अनचाहे गर्भ का अजवाइन से गर्भपात कैसे करे? Garbhpat Karne Ke Gharelu Upay
मां बनना हर औरत का सपना होता है, लेकिन कभी-कभी कुछ परिस्थितियों में वह यह सपना नहीं देखना चाहती। यह संभव है कि वह पहले से मां हो, बच्चा अभी छोटा हो, परिवार पूरा हो चुका हो, या फिर वह अभी मां बनने के लिए तैयार न हो। ऐसी स्थिति में यदि गर्भ ठहर जाए, तो गर्भपात कराना जरूरी हो सकता है। स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए और अस्पताल जाने की जटिलताओं से बचने के लिए कई महिलाएं अजवाइन से गर्भपात जैसे प्राकृतिक तरीकों को अपनाना चाहती हैं, खासकर जब वे अपनी प्रेग्नेंसी के बारे में किसी को बताना नहीं चाहतीं।
गर्भपात करने के सरल घरेलु तरीका
अक्सर यह सवाल आता है कि “बच्चा कितने दिन का गिरा सकते हैं?” और इसके लिए कौन-कौन से घरेलू उपाय अपनाए जाते हैं। पारंपरिक रूप से गर्भपात के लिए विटामिन सी, पपीता , अन्नानास का रस, अजवायन, तुलसी का काढ़ा, लहसून, ड्राई फ्रूट्स, केले का अंकुर, अजमोद, गर्म पानी, कोहोश, बाजरा, ग्रीन टी, गाजर के बीज, तिल, ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाली चीज़े, कैमोमाइल तेल, काली चाय, अनार के बीज का प्रयोग खूब किया जाता है।
गर्भावस्था का पता चलने के शुरुआती दिनों में ही गर्भपात कराना सही रहता है। विटामिन सी युक्त पदार्थ जैसे कच्चा पपीता,अनानास, कटहल, संतरा, नींबू आदि चीजों के सेवन से शुरुआती गर्भावस्था में गर्भपात हो जाता है।
भुने हुए तिल तासीर में बहुत गर्म होते हैं। तीन से चार चम्मच तिलों को भूनकर दिन में दो बार सेवन करने से गर्भपात हो जाता है।
दो से चार हफ्तों की गर्भ को गिराने के लिए, 8 से 10 बबूल के पत्तों को एक गिलास पानी के साथ उबालें पानी आधा रह जाने पर उसे छानकर उसका सेवन करें जब तक ब्लीडिंग शुरू ना हो तब तक दिन में दो से तीन बार इस पानी का सेवन करने से गर्भ गिर जाता है।
ग्रीन टी के अधिक सेवन से भी गर्भपात हो जाता है ।
अधिक मात्रा में दालचीनी तथा काली मिर्च का सेवन करने से भी गर्भपात होने की संभावना बढ़ जाती है।केले की पत्तियों और बबूल की फलियों को सुखाकर उनका चूर्ण बनाकर नियमित रूप से सेवन गर्भ गिराने का तरीका है।
कॉफी की तासीर गर्म होती है इसलिए अधिक मात्रा में कॉफी का सेवन करने से भी गर्भपात होने की संभावना बढ़ जाती है।
तुलसी के पत्तों और उसके बीजों का काढ़ा बनाकर पीने से गर्भपात होता है।
तीन से चार चम्मच अजवायन को गुड़ के साथ मिलाकर दो गिलास पानी में उबालें और इस पानी को छानकर अजवायन के पानी का दिन में 2 बार सेवन गर्भ गिराने का तरीका है ।
उछल कूद और अधिक मात्रा में व्यायाम करने से भी गर्भपात हो जाता है।
गर्भपात सही है या गलत
खैर यहाँ सवाल यह नही है कि गर्भपात सही है या गलत। या फिर गर्भपात का कौन सा तरीका सही है? अजवाइन से गर्भपात प्राकृतिक गर्भपात की श्रेणी में आता है?
यहाँ हम बात प्राकृतिक तरीके से गर्भपात की कर रहे हैं। हर तरीके के गर्भपात की अपनी कुछ सीमाएं होती हैं।
अजवायन से गर्भपात केवल तभी हो सकता है जब ज्यादा दिन न चढ़े हो। दस बीस दिन ऊपर होने पर अगर अजवायन से गर्भपात करतें हैं तो गर्भपात की प्रतिशत दिन बढने के साथ कम होने लगती है। अगर एक महीने से ज्यादा हो जाता है तो अजवायन से गर्भपात नहीं हो पाता।
ऐसी महिलाएं जिन्हें अस्थमा, हाई ब्लड प्रेशर, मधुमेह, मिर्गी और किडनी की समस्या हो उन्हें अजवायन से गर्भपात से बचना चाहिए।
इससे पहले कि हम अजवायन से गर्भपात कैसे करें ये जाने आइए जानते हैं गर्भपात की प्रकिया को गर्भ ठहरने की स्थिति में गर्भाशय में भ्रूण बनना शुरू हो चुका होता है। भ्रूण के बनने से पहले ही भ्रूण के शरीर से निष्कासन की प्रक्रिया को गर्भपात कहते हैं। गर्भपात का विरोध भी इसीलिए होता है कि तर्क यही दिया जाता है कि किसी के जीवन को नष्ट करने का अधिकार किसी को भी नही है।
क्यों हम अपने बच्चे का जीवन स्वंय ही नष्ट कर रहे हैं?
हमारे देश में परिस्थितियों पर गर्भपात निर्भर करता है कि गर्भपात कानूनी है या गैरकानूनी। लेकिन पश्चिमी देशों में गर्भपात को कानूनी माना जाता है। लेकिन फिर भी कुछ देशों में काफी नियमों का पालन करना होता है। अब हम बात करते हैं अजवायन से गर्भपात कैसे करें।
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अजवाइन से गर्भपात कैसे करे?-Ajwain Se Garbhpat kaise kare
अजवायन एक मसाला होता है जिसकी तासीर काफी गरम होती है। इसका यह गुण ही अजवायन से गर्भपात के लिए सहायक होता है। यह नुस्खा पर तभी काम करता है जब कुछ दिन ही ज्यादा हुए हो।
अजवाइन से गर्भपात के तरीके-Garbhpat Karne Ke Gharelu Upay
अजवायन और जीरे के साथ
रात को सोते समय अजवायन और जीरे को भुन कर गर्म पानी के साथ लेने पर गर्भपात हो जाता है। इस नूस्खे को तब तक आजमाते रहिये जब तक कि गर्भपात न हो जाये।
अजवायन की चाय से
एक चम्मच अजवायन को आधा चम्मच हल्दी पाउडर व आधा चम्मच सौंठ पाउडर डालकर दो कप पानी में डालकर उबाल ले। जब पानी एक कप रह जाये तो उसे गरम गरम पी ले। इस चाय को तब तक पीये जब तक कि महावारी शुरू न हो जाये।
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अजवायन के परांठे
आटे में अजवायन हींग व हल्दी मिलाकर उसके परांठे सुबह-सुबह नाश्ते में लेने से भी गर्भपात हो जाता है। यह नाश्ता तब तक करते रहिये जब तक कि गर्भपात न हो जाये।
अजवायन की फंकी लेने से
अजवायन को भून लें। साथ ही हींग व हल्दी को भी भुन लें। इन तीनों चीज़ो को एक साथ मिलाकर एक खाली डिब्बे में भर लें। तीनों समय खाना खाने के बाद इस फंकी को मुखवास की तरह लें। ऐसा करने से गर्भपात हो जाता है। जब तक गर्भपात नही होता तब तक इस फंकी का सेवन करते रहे।
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अजवायन से गर्भपात के अपने नुकसान भी हो सकते हैं। क्योंकि है तो यह बिना किसी विशेषज्ञ की देखरेख के बिना। आइये तो नजर डालते हैं अजवायन से गर्भपात की जटिलताओं पर
- अजवायन से गर्भपात करने पर बहुत ज्यादा रक्त स्राव हो सकता है।
- अजवायन से गर्भपात करने पर शरीर में बहुत कमज़ोरी हो सकती है।
- अजवायन से गर्भपात करने पर शरीर में गर्मी हो सकती है।
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गर्भावस्था में अजवाइन के फायदे – Pregnancy Me Ajwain Ke Fayde
पाचन तंत्र को सुधारती है
गर्भावस्था में अजवाइन खाने के फायदे (Ajwain Khane Ke Fayde) में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि यह पाचन तंत्र को मजबूत करती है। इसमें मौजूद थाइमोल (Thymol) पेट में गैस, अपच और एसिडिटी को दूर करता है, जिससे गर्भवती महिलाओं को राहत मिलती है।
वजन नियंत्रण में सहायक | Ajwain Pani Peene Ke Fayde
गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ना स्वाभाविक है, लेकिन अजवाइन का पानी पीने के फायदे (Ajwain Ke Pani Ke Fayde) इस दौरान भी लाभदायक हो सकते हैं। यह मेटाबॉलिज्म को संतुलित करता है और पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है। हालांकि, गर्भावस्था में किसी भी चीज़ का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।
जोड़ों और कमर दर्द से राहत | Ajwain Ke Gun
गर्भावस्था में अजवाइन का काढ़ा पीने के फायदे (Ajwain Ka Kadha Peene Ke Fayde) में से एक यह है कि यह गठिया (Arthritis) और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है। अजवाइन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को कम करते हैं और गर्भावस्था में होने वाले पीठ और कमर दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
ठंड और खांसी में राहत
गर्भावस्था में ठंड और खांसी से राहत पाने के लिए अजवाइन का उपयोग (Ajwain Ka Upyog) बहुत फायदेमंद हो सकता है। अजवाइन पानी पीने के फायदे (Ajwain Pani Peene Ke Fayde) में से एक यह है कि यह गले की खराश और बलगम को दूर करता है, जिससे सर्दी-जुकाम में आराम मिलता है।
त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
गर्भावस्था में हार्मोनल बदलावों के कारण त्वचा और बालों की समस्याएं बढ़ सकती हैं। अजवाइन के बीज (Ajwain Ke Beej) में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को चमकदार बनाते हैं और बालों की रूसी और झड़ने की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं।
नोट : गर्भावस्था के दौरान अजवाइन का सेवन सीमित मात्रा में करें और किसी भी नई चीज़ को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
गर्भावस्था में अजवाइन के नुकसान | Ajwain Ke Nuksan
तेज एसिडिटी और जलन
अजवाइन का अत्यधिक सेवन पेट में जलन और एसिडिटी बढ़ा सकता है, जो पहले से ही गर्भवती महिलाओं में आम समस्या होती है। यह पेट की परत को नुकसान पहुंचा सकता है और गैस्ट्रिक समस्याओं को बढ़ा सकता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसान
प्रेगनेंसी में अजवाइन खाना चाहिए या नहीं? (Pregnancy Me Ajwain Khana Chahiye?) यह एक महत्वपूर्ण सवाल है।अगर आप सोच रहे हैं कि pregnancy me ajwain kha sakte hai, तो इसका उत्तर इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे कितनी मात्रा में और किस तरह से खा रहे हैं। अधिक मात्रा में अजवाइन खाने से गर्भ गिर सकता है (Ajwain Khane Se Garbh Gir Jata Hai Kya) इसलिए गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकता है
अजवाइन का अधिक सेवन रक्तचाप (Blood Pressure) को कम या बढ़ा सकता है, जिससे गर्भवती महिलाओं को चक्कर, कमजोरी या सिर दर्द की समस्या हो सकती है।
एलर्जी और त्वचा पर दुष्प्रभाव
कुछ महिलाओं को अजवाइन से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर खुजली, लाल चकत्ते या जलन हो सकती है। यदि अजवाइन खाने के बाद ऐसी कोई प्रतिक्रिया हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
अजवाइन खाने का सही तरीका | Ajwain Khane Ka Tarika
- खाली पेट अजवाइन पानी पिएं (Khali Pet Ajwain ka Pani Peene Ke Fayde) – 1 गिलास गुनगुने पानी में 1 चम्मच अजवाइन डालकर पिएं।
- अजवाइन का काढ़ा बनाएं (Ajwain Ka Kadha Peene Ke Fayde) – इसमें हल्दी और शहद मिलाकर सेवन करें।
- अजवाइन को चबाकर खाएं (Ajwain Khane Ke Fayde) – पाचन तंत्र मजबूत होता है।
- अजवाइन का तेल (Ajwain Oil) – त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद।
निष्कर्ष
अजवाइन के फायदे और नुकसान (Ajwain Ke Fayde Aur Nuksan) को समझकर ही इसका सेवन करें। यह सेहत के लिए फायदेमंद है लेकिन ज्यादा मात्रा में खाने से नुकसान भी हो सकता है। अगर आप इसे वजन घटाने, पाचन सुधारने या रोगों से बचने के लिए ले रहे हैं, तो संतुलित मात्रा में इसका सेवन करें।
नोट- यह पोस्ट केवल आपकी जानकारी के लिए है, किसी भी प्रयोग या बच्चा गिराने के तरीके और घरेलू नुस्खों से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
सामान्य प्रश्न
अजवाइन से गर्भपात हो सकता है क्या?
अजवाईन में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर , कैल्शियम, आयरन, फैटी एसिड और पोषक तत्व होते है।जो कि पेट के लिये लाभदायक है। साथ ही इसमें बोलाटाईल ऑइल भी होता है जिससे इसकी खुश्बू तेज हो जाती है और इसकी तासीर गर्म हो जाती है इस कारण यह गर्भपात होने का खतरा रहता है तब ही इसे खाने से पहले डाक्टर की सलाह जरूर ले।। घरेलू नुस्खे के तौर पर इसे गर्भपात के लिये प्रयोग किया जाता है ।
क्या चीज खाने से बच्चा गिर जाता है?
कच्चा अण्डा खाने से बच्चा गिर जाता है इसमें सालमोनेला बैक्टीरिया होता है । शराब के सेवन से भी बच्चा गिर जाता है।पपीता खाने से भी मिसकैरेज हो जाता हैपपीता में लेटेक्स होता है जो यूटेराईन कंस्ट्रक्शन शुरू कर देता है ।ऐलोवेरा का सेवन करने से भी मिसकैरेज हो जाता है ।अदरक काफी भी सीमित मे प्रयोग करना चाहिये । चायनीज फूड को भी नहीं खाना चाहिए इसमें मोनो सोडियम गूलामेट होताऔर ज्यादा नमक भी जो बच्चे के लिये हानिकारक होता है।