चमेली एक ऐसा फूल जिसकी सुगन्ध कोई भुलाए न भूले, इसी चमेली के तेल का प्रयोग अलग अलग उद्देश्य से किया जाता रहा है।कभी स्वास्थ्य तो कभी सुंदरता के लिए। आज इस लेख में हम चमेली के तेल के बहुत से गुणों और चमेली के तेल के फायदे के बारे में बात करेंगे। चमेली के फूल में बहुत से औषधीय और लाभकारी गुण होते है। इसे जैस्मीन के नाम से भी जाना जाता है। इस पौधे के फूल से निकाले गए एसेंशियल ऑयल को चमेली का तेल कहा जाता है। हो सकता है चमेली के तेल के बहुत से उपयोग आप जानते भी न हो। किस समस्या के लिए इस तेल को किस प्रकार इस्तेमाल किया जाए ये भी हम आपको बताएंगे।
चमेली के तेल के फायदे
डिप्रेशन एंग्जायटी कम करें
अगर आप खुद को या किसी अपने को डिप्रेशन या एंग्जायटी में देख रहे है तो चमेली के तेल आपकी मदद कर सकता है। चमेली के तेल की सुगंध का उपयोग ऐसे हालात में किया जा सकता है। थाइलैंड यूनिवर्सिटी भी अपने एक रिसर्च में इसका जिक्र करती है। दरअसल चमेली के तेल की खुशबू हैप्पी हॉरमोन को उत्तेजित करती है जिससे खुशी का अहसास होता है।
इसकी खुशबू मन और मस्तिष्क को सुखद और शांति का अनुभव कराती है। इसलिए अरोमाथेरेपी में इसका प्रयोग बहुतायत से किया जाता है।
एंटीसेप्टिक के तौर पर
चमेली के तेल में एंटीबैक्टेरियल तत्व पाए जाते है। जिसके कारण इसे एंटीसेप्टिक की तरह भी काम मे लिया जा सकता है।
यौन समस्याओं में लाभकारी
चमेली के तेल की खुशबू सेक्स डिजायर बढ़ाती है, वास्तव में इसकी खुशबू आपको उत्तेजित करके रोमांस जगाती है। यह भी एक कारण है कि नवविवाहित जोड़े के आसपास चमेली के फूलों को जरूर रखा जाता है। चमेली के तेल से अरोमाथेरेपी करके स्खलन, फ्रिगडिटी, नपुंसकता और अन्य यौन समस्याओं का इलाज भी किया जाता है।
ऐसा माना जाता है कि चमेली का फूल प्रेम संबंधों को मजबूत करने में सहायक होता क्योंकि यौन समस्याओं का एक कारण तनाव भी है, और चमेली का तेल तनाव को कम करता है।
बालों की करे देखभाल
अब चूंकि चमेली का तेल तनाव कम करता है तो तनाव से गिरते बालो से भी मुक्ति दिला सकता है। इसके अलावा यह स्कैल्प और बालों मॉइस्चराइज करता है। हमने पहले भी बताया कि चमेली के तेल में एंटीबैक्टीरियल गुण होते है जिस कारण यह स्कैल्प के बैक्टीरियल इन्फेक्शन को दूर करता है।
अब जब ये तनाव को दूर करेगा और स्कैल्प पर किसी प्रकार का इन्फेक्शन भी होने देगा, तो बालो का विकास होना लाजमी है। यदि आप भी बालों के रूखेपन, ड्राई स्कैल्प से पीड़ित है तो एक बार चमेली के तेल जरूर प्रयोग करे।
रजोनिवृत्ति अर्थात मेनोपॉज़ को आसान बनाएं
मेनोपॉज़ का समय किसी भी महिला के लिए बहुत ही अजीब होता है। तेजी से हो रहे हार्मोनल बदलाव और बढ़ती उम्र जीवन को मुश्किल कर देती हैं।
ऐसे समय मे अवसाद, ज्यादा गर्मी लगना, रात का पसीना, इर्रिटेशन होने लगती हैं। ऐसे समय मे खुश रहना बहुत ही जरूरी होता है। यदि मेनोपॉज़ के समय महिला खुद को पैम्पर करे तो इन सब लक्षणों से बचने का ये बेहतरीन तरीका होगा।
और एक बेहतरीन बॉडी मसाज से बेहतर क्या होगा। इस समय मे कुछ दूसरे एसेंशियल ऑइल जैसे लैवेंडर ऑयल के साथ चमेली का तेल मिलाकर मालिश करे या करवाए। बॉडी मसाज से न केवल टॉक्सिन्स फ्लश आउट होंगे बल्कि तनाव और इरिटेशन भी कम होगी।
ब्लड प्रेशर का रखे ध्यान
चमेली के तेल का प्रयोग रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी किया जा सकता है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) अपनी रिसर्च में ये मानता है कि चमेली के फूलों में एंटी-हाइपरटेंसिव गुण पाए जाते हैं। तो यदि आप उच्च रक्तचाप से पीड़ित है तो चमेली के तेल का प्रयोग करे, खुश रहे जिससे रक्तचाप नियंत्रण में रहे।
सुंदरता बढ़ाये
चमेली के तेल को प्रयोग करने से मुंह के बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं, क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टी होती है। इससे मुंहासे की समस्या भी कम होती है, साथ ही चेहरे पर चमक आ जाती है.
अन्य फायदे
- मस्तिष्क को एकाग्र करे
- खांसी जुकाम के लक्षणों को कम करें
- अनिंद्रा के लक्षणों को कम करें
चमेली के तेल में मिलने वाले तत्व
- कार्बोहाइड्रेट
- फ्लेवोनॉयड
- टैनिन्स और फेनोलिक यौगिक
- ग्लाइकोसाइड
- सैपोनिंस
चमेली के तेल को कैसे प्रयोग करे
- चमेली के तेल को मालिश के लिए इस्तेमाल करें।
- चमेली के तेल को ऑयल पुलिंग के लिए इस्तेमाल करे।
- चमेली के तेल को सिर पर लगाने के लिए इस्तेमाल में ला सकते हैं।
- कमरे में खुशबू करने में इस्तेमाल करे
चमेली के तेल का उपयोग जानने के बाद अब हम आपको चमेली के तेल के नुकसान के बारे में बताएंगे।