वर्तमान समय में लगभग हर तीसरे को चौथा व्यक्ति नींद ना आने की समस्या से परेशान है। नींद ना आना, फास्ट लाइफ़स्टाइल, देर रात तक जगना तनाव के कारण होती है । नींद ना आने या कम नींद आने के कारण व्यक्ति चिड़चिड़ा हो जाता है ब्लड प्रेशर, सिर दर्द और अन्य कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो जाता है।
अनिद्रा के प्रकार
अनिद्रा मुख्यतः तीन प्रकार की होती है-
1. अस्थाई अनिद्रा
किसी कारणवश यदि 3 या 4 रात तक नींद ना आने की स्थिति अस्थाई अनिद्रा कहलाती है परंतु यह कुछ समय बाद समाप्त हो जाती है ।
2. अल्पकालीन अनिद्रा
एक्यूट या अप्लकलीन अनिद्रा के लक्षण कुछ हफ्तों तक जारी रहते हैं पर्याप्त आराम करने और दवाई लेने पर यह समस्या समाप्त हो जाती हैं।
3. क्रोनिक अनिद्रा
स्थाई अथवा क्रोनिक अनिद्रा के लक्षण कई बार महीनों अथवा सालों तक चलते रहते हैं जिसे कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो जाता है ।
इसके अलावा अनिंद्रा को सुखी होने वाले कारणों के आधार पर दो भागों में बांटा गया है –
प्राथमिक अनिद्रा
इस स्थिति में व्यक्ति को सिर्फ नींद ना आने की समस्या होती है इसके अलावा उसे किसी भी प्रकार की अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं नहीं होती हैं ।
माध्यमिक अनिद्रा
इस स्थिति में व्यक्ति को अनिद्रा के कारण और भी कई सारी समस्याएं होने लगती हैं जैसे अवसाद ,गठिया, कैंसर, सीने में दर्द, जलन इत्यादि ।
किसी भी उम्र के बारे व्यक्ति को अनिद्रा की समस्या हो सकती है ऐसा शोध से पता चला है कि वयस्क पुरुषों की तुलना में वयस्क महिलाओं में यह समस्या अधिक होती है । अनिद्रा होने पर व्यक्ति एकाग्र होकर कार्य नहीं कर पाता है इसके अलावा याददाश्त से जुड़ी समस्याओं से ग्रसित हो जाता है साथ ही मोटापा और अवसाद की स्थिति में चला जाता है ।
अनिद्रा के लक्षण
अनिद्रा से ग्रसित व्यक्ति को रात में नींद नहीं आती है या फिर कम आती है और पूरी रात जागने के कारण उसे चिड़चिड़ापन, यादाश्त का कम होना और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता प्रभावित होना थकावट आलस्य जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं ।
अनिद्रा के कारण
अनिद्रा आमतौर पर गलत जीवनशैली और तनाव के कारण होती है आइए जानते हैं नींद ना आने के क्या-क्या कारण हैं ?
वर्तमान समय में दौड़ती भागती जिंदगी में हर कोई किसी ना किसी बात को लेकर तनाव में रहता है. ऑफिस से लेकर घर तक कहीं ना कहीं किसी न किसी बात के कारण व्यक्ति मानसिक परेशानी का सामना करता है और तनाव की स्थिति में चला जाता है तनाव के कारण नींद नहीं आती है और धीरे-धीरे या एक समस्या बन जाती है .
सोने की खराब आदतें
स्मार्ट फोन, वीडियो गेम, टीवी, कंप्यूटर जैसी चीजों के आदी होने के कारण लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है देर रात तक जागना और सुबह देर तक सोना आजकल व्यक्ति की दिनचर्या का हिस्सा बन गया है जिसके कारण नींद ना आने की समस्या होने लगती है ।
काम का दबाव
कामकाजी लोगों में ऑफिस के काम का दबाव होने के कारण उन्हें देर रात तक जागना पड़ता है ,कई बार यात्राएं करनी पड़ती है, कई शिफ्टों में काम करना पड़ता है जिसके कारण उनके सोने की दिनचर्या खराब हो जाती है और अनिद्रा की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
रात में अधिक मात्रा में भोजन करना
ऐसा माना जाता है कि रात में हल्का भोजन करने से व्यक्ति का स्वास्थ्य सही रहता है परंतु तले भुने और फास्ट फूड के बढ़ते चलन के कारण लोग रात में अधिक भोजन कर लेते हैं जिसके कारण एसिडिटी और पेट में भारीपन की समस्या हो जाती है और साथ ही साथ अनिद्रा की समस्या भी होने लगती है।
अनिद्रा से बचाव के लिए क्या करें ?-agar neend na aaye to kya kare
सोने की अच्छी आदतें अनिद्रा को रोकने और अच्छी नींद लेने में मदद कर सकती हैं –
- सोने से पहले अधिक मात्रा में भोजन करने और पेय पदार्थों के सेवन करने से बचें।
- सोने के करीब 1 घंटे पहले कंप्यूटर टीवी और स्मार्टफोन का प्रयोग बंद कर दें।
- सोने का कमरा साफ सुथरा और आरामदायक होना चाहिए ।
- सोने और जागने का समय निश्चित करें और उसी समय पर सोने और जागने का प्रयास करें।
- दिन में सोने से बचें।
- धूम्रपान, चाय, कॉफी अथवा अल्कोहल का प्रयोग कम से कम मात्रा में करें या ना करें ।
- यदि किसी भी प्रकार की रोग की दवाई ले रहे हैं तो डॉक्टर से सुनिश्चित करें कि कहीं दवाइयों की वजह से तो अनिद्रा नहीं हो रही।
- सोने से पहले स्नान करें किताबे पढ़ें या धीमी आवाज में संगीत सुनें ।
- सोने के कमरे में हल्की सुगंध वाली मोमबत्ती अथवा कपूर का प्रयोग करें ।
- मेडिटेशन करें ।
- नियमित रूप से व्यायाम करें और शारीरिक रूप से सक्रिय रहें ।
अनिद्रा के घरेलू उपाय
नींद ना आने पर निम्न घरेलू उपाय अपनाकर इस समस्या का समाधान पाया जा सकता है –
पैर धोएं
जिन लोगों को नींद नहीं आती है उन्हें गर्मियों में ठंडे पानी से और सर्दियों में गुनगुने पानी से पैर धो कर सोना चाहिए इससे मस्तिष्क को शीतलता मिलती है और नींद अच्छी आती है ।
मेहंदी का करे इस्तेमाल
मेंहंदी अनिद्रा के रोग के लिए बहुत ही लाभदायक है । मेहंदी को पीसकर सिर पर लगाने से मस्तिष्क को शीतलता मिलती है और नींद अच्छी आती है ।
मालिश से आएगी नींद
रीड की हड्डी की मालिश पहले नीचे से ऊपर और फिर ऊपर से नीचे तक करने से भी रात को नींद अच्छी आती है।
सलाद खाएं
सलाद के पत्तों का प्रयोग करके भी अनिद्रा की स्थिति से निजात पाया जा सकता है । गाजर का रस अनिद्रा में बहुत लाभदायक है ।
मेथी दाना से मिलेगी मदद
जिन लोगों को पेट संबंधी विकारों के कारण नींद नहीं आती उन्हें मेथी का प्रयोग करना चाहिए। दाना मेथी को भिगोकर अंकुरित करके अथवा उसकी सब्जी बनाकर खाने से लाभ होता है ।
प्याज के रस का करें प्रयोग
प्याज का रस भी अनिद्रा के रोगियों के लिए लाभदायक होता है। प्याज को छीलकर देसी घी में अच्छी तरह भून लें और उसे रोटी के साथ खाएं इससे अनिद्रा की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा ।
कद्दू मिलेगी मदद
घिया या कद्दू के रस में तिल का तेल मिलाकर खोपड़ी पर मालिश करने से अनिद्रा रोग में लाभ होता है। इसके अलावा गर्मियों में पैरों में जलन के कारण भी नींद नहीं आती है इसके लिए कद्दू का टुकड़ा लेकर पैरों के तलवों पर मिलना चाहिए इससे रात को अच्छी नींद आती है ।
दही से होगा लाभ
दही अनिद्रा के उपचार में बहुत ही उपयोगी होता है भोजन में दही का प्रयोग करने और स्नान के समय सिर पर दही की मालिश करने से अनिद्रा रोग के उपचार में सहायता मिलती।
गरम दूध पियें
रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में थोड़ी सी हल्दी डालकर पीने से भी नींद अच्छी आती है।
शहद है लाभकारी
शहद अनिद्रा के लोग रोगियों के लिए बहुत ही लाभदायक है सोने के से पूर्व गुनगुने पानी में दो चम्मच शुद्ध शहद का सेवन करने से नींद अच्छी आती है ।
सौंफ का करे सेवन
दो चम्मच सौंफ को पानी में डालकर अच्छी तरह उबालें और पानी आधा रह जाने पर उसमें दुगुना दूध मिलाकर दो चम्मच घी और चीनी मिलाएं और सोते समय इसका सेवन करने से नींद अच्छी आती है और प्रातः काल पेट भी आसानी से साफ हो जाता।
चन्दन है लाभकारी
चंदन को पानी में किस कर माथे पर लगाने तथा कच्चे आंवले का पेस्ट बनाकर उसको सर पर लगाने से भी अनिद्रा में लाभ होता है।
हरे धनिये का करे प्रयोग
गर्मियों में नींद ना आने पर हरे धनिए को अच्छी तरह पीसकर पानी और चीनी मिला कर पीने से नींद अच्छी आती है ।
घरेलू उपचार के अलावा नींद ना आने का इलाज –
यदि अनिद्रा की समस्या अधिक बढ़ गई है तो ऐसी स्थिति में एलोपैथी , होम्योपैथी आयुर्वेद योग ध्यान प्राणायाम एक्यूपंक्चर आदि कई सारे तरीकों को अपनाकर अनिद्रा की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है ।
अनिद्रा में क्या खाएं ?
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दूध
दूध में ट्राइप्टोफन नामक एक अमीनो एसिड होता है जिससे किसी कारण रात को दूध का सेवन करने से नींद जल्दी आ जाती है ।
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केले
केले में पाया जाने वाला मैग्नीशियम और पोटेशियम प्राकृतिक रूप से मांसपेशियों को शिक्षित करते हैं जिसके कारण नींद आसानी से आती है ।
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हर्बल चाय
हर्बल चाय में कई सारे एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो नींद लाने में मदद करता है ।
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साबुत अनाज
साबुत अनाज जैसे जॉब कुट्टू आदि में मैग्नीशियम पाया जाता है जो मांसपेशियों को सुचारू रूप से काम करने में और मानसिक शांति का एहसास दिलाने में मदद करता है इस कारण नींद अच्छी आती है ।
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कांप्लेक्स कार्ब्स
कांप्लेक्स कार्ब्स जैसे फली और चमेली चावल ( जैस्मिन राइस )धीरे-धीरे पता है और इसमें पोटेशियम पाया जाता है जो मांसपेशियों को शिथिल करने में मदद करता है और अच्छी नींद में सहायक होता है।
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चेरी का जूस
खट्टे फलों जैसे चैरी आदि के जूस में मेला टोनिन नामक हार्मोन होता है जो नींद पर नियंत्रण रखता है।
उपरोक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करके, अच्छी जीवनशैली अपनाकर , पर्याप्त व्यायाम करके, अनिद्रा की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। परंतु यदि समस्या अधिक बढ़ रही है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और यदि कोई भी व्यक्ति किसी विशेष प्रकार की बीमारी से ग्रसित है तो उसे भी डॉक्टर की सलाह से ही दवाइयों और खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए ।