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क्यों होता है गर्भावस्था की पहली तिमाही में पेट दर्द

पहली तिमाही में पेट दर्द

गर्भावस्था के पहली तिमाही में पेट दर्द होना बहुत आम बात है। इसके कई कारण हो सकते है, गर्भावस्था मे गर्भाशय का आकार बड़ा होता है जिससे आंतों पर दबाव बढ़ता है, गर्भावस्था मे कब्ज होता है, पेट में मरोड़ उठती है। इन सबकी वजह से गर्भावस्था मे पेट दर्द होता है। गर्भावस्था के पहले माह में हल्का स्राव का अनुभव करना बहुत सामान्य है, क्योंकि अंडा स्वयं ही गर्भाशय में प्रत्यारोपित होता है। आरोपण प्रक्रिया स्पॉटिंग और ऐंठन का कारण हो सकती है।

कई बार पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द एसिडिटी के कारण भी होता है। इस दौरान राउंड लिगामेंट के स्ट्रेचिंग के कारण भी पेट के निचले हिस्से में दर्द होता है, जो बाद में पेट से नीचे जांघ से ऊपर वाले हिस्से में भी महसूस होता है। गर्भावस्था की शुरुआत में आमतौर पर पेट दर्द चिंता का कारण नहीं होते हैं। मगर, यदि साथ में अन्य लक्षण भी हों, तो आपको मदद कि जरुरत हो सकती है।

गर्भावस्था की शुरुआत में गर्भपात हो जाना काफी आम है। दुर्भाग्यवश, पांच में से एक गर्भावस्था शुरुआत में ही समाप्त हो जाती है, क्योंकि शिशु उचित ढंग से विकसित नहीं हो रहा होता है।

गर्भावस्था की पहली तिमाही में पेट दर्द
गर्भावस्था की पहली तिमाही में पेट दर्द

पहली तिमाही में पेट दर्द के लक्षण

गर्भावस्था की शुरुआत में गर्भपात होने का सबसे आम लक्षण रक्तस्त्राव होना है। यह रक्तस्त्राव कई दिनों तक रुक-रुककर हो सकता है। आपको शायद पेट में मरोड़, और योनि से तरल और उत्तक का स्त्राव भी हो सकता है। इस बारे में डॉक्टर को बताएं। आपकी स्थिति को समझते हुए वे आपको अस्पताल या क्लिनिक आने से पहले लेटने या फिर आराम से बैठने की सलाह दे सकती हैं।

  • अगर आपको वैसा दर्द हो रहा है जैसा पीरियड्स में होता है, साथ में ब्लीडिंग भी, तो ये गर्भपात का लक्षण हो सकता है।
  • अगर गर्भावस्था मे पेट दर्द के अलावा बार-बार जलन के साथ यूरीनेशन हो रहा है तो आपको यूटीआई हो सकता है।
  • अगर पेट में दर्द लगातार है, बहुत तेज़ है और वक्त के साथ बढ़ रहा है तो मुमकिन है कि गर्भनाल गर्भाशय से बाहर निकल गई हो।
  • अगर प्रेगनेंसी के छटे से दसवें सप्ताह के बीच बहुत तेज़ दर्द और ब्लीडिंग हो तो ये ऐक्टॉपिक (ectopic) प्रेगनेंसी के लक्षण हो सकते है।

पहली तिमाही में पेट दर्द के कारण

  • पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, यह पसलियों के निचले हिस्से और नाभि के बीच में होने वाला दर्द हो सकता है।
  • पेट के ऊपरी हिस्से के बाईं ओर दर्द, यह पसलियों के निचले हिस्से और नाभि के बीच में होने वाला दर्द होता है, जैसे प्लीहा, पैनक्रिया का अंतिम भाग, बाईं ओर की निचली पसलियां, बाएं गुर्दे, बड़ी आंत व पेट का एक हिस्सा आदि।
  • पेट के ऊपरी हिस्से के दाईं ओर दर्द, यह दाएं निप्पल से नाभि तक होने वाला दर्द होता है। इस ओर लिवर, फेफडे़ का निचला भाग, किडनी जैसे अंग होते हैं, इस वजह से कभी-कभी यह दर्द हो सकता है।
  • पेट के निचले हिस्से में दर्द, यह नाभि से नीचे की ओर होने वाला दर्द है। यह दर्द किसी मेडिकल समस्या के चलते हो सकता है।
  • पेट के निचले हिस्से के बाईं ओर दर्द, यह निचले दाईं ओर के दर्द से ज्यादा आम है। इसका कारण किडनी का निचला हिस्सा, गर्भाशय, अंडाशय, फैलोपियन ट्यूब व मूत्राशय की बनावट हो सकती हैं।
  • पेट के निचले हिस्से के दाईं ओर दर्द, यह पेट के निचले दाएं भाग में होना वाला दर्द हो सकता है। यह दर्द हल्का भी हो सकता है और तेज भी। यह दर्द कभी-कभी बाईं ओर या पीछे की ओर भी फैल सकता है।
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