बच्चो की मालिश की परंपरा सदियों से रही है। चाहे वो हमारी दादी नानी हो या आधुनिक डॉक्टर्स सभी बच्चे की मालिश को जरूरी मानते है। बच्चे की मालिश करने से बालक शारीरिक रूप से मजबूत है। बालक के सर्वागीण विकास के अतिरिक्त एक प्रेम से परिपूर्ण सम्बन्ध माँ और बालक के बीच स्थापित होता है।
मालिश से बच्चे के मसल्स और हड्डियां मजबूत बनती है, बच्चा मानसिक रूप से रिलैक्स महसूस करता है। अब बात करते है मालिश के तेल की, तो कई बार माए उलझन में रहती है कि कौन से तेल से मालिश करें। या किस मौसम में कौन सा तेल बेहतर रहेगा। तो आज इस आर्टिकल में हम उन्ही उलझनों को सुलझाएंगे। हम आपको बताएंगे कि मौसम और बच्चे के हिसाब से मालिश का तेल कैसे चुने।
बच्चे की मालिश के फायदे
- हड्डियों और मसल्स को मजबूती मिलती है।
- प्रेम भावना को जाग्रत करने वाला हार्मोन ऑक्सिटोसिन रिलीज होता है, माँ और बच्चे के बीच रिश्ता मजबूत होता है।
- खून का दौरा बढ़ने के साथ साथ पाचन शक्ति मजबूत होती है।
- मानसिक विकास होता है।
- शिशु को नींद अच्छी आती है।
- स्किन सॉफ्ट होती है।
- डाउन सिंड्रोम और सेरेब्रल पाल्सी जैसे रोगों में मालिश काफी प्रभावी होती है
मालिश के लिए सर्वोत्तम तेल
मालिश के लिए सर्वोत्तम तेल का कोई पैमाना नही है। हर तेल अपने आप में बहुत स्व गुण लिए होता है। हर मौसम का अपना तेल होता है। इसी प्रकार प्रत्येक तेल प्रत्येक बच्चे के लिए नही होता। तो हम तेलों को इसी आधार पर बांटकर उनके गुणों की बात करेंगे।
सेंसिटिव स्किन वाले शिशु के लिए मालिश का तेल
कैमोमाइल तेल
इसके लिए आप कैमोमाइल बेबी आयल का इस्तेमाल करे। यह बच्चों की मालिश के लिए एक बढ़िया बेबी आयल है। बच्चे की त्वचा सेंसिटिव होने या उस पर रैशेज होने पर केमोमाइल ऑयल से फायदा होता है।
अगर आपको लगता है कि शिशु कोलिक पेन से परेशान है तो कैमोमाइल ऑयल से मालिश करे। ऐसा करने से शिशु को आराम मिलेगा।
टी ट्री तेल
इस तेल में एंटीबैक्टेरियल और एंटीफंगल गुण होते है, इसलिए ये सेंसिटिव त्वचा के लिए बेस्ट है। लेकिन ये तेल बहुत ही स्ट्रांग होता है तो इसे डायरेक्ट बच्चे की स्किन पर अप्लाई न करे।
किसी दूसरे तेल में इसकी कुछ बूंदे मिलाकर प्रयोग करे। 6 माह से छोटे बच्चे के लिए इसका प्रयोग न करे। मालिश करते समय पूरी सावधानी बरतें की ये तेल बच्चे के नाक कान या मुँह में न जाए। बच्चे को ठंड लगने पर छाती पर इसकी मालिश करने से भी आराम मिलता है।
केलैन्डयुला तेल
यह एक ऐसा एसेंशियल ऑइल है जो की बच्चे की त्वचा को नमी देता है, हल्की ठंडक वाला ये तेल गर्मी के लिए बेहतरीन है। साथ ही बच्चे की सेंसिटिव स्किन को कोई नुकसान भी नही पहुंचाता है।
अरंडी का तेल
अरंडी का तेल न केवल शिशु की हड्डियों ओर मसल्स को मजबूत बनाता है बल्कि इम्युनिटी भी बढ़ाता है। ब्लड सर्कुलेशन को इम्प्रूव करता है, संक्रमण को दूर करता है ,कब्ज से राहत दिलाता है। नाक कान और मुँह को बचाते हुए मालिश करे।
मौसम के अनुसार किस तेल का प्रयोग करे
गर्मी के लिए सर्वोत्तम तेल
नारियल का तेल
यह बच्चे की मालिश के लिए सर्वोत्तम तेलों में से एक है। इसमे एंटी–फंगल और एंटी–बैक्टीरियल गुण होते है, आसानी से स्किन अब्सॉर्ब होता है। विटामिन ई से भरपूर ये तेल बच्चे की स्किन साफ करके दाग धब्बे भी मिटाता है। गर्मियो में नारियल तेल ही मालिश का एकमात्र आसानी से उपलब्ध होने वाला तेल है।
सर्दियों के लिए सर्वोत्तम तेल
नवजात शिशु की मालिश की सबसे ज्यादा जरूरत सर्दियो में होती है क्योंकि शिशु की त्वचा को हाइड्रेट करना बहुत जरूरी होता है।
तिल का तेल
तिल के तेल की तासीर काफी गर्म होती है, इसलिए इसकी मालिश हल्के हाथों से करें। सर्दियों में बच्चे को होने वाले कफ और कोल्ड में तिल का तेल बहुत ही फायदेमंद है।
ठंड लगने पर बच्चे की छाती पर हल्के हाथ से इसकी मालिश करे।
सरसों का तेल
इस तेल का प्रयोग यदि कुछ चीज़ों के साथ किया जाए तो इसका फायदा दोगुना हो जाता है। सरसो के तेल में लहसुन, मेथी के बीज या अजवाइन को पकाकर, इस तेल को छानकर प्रयोग किया जाए तो पूरी सर्दियो में बच्चे को कोल्ड कफ नही होगा।
बादाम का तेल
बादाम का तेल विटामिन ए, विटामिन बी1, विटामिन बी6 और विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध होता है। यह शिशु की त्वचा और बालों दोनों के लिए अच्छा होता है। यह सभी उम्र के बच्चों के लिए बेहतरीन माना जाता है। इससे शिशु की त्वचा चमकदार होने के साथ-साथ कोमल भी बनती है
ये थे बच्चे और नवजात शिशु की मालिश के लिये सर्वोत्तम तेल, किसी भी तेल को प्रयोग करने से पहले बच्चे की स्किन पर थोड़ा सा तेल अप्लाई कर कम से कम 5 से 6 तक उसका असर देखे। कोई रिएक्शन न होने पर ही उस तेल का इस्तेमाल करें।
Frequently Asked Questions in Hindi – सामान्य प्रश्न
सबसे गर्म तेल कौन सा होता है?
जैतून और सरसो का तेल गर्म होता है, शरीर पर इसकी मालिश सर्दी को दूर करने वाली, सूजन मिटाने वाली, लकवा, गठिया, कृमि और वात रोगों से छुटकारे के लिए अत्यंत हितकारी होती है।
शरीर में कौन सा तेल लगाना चाहिए?
बादाम, सरसो, तिल, जैतून और नारियल इनमे से कोई तेल शरीर पर लगा कर सकते है। हर तेल के अलग अलग फायदे होते है। अपने जरुरत के हिसाब से इसमे से कोई तेल लगा सकते है।
शरीर में सरसों का तेल लगाने से क्या होता है?
सरसों का तेल थोड़ा चिपचिपा तो होता है, लेकिन यह मालिश के लिए सबसे अच्छा तेल माना जाता है। यह सूजन और दर्द को कम करने में मददगार है। विशेष रूप से सर्दियों में गर्म सरसों के तेल की मालिश से त्वचा के रूखेपन को दूर किया जाता है।