आँखों में जलन होना-क्यों होती है आँखों में जलन, जलन के कारण और उपाय

आँखों में जलन होना-क्यों होती है आँखों में जलन, जलन के कारण और उपाय

आँखों में जलन होना यह कोई ख़ास बीमारी नहीं है। लम्बे समय तक रात में काम करने के कारण या लगातार रातो में पढ़ने के कारण हमारी आँखे थक जाती हैं। आँखों में जलन होने लगती है। इस कारण आंखों का लाल होना, आँखों में जलन होना, देखने में परेशानी, आंखों में रूखापन , आँखों में बार बार पानी आना, धुंधला और नजर ना दिखाई देना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आंखों की जलन और थकावट आपके रोज़ाना और सुखमये जीवन को प्रभावित करती है और आपके जीवन को दुःखमये बनाती है। 

अगर आपकी आँखों में जलन या खुजली लम्बे समय से है तो आप तुरंत ही अपने डॉक्टर को दिखाए। क्योकि लम्बे समय से आँखों में जलन पड़ने के पीछे कोई ख़ास बीमारी का भी हाथ हो सकता है। आँखों के ज्यादातर रोग प्रदूषण के कारण होते है उन्ही में से आँखों में जलन पड़ना ये बीमारी भी प्रदूषण के कारण होती है। भारत जैसे बड़े देश में वायु प्रदुषण किसी महामारी या खतरनाक बीमारी से कम नहीं है । अब तक प्रदूषण के कारण लाखो लोगो ने अपनी जान गवाई है भारत के कुछ बड़े इलाको में प्रदूषण का खतरा बहुत बना रहता है जहा पर लोगो को सांस लेने में भी तकलीफ होती है।

आगे बढ़ने से पहले जानना बहुत ही जरुरी है की आँखों में जलन या खुजली होने के क्या क्या कारण होते है तो चलिए सबसे पहले जानते है की आँखों में दर्द होने के क्या कारण होते है उसके बाद हम लोग आँखों में दर्द से बचने के घरेलु उपायों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे । आँखों में जलन पड़ने के बहुत से कारण होते है जैसे :- 

आँखों में जलन पड़ने के कारण 

  • लम्बे समय तक रातो में कंप्यूटर मोबाइल या टीवी के सामने बैठे रहने से भी आँखों में जलन होने लगती है।
  • हमारे आसपास का प्रदूषण भी हमारे लिए और हमारी आँखों के लिए बहुत हानिकारक है गंदे प्रदूषण की वजह से भी आँखों में जलन होने लगती है।
  • जयादा थकान भी आँखों के लिए हानिकारक होती है आपकी आँखों में जलन तब पड़ सकती है जब आप ज्यादा थके हुए हो या तनाव में हो।
  • हमारी आँखों में जलन का प्रमुख कारण नींद की कमी से भी होता है अगर आप नींद पूरी नहीं लेते है तो आपकी आँखों में जलन पद सकती है डॉक्टर्स के हिसाब से आपको 8 घंटे की नींद अवस्य ही लेनी चाहिए ।

आँखों में जलन को रोकने के कुछ उपाय 

खीरा 

हमने आँखों की जलन मिटाने और आँखों की थकावट से छुटकारा पाने में खीरे का भी बहुत नाम है, 400;”>आपको खीरो को छीलकर उसके कुछ टुकड़े बना लेने है और सोते समय या फ्री टाइम आपको आँखों के ऊपर खीरे के 2 टुकड़े रखकर सो जाना है ऐसा करने से आपकी आँखों में जलन की समस्या से आपको आराम मिल जायेगा क्योकि खीरा आँखों को ठंडक पहुँचता है और थकन को दूर भगाता है।

खीरा
खीरा

आँखों के लिए व्यायाम 

व्यायाम करने से भी आँखों की जलन और थकावट दूर हो जाती है इसलिए आपको प्रतिदिन उठकर सुबह में व्यायाम करना है आप जिम भी जा सकते है जो लोग ज़्यादा बूढ़े है वो वाक या दौड़ भी लगा सकते है ।

कच्चा आलू 

आप आँखों में थकान और जलन पड़ने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए कच्चे आलू का भी इस्तेमाल कर सकते हो। ये आँखों से जलन दूर करने के लिए रामबाण इलाज के नाम से जाना जाता है,

आपको कच्चे आलू को स्लाइस में काटकर फ्रीज में ठंडा होने के लिए रख देंना है । जब ये ठंडा हो जाये तो अपनी आँखों पर रखकर इसको लेट जाए ।आपको जल्द ही इसके इस्तेमाल से फायदा होगा।

एलोवेरा 

एलोवेरा एक बहुत ही गुणकारी और फायदेमंद औषधि के रूप में जाना जाता हैं, और अब तो एलोवेरा का उपयोग लगभग सब त्वचा के प्रोडक्ट्स के लिए होता है। एलोवेरा में एंटीमाइक्रोबायल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं।

जो कि आपकी आँखों की जलन , दर्द और थकावट से आँखों को राहत पहुंचने में मदद करते हैं। आपको 1 चम्मच एलोवेरा जेल को 2 चम्मच पानी में मिक्स करके आँखों को बंद करके पलकों पर 5 मिनट तक लगाना है, ऐसा करने से आपको आँखों में जलन पड़ने की समस्या से तुरंत ही राहत मिलेगी।

गुलाब जल 

गुलाब जल का उपयोग भी आँखों में जलन से बचने के लिए ही होता है। क्योकि गुलाबजल हमारी आँखों से धुल मिटटी के कणो को दूर करता है।

डार्क सर्कल्स से छुटकारा पाने के उपाय | Dark Circle Khatam Karne Ka Tarika

डार्क सर्कल्स से छुटकारा पाने के उपाय

आजकल की जिंदगी में छोटे छोटे बच्चे भी इतना ब्यस्त है कि वो अपनी रोज़ाना की की दिनचर्या पर ध्यान नहीं दे पा रहे है। सही रहन-सहन और सही खान-पान ना मिल पाने के कारण हमारे शरीर को उचित पोषण नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते लोगो की आँखों के नीचे डार्क सर्कल्स जिनको हम लोग अपनी भाषा में काले घेरे बोलते है। आज के समय में बाजार में कई ऐसे रासायनिक उत्पाद मौजूद हैं जो डार्क सर्कल खत्म करने का दावा करते हैं और नकली प्रोडक्ट्स का व्यापर करते है, तो आपको उनके झांसे में नहीं पड़ना है। आपको बढ़िया कंपनी का प्रोडक्ट ही प्रयोग  करना है। आजकल हर कोई डार्क सर्कल की समस्या से परेशान है फिर चाहे वो लड़के हो या फिर लड़कियां हों या फिर महिला-पुरुष। आखिर क्यों होते हैं डार्क सर्कल,आँखों के नीचे काले घेरे इनकी वजह क्या है।

कई बार ऐसा होता है की हम ज्यादा टाइम तक सोते रहते है तो हमारे ज्यादा सोने की वजह से डार्क सर्कल्स होने लगते है बैसे तो डार्क सर्कल्स होने के बहुत से कारण होते है तो चलिए सबसे पहले जान लेते है की डार्क सर्कल्स यानी काले घेरे का आँखों के निचे होने के क्या क्या क्या कारण है और आप इसको अपनी आँखों से कैसे मिटा सकते हो, तो चलिए सटार्ट करते है ।

डार्क सर्किल होने के कारण

  •  कई  बार ऐसा होता है की लोगों को ज्यादा टेलीविज़न और मोबाइल फोन देखने व् चलाने की आदत होती है। किसी चीज़ या वस्तु पर ज्यादा फोकस करने की वजह से भी  हमारी आंखों के नीचे काले घेरे हो जाते हैं।
  • कम पानी पीने की वजह से हमारे शरीर में अगर पानी की कमी होती है तो भी डार्क सर्कल यानि आंखों के नीचे काले घेरे होने लगते हैं। डॉक्टर्स और हकीम  लोगो का कहना ये है की शरीर में पानी की कमी से खून का सर्कुलेशन सही नहीं हो पता है और ना अच्छे से हमारे शरीर की गंदगी साफ होती है, इसकी वजह से चेहरे पर कील मुंहासे फुंसी फोड़े और डार्क सर्कल्स जैसी बीमारी तथा एलर्जी से हमे झूझना पड़ता है ।
  • लगातार धूप में रहने अथवा काम करने की वजह से चेहरे पर पिगमेंटेशन की समस्या हो जाती है और हमारे चेहरे पर आँखों के नीचे काले घेरे पड़ने लगते है, और साथ ही हमारी त्वचा का रंग भी काला व शाबला होने लगता है ।
  • सिगरेट और शराब तथा धूम्रपान के सेवन से भी आंखों के नीचे काले घेरे आने लगते  हैं। वल्कि हम जो खाते पीते भी है उसका असर भी सीधा हमारे शरीर पर पड़ता है ।
  • बहुत से लोगो को मेकअप करने का बहुत शौक होता है। खासकर लड़कियों को कुछ  ज्यादा ही होता है। कास्मेटिक को यूज़ करने में कोई बुराई नहीं है लेकिन डेट निकले हुए प्रोडक्ट्स को यूज़ करने से हमारे मुँह की खाल कमज़ोर हो जाती है जिसके कारन भी हमारे चेहरे पर डार्क सर्कल्स होने लगते है।

Dark Circle Khatam Karne Ka Tarika | डार्क सर्कल्स से छुटकारा पाने के उपाय

ठंडा दूध

कहा जाता है की ठंडे दूध के लेप से भी हमारी आंखों के नीचे का कालापन दूर हो जाता है। कच्चे दूध को आपको फ्रिज में रख देना है। कुछ समय के बाद निकाल लेना है और किसी रुई या कॉटन के कपड़े की मदद से आपको अपने डार्क सर्कल्स वाली जगह पर  लगाना है ऐसे 2 दिन लगातार आपको करना होगा। आपको जल्दी ही फायदा मिलेगा।

दूध
दूध

टमाटर

जहा पर  त्वचा को कोमल और मुलायम बनाने की बात आती है तो टमाटर का नाम सबसे पहले लिए जाता है। आँखों के नीचे से डार्क सर्कल्स से छुटकारा पाने के लिए टमाटर सबसे पूर्ण उपाय है। यह नेचुरल तरीके के साथ आँखों के काले घेरे को खत्म करता है और इसके नियमित उपाय से त्वचा खिली हुई चमकी हुई नज़र आती है ।

एलोवेरा

आप अपने चेहरे के डार्क सर्कल्स यानि काले घेरो को दूर करने के लिए एलोवेरा का भी प्रयोग कर सकते हो । एलोवेरा को आँखों के नीचे रगड़ने व् डार्क सर्कल्स वाली जगह पर लगाने से डार्क सर्कल बहुत ही जल्दी खत्म हो जाते हैं।

संतरा

संतरे को बाजार से खरीदकर संतरे के छिलके को धूप में सुखाकर किसी  बर्तन में पीस ले।और इस पाउडर में थोड़ी सी मात्रा में गुलाब जल को मिलकर आपको एक लेप बना है।  और उसको आँखों के निचे यानि डार्क सर्कल्स वाली जगह पर लगाना है और ठन्डे पानी से कुछ मिनट बाद मुँह को धो लेना है।

आलू

आँखों के नीचे हुए काले घेरे दूर करने के लिए आप आलू का भी इस्तेमाल कर सकते है। आलू के रस को रूई की सहायता से आंखों के नीचे रोजाना लगाने से डार्क सर्कल्स से जल्दी ही छुटकारा मिल सकता है।

पुदीना

आँखों के लिए पुदीना बहुत ही असरदार मन जाता  है। पुदीने को पीस कर इसमें थोड़ा सा नींबू का रस मिक्स करें ले । और लगभग पन्द्रह मिनट के लिए इसे अपनी आँखों पर लगाएं  रखना है । और कई दिनों लगातार आपको सुबह में ये नुस्खा अपने मुँह पे लगाना है । आपको जल्दी ही असर दिखाई देने लगेगा।

जानिए क्या है आंवला,रीठा, शिकाकाई को बालों में लगाने के फायदे

आंवला रीठा शिकाकाई को बालों में लगाने के फायदे

हम सभी को काले घने एवं सुन्दर बाल बहुत पसंद होते हैं। हम अपने बालों की बढ़ाने के लिए न जाने कितने तरह के शैम्पू तेल व कंडीशनर का प्रयोग करते हैं। समय के साथ हम देखते हैं कि हमारे बाल पतले, सफ़ेद और निस्तेज होते जाते हैं। जब हम अपने बालों में शैम्पू और तेल लगाते हैं तब बाल सुन्दर लगते हैं। पर कुछ ही समय बाद वो रूखे और बेजान लगने लगते हैं। साथ ही साथ हमारे बालों में झड़ने और सफ़ेद होने जैसी समस्याएँ सर उठाने लगती हैं। तब हमें याद आते हैं अपनी दादी नानी के नुस्खे।

रीठा,आँवला, शिकाकाई को हमारी दादी नानी की भी दादी नानी सदियों से प्रयोग करती आयी हैं तो आइये जाने आर्युवेदिक गुणों की खानों को।

रीठा, आँवला, शिकाकाई-Amla Reetha And Shikakai Paste For Hair In Hindi

रीठा,आँवला, शिकाकाई तीनों को हम आर्युवेदिक औषधि की तरह प्रयोग करते हैं। ये तीनो फल बालों का त्रिफला नाम से जाने जाते हैं। आइये जानते हैं इन फलों की खूबियों को एक एक करके, तो सबसे पहले जानते हैं आँवला के बारे में।

आँवला

आँवला एक बहुत गुणकारी फल होता है। जिसे खाने के अनगिनत फायदे होते हैं। यहाँ हम बातें करते हैं आँवला बालों की सुंदरता में कितना उपयोगी है। आँवले को अंग्रेजी में गूज-बेरी कहते हैं। आँवले में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा मे पाया जाता है।

डैंड्रफ से लड़ने के लिए

आंवला, शिकाकाई, रीठा पाउडर का पेस्ट बहुत उपयोगी होता है। आंवला शिकाकाई रीठा पाउडर को मिलाकर नारियल के तेल के साथ लगाने से डैंड्रफ दूर हो जाती है।

डैंड्रफ को रखे दूर
डैंड्रफ को रखे दूर

आँवला खराब हो चुके बालों की मरम्मत करता है बालों को सफेद होने से बचाता है और बालों को झड़ने नहीं देता है

रीठा एक अच्छा हेयर क्लीनर

रीठा आवॅले की ही तरह एक फल होता है।अपने साबुन की तरह सफाई करने के गुण के कारण रीठा को सोप नट कहते हैं। रीठा में काफी एनटीआक्सीडेन्ट पाये जाते हैं जो बालों को नुकसान नहीं पहुचने देते। ये बालों को स्वस्थ रखने में अपना योगदान देते हैं।रीठा एक बेहतरीन हेयर क्लीनर का करता है। रीठा संक्रमण करने वाले माइक्रो आर्गेनिज्म का सफाया कर सर की त्वचा को साफ रखता है।

शिकाकाई

शिकाकाई फलियों के रूप में मिलती है। शिकाकाई की सूखी फलियाॅ बालों के लिये बहुत लाभदायक होती हैं। शिकाकाई की ताजा फलियाॅ भी बालों के लिए बहुत लाभदायक होती हैं। शिकाकाई का अँग्रेजी नाम एक्सा कोस्टा है। इसमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। शिकाकाई बालों के पीएच लेबल को कम करता है। बालो के पीएच के संतुलित होने पर बालों का प्राकृतिक तेल बना रहता है पीएच लेवल के संतुलित होने पर बाल चमकदार और स्वस्थ होते हैं।

शिकाकाई के लाभ

यह बालों को मजबूती प्रदान करता है। शिकाकाई एक बेहतरीन कंडीशनर है।

आंवला रीठा शिकाकाई का प्रयोग कैसे किया जाता है-How To Use Amla Reetha Shikakai Powder On Hair

वैसे तो आंवला रीठा और शिकाकाई तीनों ही बालों के लिए बहुत उपयोगी है पर जब इन तीनों चीजों को एक साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है तो रीठा आंवला शिकाकाई की गुणवत्ता कई गुना बढ़ जाती है।

रीठा आंवला शिकाकाई इन तीनों को एक साथ पानी में रात भर भिगोकर छोड़ दे हमें एक चम्मच रीठा दो चम्मच शिकाकाई तीन चम्मच आंवला लेना है अगले दिन इस पानी को उबालकर ठंडा करने और इस पानी से बाल धोए रीठा आंवला शिकाकाई के प्रयोग से बालों की समस्याएं दूर होती है।

रीठा आंवला शिकाकाई इन तीनों को पीस ले रीठा आंवला शिकाकाई का पाउडर भी बाजार में मिलता है। हम चाहे तो इस पाउडर को भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आंवले का जूस और रीठा पाउडर शिकाकाई पाउडर और कच्चा दूध गुलाब जल इन सब को मिलाकर फेस जैसा बना ले फिर कलर लगाने वाले ब्रश से धीरे धीरे पूरे बालों में लगा ले। यह पैक बालों की हर समस्या के लिए लाभदायक है।

रीठा आंवला शिकाकाई मददगार है बालों को झड़ने से रोकने में

एक चम्मच आंवला पाउडर एक चम्मच शिकाकाई पाउडर एक चम्मच रीठा पाउडर लेकर आधा चम्मच कपूर पाउडर दो या तीन चम्मच के गुलाब जल के साथ मिलाकर बालों की जड़ों में लगाने से बाल झड़ना बंद होते हैं

बालों का झड़ना
बालों का झड़ना

बालों को मजबूत बनाने के लिए

रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर को नारियल तेल या फिर जैतून के तेल में ब्राह्मी के साथ मिलाकर लगाते हैं। तेल को 10 मिनट तक गर्म कर कर उसमें रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर मिला कर रख देते हैं। फिर ब्रह्मी पाउडर मिलाकर 3 से 4 घंटे के लिए बाल में लगाते हैं। तीन-चार घंटे बाद बालों को ठंडे पानी से धो लेते हैं। रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर बालों को मजबूती प्रदान करता है

रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर बालों की डैंड्रफ दूर करने के लिए

रीठा पाउडर आंवला पाउडर शिकाकाई पाउडर इन तीनों को एक साथ दही नारियल तेल या देसी घी के साथ मिलाकर लगाने से डैंड्रफ की समस्या दूर होती है। इस मिश्रण को लगाकर सर की त्वचा की मालिश करने से डैंड्रफ दूर होती है

आंवला रीठा शिकाकाई पाउडर उपयोगी है बालों के दो मुंहे होने की समस्या में

आंवला पाउडर, रीठा पाउडर, शिकाकाई पाउडर को समान मात्रा में लेकर नारियल के तेल और कच्चा दूध मिलाकर बालों में लगाते हैं। यह मिश्रण बालों की जड़ों के साथ-साथ बालों के निचले हिस्से में अच्छे से लगाना चाहिए। रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर बालों को दो मुंहे होने से रोकता है रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर जो बाल दो मुंहे हो चुके हैं उन्हें खत्म करता है। रीठा आँवला शिकाकाई के इस मिश्रण को 2 या 3 घंटे लगाते है। या फिर 45 मिनट कम से कम लगाकर सादे पानी से धो लेना चाहिए हफ्ते में एक या दो बार इस प्रयोग को करने से बाल दो मुंहे होने कम होते है। रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर उपयोगी है बालों को सफेद होने से रोकने में।

आंवला शिकाकाई रीठा पाउडर उपयोगी है रूखे एवं बेजान बालों में

एक लोहे की कढ़ाई में रीठा पाउडर आधा चम्मच शिकाकाई पाउडर एक चम्मच आंवला पाउडर दो चम्मच मेहंदी चार चम्मच गुड़हल के फूलों का पेस्ट आधा चम्मच लेकर दही या चाय के पानी में मिलाकर रात भर छोड़ दें। अगले दिन इस मिश्रण को तीन से चार घंटों के लिए बालों में लगा ले यह पेस्ट बालों को रंगत व चमक प्रदान करता है।

रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर उपयोगी है तैलीय बालों के लिए

रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर को दूध व मुल्तानी मिट्टी के साथ मिलाकर लगाने से बालों का अतिरिक्त तेल निकलता है।

आंवला रीठा शिकाकाई पाउडर उपयोगी है बालों को स्मूथ और सिल्की बनाने मे

आंवला रीठा शिकाकाई पाउडर को शहद व अंडे के साथ मिलाकर लगाने से बाल स्मूथ और सिल्की होते हैं।

जानिए क्या है तिल के तेल की मालिश के फायदे-Til Ke Tel Ke Maalish Ke Fayde

तिल के तेल की मालिश के फायदे

मालिश शरीर की हो या बालो की अलग ही आनन्द देती है। केवल शारीरिक स्वास्थ्य के नजरिये से तो ये बेहतर ही है, साथ ही मानसिक स्वास्थ्य और सुंदरता बढ़ाने में भी मदद करती है। दरअसल तिल के तेल की मालिश करने से बॉडी का रक्तसंचार तेज होता है। रक्त संचार तेज होने से ऑक्सीजन भी उसी फ्लो से सभी बॉडी पार्ट में जाती है।

इसी कारण भोज्य पदार्थ से मिलने वाले विटामिन्स, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्व तेजी से बॉडी सिस्टम को मिलते है। इसी का फायदा होता है कि त्वचा तो चमकदार होती ही है, अंदर से भी हेल्थ अच्छी होती है। मालिश से हैप्पी हॉरमोन ऑक्ससीटोसिन रिलीज होता है। जिससे मानसिक तनाव दूर होता है।

तो अब आप समझ गए होंगे मालिश शारीरिक मजबूती से लेकर बालों को सुंदर बनाने और तनाव को दूर करने के लिए फायदेमंद है।

तिल के तेल की मालिश के फायदे

यूँ तो मालिश के लिए बहुत से तेल इस्तेमाल होते है। पर आज इस आर्टिकल में हम तिल के तेल की मालिश की बात करेंगे। तिल का तेल वर्षो से मालिश के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। तिल के तेल में विटामिन ई, बी कॉम्प्लेक्स, कैल्शि‍यम, मैग्नीशि‍यम, फॉस्फोरस और प्रोटीन पाया जाता है। तिल का तेल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। तिल का तेल एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल होता है।

हड्डियों में मजबूती

तिल के तेल में पाया जाने वाला प्रोटीन और एमिनो बोन्स को स्ट्रांग बनाने में मदद करता है। इसलिए ही बढ़ते बच्चो की मालिश तिल के तेल से करनी चाहिए। खासकर सर्दियों में इसका अलग ही फायदा होता है क्योंकि तिल के तेल की तासीर गर्म होती है।

मांसपेशियों को मजबूत करें

यदि आओ किसी प्रकार की बोन प्रॉब्लम से परेशान है तो तिल के तेल की मालिश करे। क्योंकि जब आपकी हड्डी सही प्रकार से अपना काम न कर रही हो तो, ये जरूरी है कि उस हड्डी के आसपास की मासपेशियो को मजबूत बनाया जाए।

तिल के तेल में मौजूद कैल्श‍ियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और सेलेनियम आदि मसल्‍स को एक्‍टिव रखने में मदद करते हैं।

त्वचा को प्राकृतिक रूप से मुलायम बनाए

तिल के तेल में विटामिन बी और विटामिन ई पाया जाता है, तो जब आप रेगुलर तिल के तेल से मालिश करेंगे तो त्वचा को भरपूर नमी मिलेगी।

केवल त्वचा मुलायम ही नही होती बल्कि चमकदार भी बनती है।

क्रेक हील का इलाज

अगर आप हर मौसम में फटी एड़ियों से परेशान है तो, तिल का तेल आपके लिए बहुत काम की चीज़ है। तिल के तेल और मोम को मिलाकर रख ले। पैरो को अच्छे से साफ करके इसे एड़ियो पर लगाए और कॉटन सॉक्स पहन लें। जल्दी ही आपकी एड़ियां ठीक हों जाएँगी।

क्रेक हील का इलाज
क्रेक हील का इलाज

घाव भरें

शरीर के किसी भी अंग की त्वचा के जल जाने पर, तिल को पीसकर घी और कपूर के साथ लगाने पर आराम मिलता है और घाव भी जल्दी ठीक हो जाता है।

ब्रैस्ट को सुडौल और सुंदर बनाए

तिल के तेल में विटामिन ए और विटामिन ई होता है। यदि आप रोज रात को स्तनों की मालिश तिल के तेल से करे तो स्तन सुडौल बनने के साथ सट्रेच मार्क्स भी दूर होते है।

तनाव दूर करें

तिल में कुछ ऐसे तत्व और विटामिन पाए जाते हैं जो तनाव और डिप्रेशन को कम करने में हेल्‍प करता है। यदि आप तिल के तेल से फुल बॉडी मसाज करते है तो मन को खुशी मिलती है। तनाव रिलीज होता है। आप अच्छा महसूस करते है।

किसी भी तरह का दर्द दूर करे

आपके शरीर मे किसी भी प्रकार का दर्द हो, आर्थराइटिस, गाउट, फ्रैक्चर के ठीक होने के बाद का दर्द, स्ट्रेन, स्प्रेन। सभी तरह के दर्द में तिल के मालिश गजब का असर दिखाता है।

तिल के तेल में कपूर मिलाकर प्रभावित स्थान पर मालिश करे। कुछ ही दिन में आपको दर्द में आराम मिलने लगेगा।

Frequently Asked Questions in Hindi – सामान्य प्रश्न

बालों के लिए कौन सा तेल सही है?

बालो के लिए सबसे अच्छा कैस्टर आयल होता है। यह बालो को घना करता है।

बालों में तेल कब और कैसे लगाएं?

बालो मे तेल हमेशा रात मे लगाऐ और अगली सुबह धो ले।अपनी उंगलियों को तेल मे डुबोकर बालो के हिस्से कर के सिर पर हल्के हाथो से पूरे सिर पर लगाऐ और थोड़ी देर मसाज करे।

बालों में गर्म तेल लगाने से क्या होता है?

हल्के गर्म तेल से मसाज करने पर डैंड्रफ की समस्या में काफी फायदा होता है। हल्के गर्म तेल से मसाज करने पर बालों का झड़ना कम होता है।ये बालों को पोषण देने का काम करता है जिससे बालों की जड़ें मजबूत बनती है, हल्के गर्म तेल से मसाज करने पर डैंड्रफ की समस्या में काफी फायदा होता है।

घर पर बालों के लिए तेल कैसे बनाएं?

तेल घर पर बनाने के लिए आपको 120 ग्राम आंवला पाउडर, 1 लीटर पानी और 250 मिली नारियल के तेल की जरूरत पड़ेगी। सबसे पहले 100 ग्राम आंवला पाउडर को 1 लीटर पानी के साथ तब तक उबालें जब तक कि लिक्विड आधा न रह जाए, दूसरे पैन में नारियल का तेल, बचा हुआ आंवला पाउडर और उबले हुए लिक्विड को मिलाकर धीमी आंच पर तब तक उबालें जब तक कि सारा पानी वाष्पीकृत न हो जाए। आखिर में पैन में पीला और पारदर्शी तरल शेष बचेगा। इसे किसी बोतल में भरकर रख लें।

क्या कैल्शियम की कमी से बाल झड़ते हैं?

कैल्शियम की कमी से बाल तेजी से झड़ने लगते है।

बीमारियों से निजात के लिए जाने हरसिंगार का पत्ता के फायदे

हरसिंगार का पत्ता के फायदे

हरसिंगार का नाम वनस्पति शास्त्र और आयुर्वेद में काफी प्रचलित है। इसका बोटैनिकल नेम निक्टेन्थिस आर्बोर्ट्रिस्टिस है। इसका लगभग हर एक भाग मेडिकल में प्रयोग किया है। दरअसल हरसिंगार के पत्तों में आर्थराइटिस को दूर करने के गुण होते हैं। इसके अलावा, पत्तियों के काढ़े से लीवर की रक्षा करने वाले, एंटी-वायरल, एंटी-फंगल, एनाल्जेसिक, एंटीपायरेटिक, एंटी-इंफ्लैमेटरी, एंटीस्पास्मोडिक, हाइपोटेंसिव जैसे गुण भी पाए जा सकते हैं। इसकी पत्तियों में एंटी-लीशमैनियल गुण भी होते हैं, जो शरीर में परजीवियों को खत्म करने, जैसे पेट की कीड़ों की समस्या दूर करने में भी मदद कर सकते हैं। आज हम आपको बताते हैं कि हरसिंगार का पत्ता के फायदे और हरसिंगार का सेवन करने से आपको किन-किन बीमारियों से निजात मिल सकती है।

हरसिंगार की पत्तियों में निम्न औषधीय गुण होते है।

  • टैनिन एसिड
  • बीटा-एमिरिन
  • बीटा-सिटोस्टेरोल
  • लिनोलिक एसिड
  • मेथिलसेलिसिलेट
  • डी-मैनिटोल
  • हेंट्रिएकॉन्टेन
  • बेंजोइक एसिड
  • एस्ट्रैगलिन
  • निकोटिफ्लोरिन
  • ओलीनोलिक एसिड
  • नेक्टेन्थिक एसिड फ्राइडेलिन
  • विटामिन सी
  • विटामिन ए

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हरसिंगार का पत्ता के फायदे-Harsingar Leaves Benefits In Hindi

जॉइंट्स पेन या गठिया

हरसिंगार के पत्तो का इस्तेमाल जोड़ो के दर्द के लिए बहुतायत से किया जाता है। शुरुआत में इसके काढ़े का प्रयोग कम मात्रा में करें। इससे आप अपने शरीर पर इसके असर से अवगत रहेंगे।

जॉइंट्स पेन
जॉइंट्स पेन

कैसे प्रयोग करें

हरसिंगार के पत्तो को धोकर छोटा छोटा काट ले, अब इसे पानी मे उबाले। पानी को ढक कर उबाले ताकि इसके गुण भाप के रूप में न उड़े।
पानी आधा रह जाने पर इसे छान लें। सुबह खाली पेट हल्का गुनगुना करके पिए। यदि आपको ये काढ़ा खाली पेट लगता है तो, हल्के नाश्ते के बाद इसका सेवन करें।

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खांसी

यदि आपको काफी लंबे समय से खांसी की समस्या है, तो इसका प्रयोग जरूर करें। खांसी के लिए आप हरसिंगार के पत्तो के साथ फूलों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

कैसे प्रयोग करें

हरसिंगार के 3 से 4 पत्तियां ले, हार सिंगार का एक फूल ले, थोड़ी सी अदरक और दो पत्ते तुलसी के पानी मे उबाले।
थोड़ी देर उबलने पर छान लें। हल्का गुनगुना पी ले। इसमे बहुत थोड़ा सा शहद मिला कर दे सकते है। 5 साल से छोटे बच्चे को न दे।

बुखार

हरसिंगार के पत्तो को आप बुखार की रिकवरी स्टेज में या बुखार की शुरुआत में इस्तेमाल कर सकते है। चिकित्सको के अनुसार हरसिंगार का काढ़ा डेंगू से लेकर मलेरिया या फिर चिकनगुनिया तक, हर तरह के बूखार को खत्म करने की क्षमता इसमें होती है।

कैसे प्रयोग करें

हरसिंगार के पत्तो का रस निकाल ले या बारीक काटकर पानी मे उबाले, शहद तथा अदरक के साथ सेवन करें। बुखार में आराम मिलेगा। यदि आप स्वस्थ है, और घर मे किसी को संक्रामक बुखार है तो भी इसी का सेवन करें।

साइटिका और कमरदर्द

साइटिका और कमर दर्द में हरसिंगार पर निर्भर ना रहे, उसके लिए साइटिका और कमरदर्द का कारण और उसके हिसाब से इलाज जैसे कि फिजियोथेरेपी जरूरी है। लेकिन साथ साथ हरसिंगार का सेवन करने से इस रोग में तीव्रता से आराम मिलता है।

कैसे प्रयोग करें

दो कप पानी में हरसिंगार के लगभग 8 से 10 पत्तों को धीमी आंच पर उबालें और आधा रह जाने पर इसे अंच से उतार लें। इस काढ़े को दिन में दो बार – प्रातः खाली पेट एवं सायं भोजन के एक डेढ़ घंटा पहले पियें। इस काढ़े का प्रयोग कम से कम 7 दिन तक अवश्य करना चाहिए । एक सप्ताह में आप फर्क महसूस करेंगे।

बवासीर या पाईल्स

बवासीर या पाईल्स के लिए हरसिंगार के पत्ते तो नही लेकिन उसके बीज बहुत ही लाभदायक है। खानपान में बदलाव व उपयुक्त जीवनशैली के साथ हरसिंगार के बीजों का प्रयोग लाभ देता है।

कैसे प्रयोग करें

आप हरसिंगार के बीजों को दो प्रकार से प्रयोग कर सकते है। चाहे तो एक बीज का सेवन प्रतिदिन करें, या गुदाद्वार में सूजन या मस्से हों तो हरसिंगार के बीजों का लेप बनाकर गुदा पर लगाए।

सुंदरता बढ़ाए

चेहरे की सुंदरता की सही पहचान होती है चमकदार त्वचा। इसके लिए भी हरसिंगार के पत्ते और फूलों का इस्तेमाल किया जा सकता है।

कैसे प्रयोग करें

हरसिंगार के पत्तो और फूलों का पेस्ट बनाकर उबटन में मिलाकर चेहरे पर लगाएं। त्वचा उजली व चमकदार बनेगी। लेकिन चेहरे पर इसका प्रयोग करने से पहले स्किन पर पैच टेस्ट जरूर कर ले।

हृदय रोग व मांसपेशियों का दर्द

हृदय रोग व मांसपेशियों के दर्द में हार सिंगार के फूल व पत्तो का रस बहुत ही लाभदायक है।

कैसे प्रयोग करें

10 से 12 फूलों का रस निकाल सुबह शाम सेवन करने से हृदय मजबूत होता है। हरसिंगार के पत्तो का काढ़ा किसी भी प्रकार के संक्रमण, मांसपेशियों के दर्द में बहुत लाभ देता है।

अस्थमा

यदि आपको अस्थमा या सांस की किसी भी प्रकार की दिक्कत है तो हरसिंगार की छाल का प्रयोग करें।

कैसे प्रयोग करें

हरसिंगार की छाल का चूर्ण पंसारी की दुकान से ले ले, एक से डेढ़ चुटकी छाल का चूर्ण पान के पत्ते में रखकर धीरे धीरे चूसे। प्रदूषण वाले स्थानों से दूर रहे।

स्त्री रोग

यदि आप एक महिला है और आपको किसी भी तरह स्त्री विशेष परेशानी जैसे यूरिन इन्फेक्शन, लिकोरिया तो हरसिंगार का प्रयोग करें।
हरसिंगार की 7 कोंपलों (नयी पत्तियों) को पाँच काली मिर्च के साथ पीसकर प्रातः खाली पेट सेवन करने से विभिन्न स्त्री रोगों में लाभ मिलता है।

और पढ़ें: आपकी सेहत के लिए क्या है करी पत्ता के फायदे और नुकसान-मीठी नीम के फायदे इन हिंदी

इम्युनिटी पावर

हरसिंगार के पत्तों का रस या फिर इसकी चाय बनाकर आप नियमित रूप से भी सेवन कर सकते है। इसका सेवन करने से शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है। इसके अलावा पेट में कीड़े होना, गंजापन, बालो मे रूसी की समस्या में भी बेहद फायदेमंद है।

Frequently Asked Questions in Hindi – सामान्य प्रश्न

हरसिंगार के पत्ते के क्या क्या फायदे हैं?

हरसिंगार को पारिजात के नाम से भी जाना जाता है। हरसिंगार के पत्ते बहुत ही फायदेमंद होते हैं । हरसिंगार के पत्ते बुखार को ठीक करने काम करते हैं । यदि किसी व्यक्ति के प्लेटलेट कम हो गया हो तो हरसिंगार के पत्तों का सेवन करने से प्लेटलेट काउंट बढ़ जाता हैं । हरसिंगार के पत्तों की सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है । सूखी खांसी, अस्थमा तथा ब्रोंकाइटिस में भी हरसिंगार के पत्ते बहुत लाभदायक होते हैं । गठिया रोग में भी हरसिंगार के पत्तों का सेवन फायदेमंद होता है इसके अलावा लीवर के बढ़ने तथा फैटी लीवर में भी हरसिंगार के पत्तों का सेवन करने की सलाह दी जाती है । इसके पत्तों का रस निकालकर लेने से पेट के कीड़े मर जाते हैं ।

हरसिंगार के पत्ते कितने दिन पीना चाहिए?

हरसिंगार के पत्तों का सेवन मुख्य रूप से दो प्रकार से किया जा सकता है । पहला पत्तों को पीसकर उसके रस का सेवन करना ,दूसरा पत्तों का काढ़ा बनाकर उसका सेवन करना । हरसिंगार के पत्तों का सेवन लगभग एक हफ्ते तक किया जा सकता है इससे अधिक सेवन करने से बचना चाहिए। वहीं हरसिंगार के काढ़े का प्रयोग दिन में दो बार, एक हफ्ते तक किया जा सकता है । अधिक मात्रा में हरसिंगार के पत्तों का सेवन करने से नुकसान हो सकते हैं इसलिए इसका उपयोग सीमित मात्रा में करना चाहिए।

हरसिंगार के पत्तों का उपयोग कैसे करें?

हरसिंगार के पत्तों का निम्न प्रकार किया जा सकता है 1. पत्तों का रस निकालकर - प्रतिदिन पांच से सात हरसिंगार के पत्तों पीसकर उनका रस हल्का गुनगुना करके सेवन करने से गठिया, ह्रदय रोग, जुकाम खांसी जैसे कई रोगों में लाभ मिलता है। 2. काढ़ा बनाकर- 7 से 8 हरसिंगार के पत्तों को पानी में मिलाकर उनका काढ़ा बनाकर सेवन किया जाता है जिससे रक्त में प्लेटलेट्स की कमी, गठिया रोग, फैटी लीवर आदि समस्याओं से छुटकारा मिलता है । 3. पाउडर बनाकर -हरसिंगार के पत्तों को सुखाकर उनका पाउडर बनाकर उसमें थोड़ी मिश्री मिलाकर उसका सेवन करने से खांसी जुकाम में लाभ मिलता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। 4. फेस पैक बनाकर - हरसिंगार के पत्तों और फूलों को पीसकर चेहरे पर लगाने से झाइयों और दाग धब्बों से छुटकारा मिलता है ।

हरसिंगार कौन कौन सी बीमारी में काम आता है?

हरसिंगार में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं । बुखार, जुकाम खांसी, फैटी लीवर या बढ़े हुए लीवर, गठिया रोग, जोड़ों के दर्द, रक्त में प्लेटलेट्स की कमी, साइटिका, बवासीर, त्वचा की झाइयोंऔर दाग दाग धब्बों , ह्रदय रोग ,अस्थमा आदि लोगों में लाभदायक होता है इसके अलावा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है ।

कैसे निखारे फेस की रंगत बिना फेशियल कराये-Face Ko Kaise Nikhare

कैसे निखारे फेस की रंगत बिना फेशियल कराये

फेयरनेस टिप्स - Fairness Tips In Hindi

Face Ko Kaise Nikhare

चाहे वो लड़का हो या लड़की, आज कल हर कोई सुंदर दिखना चाहता है। हर कोई आज कल फेयरनेस चाहता है। लेकिन आज की इस भाग दौड़ भरी लाइफ स्टाइल में प्रदूषण और धूल-मिट्टी से बचना नामुमकिन है। ऐसे में चेहरे पर कील-मुंहासों के दाग, टैनिंग और झाइयों बड़ी ही आसानी से चेहरे की रौनक खत्म कर देती है। इन सब चीजों से छुटकारा पाने के लिए आपको पार्लर जाने की या महंगे केमिकल प्रोडक्ट्स की ओर रुख करने की जरूरत नहीं। आप कुछ आसान सी घरेलू ब्यूटी टिप्स को अपनाकर फेयरनेस पा सकते हैं और खूबसूरत दिख सकते है। तो आइये जानते है कैसे निखारे फेस की रंगत बिना फेशियल कराये।

Face Ko Kaise Nikhare | Gharelu Nuskhe For Face In Hindi

पानी

सुंदर और दमकती त्वचा पाने के लिए त्वचा को हाइड्रेट करना बहुत जरूरी है। इसके लिए आपको खूब सारा पानी पीना चाहिए। पानी आपकी त्वचा को हाइड्रेट करता है और आपके शरीर में से टॉक्सिक चीजों को बाहर निकालने में मदद करता है। जिससे आपकी त्वचा साफ हो जाती है। इसलिए एक दिन में कम से कम 8 ग्लास पानी जरूर पिए।

नींद

सुंदर दिखने के लिए ये जरूरी है कि आप कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर है। पूरी नींद लेने से थकान दूर होती है और आपकी त्वचा भी खिली – खिली नजर आती है।

केसर से पाएं निखार

केसर के अंदर एंटी बैक्टेरियल और एंटी ऑक्सीडेंट गुण होते है जो आपकी त्वचा को हील करते हैं। इसके अलावा केसर विटामिन्स और मिनरल्स भी पाए जाते है जो आपकी त्वचा को पोषण देते हैं और रंगत को भी निखारते है।

सामग्री

  • एक चुटकी केसर का पाउडर
  • 2 चम्मच दूध
  • 1 चम्मच चंदन पाउडर

प्रयोग की विधि

अगर आपके पास केसर पाउडर नहीं है तो आप घर में ही इसे तैयार कर सकते है। इसके लिए केसर को बारीक पीस लें। केसर पाउडर के अंदर दूध डाले। अब इसे 7 से 10 मिनट के लिए छोड़ दें। 7 से 10 मिनट बाद इसमें चंदन पाउडर मिलाएं। अब इसे चेहरे पर लगाकर 20 मिनट के लिए छोड़ दें। 20 मिनट बाद चेहरे को पानी से धो लें।

एलोवेरा बचाए सनटैन से

एलोवेरा
एलोवेरा

एलोवेरा बहुत गुणकारी है। ये आपकी सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। लेकिन ये आपकी स्किन के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होता है। अगर आप सनटैन से बचना चाहती है तो आप रोज़ एलोवेरा का चेहरे पर उपयोग कर सकते हैं। आप एलोवेरा जेल को सोने से पहले अपने चेहरे पर लगा ले।

करे फेस पैक का इस्तेमाल

निखरी त्वचा पाने के लिए आपको नियमित रूप से घरेलू फेस पैक का इस्तेमाल करना चाहिए। घरेलू फेस पैक ना सिर्फ आपकी फेस की रंगत को निखरता है साथ ही ये आपकी स्किन से डेड सेल्स को भी हटाता है। आप अपनी त्वचा के अनुसार फेस पैक का इस्तेमाल कर सकते है।

नॉर्मल स्किन के लिए फेस पैक

सामग्री
  • 1 चम्मच मलाई
  • ½ चम्मच शहद
  • 1 चम्मच मुल्तानी मिट्टी
  • ½ चम्मच बेसन
प्रयोग की विधि

एक कटोरी में इन सभी सामग्री को मिक्स करके पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को सूखने तक अपने चेहरे पर लगा रहने दें। इसे सूखने में 20 से 30 मिनट का समय लगता है। सूखने के बाद अपने चेहरे को ठंडे पानी से अच्छे से धो ले। इस फेस पैक को हफ्ते में दो बार अपने चेहरे पर लगाएं।

सामग्री
  • 1 चम्मच मिल्क पाउडर
  • 1 चुटकी केसर
  • 1 चम्मच पानी
प्रयोग की विधि

मिल्क पाउडर में पानी मिलाकर इसमें केसर का पाउडर डालें। इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं। बाद में ठंडे पानी से अपने चेहरे को धो लें।

ऑयली स्किन के लिए फेस पैक

सामग्री
  • 1 चम्मच शहद
  • 1 चम्मच नींबू का रस
  • 1 चम्मच खीरे का रस
  • ½ चम्मच आलू का रस
प्रयोग की विधि

सभी सामग्री को मिला कर अपने चेहरे के लिए फेस पैक बनाये और इस घरेलू फेस पैक को अपने चेहरे पर लगाएं। इसे 15 मिनट तक लगा रहने दें। 15 मिनट बाद अपने चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।

सामग्री
  • 1 चम्मच अंगूर का रस
  • 1 चम्मच दही
  • 1 चम्मच जौ का आटा
प्रयोग की विधि

सभी सामग्री को अच्छे से मिला कर एक पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और इसे 20 मिनट तक लगा रहने दें। अंगूर के रस में एंटी ऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो आपकी त्वचा को पोषण देते हैं। दही आपकी स्किन की पानी की कमी को पूरा करने में मदद करता है और आपकी स्किन को हाइड्रेट करता है। जौ का आटा आपकी स्किन के डेड सेल्स को हटाता है और जाए सेल्स की ग्रोथ में मदद करता है।

रूखी और ड्राई स्किन के लिए फेस पैक

सामग्री
  • 1 चम्मच दही
  • ½ चम्मच शहद
  • ½ चम्मच मलाई
  • 2 चम्मच आलू का रस
प्रयोग की विधि

सभी सामग्री को मिला कर अपने चेहरे के लिए फेस पैक बनाये और इस घरेलू फेस पैक को अपने चेहरे पर लगाएं। अब इसे सूखने के लिए छोड़ दें। सूखने के बाद अपने चेहरे को पानी से धो लें। दही और आलू का रस अपने चेहरे को हाइड्रेट करता है। शहद अपने चेहरे को पोषण देता है और मलाई अपने चेहरे की त्वचा को मुलायम बनाती है।

सामग्री
प्रयोग की विधि

सभी सामग्री को मिलाकर पेस्ट बना लें और फिर इसे अपने चेहरे पर लगा ले। सूखने के बाद अपने चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।

चेहरा रखें साफ

अपने चेहरे को हमेशा साफ रखें। चेहरे को गंदे हाथो से ना छुए। जब भी बाहर से घर आएं तो अपने चेहरा पानी से जरूर धोए। इससे जो भी धूल या मिट्टी आपके चेहरे पर लगी होगी वो साफ हो जाएगी। ऐसा करने से आप पिंपल्स की समस्या से भी बच सकते है।

सुंदरता बढ़ाए नींबू

नींबू सुंदरता बढ़ाने में बहुत मददगार साबित होता है। नींबू के अंदर विटामिन्स पाए जाते हैं जो आपकी त्वचा को चमकदार बनाते है। आप नींबू और चीनी को मिलाकर उसे स्क्रब की तरह इस्तेमाल कर सकते है। इस स्क्रब से 15 मिनट तक अपने चेहरे पर मसाज करें और अपने चेहरे को पानी से धो लें। जहां नींबू आपका रंग निखरेगा वही चीनी आपके डेड स्किन सेल्स को हटाने में मदद करेगी।

नींबू
नींबू

बेसन और दही से लाए निखार

बेसन और दही दो ऐसी चीज है जो आपकी फेस की रंगत को निखारने में बहुत मदद कर सकती है। बेसन आपका रंग निखरता है और दही आपके चेहरे को हाइड्रेट करती है।

आप इस तरह से इनका प्रयोग कर सकते है

सामग्री

  • 1 चम्मच बेसन
  • 1 चम्मच दही
  • 1 चुटकी हल्दी

प्रयोग की विधि

इन सभी चीज़ों को मिलाकर एक पेस्ट बना ले और इस पेस्ट को सूखने तक अपने चेहरे पर लगा रहने दें। इसके सूखने के बाद अपने चेहरे को पानी से धो लें।

कच्चा दूध

रोज़ सुबह उठकर रूई की सहायता से कच्चा दूध अपने चेहरे पर लगाएं। इसे कुछ समय तक लगा रहने दें। इसके बाद अपने चेहरे को पानी की सहायता से धो दे। कच्चा दूध आपके फेस की रंगत को निखरता है। ये आपकी त्वचा को पोषण देता है और आपकी त्वचा को हाइड्रेट रखता है।

केमिकल प्रोडक्ट्स को कहें ना

केमिकल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से बचें। केमिकल प्रोडक्ट्स आपकी त्वचा को नुक़सान पहुंचा सकते है। इसलिए कोशिश करें कि कम से कम केमिकल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करे और अपने रुख नेचुरल प्रोडक्ट्स की ओर करें।

खानपान का रखे ध्यान

अपने खान पान का ध्यान रखें। फल और सब्जियों का सेवन करें। जंक फूड खाने से बचें। इसमें बहुत मात्रा में तेल होता है जिससे आपको मुहांसों या पिम्पल्स की समस्या हो सकती है। तला हुआ खाना भी खाने से बचें।

जानिए क्या है भुने चने खाने के फायदे और नुकसान

भुने चने खाने के फायदे

भुने चने खाने में बेहद स्वादिष्ट, गुणों से भरपूर औरन जाने कितने किस्से कहानियों का हिस्सा रहै है। प्रोटीन और कैल्शियम की खान ये भुने चने न फिटनेस फ्रीक लोगो की पसन्द है। बल्कि खाने के शौकीन भी विभिन्न डिशेस में इसका प्रयोग करते है। देश के प्रमुख खाद्यानों में से एक चना, पौष्टिकता जे भरपूर होता है।

भुने चने का नियमित सेवन मोटापा घटाने, दिल को स्वस्थ रखने, कोलेस्‍ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने, तथा डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करता है।

सबसे पहले आइए जानते है चने में कौन कौन पोषक तत्व होते है।

कुल 100gm के अनुसार

  • कैलोरी – 378
  • वसा – 6 gm
  • कुल कार्बोहाइड्रेट – 6gm
  • फाइबर – 17 gm
  • प्रोटीन – 19gm
  • विटामिन A – दैनिक आवरश्‍यकता का 1 प्रतिशत
  • विटामिन C – दैनिक आवश्‍यकता का 6 प्रतिशत
  • कैल्शियम – दैनिक आधार पर 10 प्रतिशत
  • आयरन – दैनिक आवश्‍यकता का लगभग 34 प्रतिशत

भुने चने खाने के फायदे

मोटापा घटाए

मोटापे घटाने के लिए जिन तत्वों की आवश्यकता होती है वह सभी तत्व भुने चने में होते है। भुने चने में होता है फाइबर जो पेट को फुल महसूस कराता है। भुने चने में होता है कैल्शियम और प्रोटीन जो आपके वर्कआउट को आसान बनाता है। जल्दी से भूख नही लगने देता, जिससे आप एक्सट्रा खाने से बच सकते है।

मोटापा कम करने में मदद करे
मोटापा कम करने में मदद करे

डायबिटीज से बचाये

डायबिटीज 1 हो या डायबिटीज 2 दोनों में ही हाई फाइबर फ़ूड जरूरी होते है।क्योंकि इससे रक्‍त शर्करा, लिपिड और इंसुलिन के स्‍तर में सुधार होता है। इसका कारण यह होता है कि चने में मिलने वाला कार्बोहाइड्रेट बहुत ही धीरे से डाइजेस्ट होता है। और सुगर लेवल तेजी से नही बढ़ता।

दिल के लिए लाभकारी

भुने चने में होते है वो सभी तत्व जो ब्लड वेसेल्स को रखते हों स्वस्थ्य, जैसे कि एंटीऑक्‍सीडेंट, एंथोसाइनिन, डेल्फिंडिन, साइनाइडिन पेटुनिडिन, फाइटोन्‍यूट्रिएंट्स, मैग्‍नीशियम और फोलेट। ये सभी तत्व मिलकर प्लाक फार्मेशन, ब्लड क्लॉट, हार्ट अटैक और स्‍ट्रोक से दिल को बचाते है।

कोलेस्‍ट्रॉल को कंट्रोल करें

भुने चने बेड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखते है। बेड कोलेस्ट्रॉल हाई बीपी और दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है। भुने चने का सॉल्युबल फाइबर ब्लड वेसल्स में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम रखता है, जिससे पूरे शरीर में सर्कुलेटरी सिस्टम बहुत अच्छे से कार्य करता है। और शरीर बहुत सी बीमारियो से बचा रहता है।

डायजेस्टिव सिस्टम सुधारे

भुने चने का फाइबर इंटेस्टाइन के पेरिस्टलटिक मूवमेंट को बेहतर बनाता है। जिससे कब्ज, अपच, गैस बनने जैसी समस्याएं नही होती।
चना डायजेस्टिव सिस्टम के लिए इसलिए भी ज्यादा बेहतरीन होता है, क्योंकि इसमें सॉल्युबल और नोसॉल्युबल फाइबर होते है।
ये आपके पाचन तंत्र को मजबूत बना आंतो पर पड़ने वाले स्ट्रेस को कम करता है।

कैंसर के निदान में करे मदद

भुने चने में उपस्थित कुछ यौगिक कोलन कैंसर के खतरे को कम करते है। क्योंकि इसके फाइबर फैटी एसिड में टूटकर कोलन सेल्स द्वारा ऊर्जा में उपयोग किये जाते है। और इसी तरह भुने चने कोलन सेल्स को मजबूती प्रदान करता है।

स्त्री समस्याओं का निदान

महिलाओं में होने वाली बहुत सी हार्मोनल समस्याओं का निदान चने में छुपा है। ये मेनोपॉज़ के बाद होने वाली हड्डियों की कमजोरी, ऑस्टियोपोरोसिस, ब्रैस्ट कैंसर, हॉट फ्लैश, सफेद पानी को कम करने में मदद करता है। इन सभी फायदों का कारण होता है चनों में मौजूद सैपोनिन नामक फाइटोन्‍यूट्रिएंट एंटीऑक्‍सीडेंट।

इंस्टेंट एनर्जी दे

अगर आप वर्कआउट के बाद थकान और एनर्जी लेस महसूस कर रहे है तो एक मुट्ठी भुने चने खाकर देखिए। आप तुरन्त एनर्जी महसूस करेंगे इसका कारण होता है चने में मिलने वाला कार्बोहाइड्रेट। क्योंकि ये जल्दी पचकर जल्दी एनर्जी देता है।

खून की कमी दूर करे

चने में मिलने वाला आयरन, खून की कमी दूर करता है। इसके लिए डेली रूटीन में कम से कम 2 मुट्ठी भुने चने का सेवन करे।

सुंदरता बढ़ाये

भुने चने में मिलने वाला फाइबर, प्रोटीन, कॉपर, आयरन, विटामिन बी6 और जस्‍ता त्वचा को चमकदार बनाता है, डेंड्रफ को दूर करता है। बालो को मजबूत बनाता है।

भुने चने खाने ज्यादा खाने के नुकसान

क्या हैं चेहरे पर चमक लाने के उपाय-Chehre Par Glow Kaise Laye

क्या हैं चेहरे पर चमक लाने के उपाय

चेहरा हमारे व्यक्तित्व का आईना होता है। इसलिए, हर इंसान के चेहरे की चमक और खूबसूरती मायने रखती है। चाहे स्त्री हो या पुरुष, हर कोई ‘स्किन को ग्लोइंग कैसे बनाएं’ इसके उपाय ढूंढते रहते हैं। ग्लोइंग स्किन के उपाय की बात करें, तो आजकल बाजार में चेहरे की चमक बढ़ाने के उपाय के तौर पर कई तरह के कॉस्मेटिक और ब्यूटी प्रोडक्ट बिकने लगे हैं। हालांकि, इनमें मौजूद केमिकल त्वचा पर निखार तो ला सकते हैं, लेकिन साइड इफेक्ट का खतरा भी बढ़ा देते हैं। ऐसे में इस लेख से हम घरेलू फेस ग्लो टिप्स देने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि कॉस्मेटिक और ब्यूटी प्रोडक्ट का ज्यादा उपयोग किए बिना चेहरे पर लंबे वक्त तक निखार रहे।

चेहरे पर चमक लाने के उपाय-Chehre Par Glow Kaise Laye

पानी का सेवन

हमारे शरीरमें 70 प्रतिशत पानी होता है और ये हमारे त्वचा की नमी और चमक बरकरार रखने के लिए ,कम से कम 8 से 10 गिलास पानी का सेवन ज़रूरी है, ये पाचन तंत्र को भी स्वास्थ्य रखता है

असंतुलित पाचन भी मुहासों का कारण है, इसलिए पानी का पर्याप्त सेवन बहुत ज़रूरी है।

करें योग

योग आसन​ से भी चेहरे और सिर के भाग में रक्त परिसंचरण बढ़ता है। ये आपको प्राकृतिक रूप से सुन्दर त्वचा देता है।

करें योग
करें योग

भुजंगासन

पीठ और कंधे से कड़ापन कम करता है। आपको विश्राम देकर आपकी मनोदशा को अच्छा करता है। आपकी त्वचा को चिकना और लचीला करता है।

मत्स्यासन

सांस की गहराई बढ़ाता है, हार्मोन के असंतुलन ठीक करता है और मांसपेशियों को आराम देता है। त्वचा अधिक लचीली और दृढ हो जाती है।

हलासन

चेहरे और सिर में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है। परिणामस्वरूप त्वचा में निखार आ जाता है।

सर्वांगासन

सिर में रक्त के प्रवाह को बढाकर त्वचा की चमक में वृद्धि करता है। साथ ही ये दानों और मुहांसों से मुक्ति दिलाने में मदद करता है।

त्रिकोणासन

आपके चेहरे और सिर में रक्त प्रवाह में वृद्धि करता है। ऑक्सीजन की अधिक मात्रा में आपूर्ति त्वचा की चमक में वृद्धि के रूप में दिखती है।

घरेलू उपाय

गुलाब

जल हमारे चेहरे को साफ करने के साथ सॉफ्टनेस को बरकरार रखता है। गुलाब जल का को रात को सोने से पहले चेहरे पर लगाएं और फिर मालिश करें। सुबह चेहरे को हल्के गर्म पानी से धो लें। इसके बाद आपका चेहरा चमकने लगेगा।

दही

जितना खाने में सेहत को फायदा करता है, उतना ही हमारे चेहरे के लिए उपयोगी होता है। दही से स्किन को नमी मिलती है और चेहरे से गंदे कण बाहर निकल जाते हैं। यह टैनिंग हटाने में बेहज कारगर है। ताजा व ठण्डा दही डबल परत में लगाएं व आँखों के नीचे सावधानीपूर्वक चेहरे पर 30 मिनट के लिए ऐसे ही छेड़ दें। इसके बाद सादा पानी से चेहरा धो लें। 2 घण्टे तक इस पर कुछ न लगाएं।

कच्चा दूध

दूध स्किन के लिए भी बहुत उपयोगी होता है। चेहरे पर कॉटन से ठण्डा व कच्चा दूध लगाएं और 15 मिनट तक सूखने पर इसे धो डालें। इससे आपका चेहरा ग्लो करने लगेगा। इसे आप रोज प्रयोग कर सकती हैं।

एलोवेरा

गर्मी के मौसम में सबसे अच्छा और गुणकारी उपाय से त्वचा को खूबसूरत व ग्लोइंग बनाया जा सकता है। कई गुणों से भरपूर एलोवेरा हमारी स्किन के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट से चेहरे की कई समस्याएं दूर हो जाती हैं।

नारियल का तेल

चेहरे की गंदगी को साफ करना हो या मेकअप को हटाना है तो नारियल का तेल बहुत असरकारक है। नारियल तेल के चेहरे पर इस्तेमाल करने से गंदगी या मेकअप साफ भी हो जाएगा और किसी तरह का नुकसान भी नहीं होगा। नारियल तेल को चेहरे पर लगाकर कुछ देर तक मलें, इसके बाद क़ॉटन की मदद से तेल हटाकर आईस को चेहरे पर लगाएं और सो जाएं। सुबह उठकर आप देखेंगी कि चेहरा एक बार के प्रयोग से चमक उठा है।

नींबू

निम्बू के रस का इस्तेमाल करने से चेहरे में चमक आ जाती है और इससे चेहरे की गंदगी भी साफ हो जाती है। हफ्ते में एक बार चेहरे पर नींबू का रस लगाकर 15 मिनट बाद चेहरा धो लेना चाहिए। इससे त्वचा को हानिकारक जीवों से बचाया जा सकता है और ऑइली स्कीन को ऑइली फ्री बनाया जा सकता है।

खीरा

चेहरे पर चमक लाने में खीरा बहुत मदद करता है। खीरे को कद्दूकस करें और चेहरे पर लगाएं। इसके अलावा खीरे के रस में दही मिलाकर पेस्ट चेहरे पर लगा सकते हैं। पांच मिनट तक लगाने के बाद चेहरा धो लें। चेहरे पर गजब का निखार आएगा।

टमाटर

चेहरे पर निखार लाने के लिए टमाटर को भी काम ले सकते हैं। इसके लिए आपको एक चम्मच दूध और नींबू के रस में टमाटर को मिलाकर पेस्ट बना लें। इसके बाद इस पेस्ट से चेहरे को धो डालें।

संतुलित आहार

अपने भोजन में हरी सब्जियां, हल्दी, ताजे फल ,ज्यूस, दूध, अंडे इत्यादि को शामिल करें।

  • सूरज की सीधी किरणों से बचे, त्वचा को अच्छी तरह मॉस्चोराइज़र ज़रूर करें।
  • मुल्तानी मिट्टी का लेप भी चेहरे की चमक के लिए बहुत फायदेमंद है,
  • इसके अलावा तनाव मुक्त रहें और धूम्रपान से बचें। ये सभी उपाय चेहरे की चमक बढ़ने के बहुत कारगर है।

मगज क्या होता है?क्या होते है मगज के बीज के फायदे?Kharbuje Ke Beej Ke Fayde

मगज के बीज के फायदे

मगज क्या होता है?

खरबूजा एक ऐसा फल है, जो स्वाद में बेहतरीन होने के साथ ही, स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। पानी से भरपूर ये फल बॉडी को हाइड्रेट करने का बेहतरीन ऑप्शन है। इसकी खास सुगन्ध और स्वाद इसे अलग बनाते है। गर्मियों में आने वाला ये फल बच्चे बूढ़े सभी पसन्द करते है। जितना सेहतमंद खरबूजे का ये फल होता है, उससे ज्यादा फायदेमंद होता है खरबूजे के बीज। इस लेख में हम जानेंगे मगज क्या होता है और मगज के बीज के फायदे क्या है।

खरबूजे के बीज को छीलकर निकलने वाली गिरी को मगज कहते है। मगज एंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन ए, सी और विटामिन ई भरपूर होता है। ये बहुत से रोगों और समस्याओं में लाभकारी होते है। मगज के बीज आंखों, कॉलेस्ट्रॉल, कैंसर जैसी समस्याओं के लिये भी उपयोगी हैं।

कैसे निकाले मगज के बीज

सर्वप्रथम खरबूजे का बीज वाला हिस्सा निकालकर पानी मे भिगो दें। 2 दिन के लिए भिगो कर रखे। अब एक बड़ी छलनी ले, छलनी में इन बीजो को डालकर वाटर के नीचे हल्के हाथों से रगड़े। धीरे धीरे छलनी में केवल बीज रह जाएंगे और सब एक्स्ट्रा गूदा बह जाएगा। अब इन बीजो को सुखाकर छील लें। स्वास्थ्यवर्धक मगज के बीज आपके सामने होंगे।

मगज के बीज के फायदे

प्रोटीन से भरपूर है मगज के बीज

आपको शायद जानकर हैरानी होगी कि मगज़ के बीज, सोयाबीन जितना प्रोटीन रखते है। इसलिए अगर आप जिम जा रहे है, मसल्स बिल्ड करना चाहते है, मोटापा कम करना चाहते है या प्रोटीन डाइट पर है, तो मगज के बीज आपके लिए एक बेहतर ऑप्शन है।

मगज के बीज आंखों का रखे ख्याल

मगज के बीज विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई से परिपूर्ण होते है। ये सभी विटामिन आंखों की हर समस्या में लाभकारी होते है। इसलिए अगर आपका ज्यादातर वक्त कम्प्यूटर या लैपटॉप पर बीतता है। या आप हाई स्टडी कर रहे है, तो मगज के बीजो अपने स्नैक्स में जरूर रखे।

आंख
आंख

हड्डियों को मजबूत बनाए मगज के बीज

मग़ज़ के बीज में बोन डेंसिटी बढ़ाने के गुण होते है। यदि आप हार्मोनल बदलाव से गुजर रही है तो, पूरी सम्भावना है कि आपकी बोन डेन्सिटी कम हो रही हो। खासकर मेनोपॉज़ के समय पर महिलाएं इससे जूझती है।

हड्डियों में दर्द होने पर, मगज के बीज को अपने रोज के ईटिंग डाइट में जरूर शामिल करें।

खरबूजे के बीज-मधुमेह से बचाव

टाइप 2 डायबिटीज भारत मे तेजी से पैर पसार रही है। और इसके मरीजो की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। यदि आप मधुमेह से पीड़ित है या आपके परिवार में मधुमेह का इतिहास रहा है तो खास ध्यान रखे। मगज के बीजो का सेवन करे। मगज के बीज इन्सुलिन के स्तर को नियंत्रित रखते है।

खरबूजे के बीज-दिल को रखे हेल्थी

मगज के बीज में ओमेगा 3 फैटी एसिड होते हैं। ओमेगा 3 फैटी एसिड के नियमित सेवन से रक्त में वसा या ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर नियंत्रित होता है, जिससे हृदय रोगों का जोखिम 50 प्रतिशत तक कम रहता है।तो यदि आप अपने दिल को स्वस्थ्य रखना चाहते है तो मगज के बीज का सेवन जरूर करे।

कफ दूर करें

मगज के बीज की तासीर गर्म होती है। इसी कारण ये आपकी छाती से कफ निकालने में मदद करते है। यदि ठंड या किसी संक्रमण से आपके छाती पर कफ जमा है तो मगज के बीजो का सेवन करे।

बालो और नाखूनों को रखें स्वस्थ्य

मगज के बीजो का हाई प्रोटीन बालो और नाखूनों को स्वस्थ बनाता है। यदि आप टूटते बालो और नाखूनों से परेशान है तो मगज के बीजो का सेवन जरूर करे।

पाचन सुधार कर मोटापा घटाए

यदि आप गैस अपच या कब्ज के कारण मोटापा घटाने में असमर्थ है, तो मगज के बीज आपके लिए परफेक्ट है। मगज के बीज हाई फाइबर युक्त होते है। इनका सेवन करने से इंटेस्टाइन का पेरिस्ताल्टिक मूवमेंट अच्छा होता है। जिससे कब्ज, गैस और अपच दूर होती है।

पेट भरा हुआ लगता है, जिससे जल्दी भूख नही लगती। साथ ही मगज के बीज एक्स्ट्रा एनर्जी मिलती है। इस एनर्जी के कारण वर्कआउट करने में भी आसान होता है।

प्रसूता स्त्री के लिए लाभदायक

कई वर्षों से मगज के बीज प्रसूता स्त्री के लिए इस्तेमाल किये जाते रहे है। गुड़ सोंठ के लड्डू हो या गुड़ अजवायन की पात, मगज के बीज उसमे शामिल होते ही है। ये स्त्री की डिलीवरी के बाद आई कमजोरी दूर करते है।

डिलीवरी के बाद हो रही ब्लीडिंग को खुल कर होने में मदद करटे है। जिससे गर्भाशय की सफाई अच्छे से होती है। प्रसूता स्त्री के पाचन को सही बनाए रखते है, खून बढ़ाते है, स्तनों में दूध की मात्रा बढ़ाते है।

तो ये थे मगज के बीज के फायदे। उम्मीद हैं इतने फायदे सुनने के बाद अब आप खरबूजे के बीजो को यूंही नही फेकेंगे।

सामान्य प्रश्न

मगज के बीज क्या काम आते हैं?

खरबूजा के बीज को छिल कर निकाले जाने वाली गिरी को मगज कहते है ।यह बहुत लाभकारी होता है साथ ही तरबूज , कद्दू और खीरा के बीज की गिरी को भी मगज के बीज ही कहते है । परन्तु बहुतायत में खरबूजा के बीज की गिरी को ही मगज के रूप में प्रयोग में लिया जाता है ।ये अमूमन मिठाई बनाने में ज्यादा प्रयोग होते है । और ये बहुत लाभदायक होते है ।

चार मगज कौन से होते हैं?

मगज खरबूजा के बीज की गिरी को कहते है। ये दिमाग तेज करते है साथ ही साथ बहुत शक्तिवर्धक होते है । मगज के बीज चार प्रकार के होते है । 1.तरबूज के बीज की गिरी की मगज कहते है । 2.कद्दू जिसे काशीफल भी कहते है उसके बीज की गिरी को भी मगज कहते है ।साथ ही खरबूजा के बीज की गिरी और खीरे के बीज की गिरी को भी मगज कहते है ।

मगज कितने रुपए किलो है?

मगज के बीज बहुत ज्यादा लाभकारी होते है इस कारण ये बाजार में थोडे महंगे दामों पर उपलब्ध होते है ।इसके दाम पैदावार पर होते है अगर औसत रही तो महंगा हो जाता है और अच्छी पैदावार होने पर एक कुन्टल बीज एक बीघा के हिसाब से रहता 14000से 15000 प्रति कुन्टल बाजार का भाव है । 1.बाजार में बीज की क्वॉलिटी के हिसाब के दाम से मिल जाते है।यह डायबिटीज 2 के लिये बहुत लाभकारी होता है तो अमूमन 150 रू से 200रू तक भाव मिल जाता है।

मगज खाने से क्या होता है?

मगज के बीजों बहुत पोषक तत्व होते है ये शरीर को ताकत और स्फुर्ति देते है। 1.ये बालों को लम्बा, घना , और मजबूत बनाते है ।साथ ही खून बढाते है शरीर से जहरीले पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होते है । 2. ये बच्चों के लिये भी बहुत फायदेमंद होते है उनकी स्मरण शक्ति तेज करते है ।साथ ही बडो की भी । 3.यदि किसी की त्वचा शुष्क हो गयी है तो इसका नियमित सेवन करने से निखार आता है । थकान होने नहीं देते बहुत ताकत देते है । ये शरीर के लिये बहुत उपयोगी होते है ।

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क्या है सटीक और असरदार तरीका मेथी से गर्भ गिराने का, मेथी से गर्भ कैसे गिराए?

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मेथी एक वनस्पति है जिसका पौधा एक फुट से छोटा होता है। इसकी पत्तियाँ साग बनाने के काम आतीं हैं तथा इसके दाने मसाले तथा दवाईं के रूप में प्रयुक्त होते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह बहुत गुणकारी है। भारतीय आमतौर पर मेथी के पौधे का उपयोग सब्जियों या पराठों में करते हैं। मेथी दाना मेथी के पौधे के सुनहरे-भूरे रंग के बीज होते हैं। भारत में मेथी के बीज और पाउडर का उपयोग काफी सदियों से किया जा रहा है, रोजमर्रा में खाने और किसी विशेष परिस्थिति में दवाई के तौर पर इसका सेवन किया जाता है। खाने के अलावा यह साबुन और शैम्पू जैसे उत्पादों में भी पाया जा सकता है।

मेथी के फायदे

मेथी दाना(साबुत, पाउड़र,और मेथी पानी) के बहुत फायदे हैं,मेथी को मधुमेह, मासिक धर्म में ऐंठन, उच्च कोलेस्ट्रॉल और कई अन्य स्थितियों के नियंत्रण के लिए लिया जाता है।

मेथी प्राकृतिक रूप से एक एंटी-डिप्रेसेंट की तरह भी काम करती है।

मेथी फाइबर से भरी होती है । इसे आप किसी भी रूप में लें सब्जी और पराठें जो इसकी पत्तियों से बनते हैं, लड्डू जो मेथी दाने के पाउडर से बनते हैं और मेथी का पानी रात को मेथी दाना एक गिलास पानी में भिगोकर रख दे तो सुबह तैयार हो जाता है।

मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर और मोटापा का बहुत आसानी से इससे इलाज हो जाता है लेकिन इसकी प्रकृति शुष्क और गरम होती है इसलिए इसको गर्भावस्था में बहुत ध्यान रखते हुए एक निश्चित मात्रा में खाया जाता है।

मेथी के बीज
मेथी के बीज

प्रेगनेंसी में मेथी

  • प्रेगनेंसी में सही मात्रा में मेथी खाने से फायदा होता है, अगर आपको diabetes हो चुका हैं तो अधिक आशंका है आपको गर्भकालीन मधुमेह होने की, मेथी blood sugar कम करने में बहुत कारगर होता है।
  • ये शरीर में इंसुलिन सक्रिय कर शुगर की मात्रा कम करता हैं तथा pregnancy diabetes में सहायता करता है।
  • इसमें फोलिक एसिड भी होता है जो शिशु के मानसिक विकास में मदद करता हैं।
  • कुछ वैज्ञानिक परीकक्षणों में सामने आया, मेथी का सेवन महिलाओं में दूध उत्पादन करने वाले हार्मोन स्त्राव को बढ़ाता है।
  • ये प्रसव पीड़ा को भी कम करता है इसलिए इसका सेवन घर के बुजुर्ग और आयुर्वेदाचार्य प्रेगेनेंसी के आखिरी दिनों में कराते हैं।
  • और प्रसव के बाद तो इसका सेवन जच्चा को कराया ही जाता है जो सुरक्षित भी है, ये मासिक धर्म को सामान्य अवस्था में लाने में सहायक है।

यही कारण है कि अनचाही गर्भावस्था में भी बहुत सी महिलाएं गर्भपात करने के लिए इसका सेवन करती हैं, जो कि सुरक्षित तरीका नहीं है, और बिना चिकित्सीय देखभाल के तो इससे कईं अन्य परेशानियाँ भी हो सकती हैं लेकिन गर्भपात के घरेलू नुस्खों में मेथी का सेवन भी आम नुस्खा है।

वैज्ञानिक तौर पर ऐसा कोई पुष्टिकरण नहीं जो कहे मेथी से गर्भपात होता है बल्कि अधिक मात्रा में इसका सेवन करना, चाइल्ड डिफेक्ट और शिशु के विकास को बुरी तरह प्रभावित कर सकता हैं।

मेथी से गर्भ कैसे गिराए

सबसे पहली बात मेथी से गर्भपात नहीं होता, तथा गर्भपात के लिए इसके अत्यधिक सेवन से भी बचना चाहिए, फिर भी कुछ तरीके जो लोग मेथी से गर्भपात करने के लिए करते हैं,हम यहाँ बता रहे हैं –

मेथी पानी से गर्भपात

इसके लिए एक चम्मच मेथी के बीज ले, इसे एक गिलास पानी में रातभर भिगाए, तथा सुबह छानकर, इस पानी को आप खाली पेट सेवन करें!

मेथी पानी की तरह आप मेथी दानो का सेवन कर सकते है इसके लिए आप मेथी पानी के साथ इसके बीजों को भी खाएं।

मेथी के पत्तों का प्रयोग

आप फ्रेश मेथी के पत्तों का प्रयोग भी कर सकती हैं। इसके लिए एक मुट्ठी साफ मेथी के पत्ते लें, इसे सलाद के रूप में आप खा सकती है। कड़वाहट काम करने के लिए गुड़ के साथ सेवन करें। इन पत्तों से स्मूदी भी बनाया जाती है।

मेथी पाउडर

मेथी को पीसकर इसका पाउडर बनाए, इसे एक गिलास तरबूज रस के साथ मिलाए, थोड़ा नींबू का रस मिलाकर इसका सेवन करें। पाउड़र को गर्म दूध के साथ भी ले सकती है।

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मेथी कैप्सूल

आजकल मेथी कैप्सूल सप्लीमेंट भी आते हैं, आपको मेथी कैप्सूल बाजा़र में आसानी से मिल जाएंगे, ये कईं ब्रांड़ में उपलब्ध हैं जैसे झंडू, हिमालय, नैच़रस…आदि। इन सप्लीमेंट का उपयोग भी आप चिकत्सक की सलाह से कर सकते हैं।

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बच्चा गिराने के तरीके और घरेलू नुस्खों में पपीता, अजवायन, अन्नानास का रस, तुलसी का काढ़ा, ड्राई फ्रूट्स, लहसून, विटामिन सी, केले का अंकुर, अजमोद, कोहोश, गर्म पानी, बाजरा, गाजर के बीज, तिल, ग्रीन टी, ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाली चीज़े, अनार के बीज, कैमोमाइल तेल, काली चाय का प्रयोग खूब किया जाता है।

गर्भपात से पहले सुनिश्चित कर लें कि क्या गर्भपात करना आवश्यक है, यहांँ आपको कुछ सावधानियां बरतने की भी आवश्यकता है –

  • 10 सप्ताह से पहले अबॉर्शन कराए, 10 सप्ताह के बाद केवल सर्जिकल अबॉर्शन होता हैं ।
  • बिना योग्य निरीक्षक के कुछ ना करें।
  • आपातकाल के लिए मेडिकल हेल्प सुनिश्चित करें,
  • जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह लें।
  • अधूरे गर्भपात में मेडिकल हेल्प जरूर लें
  • गर्भपात बाद अपनी केयर करें।

याद रखिए ये बहुत सेंसिटिव इशू है, आप जो भी करने जा रही हैं उसके बारे में पूरी तरह से जागरूक रहें और जान का जोखिम बिल्कुल भी ना उठाये।

नोट- यह पोस्ट केवल आपकी जानकारी के लिए है, किसी भी प्रयोग या घरेलू नुस्खे से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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