क्या हैं रात को दलिया खाने के फायदे-Raat Me Daliya Khane Ke Fayde

दलिया खाने से क्या होता है

दलिया एक पौष्टिक और हल्का भोजन है जिसे रात को खाने के अनेक फायदे होते हैं। यदि आप सोच रहे हैं कि रात को दलिया खाने के फायदे क्या हैं, तो यह लेख आपके लिए है। दलिया न केवल आपके शरीर को पोषण देता है, बल्कि यह आपके पाचन तंत्र, नींद और वजन नियंत्रण में भी सहायक होता है।

दलिया में पाए जाने वाले पोषक तत्व

दलिया में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स और खनिज जैसे कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी होते हैं। 100 ग्राम दलिया में लगभग 83 कैलोरी ऊर्जा होती है।

रात को दलिया खाने के मुख्य फायदे

  1. डायबिटीज़ नियंत्रण में मददगार:

    दलिया में मैग्नीशियम होता है जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है, इसलिए यह डायबिटीज़ के मरीजों के लिए फायदेमंद है।

    मधुमेह
    मधुमेह
  2. पाचन तंत्र को मजबूत बनाए:

    दलिया में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो कब्ज जैसी पाचन समस्याओं को कम करता है।

  3. वजन नियंत्रण में सहायक:

    कम कैलोरी और अधिक फाइबर की वजह से दलिया लंबे समय तक भूख को नियंत्रित करता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।

  4. नींद में सुधार:

    दलिया में पाए जाने वाले मैग्नीशियम और ट्रिप्टोफैन मस्तिष्क को शांति देते हैं, जिससे अच्छी नींद आती है।

  5. दिल की सेहत बनाए:

    दलिया खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, जिससे हृदय रोग का खतरा घटता है।

दलिया खाने के दौरान सावधानियां

अत्यधिक सेवन से गैस या अपच हो सकता है।

  • ग्लूटेन से एलर्जी वाले लोग इसे सावधानी से लें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

क्या रात को दलिया खाना डायबिटीज़ के लिए सही है?

हाँ, यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है और डायबिटीज़ के मरीजों के लिए अच्छा विकल्प है।

रात में दलिया खाने का सबसे अच्छा समय क्या है?

सोने से लगभग 2-3 घंटे पहले हल्का भोजन करना उचित होता है।

निष्कर्ष

रात को दलिया खाने के फायदे अनेक हैं- यह न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। इसे अपनी डाइट में शामिल करें और बेहतर स्वास्थ्य का आनंद लें।

Frequently Asked Questions in Hindi – सामान्य प्रश्न

क्या रात को दलिया खाना चाहिए?

दलिया कम फैट वाला और फाइबर से भरा खाद्य पदार्थ होता है, जो भूख तो अच्छी तरह मिटाता ही है,इसके अलावा ये आपकी कॉन्सटिपेशन और दिल से जुड़ी समस्याओं को भी खत्म करने में मदद करता है। तीन कटोरी लगभग पतला दलिया रात के खाने में पर्याप्त कैलोरी देता है इसे स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाने के लिए आप इसे सीजनल सब्जियों के साथ बनाकर भी खा सकते हैं। अगर आप दलिया रात के खाने में शामिल करते हैं तो ये आपको अच्छी और गहरी नींद भी देता है, इसमें सेराटोनिन हॉर्मोन होता है जो स्ट्रेस को कम करने में मददगार साबित है. ये आपके मूड को बेहतर कर शरीर को भी शांत रखने में मददगार है ।

गेहूं की दलिया खाने से क्या फायदा है?

गेंहू के दलिया के अंदर 68 से 70% तक कार्बोहाइड्रेट, 8 से 24% तक प्रोटीन तथा 1 से 2% वसा होती है। गेहूँ का दलिया गेहूं की रोटी की तुलना मे बहुत अधिक फायदा करता है। क्योंकि हम इसके अंदर गेहूं के दाने को पिसते तो हैं लेकिन उसको आटे की तरह महीन नहीं पीसते हैं। जिसका फायदा यह होता है कि इसके अंदर उच्च मात्रा मे पोषक तत्व बने रहते हैं। गेहूँ के चोकर में लौह, कैल्सियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम आदि खनिज पदार्थ होते हैं। लेकिन हम इसके चोकर को छानकर जानवरों को खिला देते हैं। असल मे गेहूं के दलिया मे हमको पूरा फायदा इसलिए भी मिलता है क्योंकि इसके अंदर गेहूं के छिलका (चोकर ) साथ ही रहता है।

दलिया से वजन कैसे घटाएं?

दलिया नाश्ते के लिए एक स्वस्थ और बेहतरीन विकल्प है, खासकर वजन घटाने के लिए, दलिया काफी पौष्टिक होता है। इसमें आयरन, फोलेट, कॉपर, नियासिन, मैग्नीशियम आदि पोषक तत्व होते हैं। ये फाइबर से भरपूर होता है, इसलिए पेट में ज्यादा जगह घेरता है और आप कम खुद ही मात्रा में डाइट लेते हैं । यह अनाज आपके पेट के स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है और वजन बढ़ने के पीछे एक कारक कब्ज को रोकता है। दलिया में प्रोटीन, फाइबर और विटामिन बी से भरपूर होता है, जो वजन घटाने के लिए महत्वपूर्ण हैं। एक कटोरी वेजिटेबल दलिया खाने से आपको तृप्ति और पौष्टिकता दोनों मिलती हैं। आप दलिया में रागी, बाजरा, गेहूँ और भी अन्य अनाजों से विकल्प तलाश सकते हैं।

क्या दलिया खाने से मोटे होते हैं?

दलिया में कैलोरी की मात्रा बहुत होती है जिससे बॉडी को एनर्जी मिलती है। लेकिन इससे मोटापा नहीं बढ़ता है। रोजाना दलिया खाने से आपको बहुत कम मात्रा में कैलोरी मिलती है। क्योंकि इसमें बहुत अच्छी मात्रा में फ़ाइबर होता है इसलिए कम मात्रा लेने पर ही आपका पेट भर जाता है और साथ ही साथ कब्ज की समस्या नहीं रहती, पाचनतंत्र मजबूत होता है। दलिये के साथ जुडा़ कोई भी कारक ऐसा नहीं है जो वजन बढा़ने की ओर इशारा करता है।

Tomato flu, tomato fever symptoms in hindi-टोमैटो फीवर के कारण, लक्षण और उपचार

टोमैटो फीवर के कारण, लक्षण और उपचार

Tomato flu

कोरोना वायरस महामारी का खौफ अभी तक खत्म नहीं हुआ है. इस बीच एक नई बीमारी का खतरा मंडराने लगा है, और अभी तक की जो भी रिपोर्ट आई हैं उससे ऐसा प्रतीत होता है कि ये टमाटर बुखार छोटे बच्चों के लिए खतरा बना हुआ है। केरल के कई हिस्सों में ये वायरस पाया गया है, बता दें कि वायरस का पता चलने के बाद, इससे पीड़ित सभी लोगों की टेस्टिंग की जा रही है. राज्य में अब तक पाँच साल से कम उम्र के 80 से ज्‍यादा बच्चे इस वायरस से संक्रमित हुए हैं।

एक निवारक कदम के रूप में, आंँगनवाड़ी सुविधाओं को बंद कर दिया गया है, और अधिकारियों ने जागरूकता बढ़ाने के लिए छोटे क्षेत्रों में जागरूकता अभियान शुरू किया है।

टोमैटो फीवर क्या है?

टोमैटो फीवर एक अज्ञात वायरस बुखार है जो केरल में पांच साल से कम उम्र के बच्चों में पाया गया है, और वायरस के संक्रमण से फैलता है, इससे संक्रमित बच्चों को रैशेज और फ़फ़ोले हो जाते हैं, ये रैशेज और फ़फ़ोले आमतौर पर लाल होते हैं। इसलिए इसे टोमैटो फीवर कहा जाता है, बता दें कि अभी तक ये फ्लू केरल के कुछ हिस्सों में ही पाया गया है, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर संक्रमण को रोकने के उपाय नहीं किए गए तो ये वायरस और फैल सकता है।

टोमैटो फीवर के लक्षण

टोमैटो फीवर के मुख्य लक्षण है

  • रेड रैशेज,
  • तेज बुखार
  • छाले,
  • स्किन में जलन
  • डिहाइड्रेशन

इसके अलावा, संक्रमित बच्चों में तेज बुखार, हाथों में दर्द, जोड़ों में सूजन, थकान, पेट में ऐंठन, जी मिचलाना, उल्टी, दस्त, खांसी, छींक और नाक बहना और हाथों के रंग में बदलाव जैसे लक्षण होते हैं.

बुखार
बुखार

क्या टोमेटो फ्लू छूत की बीमारी है?

फ्लू के अन्य मामलों की तरह, टमाटर फ्लू संक्रामक है। आपको जानकर हैरानी होगी कि टमाटर फ्लू एक छूत की बीमारी है जो छूने से फैलती है। इसलिए अगर आपके आस-पास कोई इस बीमारी से पीड़ित है तो उससे दूर रहें और खासकर बच्चों को मरीज के करीब न आने दें। यह गलती आपके बच्चे को भारी पड़ सकती है। अगर आपका बच्चा इस गंभीर बीमारी से ग्रसित हो गया है, तो उसे अलग-थलग रखें और उसके आसपास थोड़ा काम करें। फिलहाल इस लेख को लिखते समय यह राहत की बात है कि टमाटर फ्लू से अब तक किसी की मौत नहीं हुई है।

टोमैटो फीवर होने पर क्या करें?

विशेषज्ञों के पास अभी तक टोमैटो फीवर को लेकर कोई विशेष जानकारी नहीं है इसलिए इसका कोई सटीक कारण और इलाज अभी तक नहीं मिल पाया है। अभी इससे संक्रमित बच्चों का इलाज भी अन्य फ्लू की तरह से ही किया जा रहा है। टोमैटो फीवर के तेज़ी से फैलने के खतरे को देखते हुए सरकार द्वारा सलाह दी गई है कि इसके लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें। इसके अलावा साफ-सफाई का उचित ध्यान रखने, सही डाइट और संक्रमित लोगों से दूरी बनाकर रखने से आप इस स्थिति का शिकार होने से अपने बच्चों को बचा सकते हैं और इस संक्रमण को फैलने से रोक सकते हैं।

इस तरह लें सावधानी…

  • बच्चों में कुछ भी लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर्स से सलाह लें ।
  • बच्चों को ज़्यादा से ज़्यादा पानी और तरल पदार्थों दें।
  • छालों पर खुजली ना करने दें।
  • कमरे का तापमान कम रखें जिससे छालों में जलन से परेशानी ना हो ।
  • बच्चों को कम तला और मसालें का खाना दें,सादा भोजन ही दें ।
  • बच्चों को कम से कम एक हफ्ते का बेड रेस्ट दें
  • कोई भी दवाई देने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें ।
  • बच्चे को आइसोलेट रखें और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें
  • स्वस्थ बच्चों को संक्रमित बच्चों से दूर रखें ।

हमेशा याद रखिए जानकारी है तो बचाव है।

कद्दू के बीज खाने के फायदे है अनेक, जानकर आप भी रह जानेगे हैरान

कद्दू के बीज खाने के फायदे है अनेक, जानकर आप भी रह जानेगे हैरान

कद्दू और कद्दू की सब्जी खाने के फायदे के बारे में तो आप सब जरूर जानते होंगे पर आज हम आपको बताएंगे कि कद्दू के बीज खाने के फायदे क्या होते हैं ?

कद्दू के बीज के हेल्थ से संबंधित इतने फायदे होते हैं कि आप इनको जानकर चौक जाएंगे। कद्दू के बीज में कई सारे मिनरल्स और विटामिन पाए जाते है इतना ही नहीं कद्दू के बीज फाइबर से भरपूर होते है। पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण हमे रोजाना कद्दू के बीज का सेवन करना चाहिए। आइए जानते हैं कि शरीर के लिए कद्दू के बीज खाने के फायदे क्या क्या है।

कद्दू के बीज खाने के फायदे

कद्दू के बीज खाने के फायदे बहुत सारे है। कद्दू के बीज खाने से आप कई प्रकार की बीमारियों से बच सकते है। कद्दू के बीज में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते है। ये पोषक तत्व आपके शरीर को स्वस्थ रखते है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है

कद्दू के बीज खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कद्दू के बीज खाने से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की पर्याप्त मात्रा बानी रहती है जो शरीर को बीमारी से बचाती हैं।

मधुमेह रोग को कम करता है

कद्दू के बीज में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो मधुमेह के रोग को कम करने के लिए कारगर साबित होता है। एक अध्याय के अनुसार अलसी व कद्दू के बीज मधुमेह रोग के इलाज के लिए बहुत लाभदायक होते हैं पर अभी भी इस अध्याय पर शोध करना जरूरी और आवश्यक है।

ह्रदय के लिए लाभदायक है कद्दू के बीज

कद्दू के बीज में मैग्नीशियम, डाइटरी फाइबर जैसे पोषक तत्व अच्छी मात्रा में मिलते है ये पोषक तत्व ह्रदय से संबंधित रोगों को रोकने में कारगर साबित होते हैं। कद्दू के बीजो का तेल महिलाओं में रक्तचाप को कम करने का कार्य करता है। रक्तचाप को कम करने से ह्रदय संबंधित रोगों से बचा जा सकता है।

मोटापे को कम करता है

यदि आप अपने मोटापे से परेशान है और अपने मोटापे को कम करना चाहते हैं तो आपको कद्दू के बीज का सेवन करना चाहिए। कद्दू के बीज में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो मोटापे को कम करता है।

मोटापा कम करने में मदद करे
मोटापा कम करने में मदद करे

अच्छी नींद दिलाने मे लाभदायक

कद्दू के बीज में प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है जो हमारे शरीर की मांसपेशियों को आराम दिलाता है और इससे अनिंद्रा से छुटकारा पाया जा सकता है जिसके कारण हमें अच्छी नींद आती है।

हड्डियों में मजबूती लाने में सहायक

कद्दू के बीजों में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो हमारी हड्डियों को मजबूत बनाता है। कैल्शियम की कमी के कारण हमारे शरीर में ऑस्टियोपोरोसिस नामक रोग होता है जो हमारे शरीर की हड्डियों को कमजोर व नाजुक बना देता है।

प्रोस्टेट ग्रंथि को स्वस्थ रखता है

कद्दू के बीज का सेवन करने से हमारे शरीर में उपस्थित प्रोस्टेट ग्रंथि स्वस्थ रहती है क्योंकि कद्दू के बीच में प्रचुर मात्रा में विटामिन C पाया जाता है जो इसमें होने वाली कैंसर को रोकता है ।

प्रोस्टेट ग्रंथि हमारे शरीर में वीर्य के उत्पादन का काम करती है। ये हमारे लिंग के पास में पाई जाती है जो हमारी उम्र के साथ साथ बड़ी होती जाती है और इसका ज्यादा बड़ा होना हमारे लिए परेशानी पैदा कर सकता है।

तनाव कम करने में सहायक

कद्दू के बीज के सेवन से तनाव को कम किया जा सकता है। कद्दू के बीज में प्रचुर मात्रा में विटामिन C पाया जाता है जो न्यूरोट्रांसमीटर नामक ब्रेन केमिकल का निर्माण करता है। यह केमिकल हमारे ब्रेन की गतिविधियों को सुधारना है ओर हमारे मुंड ओर हमारी नींद को नियंत्रित करता है।

पाचन क्रिया को बढ़ाने में सहायक

कद्दू के बीच में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो पाचन क्रिया को बढ़ाता है और साथ ही फाइबर कब्ज जैसी गंभीर बीमारियों से छुटकारा दिलाता है।

आंखों के लिए लाभदायक

कद्दू के बीजों में प्रचुर मात्रा में विटामिन A पाया जाता है जो हमारी आंखों के लिए बहुत लाभदायक होता है। कद्दू के बीज का नियमित रूप से सेवन करने से हम अपनी आंखो की रोशनी को बढ़ा सकते हैं।

रक्तचाप को कम करने में सहायक

कद्दू के बीज में प्रचुर मात्रा में एंटी हाईपरटेंसिव नामक तत्व पाया जाता है जो हमारे शरीर में जाकर हमारे शरीर के रक्तचाप को कम करने का कार्य करता है।

ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में सहायक

कद्दू के बीजों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर पर होने वाली स्तन कैंसर या ब्रेस्ट कैंसर के प्रभाव को कम करता है।

एनीमिया के प्रभाव को कम करने में सहायक

कद्दू के बीच में प्रचुर मात्रा में आयरन और फोलेट पाया जाता है जो हमारे शरीर में एनीमिया नामक बीमारी के प्रभाव को कम करता है। आयरन और फोलेट की कमी के कारण हमारे शरीर में एनीमिया नामक बीमारी होती है जो हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को कम कर देता है।

तो यह सब कद्दू के बीज के फायदे होते हैं यदि आपके मन में कद्दू से संबंधित कोई भी सवाल है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं |
हम आपके सवाल का जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयास करेंगे ।

इस जानकारी को अपने दोस्तों और अपनी सोशल मीडिया पर जरूर से शेयर करें ताकि आपके दोस्तों को भी कद्दू के बीज के फायदे के बारे में पता चल सके।

Menstrual leave-क्या है भारतीय नियम और पॉलिसी

Menstrual leave-क्या है भारतीय नियम और पॉलिसी

सभी जानते हैं कि महिलाओं को पीरियड के दौरान पहले तीन दिन काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, पूरे विश्व की महिलाओं पर अगर सर्वे कर लिया जाये तो अमूमन यही बात निकलकर सामने आयेगी कि इस दौरान उनकी कार्यक्षमता घट जाती है और शारिरिक परेशानियों के चलते वे चिडचिडी़ भी हो जाती हैं।

हमारे समाज में इसपर खुलकर बात नहीं होती, क्योंकि इसे टैबू की तरह देखा गया है। हालत बयां करने का रास्ता नहीं दिखने और चुपचाप बैठकर पीड़ा सहन करने के चक्कर में कई बार महिलाओं की तबीयत काफी बिगड़ जाती है।

कामकाजी महिलायें इस दौरान छुट्टी भी ले लेती हैं लेकिन उसमें उनका वेतन कटता है इसलिए ये बात सामने आयी कि महिलाओं को पीरियड के दौरान छुट्टी दी जाए।

पीरियड
पीरियड

पीरियड के दौरान औरतों को दर्द का सामना करना पड़ता है। यह दर्द उनकी लाइफ को काफी प्रभावित करता है। स्पेन पहला पश्चिमी देश बनने जा रहा है, जो मासिक धर्म के पेन के कारण महिलाओं को मेंस्ट्रुअल लीव देगा। यह छुट्टी हर महीने 3 दिन की हो सकती है।

पिछले दिनों हमारे देश में ये बातें तब शुरू हुई , जब कुछ कंपनियों ने अपनी महिला कर्मचारियों को ये सुविधा देने की घोषणा की, तब तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं सोशल मीडिया पर इस समबन्ध में आई, कुछ लोंगों ने तो इसे बराबरी में खतरे की तरह देखा।

बोलूं या न बोलूं। महिलाएं इस संकोच में चुप रह गईं , लेकिन दीपिंदर गोयल ने परवाह किए बिना पूछ डाला, ‘महीने में कितने दिन आपको पीरियड्स के दर्द की वजह से ऑफिस से छुट्टी करनी पड़ती है?’

देश के बड़े फूड डिलिवरी ऐप ज़ोमैटो के फाउंडर और चीफ एग्ज़िक्यूटिव ऑफिसर गोयल ने यह सवाल अपने चार हज़ार कर्मचारियों के सामने रखा। फिर बेबाकी से कंपनी में काम कर रहीं महिलाओं और ट्रांसजेंडर को साल में 10 छुट्टी देने का ऐलान कर दिया। ज़ोमैटो का यह फैसला तुरंत चर्चा का विषय बन गया और लौट आई वर्षों से चल रही बहस।

पीरियड के लिए अलग से छुट्टी देना कितना जायज़ है?

इसका विरोध करने वालों में सबसे आगे नाम आता है जानी-मानी पत्रकार बरखा दत्त का। उनका मानना है कि इस तरह की पॉलिसी महिलाओं के साथ भेदभाव का ज़रिया बनेगी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘इससे महिलाओं की सेना में भर्ती होने, फाइटर जेट उड़ाने, वॉर रिपोर्टिंग करने, स्पेस में जाने जैसी इच्छाएं और बड़ी ज़िम्मेदारियों के मौके मारे जाएंगे।’ इससे पहले 2017 में भी उन्होंने पीरियड लीव के ख़िलाफ कई ट्वीट्स के ज़रिए पक्ष रखा था।

बरखा के ट्वीट का कई महिलाओं-पुरुषों ने समर्थन किया, तो बढ़-चढ़कर विरोध भी हुआ। महिलाओं के हक़ में आवाज़ उठाने वाली एक्टिविस्ट रितुपर्णा चटर्जी ने लिखा, ‘पीरियड का अनुभव सबके लिए एक-सा नहीं होता। जो वर्षों से इसके भयंकर दर्द से गुज़र रही हैं, उनका उसपर बस नहीं। उन्हें लीव का अधिकार मिलना चाहिए। छुट्टी करें या न करें, यह उनका फैसला है।’

यूँ तो महिलाओं के कल्याण के लिए बहुत सारे बिल समय समय पर सरकार की ओर से पास होते रहे हैं,लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी “मेंसुरेशन बेनेफिट बिल 2017′” अरुणाचल प्रदेश के एक कांग्रेसी सांसद निनॉन्ग इरिंग ने 2017 में सदन में पेश किया । इस बिल में पीरियड्स के दौरान प्राइवेट और सरकारी दोनों क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं को 2 दिनों की छुट्टी देने का प्रावधान था, इसके अलावा पीरियड्स के दौरान ऑफिस में महिलाओं के आराम करने की व्यवस्था करने की बात भी शामिल थी।
इस बिल को 2017 के आखिर में आम सहमति मिली और 2018 में वो संसद में पास हो गया।

हर महीने होने वाले पीरियड महिलाओं के लिए कई तरह की परेशानियां साथ लेकर आते हैं। कइयों के लिए इसका दर्द असहनीय होता है। पेट में एक अजीब ऐंठन। कमर जाम हो जाना। पैरों में फटन। कमज़ोरी और कभी-कभी तो उल्टी-बेहोशी तक नौबत पहुंच जाती है।

स्पैनिश गायनोकोलॉजी एंड ऑब्सटेट्रिक्स सोसाइटी का कहना है कि एक तिहाई महिलाएं अपने पीरियड्स के दौरान गंभीर दर्द से पीड़ित होती हैं। लक्षणों में तेज पेट दर्द, सिरदर्द, दस्त और बुखार शामिल हैं। कई महिलाओं को मासिक धर्म से पहले भी पेन होता है।

हम एक ऐसे देश में रहते हैं , जहां पीरियड्स को एक टैबू माना जाता है। यहां लड़कियों को शुरू से ही पीरियड्स पर खुलकर बात करने की इजाजत नहीं है। लेकिन हमें सोशल मीडिया का शुक्रगुजार होना चाहिए कि लोग अब इस मुद्दे पर चर्चा करने लगे हैं। यहां तक कि कई देशों ने तो वुमेन एम्प्लॉयीज के लिए पीरियड लीव भी देनी शुरू कर दी है। अच्छी बात ये है कि इनकी देखा-देखी Swiggy, Goozop, Byjus जैसी भारत की कुछ कंपनियों ने भी अपनी फीमेल एम्प्लॉयीज को पीरियड के दौरान एक या दो दिन की छुट्टी देने का सिस्टम बनाया हुआ है। अमेरिकन अकेडमी ऑफ फैमिली फिजिशियन के अनुसार, पीरियड में दर्द होना आम है। पांच में से लगभग एक महिला को इतनी तेज दर्द होता है कि उसकी रोजाना गतिविधियां भी बाधित हो जाती हैं।

तो आइए जानते हैं उन देशों के बारे में, जो महिलाओं को पीरियड लीव देते हैं, स्पेन के अलावा अन्य कईं देशों में ये प्रावाधान है, जापान, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया और जाम्बिया राष्ट्रीय स्तर पर मासिक धर्म की छुट्टी की पेशकश करते हैं। संयुक्त राज्य में कुछ कंपनियां मासिक धर्म अवकाश प्रदान करती हैं।

आँखों में जलन होना-क्यों होती है आँखों में जलन, जलन के कारण और उपाय

आँखों में जलन होना-क्यों होती है आँखों में जलन, जलन के कारण और उपाय

आँखों में जलन होना यह कोई ख़ास बीमारी नहीं है। लम्बे समय तक रात में काम करने के कारण या लगातार रातो में पढ़ने के कारण हमारी आँखे थक जाती हैं। आँखों में जलन होने लगती है। इस कारण आंखों का लाल होना, आँखों में जलन होना, देखने में परेशानी, आंखों में रूखापन , आँखों में बार बार पानी आना, धुंधला और नजर ना दिखाई देना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आंखों की जलन और थकावट आपके रोज़ाना और सुखमये जीवन को प्रभावित करती है और आपके जीवन को दुःखमये बनाती है। 

अगर आपकी आँखों में जलन या खुजली लम्बे समय से है तो आप तुरंत ही अपने डॉक्टर को दिखाए। क्योकि लम्बे समय से आँखों में जलन पड़ने के पीछे कोई ख़ास बीमारी का भी हाथ हो सकता है। आँखों के ज्यादातर रोग प्रदूषण के कारण होते है उन्ही में से आँखों में जलन पड़ना ये बीमारी भी प्रदूषण के कारण होती है। भारत जैसे बड़े देश में वायु प्रदुषण किसी महामारी या खतरनाक बीमारी से कम नहीं है । अब तक प्रदूषण के कारण लाखो लोगो ने अपनी जान गवाई है भारत के कुछ बड़े इलाको में प्रदूषण का खतरा बहुत बना रहता है जहा पर लोगो को सांस लेने में भी तकलीफ होती है।

आगे बढ़ने से पहले जानना बहुत ही जरुरी है की आँखों में जलन या खुजली होने के क्या क्या कारण होते है तो चलिए सबसे पहले जानते है की आँखों में दर्द होने के क्या कारण होते है उसके बाद हम लोग आँखों में दर्द से बचने के घरेलु उपायों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे । आँखों में जलन पड़ने के बहुत से कारण होते है जैसे :- 

आँखों में जलन पड़ने के कारण 

  • लम्बे समय तक रातो में कंप्यूटर मोबाइल या टीवी के सामने बैठे रहने से भी आँखों में जलन होने लगती है।
  • हमारे आसपास का प्रदूषण भी हमारे लिए और हमारी आँखों के लिए बहुत हानिकारक है गंदे प्रदूषण की वजह से भी आँखों में जलन होने लगती है।
  • जयादा थकान भी आँखों के लिए हानिकारक होती है आपकी आँखों में जलन तब पड़ सकती है जब आप ज्यादा थके हुए हो या तनाव में हो।
  • हमारी आँखों में जलन का प्रमुख कारण नींद की कमी से भी होता है अगर आप नींद पूरी नहीं लेते है तो आपकी आँखों में जलन पद सकती है डॉक्टर्स के हिसाब से आपको 8 घंटे की नींद अवस्य ही लेनी चाहिए ।

आँखों में जलन को रोकने के कुछ उपाय 

खीरा 

हमने आँखों की जलन मिटाने और आँखों की थकावट से छुटकारा पाने में खीरे का भी बहुत नाम है, 400;”>आपको खीरो को छीलकर उसके कुछ टुकड़े बना लेने है और सोते समय या फ्री टाइम आपको आँखों के ऊपर खीरे के 2 टुकड़े रखकर सो जाना है ऐसा करने से आपकी आँखों में जलन की समस्या से आपको आराम मिल जायेगा क्योकि खीरा आँखों को ठंडक पहुँचता है और थकन को दूर भगाता है।

खीरा
खीरा

आँखों के लिए व्यायाम 

व्यायाम करने से भी आँखों की जलन और थकावट दूर हो जाती है इसलिए आपको प्रतिदिन उठकर सुबह में व्यायाम करना है आप जिम भी जा सकते है जो लोग ज़्यादा बूढ़े है वो वाक या दौड़ भी लगा सकते है ।

कच्चा आलू 

आप आँखों में थकान और जलन पड़ने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए कच्चे आलू का भी इस्तेमाल कर सकते हो। ये आँखों से जलन दूर करने के लिए रामबाण इलाज के नाम से जाना जाता है,

आपको कच्चे आलू को स्लाइस में काटकर फ्रीज में ठंडा होने के लिए रख देंना है । जब ये ठंडा हो जाये तो अपनी आँखों पर रखकर इसको लेट जाए ।आपको जल्द ही इसके इस्तेमाल से फायदा होगा।

एलोवेरा 

एलोवेरा एक बहुत ही गुणकारी और फायदेमंद औषधि के रूप में जाना जाता हैं, और अब तो एलोवेरा का उपयोग लगभग सब त्वचा के प्रोडक्ट्स के लिए होता है। एलोवेरा में एंटीमाइक्रोबायल और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं।

जो कि आपकी आँखों की जलन , दर्द और थकावट से आँखों को राहत पहुंचने में मदद करते हैं। आपको 1 चम्मच एलोवेरा जेल को 2 चम्मच पानी में मिक्स करके आँखों को बंद करके पलकों पर 5 मिनट तक लगाना है, ऐसा करने से आपको आँखों में जलन पड़ने की समस्या से तुरंत ही राहत मिलेगी।

गुलाब जल 

गुलाब जल का उपयोग भी आँखों में जलन से बचने के लिए ही होता है। क्योकि गुलाबजल हमारी आँखों से धुल मिटटी के कणो को दूर करता है।

जानिए क्या है काजू खाने का तरीका, काजू खाने के फायदे और नुकसान

जानिए क्या है काजू खाने का तरीका, काजू खाने के फायदे और नुकसान

हेल्लो फ्रेंड्स आज की पोस्ट में आज जानेंगे काजू खाने के फायदे क्या है? काजू खाने के नुकसान क्या है? और काजू का उपयोग कैसे करते है? इसकी पूरी जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिलेगी। काजू एक प्रकार का ड्राई फ्रूट्स होता है। इसका उपयोग भारत के अलग अलग जगहों पर अलग अलग तरीको में किया जाता है। काजू का उपयोग मीठे पकवान बनाने में व मसालेदार व्यंजको के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है। काजू स्वादिष्ट होने के साथ साथ ये हमारे शरीर के लिए भी बहुत फायदेमंद होते है, और इसीलिए आज हम काजू खाने के फायदे और नुकसान के बार में जानेगे।

काजू खाने का तरीका-Kaju Khane Ka Tarika

  • आप काजू को स्वाद और सहेत के लिए बहुत सारे तरीको से उपयोग में ले सकते हो। काजू का उपयोग कतली जैसी मिठाइयो को स्वादिष्ट बनाने में किया जाता है ।
  • आप काजू को किसी भी समय ऐसे ही खा सकते हो बिना किसी चीज में मिलाए।
  • आप काजू और बादाम दोनों को साथ में पीसकर उनमे थोडा सा नमक मिलाकर के खा सकते हो, इसका स्वाद स्नैक्स के जैसा होगा।
  • काजू का उपयोग कुछ खास प्रकार की सब्जियों को बनाने में भी किया जाता है। काजू का उपयोग खीर व हलवे को स्वादिष्ट बनाने व डेकोरेशन के लिए भी उपयोग में लिया जाता है ।
    काजू
    काजू

काजू खाने के फायदे-Kaju Khane Ke Fayde

यदि आप कुछ निश्चित मात्रा में काजू को खाते हो तो आपको ये सब फायदे मिलते है ।

  • काजू को सामान्य तौर पर नट्स की श्रेणी में रखा जाता है, इसके अंदर बायोएक्टिव मैक्रोन्यूट्रिएंट्स नामक तत्व पाया जाता है। जो हमारे शरीर में ह्रदय को स्वस्थ रखने का काम करता है।
  • काजू के अर्क के अंदर एनाकार्डिक एसिड नामक तत्व पाया जाता है। ये तत्व हमारे शारीर में कैंसर को फेलने से रोकता है, और साथ ही कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ने में भी मदद करता है ।
  • वैज्ञानिको के एक शोध के हिसाब से यदि आप काजू खाते हो तो इससे आपके शरीर में सप्लीमेंट सिस्टोलिक नामक तत्व बनता है। जो रक्तचाप (BP) को कम करने में मदद करता है। लेकिन इस पर आभी भी और शोध करने की जरूरत है।
  • काजू में मैग्नीशियम और कैल्शियम बहुत मात्रा में पाया जाता है ये हमारी हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। मैग्नीशियम और कैल्शियम हमारे शरीर में हड्डियों का विकाश करने व उनको मजबूत बनाने में मदद करता है ।
  • काजू के अंदर प्रचुर मत्रा में फाइबर पाया जाता है। जो हमरे वजन को कण्ट्रोल करने में बहुत मदद करता है। फाइबर हमारे पेट को पूरी तरह से भरा रखता है। जिसके कारण हम ज्यादा खाना नहीं खाते है और हम अपने वजन को बढ़ने से रोक सकते है ।
  • काजू के अंदर बहुत सारे ऐसे तत्व पाए जाते है। जो हमारे शारीर में जाकर रक्त में उपलब्ध ग्लूकोज को स्टैबलाइज में करने में मदद करता है, जिसके कारण से डायबिटीज की समस्या दूर हो सकती है ।
  • काजू के अंदर प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है। जो हमारे शरिर में लाल रक्त कोशिकाओ के निर्माण में बढ़ोतरी करता है, जिनकी मदद से हमारे शरीर में ओक्सीजन आसानी से और सब जगह पहुच जाती है, और साथ ही आयरन एनीमिया जैसी रक्त बीमारियों को भी दूर करने में सहायता प्रदान करता है।

काजू खाने के नुकसान-Kaju Khane Ke Nuksan

जैसा की आपको पता ही होगा की जिस चीज के जितने ज्यादा फायदे होते है उसके उतने ही नुकसान भी होते है, तो ऐसे किसी भी चीज का सेवन एक निश्चित सीमा तक ही करना अच्छा रहेता है, यदि आप काजू खाते है तो आपको ये सब नुकसान होते है।

काजू के अंदर सोडियम पाया जाता है ऐसे में यदि आप बहुत ज्यादा मात्र में काजू को खाते हो तो इससे आपके शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाएगी, जिसके कारण आपको रक्तचाप और स्ट्रोक आदि ह्रदय सम्बन्धित बीमारिया हो सकती है और साथ ज्यादा काजू खाने से आपकी किडनी पर भी गलत प्रभाव पड़ता है । काजू में बहुत ज्यादा मात्रा में कैलोरी पाई जाती है, तो ऐसे में यदि आप बहुत ज्यादा मात्रा में काजू खाते हो तो इससे आपका वजन बढ़ सकता है ।

काजू के अंदर बहुत ज्यादा मात्रा में फाइबर पाया जाता है, ऐसे में यदि आप ज्यादा मात्रा में काजू को खाते हो तो, आपके शरीर में फाइबर की मात्रा बढ़ जाएगी और आपके पेट में सूजन और गैस जैसी बीमारियाँ उत्पन्न हो सकती है ।

काजू के अंदर बहुत ज्यादा मात्रा में पोटेशियम जाता है, ऐसे में यदि आप ज्यादा काजू को खाते हो तो आपके शरीर में पोटैशियम की मात्रा बढ़ जाती है जिसके कारण आपका दिल धडकना अचानक से बंद हो सकता है और साथ ही कमजोरी आना व किडनी का ख़राब हो जाना जैसी बीमारियाँ शुरू हो सकती है ।

आपने क्या सीखा काजू के बारे में

हम उम्मीद करते है की काजू खाने के फायदे क्या है? काजू खाने के नुकसान क्या है? और काजू का उपयोग कैसे करते है? इसकी पूरी जानकारी आपको मिल गई होगी, यदि आपका इससे सम्बन्धित कोई भी सवाल है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हो हमे आपके सवाल का जल्द से जल्द जवाब देने का प्रयास करेंगे ।

तो दोस्तों अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है, तो प्लीज इस जानकारी को अपने दोस्तों व अपनी सोशल मीडिया पर जरुर से शेयर करे ताकि आपके दोस्तों को भी इसकी जानकारी मिल सके।

जानिये क्या है प्याज के तेल के फायदे इन हिंदी

प्याज के तेल के फायदे

प्याज का नाम पर हमारे दिमाग में यही छवि आती है कि प्याज से रोना आता है। प्याज में मौजूद सल्फर नामक तत्व आंखों में आने वाले आंसू का कारण होता है। लोग यह भी जानते हैं कि प्याज हमारे शरीर, त्वचा और बालों के लिए कितना लाभकारी है। प्याज यूं तो रसोई में हर रोज इस्तेमाल होने वाली एक आम सब्जी है। सब्जी का स्वाद प्याज के बिना अधूरा है। यह आम सा दिखने वाला प्याज हमारे लिए बहुत ही लाभकारी होता है। प्याज को कई समस्याओं का निजात पाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। प्याज जितना हमारे लिए लाभकारी है, उतना ही लाभकारी हमारे लिए प्याज का तेल भी है। बहुत कम लोग ही प्याज के तेल की गुणवत्ता के बारे में जानते हैं। तो आइए देखते हैं कि प्याज का तेल हमारे शरीर के लिए किस तरह से फायदेमंद है ।

क्या है प्याज का तेल

प्याज के पौधे के कई हिस्सों का प्रयोग हम अपने खाने में रोजमर्रा में करते हैं। प्याज के बीजों का प्रयोग प्याज का तेल बनाने में किया जाता है। प्याज के तेल का प्रयोग खाना बनाने में भी किया जाता है। प्याज के तेल के अंदर कई ऐसे घटक जाते हैं, जो प्याज के तेल को प्याज से भी ज्यादा लाभकारी बनाने में मदद करते हैं।

प्याज के तेल में पाए जाने वाले गुण

प्याज का तेल बहुत ही गुणकारी है। प्याज के तेल में बहुत अधिक सल्फर पाया जाता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन सी और ई की भी प्रचुरता होती है। इसमें एंटी सेप्टिक, एंटी बैक्टेरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं। ये गुण आपकी त्वचा को कील मुहांसों से दूर रखते है और आपको कई बीमारियों से भी बचाते है। यह आपकी पाचन शक्ति को बढ़ाता है। इससे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) मजबूत होती है और आपके शरीर को रोगों से लड़ने में मदद मिलती है। यह आपके शरीर के घाव को जल्दी ही ठीक करने में मदद करता है।

Benefits Of Onion Oil

बुखार को रखें दूर

प्याज का तेल आपको बुखार से दूर रखने में काफी मदद करता है। प्याज के तेल से खासी और जुकाम से भी आराम मिलता है। इस तेल से बुखार में शरीर में होने वाले दर्द से भी छुटकारा मिलता है। आप निम्नलिखित तरीके से इसका प्रयोग कर सकते हैं ।

सामग्री
1 चम्मच शहद
कुछ बूंदे प्याज का तेल
विधि
शहद और प्याज के तेल को मिला कर इसका सेवन करें। इसका सेवन दिन में 3 से 4 बार करे। इससे आपका बुखार जल्द ही ठीक हो जाएगा और शरीर के दर्द में भी आराम मिलेगा।

रोकें बालों का झड़ना

प्याज के तेल से बालों की कई समस्याओं का समाधान पाया जा सकता है। यह बालों को झड़ने से रोकता है और बालों को मजबूत बनाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व आपके बालों को पोषण देते हैं। इसके लिए आप प्याज के तेल को नारियल के तेल या सरसों के तेल में मिलाएं। फिर इसे अपने बालों पर लगा ले। 30 मिनट तक इसे अपने बालों में लगाएं रखें। इसके बाद अपने बालों को शैंपू से धो लें।

बालों के झड़ना
बालों के झड़ना

पाएं जुओं से छुटकारा

प्याज का तेल आपको जूओं से भी छुटकारा दिला सकता है। प्याज का तेल जूओं और जूओं के अंडों (लीखों) को खत्म कर देता है। इसके लिए मेथी के बीजों को पीस लें। इसमें प्याज का तेल मिला लें और इसका पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को बालों की जड़ों में लगा लें। 20 मिनट बाद बालों को धो लें।

मुहांसों को करे दूर

प्याज का तेल मुहांसों को खत्म करने में मदद करता है। प्याज के तेल में पाए जाने वाले एंटी बैक्टेरियल गुण मुहांसों को बढ़ने से रोकते है और आपकी त्वचा को खूबसूरत बनाते हैं। इसे इस्तेमाल करने के लिए आप प्याज के तेल को दही के मिला लें और इसे अपने चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट बाद अपने चेहरे को पानी से धो लें।

पाचन का रखें ख्याल

प्याज का तेल आपके पाचन को सही बनाए रखता है। प्याज आपके पाचन प्रणाली को मजबूती देता है। हर रोज़ प्याज का सेवन करने से आपकी आंते स्वस्थ रहती है। प्याज आंतों में मौजूद बीमारी युक्त सूक्ष्म जीव अर्थात परजीवियों को मार देता है, जिससे बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। ये आपके खाने को आसानी से पचाने में मदद करता है।

मधुमेह के रोगियों के लिए उपयोगी

प्याज का तेल मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत अच्छा है। प्याज का तेल आपके शरीर में मौजूद शर्करा की मात्रा को नियंत्रण में रखता है। इसमें मौजूद पोषक तत्त्व आपके शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाता है जो शुगर लेवल को नियंत्रित करता है और उसे बढ़ने से रोकता है।

दर्द में प्याज दे राहत

प्याज का तेल से दर्द में राहत मिलती हैं। अगर आपके सिर में दर्द है तो ऐसे में आप प्याज के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। बस प्याज के तेल की कुछ बूंदें नारियल या जैतून के तेल में मिलाएं। अब इस तेल से अपने सिर की मालिश करें। इससे जल्द ही आपको दर्द से आराम मिलेगा।

सरदर्द
सरदर्द

घाव का करें इलाज

प्याज का तेल घाव का भी बहुत जल्दी इलाज कर देता है। प्याज के तेल में एंटी सेप्टिक गुण पाए जाते है, जो घाव को जल्दी भर देते है और उन्हें ठीक कर देते है। आप प्याज के तेल में थोड़ा पानी मिलाकर इसे अपने घाव पर लगा लें। इससे आपका घाव जल्दी ठीक हो जाएगा।

त्वचा संबंधी समस्याओं को करें दूर

प्याज के तेल से आप अन्य त्वचा संबंधी रोग जैसे खुजली, जले का निशान, दाग आदि से भी निजात पा सकते है। प्याज में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण आपको इन समस्याओं से निजात पाने में मदद करते है और साथ ही आपकी स्किन को स्वस्थ बनाते है। आप प्याज के तेल को नारियल के तेल में मिलाकर प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं और उसे स्वस्थ बना सकते है।

रंग को निखारे

प्याज का तेल त्वचा के रंग को निखारने में भी मदद करता है। आपकी त्वचा को हाइड्रेट करता है और उसे पोषण भी देता है।

सामग्री
1 चम्मच बेसन
1 चम्मच दही
कुछ बूंदे प्याज का तेल
प्रयोग की विधि
सभी सामग्री को आपस में अच्छे से मिला कर पैक बना ले। अब इस फेस पैक को चेहरे पर लगा ले। 15 मिनट बाद जब ये सुख जाए तो इसे ठंडे पानी की सहायता से धो ले।

प्याज के तेल के प्रयोग से पहले बरते कुछ सावधानियां

प्याज के तेल के प्रयोग से पहले कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए जो है।

• प्याज का तेल बहुत ही स्ट्रॉन्ग होता है। इसलिए प्याज के तेल का ऐसे ही प्रयोग ना करें। इसे किसी चीज़ में मिलाकर ही प्रयोग करें अगर आप प्याज के तेल का प्रयोग ऐसे ही करते हैं तो आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जैसे अगर आप इसे ऐसे ही अपने सिर पर लगा लेते है तो आपकी सिर की त्वचा जल सकती है और आपको दानों की समस्या हो सकती है।

• प्याज के तेल का प्रयोग डॉक्टर से सलाह लेकर ही करें। ऐसा इसलिए क्योंकि डॉक्टर आपको यह बता सकता है कि आपको इसका इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं।

आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाये-Ankho Ki Roshni Kaise Badhaye

आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाये

हमारी आंख हमारे शरीर की सबसे जरूरी और बेसिक अंग है। हम अपनी आँखों के बिना कोई काम नही कर सकते है। पर हम में से बहुत लोगो की आँखों की रोशनी कम हो गई और बहुत से लोगो को तो चश्मा भी लग गया है

यदि आपको भी यह समस्या है की आपके आँखों की रोशनी कम हो रही है, तो हमारे साथ बने रहे। हम आपको इस आर्टिकल में ऐसे 3 तरीके बताएंगे जिनसे आप अपनी आंखों की रोशनी को बढ़ा पाओगे

आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाये | Ankho Ki Roshni Kaise Badhaye

यहाँ आपको ऐसे तीन तरीके बताये जायेंगे है जिनकी मदद से आप अपनी आखो की रोशनी को बढ़ा सकते है यदि आप इन तरीको को रोजाना सही से Follow करोगे तो आपको कुछ सप्ताहों में ही Result दिखने लग जाएगा 

मोमबत्ती से आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाए?  

आपने इस तरीके के बारे में कभी ने कभी जरूर से सुना होगा आपकी आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए ये सबसे बढ़िया तरीका है

इस तरीके में सबसे पहले आपको एक मोमबती लेनी है ओर उसको जलाकर रख देना है

फिर उस मोमबती से 1.5 से 2 फिट की दूरी पर बैठ जाना है ओर उस मोमबती के प्रकाश यानी उसके जलते हुए भाग को ध्यान पुर्वक देखना है ओर पलक नही झपकना है

ये काम आपको तब तक करना है जब तक की आपकी आंख से पानी ने आ जाए, ये काम आपको रोजाना एक बार करना है ओर आपको इसका Result दिखने लग जाएगा

आंख
आंख

पेंसिल व अपने हाथ की अंगुली से आँखों की रोशनी कैसे बढ़ाये? 

हा, आप एक पेंसिल से भी अपनी आखो की देखने की शक्ति को काफी हद तक बढा सकते है। आपने देखा होगा की जब भी हम डॉक्टर के पास आंखों के इलाज के लिए जाते है तो वो हमे ऐसा करने के लिए जरूर कहता है

  • इस तरीके में आपको सबसे पहले एक पेंसिल लेना होता है ओर फिर उसको अपनी आंख से थोड़ी ही दूर रखना है  
  • फिर आपना पूरा ध्यान उस पेंसिल की नोक पर रखना है ओर उसको देखते रहना है बिना पलक झपकाए 
  • ओर फिर धीरे धीरे उस पेंसिल को अपनी आंख के पास में लाना है जब तक आप उस पेंसिल की साफ साफ देख सको 
  • ऐसा आपको हर रोज सुबह उठ कर करना है ओर इससे आपकी पास देखने की शक्ति बढ़ेगी
  • अपनी आंख की दूर देखने की शक्ति को बढ़ाने के लिए आपको अपने हाथ की एक अंगुली को ध्यान पूर्वक देखना है ओर फिर किसी दूर पड़ी चीज को देखना है
  • ऐसा आपको हर रोज सुबह उठकर 2 से 3 मिनिट तक करना है ओर कुछ ही सप्ताह बाद आपको इसका Result भी दिखने लगेगा

आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?

हमारा खान पान हमारी आंखों को बहुत ज्यादा प्रभाव करता है क्योंकि इससे ही हमे ऊर्जा मिलती है जिससे आंखों में रक्त और विटामिन का प्रवाह अच्छे से होता है

नोट – यदि आपके शरीर में आंखों की रोशनी आपके माता पिता के जीन से आयी है तो ये तरीका उतना कारगर नही होता है पर काफी हद तक आपकी आंखों की रोशनी पहले से बेहतर हो जाएगी 

यदि आपके परिवार में किसी की भी आँखे कमजोर है तो आपको ज्यादा से ज्यादा ऐसे फलो व सब्जियों को खाना है जिनसे ACE मिलता हो। ACE का मतलब होता है विटामिन A, C ओर E. 

ये तीन विटामिन है जो आपकी आखो की रोशनी को बढ़ाने में प्रभावित करते है। इसलिए आपको ज्यादा से ज्यादा इन विटामिन को खाना चाहिए जिससे आपके आँखों की रोशनी में बढ़ोतरी हो

इन सभी फलो और सब्जियों में आपको ACE मिलता है

विटामिन A के स्रोत

cod liver oil, गाजर, चकुंदर आदि में काफी ज्यादा मात्रा में विटामिन A होता है। cod liver oil की छोटी छोटी गोलिया भी आती है जिनमे विटामिन A होता है

विटामिन C के स्रोत

जितने भी सिट्रस फल होते है उन सब में विटामिन C पाया जाता है जैसे संतरा, मोशम्बी, आंवला आदि।

विटामिन E के स्रोत

जितने भी Dry Fruits होते है जैसे मेवा, मूंगफली, तिल और बादाम आदि इन सभी में काफी ज्यादा मात्रा में विटामिन E होता है।

इसके साथ साथ आपको लहसुन ओर प्याज को खाना चाहिए है क्योंकि इनमे सल्फर काफी अधिक मात्रा में होता है जो हमारी आँख के लिए बहुत जरूरी होता है

ये सब तरीके है जिनकी मदद से आप अपनी आंखों की रोशनी को बहुत ही आसानी से बढ़ा सकते है, यदि आपको आंखों की रोशनी कैसे बढ़ाये से सम्बन्धित कोई भी सवाल है तो आप हमे Comment के माध्यम से पूछ सकते हो।

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डार्क सर्कल्स से छुटकारा पाने के उपाय | Dark Circle Khatam Karne Ka Tarika

डार्क सर्कल्स से छुटकारा पाने के उपाय

आजकल की जिंदगी में छोटे छोटे बच्चे भी इतना ब्यस्त है कि वो अपनी रोज़ाना की की दिनचर्या पर ध्यान नहीं दे पा रहे है। सही रहन-सहन और सही खान-पान ना मिल पाने के कारण हमारे शरीर को उचित पोषण नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते लोगो की आँखों के नीचे डार्क सर्कल्स जिनको हम लोग अपनी भाषा में काले घेरे बोलते है। आज के समय में बाजार में कई ऐसे रासायनिक उत्पाद मौजूद हैं जो डार्क सर्कल खत्म करने का दावा करते हैं और नकली प्रोडक्ट्स का व्यापर करते है, तो आपको उनके झांसे में नहीं पड़ना है। आपको बढ़िया कंपनी का प्रोडक्ट ही प्रयोग  करना है। आजकल हर कोई डार्क सर्कल की समस्या से परेशान है फिर चाहे वो लड़के हो या फिर लड़कियां हों या फिर महिला-पुरुष। आखिर क्यों होते हैं डार्क सर्कल,आँखों के नीचे काले घेरे इनकी वजह क्या है।

कई बार ऐसा होता है की हम ज्यादा टाइम तक सोते रहते है तो हमारे ज्यादा सोने की वजह से डार्क सर्कल्स होने लगते है बैसे तो डार्क सर्कल्स होने के बहुत से कारण होते है तो चलिए सबसे पहले जान लेते है की डार्क सर्कल्स यानी काले घेरे का आँखों के निचे होने के क्या क्या क्या कारण है और आप इसको अपनी आँखों से कैसे मिटा सकते हो, तो चलिए सटार्ट करते है ।

डार्क सर्किल होने के कारण

  •  कई  बार ऐसा होता है की लोगों को ज्यादा टेलीविज़न और मोबाइल फोन देखने व् चलाने की आदत होती है। किसी चीज़ या वस्तु पर ज्यादा फोकस करने की वजह से भी  हमारी आंखों के नीचे काले घेरे हो जाते हैं।
  • कम पानी पीने की वजह से हमारे शरीर में अगर पानी की कमी होती है तो भी डार्क सर्कल यानि आंखों के नीचे काले घेरे होने लगते हैं। डॉक्टर्स और हकीम  लोगो का कहना ये है की शरीर में पानी की कमी से खून का सर्कुलेशन सही नहीं हो पता है और ना अच्छे से हमारे शरीर की गंदगी साफ होती है, इसकी वजह से चेहरे पर कील मुंहासे फुंसी फोड़े और डार्क सर्कल्स जैसी बीमारी तथा एलर्जी से हमे झूझना पड़ता है ।
  • लगातार धूप में रहने अथवा काम करने की वजह से चेहरे पर पिगमेंटेशन की समस्या हो जाती है और हमारे चेहरे पर आँखों के नीचे काले घेरे पड़ने लगते है, और साथ ही हमारी त्वचा का रंग भी काला व शाबला होने लगता है ।
  • सिगरेट और शराब तथा धूम्रपान के सेवन से भी आंखों के नीचे काले घेरे आने लगते  हैं। वल्कि हम जो खाते पीते भी है उसका असर भी सीधा हमारे शरीर पर पड़ता है ।
  • बहुत से लोगो को मेकअप करने का बहुत शौक होता है। खासकर लड़कियों को कुछ  ज्यादा ही होता है। कास्मेटिक को यूज़ करने में कोई बुराई नहीं है लेकिन डेट निकले हुए प्रोडक्ट्स को यूज़ करने से हमारे मुँह की खाल कमज़ोर हो जाती है जिसके कारन भी हमारे चेहरे पर डार्क सर्कल्स होने लगते है।

Dark Circle Khatam Karne Ka Tarika | डार्क सर्कल्स से छुटकारा पाने के उपाय

ठंडा दूध

कहा जाता है की ठंडे दूध के लेप से भी हमारी आंखों के नीचे का कालापन दूर हो जाता है। कच्चे दूध को आपको फ्रिज में रख देना है। कुछ समय के बाद निकाल लेना है और किसी रुई या कॉटन के कपड़े की मदद से आपको अपने डार्क सर्कल्स वाली जगह पर  लगाना है ऐसे 2 दिन लगातार आपको करना होगा। आपको जल्दी ही फायदा मिलेगा।

दूध
दूध

टमाटर

जहा पर  त्वचा को कोमल और मुलायम बनाने की बात आती है तो टमाटर का नाम सबसे पहले लिए जाता है। आँखों के नीचे से डार्क सर्कल्स से छुटकारा पाने के लिए टमाटर सबसे पूर्ण उपाय है। यह नेचुरल तरीके के साथ आँखों के काले घेरे को खत्म करता है और इसके नियमित उपाय से त्वचा खिली हुई चमकी हुई नज़र आती है ।

एलोवेरा

आप अपने चेहरे के डार्क सर्कल्स यानि काले घेरो को दूर करने के लिए एलोवेरा का भी प्रयोग कर सकते हो । एलोवेरा को आँखों के नीचे रगड़ने व् डार्क सर्कल्स वाली जगह पर लगाने से डार्क सर्कल बहुत ही जल्दी खत्म हो जाते हैं।

संतरा

संतरे को बाजार से खरीदकर संतरे के छिलके को धूप में सुखाकर किसी  बर्तन में पीस ले।और इस पाउडर में थोड़ी सी मात्रा में गुलाब जल को मिलकर आपको एक लेप बना है।  और उसको आँखों के निचे यानि डार्क सर्कल्स वाली जगह पर लगाना है और ठन्डे पानी से कुछ मिनट बाद मुँह को धो लेना है।

आलू

आँखों के नीचे हुए काले घेरे दूर करने के लिए आप आलू का भी इस्तेमाल कर सकते है। आलू के रस को रूई की सहायता से आंखों के नीचे रोजाना लगाने से डार्क सर्कल्स से जल्दी ही छुटकारा मिल सकता है।

पुदीना

आँखों के लिए पुदीना बहुत ही असरदार मन जाता  है। पुदीने को पीस कर इसमें थोड़ा सा नींबू का रस मिक्स करें ले । और लगभग पन्द्रह मिनट के लिए इसे अपनी आँखों पर लगाएं  रखना है । और कई दिनों लगातार आपको सुबह में ये नुस्खा अपने मुँह पे लगाना है । आपको जल्दी ही असर दिखाई देने लगेगा।

जानिए क्या है भुने चने खाने के फायदे और नुकसान

भुने चने खाने के फायदे

भुने चने खाने में बेहद स्वादिष्ट, गुणों से भरपूर औरन जाने कितने किस्से कहानियों का हिस्सा रहै है। प्रोटीन और कैल्शियम की खान ये भुने चने न फिटनेस फ्रीक लोगो की पसन्द है। बल्कि खाने के शौकीन भी विभिन्न डिशेस में इसका प्रयोग करते है। देश के प्रमुख खाद्यानों में से एक चना, पौष्टिकता जे भरपूर होता है।

भुने चने का नियमित सेवन मोटापा घटाने, दिल को स्वस्थ रखने, कोलेस्‍ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने, तथा डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करता है।

सबसे पहले आइए जानते है चने में कौन कौन पोषक तत्व होते है।

कुल 100gm के अनुसार

  • कैलोरी – 378
  • वसा – 6 gm
  • कुल कार्बोहाइड्रेट – 6gm
  • फाइबर – 17 gm
  • प्रोटीन – 19gm
  • विटामिन A – दैनिक आवरश्‍यकता का 1 प्रतिशत
  • विटामिन C – दैनिक आवश्‍यकता का 6 प्रतिशत
  • कैल्शियम – दैनिक आधार पर 10 प्रतिशत
  • आयरन – दैनिक आवश्‍यकता का लगभग 34 प्रतिशत

भुने चने खाने के फायदे

मोटापा घटाए

मोटापे घटाने के लिए जिन तत्वों की आवश्यकता होती है वह सभी तत्व भुने चने में होते है। भुने चने में होता है फाइबर जो पेट को फुल महसूस कराता है। भुने चने में होता है कैल्शियम और प्रोटीन जो आपके वर्कआउट को आसान बनाता है। जल्दी से भूख नही लगने देता, जिससे आप एक्सट्रा खाने से बच सकते है।

मोटापा कम करने में मदद करे
मोटापा कम करने में मदद करे

डायबिटीज से बचाये

डायबिटीज 1 हो या डायबिटीज 2 दोनों में ही हाई फाइबर फ़ूड जरूरी होते है।क्योंकि इससे रक्‍त शर्करा, लिपिड और इंसुलिन के स्‍तर में सुधार होता है। इसका कारण यह होता है कि चने में मिलने वाला कार्बोहाइड्रेट बहुत ही धीरे से डाइजेस्ट होता है। और सुगर लेवल तेजी से नही बढ़ता।

दिल के लिए लाभकारी

भुने चने में होते है वो सभी तत्व जो ब्लड वेसेल्स को रखते हों स्वस्थ्य, जैसे कि एंटीऑक्‍सीडेंट, एंथोसाइनिन, डेल्फिंडिन, साइनाइडिन पेटुनिडिन, फाइटोन्‍यूट्रिएंट्स, मैग्‍नीशियम और फोलेट। ये सभी तत्व मिलकर प्लाक फार्मेशन, ब्लड क्लॉट, हार्ट अटैक और स्‍ट्रोक से दिल को बचाते है।

कोलेस्‍ट्रॉल को कंट्रोल करें

भुने चने बेड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखते है। बेड कोलेस्ट्रॉल हाई बीपी और दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है। भुने चने का सॉल्युबल फाइबर ब्लड वेसल्स में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम रखता है, जिससे पूरे शरीर में सर्कुलेटरी सिस्टम बहुत अच्छे से कार्य करता है। और शरीर बहुत सी बीमारियो से बचा रहता है।

डायजेस्टिव सिस्टम सुधारे

भुने चने का फाइबर इंटेस्टाइन के पेरिस्टलटिक मूवमेंट को बेहतर बनाता है। जिससे कब्ज, अपच, गैस बनने जैसी समस्याएं नही होती।
चना डायजेस्टिव सिस्टम के लिए इसलिए भी ज्यादा बेहतरीन होता है, क्योंकि इसमें सॉल्युबल और नोसॉल्युबल फाइबर होते है।
ये आपके पाचन तंत्र को मजबूत बना आंतो पर पड़ने वाले स्ट्रेस को कम करता है।

कैंसर के निदान में करे मदद

भुने चने में उपस्थित कुछ यौगिक कोलन कैंसर के खतरे को कम करते है। क्योंकि इसके फाइबर फैटी एसिड में टूटकर कोलन सेल्स द्वारा ऊर्जा में उपयोग किये जाते है। और इसी तरह भुने चने कोलन सेल्स को मजबूती प्रदान करता है।

स्त्री समस्याओं का निदान

महिलाओं में होने वाली बहुत सी हार्मोनल समस्याओं का निदान चने में छुपा है। ये मेनोपॉज़ के बाद होने वाली हड्डियों की कमजोरी, ऑस्टियोपोरोसिस, ब्रैस्ट कैंसर, हॉट फ्लैश, सफेद पानी को कम करने में मदद करता है। इन सभी फायदों का कारण होता है चनों में मौजूद सैपोनिन नामक फाइटोन्‍यूट्रिएंट एंटीऑक्‍सीडेंट।

इंस्टेंट एनर्जी दे

अगर आप वर्कआउट के बाद थकान और एनर्जी लेस महसूस कर रहे है तो एक मुट्ठी भुने चने खाकर देखिए। आप तुरन्त एनर्जी महसूस करेंगे इसका कारण होता है चने में मिलने वाला कार्बोहाइड्रेट। क्योंकि ये जल्दी पचकर जल्दी एनर्जी देता है।

खून की कमी दूर करे

चने में मिलने वाला आयरन, खून की कमी दूर करता है। इसके लिए डेली रूटीन में कम से कम 2 मुट्ठी भुने चने का सेवन करे।

सुंदरता बढ़ाये

भुने चने में मिलने वाला फाइबर, प्रोटीन, कॉपर, आयरन, विटामिन बी6 और जस्‍ता त्वचा को चमकदार बनाता है, डेंड्रफ को दूर करता है। बालो को मजबूत बनाता है।

भुने चने खाने ज्यादा खाने के नुकसान

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