स्वस्थ जीवन जीने के लिये मन के साथ साथ शरीर का साफ होना भी जरूरी होता है। त्वचा को साफ सुथरा रखने से शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है। त्वचा को समय समय पर साफ करने से कोई फंगस इन्फेक्शन नहीं होता। पुराने समय में जब साबुन नहीं हुआ करते थे तब लोग खार का प्रयोग करते थे जो कि साबुन का ही काम करता था। समय बदलते रहने से अब प्रायः सभी साबुन का प्रयोग करते है। शरीर ही नहीं कपड़े धोने के लिये भी साबुन का प्रयोग किया जाता है। मार्केट में अब नहाने और कपड़े धोने के लिये अलग अलग साबुन मिल जाते है। नहाने के साबुन के नाम बहुत है।
मार्केट मे नहाने के साबुन के हजारों प्रकार के ब्राण्ड मिल जायेगे। साबुन इस्तेमाल में आसान होते है बल्कि सुविधाजनक भी होते है। कुछ साबुनों में कैमिकल बहुत ज्यादा होता है जो त्वचा को रूखा और बेजान बना देते है। वही कुछ साबुन त्वचा को बेबी साफ्ट बना देते है।मार्केट में इतने ब्राण्ड की जानना मुश्किल हो जाता है कि नहाने का सबसे अच्छा साबुन कौन सा है जो कि आपकी त्वचा को फ्रेश फील दे और त्वचा का ख्याल भी रखे। साबुन महिला, पुरूष और बच्चो के लिये अलग अलग प्रकार के बनाये जाते है। लड़कियों की त्वचा साफ्ट होती है लड़को की थोड़ी हार्ड होती है साथ ही बच्चों की त्वचा बहुत ही कोमल होती है । आइये जानते है। नहाने के कौन कौन से साबुन होते है ।
नहाने के साबुन के नाम
पीयर्स
यह साबुन ग्लिसरीन युक्त होता है और माॅइश्चराईजर युक्त होता है यह त्वचा को हाईड्रेड रखता है । आप इस का प्रयोग नहाने में कर सकते है ।
ओले अल्ट्रा माॅइश्चराईजर बार
यह साबुन खासकर उन लोगो के लिये उपयुक्त है जिनकी त्वचा रूखी होती है।इसमें शिया बटर होता है । बहुत अधिक माॅइश्चराईजर होता है तो यदि आपकी त्वचा आईली है तो इसका प्रयोग कम करें। इसके इस्तेमाल से त्वचा माॅइश्चराईज हो जाती है ।और इसके यूज से त्वचा पर कोई जलन भी नहीं होती । तो यह बहुत अच्छा साबुन है।
डव क्रीम बार
यह साबुन एक चौथाई माॅइश्चराईजिंग मिल्क से बनाया गया है। यह नहाने के बाद यह कई घण्टों तक त्वचा को मुलायम रखता है और माॅइश्चराईज करता रहता है साथ भीनी भीनी खुशबू देता रहता है । इसके प्रयोग से त्वचा में निखार आता है । और त्वचा साफ्ट और स्मूथ हो जाती है ।कुछ लोगों का मानना है कि इसके ज्यादा प्रयोग से रोम छिद्र बन्द हो जाते है और चेहरे पर दाने निकल आते है।
डेटाॅल
आजकल बदलते वातावरण और तरह तरह की डिसिस के कारण संक्रमण का खतरा बहुत रहता है।इस साबुन का दावा है कि यह सौ फीसदी संक्रमण का खतरा खत्म कर देता है । इसके कई सारे वर्जन आपको मार्केट में मिल जायेंगे इसमे डेटाॅल की दवा जैसी गंध आती है और किसी में अलग सुगंध आती है । आप कीटाणु से बचने के लिये इसका प्रयोग कर सकते है । खासकर बारिश के मौसम में यह लाभदायक होगा। उस समय संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है ।इसे एंटीसेप्टिक एंटी क्लींजर कहा जाता है ।
बायोटीक ऑरेंज पील बाॅडी क्लींजर
यह एक आयुर्वेदिक साबुन है । यह नेचुरल होने के साथ साथ ऑरेंज ऑयल और ऑरेंज जेस्ट के साथ दूसरे फलों और सब्जियों के सत्व से बनता है ।ऑरेंज जेस्ट के एंजाइम त्वचा से मृत कोशिका को हटाता है और त्वचा में नयी जान डाल देता है त्वचा को युवा बनाता है । और त्वचा का नवीनीकरण करता है । सब्जियो के एक्सटेक्ट से त्वचा के पार्ट खुलने में मदद मिलती है ।
लिरिल
यह बहुत पुराना साबुन है और काफी लोग पसन्द भी करते है। यह त्वचा को संक्रमण से बचाता है और लम्बे समय तक ताजगी बनाये रखता है। इसमें मौजूद नींबू सत्व त्वचा को जवां और कीटाणु रहित बनाता है । यह पिंपल और खुजली को दूर रखता है और लम्बे समय तक खुश्बू बनाये रखता है ।
खादी नैचुरल सैंडलवुड सोप
यह एक आयुर्वेदिक सोप है जिसमें बहुत सारे गुण भरे है ।साथ ही इसमें चंदन का तेल ,कर्पूर ध्रित कुमारी, मुलैठी , रीठा, कपूर, रत्न जोत, लाल चंदन और ग्लिसरीन मौजूद होते है।यह त्वचा को डेटाॅकासिफाई करता है। त्वचा में निखार लाता है चेहरे से मुहासे हटाता है साथ ही एक्ने दूर करता है ।यह हस्तनिर्मित साबुन है इसमें मौजूद कर्पूर सनबर्न से बचाता है ।
टाम फार्ड जैसमीन रूज
यह चमेली और सेज की ख्श्बू से भरपूर साबुन है जो त्वचा में निखार लाता है । और त्वचा को साफ्ट बनाता है । यह त्वचा को हाईड्रेड रखता है इस से त्वचा में जलन नही होती ।
इसके अलावा मार्केट में बहुत सारे साबुन मिल जाते है जैसे लक्स, निविया , संतूर ,गोदरेज नं वन , लाईफबाॅय, फियामा , हमाम इत्यादि।
कई सारे आयुर्वेदिक साबुन भी बाजार में उपलब्ध है। जैसे खादी रोज सैन्डल सोप, शहनाज हुसैन सफैर आयुर्वेदिक फेयरनैस सोप इत्यादि।
आप अपनी स्किन के अनुसार ही साबुन का चयन करें और यदि परेशानी हो तो पहले डाक्टर से सलाह लेकर ही प्रयोग में लाये।