीचिंग एजेंट है। इसी के साथ किसी कंपनी का ब्लीच पाउडर लाकर इसका पेस्ट बना कर चेहरे पर लगा लें और 10-15 मिनट के बाद टिस्यू पेपर से पोंछ कर चेहरे को धो लें।  

हर महीने पार्लर पर फेशियल करवाना त्वचा के लिए सही नहीं रहता है। क्योंकि पार्लर पर विभिन्न ब्रांड के फेशियल पेक का उपयोग किया जाता है। जिसमें अनेकों तरह के केमिकल होते है जो त्वचा को कमजोर बनाते है और त्वचा संबंधी समस्या पैदा करते है। 

ग्लिसरीन के साथ गुलाब जल मिलाकर उसे फेशियल के रूप में यूज में लिया जा सकता है। इन दोनों को मिलाकर कर रात में सोने से पहले लगा दें और सुबह मुहँ को अच्छी तरह से धो दें। इससे चेहरे पर एक नेचुरल चमक आती है। 

घरेलू फेशियल करने के लिए पहले चेहरे पर यदि बाल हो उसे हटा लें। उसके बाद किसी स्क्रब से अच्छी तरह से चेहरे को धो दें। चेहरे को धोने के बाद जो भी मास्क आप यूज कर रहे है उसे चेहरे पर लगा कर 15 मिनट  तक सूखने डे और उसके बाद चेहरा धोलें। 

घर पर गोल्ड फेशियल करने के लिए सबसे पहले चेहरे को अच्छी तरह से साफ कर ले यदि चेहरे पर कोई बाल वगैरह हो तो। इसके बाद स्क्रब से चेहरे को धो कर गोल्ड फेशियल की अच्छी तरह मसाज कर लें। मसाज से पहले ब्लीच भी कर सकते है।  

चेहरे पर दही लगाना काफी हद तक फायदे मंद हो सकता है लेकिन यदि आपकी स्किन ऑयली है तो आपको चेहरे पर दही लगाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि इस से मुहासे एर फुंसिया होने का डर रहता है। और यदि चेहरे पर अधिक मात्रा में कीले है तब भी दही लगाने से परहेज करना चाहिए। 

बेसन और दही का फेस पैक एक नेचुरल फेश पैक है जो चेहरे की झुरीयों और डेड सेल्स को दूर करने के साथ साथ चेहरे में एक नेचुरल चमक लाता है। इसके उपयोग के बाद आपको किसी तरह के मॉसराइजेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह त्वचा का रूखा सूखापन दूर कर देगा।  

रोजाना चेहरे को किसी अच्छे फेस वॉश से धोना चाहिए जिससे त्वचा पर जमे धूल मिट्टी के कण दूर हो जाए। फेशवाश से चेहरे को धोने के बाद उसमें रूखा पन आजाता है अतः इसे दूर करने के लिए किसी अच्छे मोश्चराइजेशन क्रीम का प्रयोग किया जा सकता है।

 

कितना फायदेमंद है अरण्डी का तेल बालों के लिए – Balo Ke Liye Aarandi Ka Tel

अरण्डी का तेल बालों के लिए

स्वस्थ्य घने और सुंदर बाल महिला या पुरुष कोई भी हो उसे पसन्द होते है। महिलायों के लिए तो खासकर सुंदर बालो को उनका श्रृंगार और गहना माना गया है। महंगे हेयर ट्रीटमेंट हो या समय और ऊर्जा की खपत वाले घरेलू नुस्खे, जहाँ से जो भी तरीका अच्छे बालो की गारंटी दे उसे आजमाने से नही चूकते। लेकिन क्या आप जानते है इन सब महंगी और समय खाने वाली चीज़ों के बीच मे साधारण सा दिखने वाला अरण्डी का तेल यानि कैस्टर आयल कितने काम की चीज़ है। अरण्डी का तेल बालों के लिए बहुत ही लाभदायक है। अरण्डी के तेल मे रिसिनोलिक एसिड, ओमेगा 6, ओमेगा 9 तथा विटामिन ई के गुण होते है जो बालों के लिए बहुत ही लाभदायक होते है। तो आइए आपको बताते है अरण्डी के तेल के फायदे और उसे लगाने का तरीका।

अरण्डी के तेल के फायदे | Balo Ke Liye Aarandi Ka Tel

बालो की ग्रोथ बढ़ाए-How To Use Castor Oil For Hair Growth In Hindi

अरण्डी का तेल बालों को उगाने में मदत करता है। अरंडी के तेल में भरपूर मात्रा में ओमेगा-9 फैटी एसिड्स मिलते है जो बालो को मजबूत बनाते है।

बाल झड़ने से रोके-Arandi Oil For Hair In Hindi

यदि सिर के बाल बहुत अधिक झड़ रहे हो तो अरण्डी के तेल का उपयोग करने से काफी लाभ होता है।

रूसी के लिए रामबाण-Arandi Ka Tel For Hair

अरण्डी तेल में एन्टी-बैक्टीरियल, एन्टी-वायरल और एन्टी-फंगल गुण होते हैं। ये सारे गुण सिर या स्कैल्प में हो रही खुजली, डैंड्रफ और किसी भी तरह के इंफेक्शन को दूर करते है।

दो मुंहे बालो से मुक्ति-Castor Oil For Hair

अरण्डी के तेल से नियमित रूप से सिर की मालिश करने से दो मुंहें और रूखे बालो की समस्या कम हो जाती है।

बालो को घना करें-Arandi Oil For Hair In Hindi

अरण्डी के तेल का उपयोग बालो को घना बनाता है और बालो को मजबूत भी करता है

बालो को काला करे-Arandi Ka Tel For Hair

अरंडी के तेल से मालिश कर के आप अपने बालों को समय से पहले सफ़ेद होने से बचा सकते है।

बालो में चमक लाए-Castor Oil For Hair

अरंडी का तेल बालो को मजबूत करता है और रूखे बालो को चमकदार बनाता है

बालो की कंडीशनिंग और सुरक्षा-Arandi Ka Tel For Hair

रूखे और बेजान बालों को सॉफ्ट बनाने के लिए भी अरंडी का तेल काफी उपयोगी है। अरंडी तेल में अच्छी मात्रा में विटामिन ई के तत्व होते है जो बालो को पोषित करते है।

बालो को संक्रमण से बचाता है-Arandi Oil For Hair In Hindi

अरंडी तेल के एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण सिर और बालो को इन्फेक्शन से बचाते है।

सावधानी

  • अरण्डी के तेल का उपयोग करने से किसी किसी को जलन या खुजली हो सकती है इसलिए पहले हाथ की स्किन पर पैच टेस्ट करे।
  • पलको या आई ब्रो पर अगर कास्टर आयल इस्तेमाल कर रही है तो ध्यान रखे कि ये आँखों मे ना जाए।
  • अरण्डी का तेल का उपयोग चेहरे पर इस्तेमाल करने से लाल दाने और एलर्जी हो सकती है सावधान रहें।
  • कास्टर आयल बालो से निकालना मुश्किल होता है इसलिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करे लेकिन पानी ज्यादा गर्म ना हो।

अब आपको बताते है कुछ बेस्ट अरंडी तेल जो आपको बेहतरीन परिणाम देंगे

Best Castor Oil For Hair

1 Soulflower Castor Growth Oil

Soulflower Castor Growth Oil

Soulflower Castor Growth Oilसोउलफ्लोवेर कैस्टर ग्रोथ आयल एक प्रीमियम प्रोडक्ट है जोकि विशेष रूप से भारत के स्थायी संसाधनों में सूरज की रोशनी में पैदा किया जाता है, इसे बहुत ही सावधानी से कोल्ड प्रेस्ड किया जाता है ताकि इसके न्यूट्रिएंट बने रहे। पोषक तत्वों, खनिजों, विटामिन ई और आवश्यक फैटी एसिड से भरपूर, यह शुद्ध रूप से प्राकृतिक, शाकाहारी उत्पाद है जो बालों, दाढ़ी, पलकों और भौंहों के विकास के लिए सबसे अच्छा हीलिंग अरंडी का तेल है।

2. Pure Sure Castor Oil

Pure Sure Castor Oil
Pure Sure Castor Oil

100% सर्टिफाइड ऑर्गेनिक कैस्टर ऑयल जोकि बेहतरीन क्वालिटी के कैस्टर सीड से बनाया जाता है। जो सीड 100% सर्टिफाइड ऑर्गेनिक फार्म से लाए जाते है। ये सीड किसी पेस्टिसाइड्स, केमिकल और इंसेक्टिसाइड के बिना ग्रो किए जाते है।

3. Wishcare Premium Pressed Castor

Wishcare Premium Pressed Castor
Wishcare Premium Pressed Castor

प्रीमियम क्वालिटी का ये तेल 100 %नेचुरल और प्योर है। असली अरंडी के बीज का उपयोग करके उच्चतम गुणवत्ता मानकों के साथ उत्पादित, सीधे भारत में किसानों से प्राप्त किया जाता है। इस कोल्ड प्रेस्ड कैस्टर ऑयल का उत्पादन हेक्सेन-फ्री एक्सट्रैक्शन से किया जाता है जो इसे डार्क गोल्डन कलर देता है। केरल से केवल सर्वश्रेष्ठ कैस्टर सीड्स को उठाया जाता है और उच्चतम गुणवत्ता ग्रेड के लिए वानस्पतिक क्रियाओं को संरक्षित करने के लिए कोल्ड प्रेस द्वारा निकाला जाता है। एक बार फिर से स्वस्थ, भव्य, घने बालों का आनंद लें। घुंघराले बाल पहले की तुलना में नरम महसूस करेंगे।

4. The Yogi Cold Pressed castor Oil

Yogi rejuvenates strengthen shiny potent absorbent oil hexane
Yogi rejuvenates strengthen shiny potent absorbent oil hexane

100% प्राकृतिक सामग्री, SLS और रसायन मुक्त। इसमें विटामिन, खनिज, प्रोटीन शामिल हैं, एंटीऑक्सिडेंट आपके बालों को सभी प्रकार के नुकसान से बचाता है, रेड ओनियन, भृंगराज, विटामिन ई, रोज़ ऑयल, चंदन तेल जैसे आवश्यक तेलों के साथ। शीया मक्खन, मैंगो बटर, कोकोनट ऑयल, सन फ्लावर ऑयल, कैस्टर ऑइल, जोजोबा ऑयल, अर्क के आंवला, ब्राह्मी, हिबिस्कस।

अरण्डी तेल के साथ कौन-कौन से तेल इस्तेमाल करें?

5-Morpheme Remedies Pressed Castor Oil

Morpheme remedies pressed castor oil
Morpheme remedies pressed castor oil

कई अलग-अलग प्रकार के अरंडी का तेल हैं, जैसे कि काली अरंडी का तेल, हाइड्रोजनीकृत अरंडी का तेल और अरंडी का तेल के दाने। कैस्टर ऑयल के सबसे लोकप्रिय प्रकारों में से एक कोल्ड प्रेस्ड कैस्टर ऑयल है, क्योंकि यह पोषक तत्वों की सबसे बड़ी मात्रा के साथ तेल माना जाता है।

किसी भी अन्य प्रकार के कैस्टर ऑइल की तरह, कोस्टर बीन के बीजों से कोल्ड प्रेस्ड कैस्टर ऑयल निकाला जाता है। बालों पर कोल्ड प्रेस्ड कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल करने से बालों की जड़े मजबूत हो सकती हैं, जड़ों को पोषण दे सकती हैं और आपको रूखे-मुलायम, मुलायम बाल दे सकती हैं।

यह बालों के खोए हुए पोषक तत्वों को बहाल करने में मदद कर सकता है, बालों के विकास को बढ़ा सकता है और मोटाई बढ़ा सकता है।

अरंडी का तेल कैसे उपयोग में लाए

  • अरंडी के तेल लेकर उंगलियों के पोरों में लगा कर बालो की जड़ो से लेकर सिरों तक लगाए।
  • तेल अगर रात को लगाकर सोएंगे तो ये और भी बेहतर असर दिखायेगा।
  • सुबह माइल्ड शैम्पू से बाल धो ले।
  • हल्के गीले बालों में ही कंघी करे, ज्यादा सूखे बालो में कंघी करने पर बाल ज्यादा टूटते है।
  • सुखाने के ड्राईर का इस्तेमाल ज्यादा ना करें।
  • बालो को धोने के बाद तौलिए से ज्यादा जोर से रगड़ना या झाड़ना नही चाहिए।
  • बड़े दाँतो वाली कंघी का प्रयोग करे, उससे बाल कम टूटते है।

Frequently Asked Questions in Hindi – सामान्य प्रश्न

बालों के लिए कौन सा तेल सही है?

बालो के लिए सबसे अच्छा कैस्टर आयल होता है। यह बालो को घना करता है।

बालों में तेल कब और कैसे लगाएं?

बालो मे तेल हमेशा रात मे लगाऐ और अगली सुबह धो ले। अपनी उंगलियों को तेल मे डुबोकर बालो के हिस्से कर के सिर पर हल्के हाथो से पूरे सिर पर लगाऐ और थोड़ी देर मसाज करे।

बालों में तेल लगाने से क्या होता है?

बालो मे तेल लगाने से हमारे बाल को पोषण देता है। सिर दर्द भी नही होता है। और हमारे दिमाक को भी आराम मिलता है।

घर पर बालों के लिए तेल कैसे बनाएं?

तेल घर पर बनाने के लिए आपको 120 ग्राम आंवला पाउडर, 1 लीटर पानी और 250 मिली नारियल के तेल की जरूरत पड़ेगी। सबसे पहले 100 ग्राम आंवला पाउडर को 1 लीटर पानी के साथ तब तक उबालें जब तक कि लिक्विड आधा न रह जाए, दूसरे पैन में नारियल का तेल, बचा हुआ आंवला पाउडर और उबले हुए लिक्विड को मिलाकर धीमी आंच पर तब तक उबालें जब तक कि सारा पानी वाष्पीकृत न हो जाए। आखिर में पैन में पीला और पारदर्शी तरल शेष बचेगा। इसे किसी बोतल में भरकर रख लें।

बालों के लिए सबसे अच्छा तेल कौन सा है 10 बेस्ट तेल

बारिश में भीगे बालों की केयर

बात जब बालों के लिए सही तेल का चुनाव करने कीआती है, तो अक्सर हम लोग उलझन में पड़ जाते हैं और बिना सोचे समझे तरह-तरह के तेलों का इस्तेमाल कर बैठते है। बिना सोचे समझे किसी भी तेल का प्रयोग करने से कई बार हमारे बाल झड़ने लगते है या सफ़ेद होने लगते है। ऐसे में समस्या और बढ़ जाती है की बालों के लिए सबसे अच्छा तेल कौन सा है।

बालों के लिए सबसे अच्छे तेल में कुछ खास गुण होने चाहिए जैसे की:

  • रूखे और ड्राई बालों को सॉफ्ट और मुलायम करे।
  • बालों का झड़ना रोकने में मदत करे।
  • यह तेल केमिकल जैसे की मिनरल ऑयल्स आदि से फ्री होना चाहिए।
  • बालों पर हल्का रहे, ज्यादा भारी तेल बालो को नुकसान करते है।

रूखे बेजान झड़ते बाल या सफ़ेद बाल किसे पसन्द है भला, यूट्यूब पर सर्च करो तो ढेरो घरेलू नुस्खे आपका इंतजार करते मिलेंगे। बालो की किसी भी समस्या में कंफ्यूज होना लाजमी है तो आइए हम आपकी मदद करते है और बताते है बालों के लिए सबसे अच्छा तेल कौन सा है यानी बेस्ट 10 हेयर ऑयल।

लुक्सुरा साइंसेज अनियन हेयर आयल

Luxura Sciences Advanced Onion Hair Oil
Luxura Sciences Advanced Onion Hair Oil
  • ये 100 % प्राकृतिक तत्वों से बना है।
  • इस तेल में कोई आर्टिफिशल महक या केमिकल नही है।
  • इसमे है विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट्स। साथ ही है जमेकन ऑयल, मोरक्कन ऑर्गन ऑयल, ब्लैक कैस्टर ऑयल, ओनियन ऑयल, हिबिस्कस ऑयल जो आपके बालों को देंगे बेहतरीन पोषण और चमक।
  • यह तेल सभी तरह के बालों पर असरदार है। उलझे, घुंघराले, पतले, मोटे बालो पर अच्छा असर दिखाए।

पैराशूट एडवांस्ड एनरिचेड कोकोनट आयल

parachute advanced enriched coconut oil
parachute advanced enriched coconut oil
  • नारियल तेल 50% इंटरनल स्ट्रक्चरल डैमेज को रिवर्स कर डैमेजड बालो को रिपेयर करता है।
  • एलोवेरा से भरपूर ये तेल एक प्रोटेक्टिव लेयर बनाता है, मॉइस्चर को लॉक करता है।
  • कंडिशन्ड करके बालो को सॉफ्ट बनाता है, बालो को तीन गुना तेजी से ग्रोथ देकर स्ट्रांग और थिक बनाता है।

इन्दुलेखा भृंगा आयल

Indulekha Bringha Oil
Indulekha Bringha Oil

ये एक आयुर्वेदिक तेल है जो हेयर और स्कैल्प की कंडीशन जैसे डेंड्रफ, हेयर फॉल के लिए अच्छा काम करता है। इसके बेहतरीन एक्शन का कारण है इसके इंग्रीडिएंट और इसे बनाने का तरीका। इसके तत्वों में शामिल स्वेतकुटजा में होती है एंटीडैंड्रफ, एन्टी इन्फ्लामेट्री, एन्टी माइक्रोबियल प्रॉपर्टीज। एलोवेरा हेयर ग्रोथ को प्रोमोट करता है। नीम जिसमे होते है ढेरो गुण जिनसे हम सब वाकिफ है।

भृंगा का अर्क जो बालों को डार्क और हैल्थी रखता है और अंत मे आँवला जो विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। कफ कम्प्रेशन मेथड से बने कोकोनट ऑयल का तो कहना ही क्या,बालो के लिए जरूरी सभी पोषक तत्व इसमे सम्मिलित है।

अर्बन बॉटनिकस प्योर कोल्ड प्रेस्सड ऑलिव आयल

urban botanics oil reivew
जैतून का तेल चेहरे के लिए

अर्बनबोटानिक्स ऑलिव ऑयल विटामिन ए, ई और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। यह बालों में केराटिन की रक्षा और मॉइस्चर ब्लॉक करने में मदद करता है। यह आपके बालों को स्वस्थ, मजबूत और चमकदार दिखाने में मदद करता है। जैतून के तेल की विशेषता वाला एक गर्म तेल उपचार आपको मेनीजेबल बाल देने में मदद करेगा ताकि आपके बाल स्टाइल करने में आसान हों।

हिमालया हर्बल एन्टी हेयर फॉल ऑयल

हिमालया हर्बल एन्टी हेयर फॉल ऑयल
हिमालया हर्बल एन्टी हेयर फॉल ऑयल

ये देता है मजबूत और स्वस्थ बाल, हिमालय के एंटी-हेयर फॉल हेयर ऑयल बालों को झड़ने से रोकता है और बालों के विकास को तेज करता है। थीस्ल और भारतीय करौदा की अच्छाई के साथ समृद्ध है जो रूट शाफ्ट को मजबूत करता है और बालों के झड़ने को रोकता है।

मेथी लेसीथिन और प्रोटीन से भरपूर होती है जो बालों की जड़ों को पोषण देती है। स्कैल्प के संक्रमण को रोकने और बालों को स्वस्थ रखने के लिए नीम और बेल एक साथ काम करते हैं। मेथी के फायदे बालों के लिए कई है। बाल की जड़ को मजबूत बनाता है और बालों को झड़ने से रोकता है।

भारतीय करौदा, एक प्राकृतिक हेयर टॉनिक है जिसका आयुर्वेद में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है, यह बालों और स्कैल्प के उपचार के लिए बहुत प्रभावी घटक है। यह बालों के रोम को मजबूत करता है और बालों के विकास को बढ़ावा देता है।

मेथी प्रोटीन का एक प्राकृतिक स्रोत है। प्रोटीन बाल शाफ्ट के पुनर्निर्माण और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण है। इसके औषधीय गुण बालों के झड़ने को रोकते है। नीम ड्राई और खुजली वाली स्कैल्प से राहत देता है और बालों के विकास को भी बढ़ावा देता है।

ग्रन्ड्यूर ओनियन हेयर ऑयल

Grandeur onion hair oil
Grandeur onion hair oil

ये सभी तरह के बालों के लिए इफेक्टिव है, प्राकृतिक तत्वों से बना ये तेल अपनी एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल प्रॉपर्टीज की वजह से हर तरह के हेयर टाइप को सूट करता है।
इसमे शामिल है ऑर्गन ऑयल, जोजोबा आयल, हिबिस्कस ऑयल, भृंगराज और विटामिन ई.

फ़िगारो एक्स्ट्रा वर्जिनऑलिव ऑयल

फ़िगारो एक्स्ट्रा वर्जिनऑलिव ऑयल
फ़िगारो एक्स्ट्रा वर्जिनऑलिव ऑयल

वर्षों की विरासत के साथ, फिगारो भारतीय बाजार में सबसे पुराने जैतून के तेल ब्रांडों में से एक है। फिगारो की हर बोतल शुद्धता के आश्वासन के साथ आती है, इसमे केवल सबसे अच्छी गुणवत्ता वाले जैतून के तेल का उपयोग किया जाता है और यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत सावधानी बरती जाती है कि तेल अपने सभी पोषण लाभों को बरकरार रखे। विटामिन ई में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण से भरपूर.

#figaro olive oil benefits for hair in hindi

अर्बन गबरू हेयर ग्रोथ सीरम आयल

UrbanGabru Hair Growth Serum oil
UrbanGabru Hair Growth Serum oil

मोटा, मजबूत, अधिक स्वस्थ दिखने वाले बाल केवल जेनेटिक से नही होते, यह पोषण का मामला भी है। ये अद्भुत तेल बिना हानिकारक रसायनों या महंगी प्रक्रियाओं के घने और चमकदार बाल देता है।
इसमे सभी हाई क्वालिटी इंग्रीडिएंट को मिलाकर एक फार्मूला तैयार किया गया है जो बालों को ग्रोथ देता है।

ऑनेस्ट चॉइस रेड ओनियन ऑयल

ऑनेस्ट चॉइस रेड ओनियन ऑयल
ऑनेस्ट चॉइस रेड ओनियन ऑयल
  • ये ऑयल सल्फेट, फॉस्फेट, सिलिकॉन, और पैराबेन से मुक्त है।
  • ओनियन, हिबिस्कस, मोरक्कन, ऑर्गन, जमेकन, कैस्टर ऑयल और आंवला से भरपूर है।
  • ये तेल बहुत ही हल्का है और चिपचिपा नही है, बालो को मॉइस्चर देता है।
  • बहुत ही मनमोहक खुशबू, इसमे कोई भी आर्टिफिशियल खुशबू और केमिकल नही है, सल्फर जोकि बालो को ब्रेकेज से बचाता है।
  • ओनियन की एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज स्कैल्प को इंफेक्शन से बचाती है रोजमेरी ऑयल, जोजोबा ऑयल, आर्गन ऑयल, सनफ्लावर ऑयल, कैस्टर ऑयल, टी ट्री ऑयल, प्रोटीन मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट बालों को वह सब कुछ देते हैं जो बालों की जरूरत है।

मॉरफेमे रेमेडीज आर्गेनिक एक्स्ट्रा वर्जिन कोल्ड प्रेस्सेड ऑलिव
आयल

Morpheme Remedies Organic Extra Virgin Cold Pressed Olive Oil
Morpheme Remedies Organic Extra Virgin Cold Pressed Olive Oil

मोरफेम रेमेडीज ऑर्गेनिक एक्स्ट्रा वर्जिन कोल्ड ने आयल हेयर ऑयल नेचुरल और प्योर ऑयल्स की अच्छाई के साथ आता है। इसमें कोई मिनरल ऑयल, कोई सल्फेट, एसएलएस, कोई सिलिकॉन, कोई पैराबेन, कोई कृत्रिम खुशबू और कोई एडिटिव्स या रसायन शामिल नही हैं।

Frequently Asked Questions in Hindi – सामान्य प्रश्न

बालो का झड़ना कैसे रोक सकते हैं?

संतुलित आहार, नियमित तेल, बालो की कंडिशनिंग करके और तनाव से दूर रहकर बालो का झड़ना रोक सकते है।

बालों में गर्म तेल लगाने से क्या होता है?

हल्के गर्म तेल से मसाज करने पर डैंड्रफ की समस्या में काफी फायदा होता है। हल्के गर्म तेल से मसाज करने पर बालों का झड़ना कम होता है।ये बालों को पोषण देने का काम करता है जिससे बालों की जड़ें मजबूत बनती है, हल्के गर्म तेल से मसाज करने पर डैंड्रफ की समस्या में काफी फायदा होता है।

घर पर बालों के लिए तेल कैसे बनाएं?

तेल घर पर बनाने के लिए आपको 120 ग्राम आंवला पाउडर, 1 लीटर पानी और 250 मिली नारियल के तेल की जरूरत पड़ेगी। सबसे पहले 100 ग्राम आंवला पाउडर को 1 लीटर पानी के साथ तब तक उबालें जब तक कि लिक्विड आधा न रह जाए, दूसरे पैन में नारियल का तेल, बचा हुआ आंवला पाउडर और उबले हुए लिक्विड को मिलाकर धीमी आंच पर तब तक उबालें जब तक कि सारा पानी वाष्पीकृत न हो जाए। आखिर में पैन में पीला और पारदर्शी तरल शेष बचेगा। इसे किसी बोतल में भरकर रख लें।

क्या कैल्शियम की कमी से बाल झड़ते हैं?

कैल्शियम की कमी से बाल तेजी से झड़ने लगते है।

क्या झड़े हुए बाल वापस आ सकते है?

हां इसके लिए संतुलित और पौष्टिक आहार लेना चाहिए। बालो की अच्छी देखबाल करना चाहिए। और कैमिकल यूक्त शैम्पू का प्रयोग नही करना चाहिए।

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