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स्वास्थ्यवर्धक डाबर च्यवनप्राश के फायदे-Dabur Chyawanprash Benefits In Hindi

स्वास्थ्यवर्धक डाबर च्यवनप्राश के फायदे

डाबर च्यवनप्राश स्वास्थ्य की दुनिया का एक जाना माना नाम है। डाबर च्यवनप्राश के फायदे कई है। वर्षो से घरों में खासकर सर्दियों में इसका सेवन बच्चे बूढ़े सभी करते रहे है। डाबर कम्पनी भारत में बहुत बड़ा ब्रांड माना जाता है। इसी ब्रांड का च्यवनप्राश शायद सबसे ज्यादा टीवी और अखबार में दिखाई देता है। डाबर च्यवनप्राश में अमलकी, अश्वगंधा, तुलसी, ब्राह्मी, अर्जुन, चंदन, काली मिर्च, जटामांसी, बिलिया, ब्राह्मी, पिप्पली, यष्टिमधु, गोक्षुरा, आंवला आस्दी और अन्य 41 आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां होती हैं। यह बच्चों, वयस्कों और बुजुर्गों के लिए बहुत फायदेमंद है।

डाबर च्यवनप्राश के फायदे-Dabur Chyawanprash Benefits In Hindi

रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए

रोगप्रतिरोक क्षमता को बढ़ाना डाबर च्यवनप्राश का सबसे मुख्य कार्य माना जाता है। तुलसी, काली मिर्च और विटामिन सी की उपस्थिति के कारण ऐसा होता है। इसी कारण मौसमी बदलाव से होने वाले कोल्ड कफ को ये दूर रखता है।

पाचन तंत्र को सुधारे

इसमे शामिल अश्वगन्धा जैसी औषधि डायजेस्टिव सिस्टम को बेहतर करती है। यह एक एक्टिव एजेंट की तरह मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है।
साथ ही एसिडिटी, ऐंठन और अपच को रोकता है।

बहुत से च्यवनप्राश में सुगर और फैट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। जिससे वो इम्युनिटी तो बढ़ाते है लेकिन साथ ही साइड इफ़ेक्ट भी देते है।

उनके मुकाबले डाबर च्यवनप्राश में बहुत कम फैट, कोलेस्ट्रॉल और चीनी होती है, जिससे ये खून में ग्लूकोज और कोलेस्ट्रॉल को कण्ट्रोल में रखता है।

श्वसन तंत्र को बेहतर बनाये

इसमे उपस्थित तत्व जटामासी, तुलसी और अर्जुन श्वसन तंत्र को बेहतर बनाते है। गले में जमे पुराने कफ को निकालते है। रेस्पिरेटरी मेम्ब्रेन की ताकत बढ़ाता है।

सेक्स की इच्छा बढ़ाए

डाबर च्यवनप्राश की जड़ी बूटियां, स्त्री पुरुष दोनों की सेक्स की इच्छा को बढ़ाती है। यदि हार्मोनल बदलाव या उम्र के कारण किसी जोड़े की सेक्स लाइफ अच्छी न जा रही हो, तो उन्हें अपने रूटीन में डाबर च्यवनप्राश को सम्मिलित करना चाहिए।

रक्तचाप को नॉर्मल रखे

इसमें मौजूद तत्व जैसे आंवला, अर्जुन, आमलकी रक्तचाप को कंट्रोल रखते है। ये कोलेस्ट्रॉल को कम करके ब्लड वेसल्स पर उचित दबाव बनाए रखने में मदद करता है। खासकर सर्दियों में इसका प्रयोग बहुत ही प्रभावी है।

मोटापा कम करने में मदद करे

मोटापा कम करने के लिए सबसे जरूरी है मेटाबॉलिज्म का बेहतर होना। यदि मेटाबोलिज्म बेहतर नही होगा तो एक्सरसाइज और डाइट बहुत देर से असर दिखाएंगी।

डाबर च्यवनप्राश मेटाबोलिज्म की दर को एक शूट आउट देता है।

मोटापा कम करने में मदद करे
मोटापा कम करने में मदद करे

सुंदरता बढ़ाए

डाबर च्यवनप्राश के तत्व जैसे तुलसी और आंवला खून को साफ कर चेहरे की चमक बढ़ाते है। इनका एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा से मुहासों और दाग धब्बो को दूर करता है।
ये शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और इस तरह खून को साफ कर असमय उम्र के लक्षणों को छुपाता है।

बालो को स्वास्थ्य करे

डाबर च्यवनप्राश की एंटीबायोटिक प्रॉपर्टीज स्कैल्प को साफ रखती है। फंगल इन्फेक्शन नही होने देती। बालो को असमय सफेद होने से बचाती है। बालो का झड़ना रोकती है।

डाबर च्यवनप्राश को कैसे खाए

पानी या दूध के साथ नाश्ते और रात के खाने (दिन में दो बार) के बाद डाबर च्यवनप्राश ले सकते है।
छोटे बच्चे आधा चम्मच तथा वयस्क एक चम्मच ले।
इसका सेवन हमेशा भोजन के बाद करे। कभी खाली पेट न ले।
इसे पानी के साथ लिया जा सकता है पर बेहतर होगा कि दूध के साथ ले।

डाबर च्यवनप्राश के नुकसान

वैसे तो डाबर च्यवनप्राश एक हर्बल ओषधी है लेकिन फिर भी ये नुकसान कर सकती है। वो कहते है ना अति सर्वत्र वर्जयेत। अर्थात इसका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल भी कुछ साइड इफ़ेक्ट दिखा सकता है जैसे

पेट में जलन

डाबर च्यवनप्राश में गर्म तत्वों की प्रधानता के कारण ऐसा होता है। इसलिए इसका सेवन शुरू करते समय कम मात्रा से शुरू करे।

दस्त

डाबर च्यवनप्राश की प्रकृति दस्तावर है, जैसे कि आप जानते है कि ये पेट को साफ रखने में मदद करता है। लेकिन जरूरत से ज्यादा मात्रा में लेने से दस्त हो सकते है।

हाई ब्लड शुगर

अगर आप डायबिटीज से पीड़ित है तो सदैव ‘नो शुगर’ डाबर च्यवनप्राश पैक ही खरीदे। नॉर्मल पैक में भी चीनी की मात्रा ज्यादा नही होती लेकिन डायबिटीज के मरीज के लिए वो सही चॉइस नही है।

यदि इन साइड इफ़ेक्ट को दरकिनार कर दे तो डाबर च्यवनप्राश काफी प्रभावी ओषधि है। आयुर्वेदिक चीज़ों से बने डाबर च्यवनप्राश में कई जड़ी-बूटियां, घी, पोषक तेल, एंटीऑक्सिडेंट तत्व आदि होते हैं जो शरीर की इम्युनिटी और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।

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