सफेद तिल सर्दियों में गजक, तिलपट्टी के रूप में हम सब ने खाये हैं। सफेद तिल गुणों से भरपूर होते हैं। सफ़ेद तिल में प्राकृतिक तेल और कार्बनिक यौगिको पाए जाते हैं। सफ़ेद तिल में कैल्शियम, लोहा, मैग्नीशियम, फास्फोरस, मैंगनीज, तांबा, जस्ता, फाइबर, थायामिन, विटामिन बी 6, फोलेट, प्रोटीन और ट्रिप्टोफैन आदि पाया जाता है। तो आइए जानते हैं तिल के फायदे को
सफेद तिल खाने के फायदे
सफेद तिल उपयोगी है आंखों की रोशनी बढ़ाने में
सफेद तिल लिवर के लिए फायदेमंद हैं । और लिवर आँखों के कार्यों करने के लिए उन्हें रक्त भेजता है।यह रक्त आँखो की मांसपेशियों को मजबूत करता है ।आँखो में रक्त का संचार सुचारू रूप से होने के कारण धुंधला दिखना कम होता है ।
सफेद तिल लाभदायक है त्वचा को सुंदर बनाने में
सफेद तिल त्वचा को नरम और कोमल बनाता है । जिसके कारण त्वचा में नमी आती है । यह नमी त्वचा के लचीलेपन को बनाये रखतीै है । यह चेहरे की त्वचा, विशेष रूप से नाक के आसपास के क्षेत्र को कसने में मदद करतीै है। सफेद तिल चेहरे के पोर्स को बढ़ने से रोकता है। । सफेद तिल त्वचा पर और रोमछिद्रों में विकसित होने वाले विषाक्त पदार्थों को निष्प्रभावी करता है।
सफेद तिल बनाता है हड्डियों को मजबूत करने में
सफेद तिल में डाइट्री प्रोटीन और एमिनो एसिड मौजूद होते हैं जो बच्चों की हड्डियों के विकास को बढ़ावा देते हैं। सफेद तिल में जस्ता, कैल्शियम और फॉस्फोरस जैसे जरूरी खनिज पाए जाते है। ये खनिज नई हड्डियों को बनाने और हड्डियों को मजबूत करने और उनकी मरम्मत करने में मदद करते हैं।
सफेद तिल मददगार है दिल की बीमारियों को रोकने में
सफेद तिल में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और सेलेनियम आदि दिल की मांसपेशियों को स्वस्थ रखते हैं। सफेद तिल के प्रयोग से दिल की मांसपेशियों में तनाव नहीं होता जिसके कारण दिल की बीमारियाँ नहीं होती।
सफेद तिल दिल के दोरे से बचाता है
फाइबर धमनियों और रक्त वाहिकाओं से खतरनाक एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में मदद करता है जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस, दिल का दौरा और स्ट्रोक आदि होने की सम्भावना कम हो जाती है।
सफेद तिल फायदेमंद है कैंसर जैसी बीमारी को रोकने में
सफेद तिल में सेसमीन नाम का एन्टीऑक्सिडेंट पाया जाता है जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। यही वजह है कि यह लंग कैंसर, पेट के कैंसर, ल्यूकेमिया, प्रोस्टेट कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर होने की आशंका को कम करता है ।
सफेद दिन में पाए जाने वाले मैग्नीशियम और अनेक खनिज तत्व हाइपरटेंशन को कम करते हैं । तनाव होने पर सफेद तिल बहुत उपयोगी होता है।
सफेद तिल फायदेमंद है डायबिटीज़ में
सफेद तिल में पाए जाने वाले पोषक तत्व सही में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करते हैं और इंसुलिन को बढ़ने नहीं देखें जिस के कारण शरीर में शुगर की मात्रा नहीं पड़ती और डायबिटीज़ कंट्रोल में रहती है ।
सफेद तिल बेहतर करता है पाचन क्रिया को
सफेद तिल में फाइबर भरपूर मात्रा मे होते हैं। फाइबर पाचन को स्वस्थ रखने के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व होता है, क्योंकि यह आँतों को अपने कार्य करने में मदद करता है। यह कब्ज जैसी समस्या को कम कर सकता है, साथ ही दस्त और जठरांत्र संबंधी बीमारियों को भी रोकने में उपयोगी है ।
सफेद तिल कारगर है सूजन रोकने में
सफेद तिल में मौजूद तांबे की उच्च मात्रा जोड़ों, हड्डियों और मांसपेशियों में सूजन कम करने के लिये उपयोगी है । जिससे गठिया के कारण होने वाले दर्द को कम किया जा सकता है। तांबा रक्त वाहिनियों, हड्डियों और जोड़ों को मजबूत करता है। शरीर में तांबे की उचित मात्रा ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद करती है और यह सुनिश्चित करती है कि पूरे शरीर की अंग प्रणालियों को ठीक से कार्य करने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती रहे ।
सफेद तिल दूर करता है दाँतों के प्लाक को
सफेद तिल के तेल को मुँह में लेकर दाँतों के चारों तरफ घुमाकरं मंजन करे दाँतों की प्लाक की समस्या का समाधान होता है ।
सफेद तिल दूर करता है एनीमिया को
सफेद तिल में पाए जाने वाला आयरन शरीर में खून की कमी को दूर करता है। जिसके कारण एनीमिया नहीं होता ।
सफेद तिल फायदेमंद है गठिया में
सफेद तिल में पाए जाने वाला तांबा सभी में सूजन को दूर करता है। सफेद तिल में एंटीऑक्सिडेंट एंजाइम होता है। जो रक्त प्रणालियों को सुचारु रूप से कार्य करने में मददगार है। इस प्रकार यह गठिया और गठिया से जुड़ी सूजन को कम करने में बहुत ही उपयोगी है। इसके अलावा, यह खनिज रक्त वाहिकाओं, हड्डियों और जोड़ों को ताकत प्रदान करता है ।
सफेद तिल फायदे मंद है अस्थमा और अन्य श्वसन रोगों में
सफ़ेद तिल में पाये जाने वाले मैग्नीशियम में अस्थमा और अन्य श्वसन विकारों से लड़ने की क्षमता होती है । सफेद तिल के नियमित सेवन से साँस की बिमारी नहीं होती।
सफेद तिल बढाता है गुड कोलेस्ट्रॉल को
सफेद तिल में सेसामिन और सेसमोलिन नामक दो पदार्थ होते हैं, जो लिग्नांस नामक फाइबर का समूह होते हैं। लिग्नांस के प्रभाव से कोलेस्ट्रॉल कम होता है क्योंकि वे आहार फाइबर में समृद्ध हैं। सफ़ेद तिल में उच्चतम फाइटोस्टेरॉल होता है जो कि कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मददगार साबित हो सकता है ।यह बैड कोलेस्ट्रॉल को दूर करके गुड कोलेस्ट्रॉल बढाता है ।
सफेद तिल फायदेमंद है बालों की वृद्धि के लिए
सफेद तिल में पाए जाने वाले खनिज तत्व बालों की वृद्धि के लिए बहुत फायदेमंद है यह बालों को चमक देते हैं और बालों का गिरना भी रोकते हैं ।
सफेद तिल के वैसे तो अनगिनत फायदे हैं पर उसके नुकसान भी काम नहीं हैं तो याद रखिये। सफ़ेद तिल खाइये तो सही पर मौसम और मात्रा का ध्यान रखते हुए। लो ब्लड प्रेशर के मरीज खाने से पहले एक बार डॉक्टर की भी राय अवश्य लें लें।