जानिए क्या है आंवला,रीठा, शिकाकाई को बालों में लगाने के फायदे

आंवला रीठा शिकाकाई को बालों में लगाने के फायदे

हम सभी को काले घने एवं सुन्दर बाल बहुत पसंद होते हैं। हम अपने बालों की बढ़ाने के लिए न जाने कितने तरह के शैम्पू तेल व कंडीशनर का प्रयोग करते हैं। समय के साथ हम देखते हैं कि हमारे बाल पतले, सफ़ेद और निस्तेज होते जाते हैं। जब हम अपने बालों में शैम्पू और तेल लगाते हैं तब बाल सुन्दर लगते हैं। पर कुछ ही समय बाद वो रूखे और बेजान लगने लगते हैं। साथ ही साथ हमारे बालों में झड़ने और सफ़ेद होने जैसी समस्याएँ सर उठाने लगती हैं। तब हमें याद आते हैं अपनी दादी नानी के नुस्खे।

रीठा,आँवला, शिकाकाई को हमारी दादी नानी की भी दादी नानी सदियों से प्रयोग करती आयी हैं तो आइये जाने आर्युवेदिक गुणों की खानों को।

रीठा, आँवला, शिकाकाई-Amla Reetha And Shikakai Paste For Hair In Hindi

रीठा,आँवला, शिकाकाई तीनों को हम आर्युवेदिक औषधि की तरह प्रयोग करते हैं। ये तीनो फल बालों का त्रिफला नाम से जाने जाते हैं। आइये जानते हैं इन फलों की खूबियों को एक एक करके, तो सबसे पहले जानते हैं आँवला के बारे में।

आँवला

आँवला एक बहुत गुणकारी फल होता है। जिसे खाने के अनगिनत फायदे होते हैं। यहाँ हम बातें करते हैं आँवला बालों की सुंदरता में कितना उपयोगी है। आँवले को अंग्रेजी में गूज-बेरी कहते हैं। आँवले में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा मे पाया जाता है।

डैंड्रफ से लड़ने के लिए

आंवला, शिकाकाई, रीठा पाउडर का पेस्ट बहुत उपयोगी होता है। आंवला शिकाकाई रीठा पाउडर को मिलाकर नारियल के तेल के साथ लगाने से डैंड्रफ दूर हो जाती है।

डैंड्रफ को रखे दूर
डैंड्रफ को रखे दूर

आँवला खराब हो चुके बालों की मरम्मत करता है बालों को सफेद होने से बचाता है और बालों को झड़ने नहीं देता है

रीठा एक अच्छा हेयर क्लीनर

रीठा आवॅले की ही तरह एक फल होता है।अपने साबुन की तरह सफाई करने के गुण के कारण रीठा को सोप नट कहते हैं। रीठा में काफी एनटीआक्सीडेन्ट पाये जाते हैं जो बालों को नुकसान नहीं पहुचने देते। ये बालों को स्वस्थ रखने में अपना योगदान देते हैं।रीठा एक बेहतरीन हेयर क्लीनर का करता है। रीठा संक्रमण करने वाले माइक्रो आर्गेनिज्म का सफाया कर सर की त्वचा को साफ रखता है।

शिकाकाई

शिकाकाई फलियों के रूप में मिलती है। शिकाकाई की सूखी फलियाॅ बालों के लिये बहुत लाभदायक होती हैं। शिकाकाई की ताजा फलियाॅ भी बालों के लिए बहुत लाभदायक होती हैं। शिकाकाई का अँग्रेजी नाम एक्सा कोस्टा है। इसमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। शिकाकाई बालों के पीएच लेबल को कम करता है। बालो के पीएच के संतुलित होने पर बालों का प्राकृतिक तेल बना रहता है पीएच लेवल के संतुलित होने पर बाल चमकदार और स्वस्थ होते हैं।

शिकाकाई के लाभ

यह बालों को मजबूती प्रदान करता है। शिकाकाई एक बेहतरीन कंडीशनर है।

आंवला रीठा शिकाकाई का प्रयोग कैसे किया जाता है-How To Use Amla Reetha Shikakai Powder On Hair

वैसे तो आंवला रीठा और शिकाकाई तीनों ही बालों के लिए बहुत उपयोगी है पर जब इन तीनों चीजों को एक साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है तो रीठा आंवला शिकाकाई की गुणवत्ता कई गुना बढ़ जाती है।

रीठा आंवला शिकाकाई इन तीनों को एक साथ पानी में रात भर भिगोकर छोड़ दे हमें एक चम्मच रीठा दो चम्मच शिकाकाई तीन चम्मच आंवला लेना है अगले दिन इस पानी को उबालकर ठंडा करने और इस पानी से बाल धोए रीठा आंवला शिकाकाई के प्रयोग से बालों की समस्याएं दूर होती है।

रीठा आंवला शिकाकाई इन तीनों को पीस ले रीठा आंवला शिकाकाई का पाउडर भी बाजार में मिलता है। हम चाहे तो इस पाउडर को भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आंवले का जूस और रीठा पाउडर शिकाकाई पाउडर और कच्चा दूध गुलाब जल इन सब को मिलाकर फेस जैसा बना ले फिर कलर लगाने वाले ब्रश से धीरे धीरे पूरे बालों में लगा ले। यह पैक बालों की हर समस्या के लिए लाभदायक है।

रीठा आंवला शिकाकाई मददगार है बालों को झड़ने से रोकने में

एक चम्मच आंवला पाउडर एक चम्मच शिकाकाई पाउडर एक चम्मच रीठा पाउडर लेकर आधा चम्मच कपूर पाउडर दो या तीन चम्मच के गुलाब जल के साथ मिलाकर बालों की जड़ों में लगाने से बाल झड़ना बंद होते हैं

बालों का झड़ना
बालों का झड़ना

बालों को मजबूत बनाने के लिए

रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर को नारियल तेल या फिर जैतून के तेल में ब्राह्मी के साथ मिलाकर लगाते हैं। तेल को 10 मिनट तक गर्म कर कर उसमें रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर मिला कर रख देते हैं। फिर ब्रह्मी पाउडर मिलाकर 3 से 4 घंटे के लिए बाल में लगाते हैं। तीन-चार घंटे बाद बालों को ठंडे पानी से धो लेते हैं। रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर बालों को मजबूती प्रदान करता है

रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर बालों की डैंड्रफ दूर करने के लिए

रीठा पाउडर आंवला पाउडर शिकाकाई पाउडर इन तीनों को एक साथ दही नारियल तेल या देसी घी के साथ मिलाकर लगाने से डैंड्रफ की समस्या दूर होती है। इस मिश्रण को लगाकर सर की त्वचा की मालिश करने से डैंड्रफ दूर होती है

आंवला रीठा शिकाकाई पाउडर उपयोगी है बालों के दो मुंहे होने की समस्या में

आंवला पाउडर, रीठा पाउडर, शिकाकाई पाउडर को समान मात्रा में लेकर नारियल के तेल और कच्चा दूध मिलाकर बालों में लगाते हैं। यह मिश्रण बालों की जड़ों के साथ-साथ बालों के निचले हिस्से में अच्छे से लगाना चाहिए। रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर बालों को दो मुंहे होने से रोकता है रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर जो बाल दो मुंहे हो चुके हैं उन्हें खत्म करता है। रीठा आँवला शिकाकाई के इस मिश्रण को 2 या 3 घंटे लगाते है। या फिर 45 मिनट कम से कम लगाकर सादे पानी से धो लेना चाहिए हफ्ते में एक या दो बार इस प्रयोग को करने से बाल दो मुंहे होने कम होते है। रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर उपयोगी है बालों को सफेद होने से रोकने में।

आंवला शिकाकाई रीठा पाउडर उपयोगी है रूखे एवं बेजान बालों में

एक लोहे की कढ़ाई में रीठा पाउडर आधा चम्मच शिकाकाई पाउडर एक चम्मच आंवला पाउडर दो चम्मच मेहंदी चार चम्मच गुड़हल के फूलों का पेस्ट आधा चम्मच लेकर दही या चाय के पानी में मिलाकर रात भर छोड़ दें। अगले दिन इस मिश्रण को तीन से चार घंटों के लिए बालों में लगा ले यह पेस्ट बालों को रंगत व चमक प्रदान करता है।

रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर उपयोगी है तैलीय बालों के लिए

रीठा आंवला शिकाकाई पाउडर को दूध व मुल्तानी मिट्टी के साथ मिलाकर लगाने से बालों का अतिरिक्त तेल निकलता है।

आंवला रीठा शिकाकाई पाउडर उपयोगी है बालों को स्मूथ और सिल्की बनाने मे

आंवला रीठा शिकाकाई पाउडर को शहद व अंडे के साथ मिलाकर लगाने से बाल स्मूथ और सिल्की होते हैं।

कद्दू के बीज खाने के फायदे है अनेक, जानकर आप भी रह जानेगे हैरान

कद्दू के बीज खाने के फायदे है अनेक, जानकर आप भी रह जानेगे हैरान

कद्दू और कद्दू की सब्जी खाने के फायदे के बारे में तो आप सब जरूर जानते होंगे पर आज हम आपको बताएंगे कि कद्दू के बीज खाने के फायदे क्या होते हैं ?

कद्दू के बीज के हेल्थ से संबंधित इतने फायदे होते हैं कि आप इनको जानकर चौक जाएंगे। कद्दू के बीज में कई सारे मिनरल्स और विटामिन पाए जाते है इतना ही नहीं कद्दू के बीज फाइबर से भरपूर होते है। पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण हमे रोजाना कद्दू के बीज का सेवन करना चाहिए। आइए जानते हैं कि शरीर के लिए कद्दू के बीज खाने के फायदे क्या क्या है।

कद्दू के बीज खाने के फायदे

कद्दू के बीज खाने के फायदे बहुत सारे है। कद्दू के बीज खाने से आप कई प्रकार की बीमारियों से बच सकते है। कद्दू के बीज में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते है। ये पोषक तत्व आपके शरीर को स्वस्थ रखते है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है

कद्दू के बीज खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कद्दू के बीज खाने से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की पर्याप्त मात्रा बानी रहती है जो शरीर को बीमारी से बचाती हैं।

मधुमेह रोग को कम करता है

कद्दू के बीज में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो मधुमेह के रोग को कम करने के लिए कारगर साबित होता है। एक अध्याय के अनुसार अलसी व कद्दू के बीज मधुमेह रोग के इलाज के लिए बहुत लाभदायक होते हैं पर अभी भी इस अध्याय पर शोध करना जरूरी और आवश्यक है।

ह्रदय के लिए लाभदायक है कद्दू के बीज

कद्दू के बीज में मैग्नीशियम, डाइटरी फाइबर जैसे पोषक तत्व अच्छी मात्रा में मिलते है ये पोषक तत्व ह्रदय से संबंधित रोगों को रोकने में कारगर साबित होते हैं। कद्दू के बीजो का तेल महिलाओं में रक्तचाप को कम करने का कार्य करता है। रक्तचाप को कम करने से ह्रदय संबंधित रोगों से बचा जा सकता है।

मोटापे को कम करता है

यदि आप अपने मोटापे से परेशान है और अपने मोटापे को कम करना चाहते हैं तो आपको कद्दू के बीज का सेवन करना चाहिए। कद्दू के बीज में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो मोटापे को कम करता है।

मोटापा कम करने में मदद करे
मोटापा कम करने में मदद करे

अच्छी नींद दिलाने मे लाभदायक

कद्दू के बीज में प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है जो हमारे शरीर की मांसपेशियों को आराम दिलाता है और इससे अनिंद्रा से छुटकारा पाया जा सकता है जिसके कारण हमें अच्छी नींद आती है।

हड्डियों में मजबूती लाने में सहायक

कद्दू के बीजों में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो हमारी हड्डियों को मजबूत बनाता है। कैल्शियम की कमी के कारण हमारे शरीर में ऑस्टियोपोरोसिस नामक रोग होता है जो हमारे शरीर की हड्डियों को कमजोर व नाजुक बना देता है।

प्रोस्टेट ग्रंथि को स्वस्थ रखता है

कद्दू के बीज का सेवन करने से हमारे शरीर में उपस्थित प्रोस्टेट ग्रंथि स्वस्थ रहती है क्योंकि कद्दू के बीच में प्रचुर मात्रा में विटामिन C पाया जाता है जो इसमें होने वाली कैंसर को रोकता है ।

प्रोस्टेट ग्रंथि हमारे शरीर में वीर्य के उत्पादन का काम करती है। ये हमारे लिंग के पास में पाई जाती है जो हमारी उम्र के साथ साथ बड़ी होती जाती है और इसका ज्यादा बड़ा होना हमारे लिए परेशानी पैदा कर सकता है।

तनाव कम करने में सहायक

कद्दू के बीज के सेवन से तनाव को कम किया जा सकता है। कद्दू के बीज में प्रचुर मात्रा में विटामिन C पाया जाता है जो न्यूरोट्रांसमीटर नामक ब्रेन केमिकल का निर्माण करता है। यह केमिकल हमारे ब्रेन की गतिविधियों को सुधारना है ओर हमारे मुंड ओर हमारी नींद को नियंत्रित करता है।

पाचन क्रिया को बढ़ाने में सहायक

कद्दू के बीच में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो पाचन क्रिया को बढ़ाता है और साथ ही फाइबर कब्ज जैसी गंभीर बीमारियों से छुटकारा दिलाता है।

आंखों के लिए लाभदायक

कद्दू के बीजों में प्रचुर मात्रा में विटामिन A पाया जाता है जो हमारी आंखों के लिए बहुत लाभदायक होता है। कद्दू के बीज का नियमित रूप से सेवन करने से हम अपनी आंखो की रोशनी को बढ़ा सकते हैं।

रक्तचाप को कम करने में सहायक

कद्दू के बीज में प्रचुर मात्रा में एंटी हाईपरटेंसिव नामक तत्व पाया जाता है जो हमारे शरीर में जाकर हमारे शरीर के रक्तचाप को कम करने का कार्य करता है।

ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में सहायक

कद्दू के बीजों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर पर होने वाली स्तन कैंसर या ब्रेस्ट कैंसर के प्रभाव को कम करता है।

एनीमिया के प्रभाव को कम करने में सहायक

कद्दू के बीच में प्रचुर मात्रा में आयरन और फोलेट पाया जाता है जो हमारे शरीर में एनीमिया नामक बीमारी के प्रभाव को कम करता है। आयरन और फोलेट की कमी के कारण हमारे शरीर में एनीमिया नामक बीमारी होती है जो हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को कम कर देता है।

तो यह सब कद्दू के बीज के फायदे होते हैं यदि आपके मन में कद्दू से संबंधित कोई भी सवाल है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं |
हम आपके सवाल का जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयास करेंगे ।

इस जानकारी को अपने दोस्तों और अपनी सोशल मीडिया पर जरूर से शेयर करें ताकि आपके दोस्तों को भी कद्दू के बीज के फायदे के बारे में पता चल सके।

गर्भावस्था में संतुलित भोजन का करें सेवन

गर्भावस्था में आहार

गर्भावस्था में क्या खाएं

गर्भावस्था के दौरान संतुलित भोजन का सेवन करना जरूरी होता है। गर्भवती महिला का भोजन सभी प्रकार के विटामिन्स, मिनरल्स और पोषक तत्वों से भरपूर होना चाहिए। अगर शरीर को पूर्ण रूप से विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा की मात्रा नहीं प्राप्त होती है, तो उसका सीधा असर बच्चों पर पड़ता है। इस दौरान शरीर को स्वस्थ रखने तथा बच्चे को तंदुरुस्त रखने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार का सेवन करना जरूरी होता है।

गर्भावस्था में महिलाओं के शरीर में बहुत ज्यादा पोषक पदार्थों की खपत होती है और नियमित रूप से संतुलित भोजन का आहार करना होता है। इसके साथ ही कैल्शियम से भरपूर भोजन का आहार लेना होता है। गर्भावस्था के दौरान कई प्रकार की चीजें जैसे कॉफी चाहे कोल्ड ड्रिंक व बाहरी भोजन ज्यादा तैलीय पदार्थ इन सभी खाद्य पदार्थों से परहेज रखना जरूरी होता है।

गर्भावस्था में संतुलित भोजन का करें सेवन

संतुलित भोजन
संतुलित भोजन

गर्भावस्था के दौरान मां के शरीर के लिए कई प्रकार के विटामिंस की मात्रा की खपत होती है। और रोड के विकास और बच्चे के विकास के लिए प्रोटीन कैल्शियम वसा की मात्रा भरपूर चाहिए होती है। ऐसे में गर्भावस्था के दौरान मां को संतुलित भोजन का आहार लेना होता है।

ताकि बच्चा संतुलित वजन के साथ स्वस्थ पैदा हो गर्भावस्था के दौरान मां को संतुलित भोजन ना मिलने की वजह से कई प्रकार की बीमारियां बच्चे में हो सकती है। इसके साथ ही गर्भावस्था के दौरान माह में भी खून की कमी आ सकती है और बच्चे कुपोषण का शिकार हो सकते हैं।

महिलाएं गर्भधारण करते ही 12 हफ्तों तक लगातार संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी होता है। इस दौरान महिलाओं में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती है। जैसे कब्ज जी मिचलाना इत्यादि से बचा जा सकता है। पोस्टिक आहार माता और शिशु दोनों को स्वस्थ रखने में मदद करता है ।

मां के गर्भ धारण करने के पश्चात 200 से 300 कैलोरी वाला भोजन जरूरी है। अगर कोई महिलाएं काफी पतली और कमजोर है तो उन्हें गर्भावस्था के दौरान 65 ग्राम प्रोटीन भी लेना चाहिए।

गर्भावस्था के दौरान खाने में इन चीजों का करें प्रयोग

दूध से बने उत्पाद

गर्भावस्था के दौरान बच्चे के लिए सबसे अधिक प्रोटीन तथा कैल्शियम की जरूरत होती है और दूध के बने सभी उत्पाद प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर होते हैं। जो मां तथा शिशु दोनों को स्वस्थ रखते हैं। गर्भावस्था के दौरान माता को रोजाना ढाई सौ ग्राम दूध का सेवन अवश्य करना चाहिए। इसके साथ दूध से बने पदार्थ जैसे पनीर, दही ,छाछ आदि का सेवन भी अपने खाने में जरूर करें।

सूखे मेवे

गर्भावस्था के दौरान सूखे मेवे का प्रयोग करने से बहुत सारे फायदे देखने को मिलते हैं। सूखे मेवों में उपस्थित फाइबर माता के पाचन तंत्र को संतुलित रखते हैं इसके साथ ही बच्चे को प्रोटीन आयरन तथा कैल्शियम प्रदान करवाते हैं सुखी मेरे प्रेगनेंसी में बहुत ही फायदेमंद माने गए हैं । सूखे मेवों में काजू, बादाम, मूंगफली इत्यादि का सेवन करना चाहिए।

अंडे और मांस

अगर कोई महिला मांसाहारी है तो वह गर्भावस्था के दौरान अंडे तथा मांस का सेवन कर सकते हैं ।अंडे तथा मांस के सेवन करने से मां और बच्चे दोनों को प्रोटीन की भरपूर मात्रा प्राप्त होती है। जिससे शरीर तंदुरुस्त रहता है और बच्चा हेल्दी होता है ।

अंडे और मांस में उपस्थित विटामिन सी, विटामिन k और विटामिन ए, कैल्शियम, आयरन और पोटैशियम शरीर के सभी आवश्यक खनिज पोषक तत्वों की कमी की पूर्ति करते हैं ।

सेब और अनार

सेव और अनार में आयरन की मात्रा भरपूर उपस्थित होती है। जो गर्भावस्था के दौरान माता के शरीर में खून की कमी को दूर करता है। खून की कमी गर्भावस्था के दौरान बहुत ज्यादा देखने को मिलती है। इसीलिए सेव और अनार गर्भावस्था के दौरान माता को नियमित रूप से लेने चाहिए सेव तथा अनार में आयरन तथा फॉलिक एसिड बच्चे को तंदुरुस्त रखने में मदद करता है।

केला

गर्भावस्था के दौरान केला भी काफी फायदेमंद फल माना जाता है। हालांकि 12 हफ्तों तक केले का सेवन नहीं करना चाहिए।क्योंकि इस दौरान माता को कब्ज की समस्या होती है और ऐसे में केला खाने पर यह समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है। परंतु 12 हफ्तों के पश्चात केले का नियमित रूप से सेवन करने से माता और बच्चे दोनों के वजन में बढ़ोतरी होती है। और केला में उपस्थित प्रोटीन कैल्शियम तथा फाइबर शरीर के लिए उपयोगी पदार्थ है।

हरी पत्तेदार सब्जियां

गर्भावस्था के दौरान माता को ज्यादातर हरी पत्तेदार सब्जियां खानी चाहिए ।हरी पत्तेदार सब्जियों में फाइबर की मात्रा अत्यधिक उपस्थित होती है।जो पाचन तंत्र को संतुलित रखते हैं और शरीर को कई प्रकार के पोषक पदार्थ जैसे फॉस्फोरस, पोटेशियम, कैल्शियम प्रदान करवाती है।

जानिए क्या है काजू खाने का तरीका, काजू खाने के फायदे और नुकसान

जानिए क्या है काजू खाने का तरीका, काजू खाने के फायदे और नुकसान

हेल्लो फ्रेंड्स आज की पोस्ट में आज जानेंगे काजू खाने के फायदे क्या है? काजू खाने के नुकसान क्या है? और काजू का उपयोग कैसे करते है? इसकी पूरी जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिलेगी। काजू एक प्रकार का ड्राई फ्रूट्स होता है। इसका उपयोग भारत के अलग अलग जगहों पर अलग अलग तरीको में किया जाता है। काजू का उपयोग मीठे पकवान बनाने में व मसालेदार व्यंजको के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है। काजू स्वादिष्ट होने के साथ साथ ये हमारे शरीर के लिए भी बहुत फायदेमंद होते है, और इसीलिए आज हम काजू खाने के फायदे और नुकसान के बार में जानेगे।

काजू खाने का तरीका-Kaju Khane Ka Tarika

  • आप काजू को स्वाद और सहेत के लिए बहुत सारे तरीको से उपयोग में ले सकते हो। काजू का उपयोग कतली जैसी मिठाइयो को स्वादिष्ट बनाने में किया जाता है ।
  • आप काजू को किसी भी समय ऐसे ही खा सकते हो बिना किसी चीज में मिलाए।
  • आप काजू और बादाम दोनों को साथ में पीसकर उनमे थोडा सा नमक मिलाकर के खा सकते हो, इसका स्वाद स्नैक्स के जैसा होगा।
  • काजू का उपयोग कुछ खास प्रकार की सब्जियों को बनाने में भी किया जाता है। काजू का उपयोग खीर व हलवे को स्वादिष्ट बनाने व डेकोरेशन के लिए भी उपयोग में लिया जाता है ।
    काजू
    काजू

काजू खाने के फायदे-Kaju Khane Ke Fayde

यदि आप कुछ निश्चित मात्रा में काजू को खाते हो तो आपको ये सब फायदे मिलते है ।

  • काजू को सामान्य तौर पर नट्स की श्रेणी में रखा जाता है, इसके अंदर बायोएक्टिव मैक्रोन्यूट्रिएंट्स नामक तत्व पाया जाता है। जो हमारे शरीर में ह्रदय को स्वस्थ रखने का काम करता है।
  • काजू के अर्क के अंदर एनाकार्डिक एसिड नामक तत्व पाया जाता है। ये तत्व हमारे शारीर में कैंसर को फेलने से रोकता है, और साथ ही कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ने में भी मदद करता है ।
  • वैज्ञानिको के एक शोध के हिसाब से यदि आप काजू खाते हो तो इससे आपके शरीर में सप्लीमेंट सिस्टोलिक नामक तत्व बनता है। जो रक्तचाप (BP) को कम करने में मदद करता है। लेकिन इस पर आभी भी और शोध करने की जरूरत है।
  • काजू में मैग्नीशियम और कैल्शियम बहुत मात्रा में पाया जाता है ये हमारी हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। मैग्नीशियम और कैल्शियम हमारे शरीर में हड्डियों का विकाश करने व उनको मजबूत बनाने में मदद करता है ।
  • काजू के अंदर प्रचुर मत्रा में फाइबर पाया जाता है। जो हमरे वजन को कण्ट्रोल करने में बहुत मदद करता है। फाइबर हमारे पेट को पूरी तरह से भरा रखता है। जिसके कारण हम ज्यादा खाना नहीं खाते है और हम अपने वजन को बढ़ने से रोक सकते है ।
  • काजू के अंदर बहुत सारे ऐसे तत्व पाए जाते है। जो हमारे शारीर में जाकर रक्त में उपलब्ध ग्लूकोज को स्टैबलाइज में करने में मदद करता है, जिसके कारण से डायबिटीज की समस्या दूर हो सकती है ।
  • काजू के अंदर प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है। जो हमारे शरिर में लाल रक्त कोशिकाओ के निर्माण में बढ़ोतरी करता है, जिनकी मदद से हमारे शरीर में ओक्सीजन आसानी से और सब जगह पहुच जाती है, और साथ ही आयरन एनीमिया जैसी रक्त बीमारियों को भी दूर करने में सहायता प्रदान करता है।

काजू खाने के नुकसान-Kaju Khane Ke Nuksan

जैसा की आपको पता ही होगा की जिस चीज के जितने ज्यादा फायदे होते है उसके उतने ही नुकसान भी होते है, तो ऐसे किसी भी चीज का सेवन एक निश्चित सीमा तक ही करना अच्छा रहेता है, यदि आप काजू खाते है तो आपको ये सब नुकसान होते है।

काजू के अंदर सोडियम पाया जाता है ऐसे में यदि आप बहुत ज्यादा मात्र में काजू को खाते हो तो इससे आपके शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाएगी, जिसके कारण आपको रक्तचाप और स्ट्रोक आदि ह्रदय सम्बन्धित बीमारिया हो सकती है और साथ ज्यादा काजू खाने से आपकी किडनी पर भी गलत प्रभाव पड़ता है । काजू में बहुत ज्यादा मात्रा में कैलोरी पाई जाती है, तो ऐसे में यदि आप बहुत ज्यादा मात्रा में काजू खाते हो तो इससे आपका वजन बढ़ सकता है ।

काजू के अंदर बहुत ज्यादा मात्रा में फाइबर पाया जाता है, ऐसे में यदि आप ज्यादा मात्रा में काजू को खाते हो तो, आपके शरीर में फाइबर की मात्रा बढ़ जाएगी और आपके पेट में सूजन और गैस जैसी बीमारियाँ उत्पन्न हो सकती है ।

काजू के अंदर बहुत ज्यादा मात्रा में पोटेशियम जाता है, ऐसे में यदि आप ज्यादा काजू को खाते हो तो आपके शरीर में पोटैशियम की मात्रा बढ़ जाती है जिसके कारण आपका दिल धडकना अचानक से बंद हो सकता है और साथ ही कमजोरी आना व किडनी का ख़राब हो जाना जैसी बीमारियाँ शुरू हो सकती है ।

आपने क्या सीखा काजू के बारे में

हम उम्मीद करते है की काजू खाने के फायदे क्या है? काजू खाने के नुकसान क्या है? और काजू का उपयोग कैसे करते है? इसकी पूरी जानकारी आपको मिल गई होगी, यदि आपका इससे सम्बन्धित कोई भी सवाल है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हो हमे आपके सवाल का जल्द से जल्द जवाब देने का प्रयास करेंगे ।

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डार्क सर्कल्स से छुटकारा पाने के उपाय | Dark Circle Khatam Karne Ka Tarika

डार्क सर्कल्स से छुटकारा पाने के उपाय

आजकल की जिंदगी में छोटे छोटे बच्चे भी इतना ब्यस्त है कि वो अपनी रोज़ाना की की दिनचर्या पर ध्यान नहीं दे पा रहे है। सही रहन-सहन और सही खान-पान ना मिल पाने के कारण हमारे शरीर को उचित पोषण नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते लोगो की आँखों के नीचे डार्क सर्कल्स जिनको हम लोग अपनी भाषा में काले घेरे बोलते है। आज के समय में बाजार में कई ऐसे रासायनिक उत्पाद मौजूद हैं जो डार्क सर्कल खत्म करने का दावा करते हैं और नकली प्रोडक्ट्स का व्यापर करते है, तो आपको उनके झांसे में नहीं पड़ना है। आपको बढ़िया कंपनी का प्रोडक्ट ही प्रयोग  करना है। आजकल हर कोई डार्क सर्कल की समस्या से परेशान है फिर चाहे वो लड़के हो या फिर लड़कियां हों या फिर महिला-पुरुष। आखिर क्यों होते हैं डार्क सर्कल,आँखों के नीचे काले घेरे इनकी वजह क्या है।

कई बार ऐसा होता है की हम ज्यादा टाइम तक सोते रहते है तो हमारे ज्यादा सोने की वजह से डार्क सर्कल्स होने लगते है बैसे तो डार्क सर्कल्स होने के बहुत से कारण होते है तो चलिए सबसे पहले जान लेते है की डार्क सर्कल्स यानी काले घेरे का आँखों के निचे होने के क्या क्या क्या कारण है और आप इसको अपनी आँखों से कैसे मिटा सकते हो, तो चलिए सटार्ट करते है ।

डार्क सर्किल होने के कारण

  •  कई  बार ऐसा होता है की लोगों को ज्यादा टेलीविज़न और मोबाइल फोन देखने व् चलाने की आदत होती है। किसी चीज़ या वस्तु पर ज्यादा फोकस करने की वजह से भी  हमारी आंखों के नीचे काले घेरे हो जाते हैं।
  • कम पानी पीने की वजह से हमारे शरीर में अगर पानी की कमी होती है तो भी डार्क सर्कल यानि आंखों के नीचे काले घेरे होने लगते हैं। डॉक्टर्स और हकीम  लोगो का कहना ये है की शरीर में पानी की कमी से खून का सर्कुलेशन सही नहीं हो पता है और ना अच्छे से हमारे शरीर की गंदगी साफ होती है, इसकी वजह से चेहरे पर कील मुंहासे फुंसी फोड़े और डार्क सर्कल्स जैसी बीमारी तथा एलर्जी से हमे झूझना पड़ता है ।
  • लगातार धूप में रहने अथवा काम करने की वजह से चेहरे पर पिगमेंटेशन की समस्या हो जाती है और हमारे चेहरे पर आँखों के नीचे काले घेरे पड़ने लगते है, और साथ ही हमारी त्वचा का रंग भी काला व शाबला होने लगता है ।
  • सिगरेट और शराब तथा धूम्रपान के सेवन से भी आंखों के नीचे काले घेरे आने लगते  हैं। वल्कि हम जो खाते पीते भी है उसका असर भी सीधा हमारे शरीर पर पड़ता है ।
  • बहुत से लोगो को मेकअप करने का बहुत शौक होता है। खासकर लड़कियों को कुछ  ज्यादा ही होता है। कास्मेटिक को यूज़ करने में कोई बुराई नहीं है लेकिन डेट निकले हुए प्रोडक्ट्स को यूज़ करने से हमारे मुँह की खाल कमज़ोर हो जाती है जिसके कारन भी हमारे चेहरे पर डार्क सर्कल्स होने लगते है।

Dark Circle Khatam Karne Ka Tarika | डार्क सर्कल्स से छुटकारा पाने के उपाय

ठंडा दूध

कहा जाता है की ठंडे दूध के लेप से भी हमारी आंखों के नीचे का कालापन दूर हो जाता है। कच्चे दूध को आपको फ्रिज में रख देना है। कुछ समय के बाद निकाल लेना है और किसी रुई या कॉटन के कपड़े की मदद से आपको अपने डार्क सर्कल्स वाली जगह पर  लगाना है ऐसे 2 दिन लगातार आपको करना होगा। आपको जल्दी ही फायदा मिलेगा।

दूध
दूध

टमाटर

जहा पर  त्वचा को कोमल और मुलायम बनाने की बात आती है तो टमाटर का नाम सबसे पहले लिए जाता है। आँखों के नीचे से डार्क सर्कल्स से छुटकारा पाने के लिए टमाटर सबसे पूर्ण उपाय है। यह नेचुरल तरीके के साथ आँखों के काले घेरे को खत्म करता है और इसके नियमित उपाय से त्वचा खिली हुई चमकी हुई नज़र आती है ।

एलोवेरा

आप अपने चेहरे के डार्क सर्कल्स यानि काले घेरो को दूर करने के लिए एलोवेरा का भी प्रयोग कर सकते हो । एलोवेरा को आँखों के नीचे रगड़ने व् डार्क सर्कल्स वाली जगह पर लगाने से डार्क सर्कल बहुत ही जल्दी खत्म हो जाते हैं।

संतरा

संतरे को बाजार से खरीदकर संतरे के छिलके को धूप में सुखाकर किसी  बर्तन में पीस ले।और इस पाउडर में थोड़ी सी मात्रा में गुलाब जल को मिलकर आपको एक लेप बना है।  और उसको आँखों के निचे यानि डार्क सर्कल्स वाली जगह पर लगाना है और ठन्डे पानी से कुछ मिनट बाद मुँह को धो लेना है।

आलू

आँखों के नीचे हुए काले घेरे दूर करने के लिए आप आलू का भी इस्तेमाल कर सकते है। आलू के रस को रूई की सहायता से आंखों के नीचे रोजाना लगाने से डार्क सर्कल्स से जल्दी ही छुटकारा मिल सकता है।

पुदीना

आँखों के लिए पुदीना बहुत ही असरदार मन जाता  है। पुदीने को पीस कर इसमें थोड़ा सा नींबू का रस मिक्स करें ले । और लगभग पन्द्रह मिनट के लिए इसे अपनी आँखों पर लगाएं  रखना है । और कई दिनों लगातार आपको सुबह में ये नुस्खा अपने मुँह पे लगाना है । आपको जल्दी ही असर दिखाई देने लगेगा।

आँखों में जलन होना-क्यों होती है आँखों में जलन, जलन के कारण और उपाय

आँखों में जलन होना-क्यों होती है आँखों में जलन, जलन के कारण और उपाय

आँखों में जलन होना यह कोई ख़ास बीमारी नहीं है। लम्बे समय तक रात में काम करने के कारण या लगातार रातो में पढ़ने के कारण हमारी आँखे थक जाती हैं। आँखों में जलन होने लगती है। इस कारण आंखों का लाल होना, आँखों में जलन होना, देखने में परेशानी, आंखों में रूखापन , आँखों में बार बार पानी आना, धुंधला और नजर ना दिखाई देना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आंखों की जलन और थकावट आपके रोज़ाना और सुखमये जीवन को प्रभावित करती है और आपके जीवन को दुःखमये बनाती है। 

अगर आपकी आँखों में जलन या खुजली लम्बे समय से है तो आप तुरंत ही अपने डॉक्टर को दिखाए। क्योकि लम्बे समय से आँखों में जलन पड़ने के पीछे कोई ख़ास बीमारी का भी हाथ हो सकता है। आँखों के ज्यादातर रोग प्रदूषण के कारण होते है उन्ही में से आँखों में जलन पड़ना ये बीमारी भी प्रदूषण के कारण होती है। भारत जैसे बड़े देश में वायु प्रदुषण किसी महामारी या खतरनाक बीमारी से कम नहीं है । अब तक प्रदूषण के कारण लाखो लोगो ने अपनी जान गवाई है भारत के कुछ बड़े इलाको में प्रदूषण का खतरा बहुत बना रहता है जहा पर लोगो को सांस लेने में भी तकलीफ होती है।

आगे बढ़ने से पहले जानना बहुत ही जरुरी है की आँखों में जलन या खुजली होने के क्या क्या कारण होते है तो चलिए सबसे पहले जानते है की आँखों में दर्द होने के क्या कारण होते है उसके बाद हम लोग आँखों में दर्द से बचने के घरेलु उपायों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे । आँखों में जलन पड़ने के बहुत से कारण होते है जैसे :- 

आँखों में जलन पड़ने के कारण 

  • लम्बे समय तक रातो में कंप्यूटर मोबाइल या टीवी के सामने बैठे रहने से भी आँखों में जलन होने लगती है।
  • हमारे आसपास का प्रदूषण भी हमारे लिए और हमारी आँखों के लिए बहुत हानिकारक है गंदे प्रदूषण की वजह से भी आँखों में जलन होने लगती है।
  • जयादा थकान भी आँखों के लिए हानिकारक होती है आपकी आँखों में जलन तब पड़ सकती है जब आप ज्यादा थके हुए हो या तनाव में हो।
  • हमारी आँखों में जलन का प्रमुख कारण नींद की कमी से भी होता है अगर आप नींद पूरी नहीं लेते है तो आपकी आँखों में जलन पद सकती है डॉक्टर्स के हिसाब से आपको 8 घंटे की नींद अवस्य ही लेनी चाहिए ।

आँखों में जलन को रोकने के कुछ उपाय 

खीरा 

हमने आँखों की जलन मिटाने और आँखों की थकावट से छुटकारा पाने में खीरे का भी बहुत नाम है, 400;”>आपको खीरो को छीलकर उसके कुछ टुकड़े बना लेने है और सोते समय या फ्री टाइम आपको आँखों के ऊपर खीरे के 2 टुकड़े रखकर सो जाना है ऐसा करने से आपकी आँखों में जलन की समस्या से आपको आराम मिल जायेगा क्योकि खीरा आँखों को ठंडक पहुँचता है और थकन को दूर भगाता है।

खीरा
खीरा

आँखों के लिए व्यायाम 

व्यायाम करने से भी आँखों की जलन और थकावट दूर हो जाती है इसलिए आपको प्रतिदिन उठकर सुबह में व्यायाम करना है आप जिम भी जा सकते है जो लोग ज़्यादा बूढ़े है वो वाक या दौड़ भी लगा सकते है ।

कच्चा आलू 

आप आँखों में थकान और जलन पड़ने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए कच्चे आलू का भी इस्तेमाल कर सकते हो। ये आँखों से जलन दूर करने के लिए रामबाण इलाज के नाम से जाना जाता है,

आपको कच्चे आलू को स्लाइस में काटकर फ्रीज में ठंडा होने के लिए रख देंना है । जब ये ठंडा हो जाये तो अपनी आँखों पर रखकर इसको लेट जाए ।आपको जल्द ही इसके इस्तेमाल से फायदा होगा।

एलोवेरा 

एलोवेरा एक बहुत ही गुणकारी और फायदेमंद औषधि के रूप में जाना जाता हैं, और अब तो एलोवेरा का उपयोग लगभग सब त्वचा के प्रोडक्ट्स के लिए होता है। एलोवेरा में एंटीमाइक्रोबायल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं।

जो कि आपकी आँखों की जलन , दर्द और थकावट से आँखों को राहत पहुंचने में मदद करते हैं। आपको 1 चम्मच एलोवेरा जेल को 2 चम्मच पानी में मिक्स करके आँखों को बंद करके पलकों पर 5 मिनट तक लगाना है, ऐसा करने से आपको आँखों में जलन पड़ने की समस्या से तुरंत ही राहत मिलेगी।

गुलाब जल 

गुलाब जल का उपयोग भी आँखों में जलन से बचने के लिए ही होता है। क्योकि गुलाबजल हमारी आँखों से धुल मिटटी के कणो को दूर करता है।

आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाये-Ankho Ki Roshni Kaise Badhaye

आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाये

हमारी आंख हमारे शरीर की सबसे जरूरी और बेसिक अंग है। हम अपनी आँखों के बिना कोई काम नही कर सकते है। पर हम में से बहुत लोगो की आँखों की रोशनी कम हो गई और बहुत से लोगो को तो चश्मा भी लग गया है

यदि आपको भी यह समस्या है की आपके आँखों की रोशनी कम हो रही है, तो हमारे साथ बने रहे। हम आपको इस आर्टिकल में ऐसे 3 तरीके बताएंगे जिनसे आप अपनी आंखों की रोशनी को बढ़ा पाओगे

आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाये | Ankho Ki Roshni Kaise Badhaye

यहाँ आपको ऐसे तीन तरीके बताये जायेंगे है जिनकी मदद से आप अपनी आखो की रोशनी को बढ़ा सकते है यदि आप इन तरीको को रोजाना सही से Follow करोगे तो आपको कुछ सप्ताहों में ही Result दिखने लग जाएगा 

मोमबत्ती से आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाए?  

आपने इस तरीके के बारे में कभी ने कभी जरूर से सुना होगा आपकी आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए ये सबसे बढ़िया तरीका है

इस तरीके में सबसे पहले आपको एक मोमबती लेनी है ओर उसको जलाकर रख देना है

फिर उस मोमबती से 1.5 से 2 फिट की दूरी पर बैठ जाना है ओर उस मोमबती के प्रकाश यानी उसके जलते हुए भाग को ध्यान पुर्वक देखना है ओर पलक नही झपकना है

ये काम आपको तब तक करना है जब तक की आपकी आंख से पानी ने आ जाए, ये काम आपको रोजाना एक बार करना है ओर आपको इसका Result दिखने लग जाएगा

आंख
आंख

पेंसिल व अपने हाथ की अंगुली से आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाये? 

हा, आप एक पेंसिल से भी अपनी आखो की देखने की शक्ति को काफी हद तक बढा सकते है। आपने देखा होगा की जब भी हम डॉक्टर के पास आंखों के इलाज के लिए जाते है तो वो हमे ऐसा करने के लिए जरूर कहता है

  • इस तरीके में आपको सबसे पहले एक पेंसिल लेना होता है ओर फिर उसको अपनी आंख से थोड़ी ही दूर रखना है  
  • फिर आपना पूरा ध्यान उस पेंसिल की नोक पर रखना है ओर उसको देखते रहना है बिना पलक झपकाए 
  • ओर फिर धीरे धीरे उस पेंसिल को अपनी आंख के पास में लाना है जब तक आप उस पेंसिल की साफ साफ देख सको 
  • ऐसा आपको हर रोज सुबह उठ कर करना है ओर इससे आपकी पास देखने की शक्ति बढ़ेगी
  • अपनी आंख की दूर देखने की शक्ति को बढ़ाने के लिए आपको अपने हाथ की एक अंगुली को ध्यान पूर्वक देखना है ओर फिर किसी दूर पड़ी चीज को देखना है
  • ऐसा आपको हर रोज सुबह उठकर 2 से 3 मिनिट तक करना है ओर कुछ ही सप्ताह बाद आपको इसका Result भी दिखने लगेगा

आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?

हमारा खान पान हमारी आंखों को बहुत ज्यादा प्रभाव करता है क्योंकि इससे ही हमे ऊर्जा मिलती है जिससे आंखों में रक्त और विटामिन का प्रवाह अच्छे से होता है

नोट – यदि आपके शरीर में आंखों की रोशनी आपके माता पिता के जीन से आयी है तो ये तरीका उतना कारगर नही होता है पर काफी हद तक आपकी आंखों की रोशनी पहले से बेहतर हो जाएगी 

यदि आपके परिवार में किसी की भी आँखे कमजोर है तो आपको ज्यादा से ज्यादा ऐसे फलो व सब्जियों को खाना है जिनसे ACE मिलता हो। ACE का मतलब होता है विटामिन A, C ओर E. 

ये तीन विटामिन है जो आपकी आखो की रोशनी को बढ़ाने में प्रभावित करते है। इसलिए आपको ज्यादा से ज्यादा इन विटामिन को खाना चाहिए जिससे आपके आँखों की रोशनी में बढ़ोतरी हो

इन सभी फलो और सब्जियों में आपको ACE मिलता है

विटामिन A के स्रोत

cod liver oil, गाजर, चकुंदर आदि में काफी ज्यादा मात्रा में विटामिन A होता है। cod liver oil की छोटी छोटी गोलिया भी आती है जिनमे विटामिन A होता है

विटामिन C के स्रोत

जितने भी सिट्रस फल होते है उन सब में विटामिन C पाया जाता है जैसे संतरा, मोशम्बी, आंवला आदि।

विटामिन E के स्रोत

जितने भी Dry Fruits होते है जैसे मेवा, मूंगफली, तिल और बादाम आदि इन सभी में काफी ज्यादा मात्रा में विटामिन E होता है।

इसके साथ साथ आपको लहसुन ओर प्याज को खाना चाहिए है क्योंकि इनमे सल्फर काफी अधिक मात्रा में होता है जो हमारी आँख के लिए बहुत जरूरी होता है

ये सब तरीके है जिनकी मदद से आप अपनी आंखों की रोशनी को बहुत ही आसानी से बढ़ा सकते है, यदि आपको आंखों की रोशनी कैसे बढ़ाये से सम्बन्धित कोई भी सवाल है तो आप हमे Comment के माध्यम से पूछ सकते हो।

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Top 10 Facial Kits | बेस्ट फेशियल किट की सूची

घर हो या पार्लर ये है फेशियल के लिए सबसे बेस्ट फेशियल किट

अगर आप अपनी त्वचा की सही देखभाल करना चाहते हैं और दमकती, स्वस्थ त्वचा पाना चाहते हैं, तो सही बेस्ट फेशियल किट चुनना बहुत जरूरी है। बाजार में कई तरह के फेशियल किट्स उपलब्ध हैं, लेकिन सबसे बेस्ट फेशियल किट कौन सी है, यह समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इस लेख में, हमने आपके लिए सबसे बेस्ट फेशियल किट का चयन किया है जो आपकी त्वचा के अनुसार उपयुक्त हैं और जिन्हें आप आसानी से खरीद सकते हैं।

बेस्ट फेशियल किट का चुनाव कैसे करें?

फेशियल किट चुनते समय अपनी त्वचा के प्रकार (ड्राई, ऑयली, कॉम्बिनेशन) का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। सही किट आपकी त्वचा की नमी, ग्लो, और स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है। साथ ही, हमेशा प्राकृतिक और हर्बल सामग्री वाले किट को प्राथमिकता दें ताकि आपकी त्वचा को कोई नुकसान न हो।

1. VLCC सेल्फी गोल्ड फेशियल किट

उपयुक्त त्वचा: ड्राई और नॉर्मल
मुख्य घटक: गोल्ड और हर्बल एक्सट्रैक्ट्स
फायदे:

  • त्वचा में प्राकृतिक ग्लो लाने में मदद करता है
  • मॉइस्चराइजिंग गुणों से त्वचा को नरम और मुलायम बनाता है
  • प्राकृतिक हर्बल सामग्री के कारण संवेदनशील त्वचा के लिए उपयुक्त

कैसे इस्तेमाल करें:
साफ चेहरे पर मास्क लगाएं, 15-20 मिनट रखें और गुनगुने पानी से धो लें। सप्ताह में एक बार उपयोग करें।

2. Himalaya हर्बल स्किन केयर किट

उपयुक्त त्वचा: ऑयली और कॉम्बिनेशन
मुख्य घटक: नीम और हल्दी
फायदे:

मुहाँसे
मुहाँसे

मुहाँसे

  • अतिरिक्त तेल नियंत्रण करता है और मुहांसों से लड़ता है
  • त्वचा को शुद्ध करता है और ताजगी प्रदान करता है
  • प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से संवेदनशील त्वचा के लिए सुरक्षित

कैसे इस्तेमाल करें:
क्लीनर, टोनर, और मॉइस्चराइज़र का सेट है, जिससे पूरी त्वचा देखभाल होती है।

3. Lotus Herbals WhiteGlow फेशियल किट

उपयुक्त त्वचा: नॉर्मल और ड्राई
मुख्य घटक: लैवेंडर और पाम
फायदे:

  • त्वचा को प्राकृतिक चमक देता है
  • दाग-धब्बों को कम करता है
  • हाइड्रेटिंग और क्लींजिंग गुणों से भरपूर

4. Biotique Bio Sandalwood फेशियल किट

उपयुक्त त्वचा: सभी प्रकार की त्वचा
मुख्य घटक: चंदन और हर्बल एक्सट्रैक्ट्स
फायदे:

  • त्वचा को ठंडक और ताजगी प्रदान करता है
  • सनबर्न से सुरक्षा करता है
  • हर्बल सामग्री से त्वचा को गहराई से पोषण देता है

5. VLCC स्पा फेशियल किट

उपयुक्त त्वचा: ड्राई और कॉम्बिनेशन

तुलसी
तुलसी

मुख्य घटक: बादाम तेल और प्राकृतिक तत्व
फायदे:

  • त्वचा को गहराई से पोषण देता है
  • चेहरे की रंगत निखारता है
  • नियमित इस्तेमाल से त्वचा मुलायम और ग्लोइंग बनती है

बेस्ट फेशियल किट चुनते समय ध्यान देने योग्य बातें

  • अपनी त्वचा का प्रकार जानें और उसी अनुसार किट खरीदें।
  • प्राकृतिक और हर्बल घटक वाले फेशियल किट को प्राथमिकता दें।
  • हमेशा पैच टेस्ट करना न भूलें।
  • फेशियल किट का इस्तेमाल सप्ताह में 1-2 बार ही करें ताकि आपकी त्वचा स्वस्थ बनी रहे।

FAQs

Q1. बेस्ट फेशियल किट कौन सी है?
A1. आपकी त्वचा के अनुसार बेस्ट फेशियल किट अलग हो सकती है। ड्राई त्वचा के लिए VLCC गोल्ड और ऑयली त्वचा के लिए Himalaya हर्बल किट सबसे अच्छे विकल्प हैं।

Q2. क्या फेशियल किट हर सप्ताह इस्तेमाल कर सकते हैं?
A2. हां, लेकिन सप्ताह में 1-2 बार से ज्यादा न करें, ताकि त्वचा को नुकसान न हो।

Q3. फेशियल किट का सही तरीका क्या है?
A3. चेहरे को पहले साफ करें, फिर किट के निर्देशानुसार मास्क लगाएं, सूखने के बाद गुनगुने पानी से धो लें।

निष्कर्ष

आज के समय में बाजार में बहुत सारी फेशियल किट उपलब्ध हैं, लेकिन आपकी त्वचा के लिए सबसे बेस्ट फेशियल किट चुनना बेहद जरूरी है। सही किट न केवल आपकी त्वचा को स्वस्थ बनाएगी बल्कि उसे प्राकृतिक चमक भी देगी। ऊपर बताई गई किट्स में से अपनी त्वचा के अनुसार चुनाव करें और नियमित उपयोग से फर्क महसूस करें।

तो, अपनी त्वचा की सही देखभाल शुरू करें और बेस्ट फेशियल किट के साथ दमकती त्वचा पाएं!

अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। आपकी त्वचा की देखभाल हमारी प्राथमिकता है!

खुद का फेशियल करने के लिए आप मुल्तानी मिट्टी या दही और हल्दी का मिक्सर प्रयोग में ले सकते है। चहरे को अच्छी तरह से धोने के बाद चहरे पर इसे लगा कर 10-15 मिनट के लिए रख ले और जब सुख जाए तब चहरे को अच्छी तरह से धो लें। 

फेशियल करने से पहले चेहरे पर यदि बाल हो तो उन्हे हटा लेना चाहिए। और बहुत से एक्सपर्ट फेशियल से पहले ब्लीच करने की राय देते है। क्योंकि इससे त्वचा पर जमे हुए धूल मिट्टी के कण और डेड स्किन दूर हो जाती है। और फेशियल अच्छी तरह से काम करता है।  

 

दही चेहरे पर पड़ी झुरीयों और डेड स्किन के लिए बहुत लाभप्रद है। दही से फेशियल करने के लिए आप एक कटोरी में दही लेकर उसे अच्छी तरह से चेहरे पर लगाए अंगुलियों को सर्कुलर मोशन में अच्छी तरह से घुमाए। चाहे तो चावल के आटते को भी दही में मिक्स कर सकते है। 

बेसन के दानों में प्राय एबसोर्व करने की क्षमता होती है। बेसन से बने फेश पैक को चेहरे पर लगाने पर यह चेहरे पर जमें धूल मिट्टी के कण और डेड सेल्स को एबसोर्व कर के दुर कर देता है। और चेहरे पर एक नेचुरल चमक लाता है।

सर्दियों में अक्सर स्किन रूखी सुखी हो जाती है।  इसके लिए स्क्रब से अच्छी तरह से चेहरे को धोने के बाद किसी ढंग की क्रीम से मसाज कर के मास्क लगा लें। उसके बाद चेहरे को अच्छी तरह से गुलाब जल युक्त पानी से पोंछ लें। 

एलोवेरा त्वचा के लिए बहुत ही ज्यादा लाभकारी है। एलोवेरा के रस के साथ नींबू को मिलाकर इसे चेहरे पर लगा कर चेहरे पर अंगुलियों को अच्छी तरह से सर्कुलर मोशन में घुमाएं। कुछ देरी तक रहने दें उसके बाद चेहरे को अच्छी तरह से पानी से धो दें। 

गोरे होने के लिए कौन सा फेशियल करें?

गोरा होने के लिए आप गोल्ड या डायमंड फेशियल का उपयोग कर सकते है। किसी बेहतर फेशियल का प्रयोग करने पर धूल मिट्टी और धूप के कारण त्वचा पर आया कालापन दूर हो जाता है। और डायमंड फेशियल त्वचा में भारी चमक देता है।

डायमंड फेशियल अलग अलग ब्रांड में अलग अलग कीमत का होता है। इसकी कीमत 1500 से लेकर 10000 तक की भी होती है। यह आप पर निर्भर करता है की आप किस ब्रांड का डायमंड फेशियल यूज करते हो।

फेशियल करवाने के बाद धूप में जाने से बचना चाहिए क्योंकि इस से चेहरा काला पड़ सकता है। और यदि धूप में जाना ही पड़े तो फेशियल के बाद सन स्क्रीन लगानी चाहिए जिससे धूप में जाने पर चेहरे में किसी तरह की कोई समस्या न आए।

कई बार उम्र से पहले ही चेहरे पर झाइयाँ देखने को मिलती है। इसको दूर करने के लिए फेशियल कारगर साबित हो सकता है। इसके लिए आप सिल्वर फेशियल का उपयोग कर सकते है और यदि आपकी स्किन ऑयली है तो पर्ल फेशियल का प्रयोग किया जा सकता है। 

घर पर ब्लीच करने के लिए आप हल्दी और दही के मिश्रण का प्रयोग कर सकते हो क्योंकि यह नेचुरल ब्लीचिंग एजेंट है। इसी के साथ किसी कंपनी का ब्लीच पाउडर लाकर इसका पेस्ट बना कर चेहरे पर लगा लें और 10-15 मिनट के बाद टिस्यू पेपर से पोंछ कर चेहरे को धो लें।  

हर महीने पार्लर पर फेशियल करवाना त्वचा के लिए सही नहीं रहता है। क्योंकि पार्लर पर विभिन्न ब्रांड के फेशियल पेक का उपयोग किया जाता है। जिसमें अनेकों तरह के केमिकल होते है जो त्वचा को कमजोर बनाते है और त्वचा संबंधी समस्या पैदा करते है। 

ग्लिसरीन के साथ गुलाब जल मिलाकर उसे फेशियल के रूप में यूज में लिया जा सकता है। इन दोनों को मिलाकर कर रात में सोने से पहले लगा दें और सुबह मुहँ को अच्छी तरह से धो दें। इससे चेहरे पर एक नेचुरल चमक आती है। 

घरेलू फेशियल करने के लिए पहले चेहरे पर यदि बाल हो उसे हटा लें। उसके बाद किसी स्क्रब से अच्छी तरह से चेहरे को धो दें। चेहरे को धोने के बाद जो भी मास्क आप यूज कर रहे है उसे चेहरे पर लगा कर 15 मिनट  तक सूखने डे और उसके बाद चेहरा धोलें। 

घर पर गोल्ड फेशियल करने के लिए सबसे पहले चेहरे को अच्छी तरह से साफ कर ले यदि चेहरे पर कोई बाल वगैरह हो तो। इसके बाद स्क्रब से चेहरे को धो कर गोल्ड फेशियल की अच्छी तरह मसाज कर लें। मसाज से पहले ब्लीच भी कर सकते है।  

चेहरे पर दही लगाना काफी हद तक फायदे मंद हो सकता है लेकिन यदि आपकी स्किन ऑयली है तो आपको चेहरे पर दही लगाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि इस से मुहासे एर फुंसिया होने का डर रहता है। और यदि चेहरे पर अधिक मात्रा में कीले है तब भी दही लगाने से परहेज करना चाहिए। 

बेसन और दही का फेस पैक एक नेचुरल फेश पैक है जो चेहरे की झुरीयों और डेड सेल्स को दूर करने के साथ साथ चेहरे में एक नेचुरल चमक लाता है। इसके उपयोग के बाद आपको किसी तरह के मॉसराइजेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह त्वचा का रूखा सूखापन दूर कर देगा।  

रोजाना चेहरे को किसी अच्छे फेस वॉश से धोना चाहिए जिससे त्वचा पर जमे धूल मिट्टी के कण दूर हो जाए। फेशवाश से चेहरे को धोने के बाद उसमें रूखा पन आजाता है अतः इसे दूर करने के लिए किसी अच्छे मोश्चराइजेशन क्रीम का प्रयोग किया जा सकता है।

 

जानिए क्या है होठों का कालापन दूर करने का तरीका और घरेलू नुस्खे

होठों का कालापन

सुन्दर, गुलाबी होंठ हर किसी की चाहत होती है। लेकिन आज कल प्रदूषण, धूल, मिट्टी, धुआं, हार्मोन चेंज, स्मोकिंग, धूप आपकी त्वचा पर असर तो डालते ही है, साथ ही यह आपके होठों पर भी बहुत बुरा प्रभाव डालते है। इनकी वजह से होंठों पर कालापन आ जाता है। होंठ शुष्क और बेजान लगने लगते हैं। इसके लिए लोग लिप बाम या मॉइश्चराइजर का प्रयोग करते है। लेकिन कुछ टिप्स को अपनाकर आप आसानी से गुलाबी होंठ पा सकते हैं और होठों का कालापन दूर कर सकते हैं।

होठों का कालापन दूर करने के प्राकृतिक उपाय

करें केसर का प्रयोग

केसर चेहरे के साथ-साथ होंठों के लिए बहुत अच्छा होता है। ये होंठों को पोषण देता है और होठों का कालापन भी दूर करता है। इसके लिए आप केसर के 3-4 रेशों को कच्चे दूध में डालकर थोड़ी देर रख दें। फिर इससे अपने होंठों पर मसाज करें। दूध आपके होंठों को हाइड्रेट करता है और कालेपन को भी दूर करता है। इसका प्रयोग रोज़ करने से आपको जल्द ही फर्क दिखेगा।

होठों का कालापन दूर करे टमाटर

टमाटर का प्रयोग रंग निखारने के लिए किया जाता है। टमाटर में मौजूद पानी आपके होंठों को हाइड्रेट करता है और आपके होंठों को गुलाबी बनाने में मदद करता है। इसके लिए आप टमाटर को काट कर अपने होंठों पर रगड़ें और 10 मिनट बाद धो लें। इसका प्रयोग हफ्ते में दो से तीन बार जरूर करें।

चुकंदर

होठों का कालापन दूर करने का तरीका है चुकंदर। चुकंदर शरीर में खून बढ़ाने में मदद करता है। यह काम चुकंदर होंठो के लिए भी करता है। चुकंदर का रस होठों पर लगाकर सो जाएं। सुबह पानी की सहायता से धो लें। ऐसा हर रोज़ करने से आपके होंठ गुलाबी और चमकदार बन जाएंगे।

गुणकारी शहद

शहद हमारे शरीर के लिए बहुत ही गुणकारी है। शहद होठों को चमकदार और मुलायम बनाने में भी मदद करता है। इसके लिए आप शहद लेकर धीरे-धीरे अपने होठों की 3 से 5 मिनट तक मसाज करें और फिर पानी से धो लें। ऐसा दिन में दो बार जरूर करें।

शहद
शहद

स्ट्रॉबेरी

स्ट्रॉबेरी के अंदर कई ऐसे विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते है जो आपके होठों को पोषण देते है और उन्हें गुलाबी बनाते हैं। इसके लिए 3 से 4 स्ट्रॉबेरी और 1 चम्मच बेकिंग सोडा को मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट से रात को सोने से पहले अपने होठों पर अच्छे से मसाज करें और सो जाए। सुबह चेहरे को पानी से धो लें। बेकिंग सोडा आपके होठों को एक्सफोलिएट करता है और स्क्रब का काम भी करता है। जिससे आपके होठों पर से मृत कोशिकाओं की परत हट जाती है।

नींबू

नींबू में मौजूद सिट्रिक ऐसिड आपके होठों के कालेपन को हटाता है और उन्हें हाइड्रेट करता है। नींबू में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है जो आपके होठों को पोषण देता है। इसके लिए 1 चम्मच नींबू के रस में 1 चम्मच शहद और 1 चम्मच ग्लिसरीन मिलाएं।  अब इस पेस्ट को रात को सोने से पहले अपने होंठों पर लगाए और सुबह धो लें।

गुलाब जल

गुलाब जल होठों का कालापन हटाने में बहुत कारगर साबित होता है। यह होठों को गुलाबी और चमकदार बनाता है। गुलाब जल और शहद को मिला लें और इसे अपने होठों पर लगा लें। आप गुलाब जल की जगह गुलाब की पंखुड़ियों का प्रयोग भी कर सकते हैं। इस पेस्ट का इस्तेमाल दिन में 3 से 4 बार जरूर करें। आप इसे रात को सोने से पहले भी अपने होठों पर लगा सकते हैं और सुबह धो सकते हैं।

मिल्क क्रीम या मलाई

आप होठों के कालेपन को दूर करने के लिए मलाई का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। मलाई होठों को पोषण भी देती है। आप आधा चम्मच मलाई में  एक चुटकी हल्दी डालकर इससे होठों पर स्क्रब कर सकते है। चाहें तो इसे रात में लगाकर सो सकते है।

जवां दिखने के लिए अपनाएं ये एंटी एजिंग टिप्स

anti aging tips

महिलाएं हर उम्र में सुन्दर और जवां दिखना चाहती हैं। वे हमेशा चाहती है की बढ़ती उम्र में भी लोग उनकी तारीफ करें मगर बढ़ती उम्र के साथ होने वाली समस्याए जैसे की झुर्रियां, डार्क सर्कल्स और झाइयां आदि उनकी इस चाहत के आगे मुसीबत बन  जाती है। इन समस्याओ से छुटकारा पाने के लिए कई महिलाएं महंगी ब्यूटी क्रीम या ब्यूटी ट्रीटमेंट का सहारा लेती हैं लेकिन हर कोई यह महंगे ट्रीटमेंट अफ़्फोर्ड नहीं कर सकता। ऐसे में यदि पहले ही जरूरत के अनुसार त्वचा की देखभाल की जाए तो एंटी-एजिंग की कई समस्याओं से बचा जा सकता है।

तो आइए इन एंटी-एजिंग टिप्स के बारे में अच्छे से जानते हैं।

ज्‍यादा धूप से बचें

यदि आप धूप में ज्‍यादा समय बिताते हैं तो उसे कम कर दें। सूरज की तेज गर्मी के कारण बहुत जल्‍द त्‍वचा पर झुर्रियां पड़ने लगती हैं। अगर आपका काम ही फील्‍ड का है और आप बाहर जाना अवॉयड नहीं कर सकते तो फिर आप पूरी तरह से खुद को कवर करके ही बाहर जाये। ग्‍लव्‍स, स्कार्फ़, सनग्लासेस आदि पहन कर ही निकलें। चेहरे को स्कार्फ़ और सनग्लासेस से ढक कर रखें जिससे सीधी धूप आपकी त्‍वचा पर न पड़े।

नींद है जरुरी

इस बात को सब जानते है कि नींद हमारे शरीर, दिमाग और त्वचा के लिए कितनी जरूरी है। पूरी नींद लेने से हमारी त्वचा स्वस्थ रहती है। नींद एजिंग को भी रोकती है और आपकी त्वचा जवान लगती है। इसलिए ये जरूरी है कि आप कम से कम 8 से 9 घंटे की नींद लें।

नींद है जरुरी
नींद है जरुरी

करें मॉइश्चराइजर का प्रयोग

एजिंग को रोकने के लिए ये जरूरी है कि आप अपनी स्किन को अच्छे से मॉइश्चराइज करें। अपने चेहरे को धोने के बाद उस पर टोनर लगाएं और फिर अपनी त्वचा पर मॉइश्चराइजर का प्रयोग करें। आजकल बाजार के कई तरह के मॉइश्चराइजर उपलब्ध हैं। आप अपनी त्वचा के अनुसार मॉइश्चराइजर का प्रयोग कर सकते हैं। ये आपकी त्वचा को हाइड्रेट करते है और पोषण भी देते हैं, जिससे आपकी त्वचा जवान रहती है। ध्यान रखें कि मॉइश्चराइजर का प्रयोग रात में भी करें क्योंकि रात में हमारी त्वचा की मरम्मत होती है। ऐसे समय पर मॉइश्चराइजर का प्रयोग त्वचा को पोषण देता है और एजिंग को रोकता है।

खूब पानी पिएं

पानी हमारे शरीर और त्वचा के लिए बहुत जरूरी है। भरपूर मात्रा में पानी ना पीने से आपकी त्वचा शुष्क हो जाती है और चेहरे पर झुर्रियां पड़ जाती है। इसलिए एजिंग रोकने के लिए ये जरूरी है कि आप दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पिएं। इससे आपकी त्वचा चमकदार बनेगी और आप जवान भी लगेंगे।

लें बैलेंसड डायट

बैलेंसड डायट लेने से आपके शरीर को वो सभी पोषक तत्व मिलते हैं जो आपकी त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी होते हैं। ये एजिंग को रोकते है और झुर्रियों को कम करते हैं। इसलिए जरूरी है आप बैलेंस डायट ले और अपनी डाइट में फल और सब्जियों को शामिल करें

एक्सरसाइज भी है जरूरी

एक्सरसाइज हमारे लिए इतनी फायदेमंद है, यह सब भी जानते हैं। एक्सरसाइज हमारे शरीर को चुस्त बनाए सकती है। रिसर्च में यह पाया गया है कि चुस्त लोगों को झुर्रियों और एजिंग की समस्या कम होती है। आप चाहे तो मॉर्निंग में जॉगिंग करने भी जा सकती है। सुबह की ताजी हवा में घूमने और सांस लेने से आपकी त्वचा स्वस्थ रहती है और आपका मूड भी अच्छा हो जाता है।

करें सनस्क्रीन का प्रयोग

सूरज की किरणें वैसे तो हमारे लिए बहुत लाभकारी है क्योंकि इससे हमारे शरीर को विटामिन डी मिलता है। परंतु इनमें अल्ट्रावॉयलेट किरणें भी होती है जो आपकी एजिंग की प्रक्रिया को तेज कर देती है। इससे रिंकल्स और फाइन लाइन्स की समस्या हो जाती है। इससे बचने का तरीका यह है कि आप सनस्क्रीन का प्रयोग करें। सनस्क्रीन अल्ट्रावॉयलेट किरणों को आपकी त्वचा के अंदर जाने से रोकती है।

कंप्यूटर का प्रयोग करें कम

आजकल की डिजिटल दुनिया में सभी काम कंप्यूटर की मदद से किए जा सकते है। परन्तु कंप्यूटर का ज्यादा प्रयोग रिंकल्स की समस्या को जन्म देता है। कंप्यूटर में ब्लू रेज निकलती है जो हमारी स्किन के लिए हानिकारक होती है और एजिंग को बढ़ाती है। इसलिए हो सके तो कंप्यूटर का प्रयोग कम से कम करें।

त्वचा को करें एक्सफोलिएट

हर रोज़ हमारी स्किन पर मृत कोशिकाओं की परत बन जाती है जिससे हमारी स्किन को रूखा और शुष्क दिखती है। अगर ज्यादा समय तक ये स्किन पर जमे रहे तो त्वचा को पोषण नहीं मिल पाता और इससे चेहरे पर झुर्रियां आने लगती है। इसलिए ये जरूरी है कि आप हफ्ते में एक बार अपनी त्वचा को एक्सफोलिएट जरूर करें ताकि आपके स्किन पर से डेड सेल्स की परत हट जाए और आप जवान नजर आएं।

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