प्रेगनेंसी के दौरान महिला के शरीर में हारमोंस चेंज होते हैं, इसके कारण उसे कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ता है , इनमें ब्लड प्रेशर का लो या हाई होना सामान्य बात है । अधिकांश मामलों में लो बीपी से समस्या नहीं होती तथा डिलीवरी के बाद यह समस्या अपने आप समाप्त हो जाती है लेकिन कभी-कभी लो ब्लड प्रेशर मां और गर्भस्थ शिशु के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
ब्लड प्रेशर क्या होता है?
ह्रदय के धड़कने से धमनियों पर रक्त का जो प्रवाह होता है वह ब्लड प्रेशर कहलाता है। गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल परिवर्तन के कारण रक्त वाहिकाएं चौड़ी हो जाती है जिसके कारण ब्लड प्रेशर लो हो जाता है ।
ब्लड प्रेशर लो होने की समस्या कब होती है ?
अधिकांशतया गर्भावस्था के दूसरे व तीसरे महीने में ब्लड प्रेशर लो होने की समस्या अधिक होती है जो लगभग 24 वें हफ्ते तक रहती सकती है।
लो ब्लड प्रेशर कितना होता है?
अगर ब्लड प्रेशर की रीडिंग 90 एमएमएचजी/60 एमएमएचजी या इससे कम हो तो इस रीडिंग को लो माना जाता है। नॉर्मल ब्लड प्रेशर की रेंज 120 एमएमएचजी/80एमएमएचजी होती है।
गर्भावस्था में लो बीपी के लक्षण
गर्भावस्था के दौरान ब्लड प्रेशर लो होने पर चक्कर आना, जी मिचलाना, धुंधला दिखाई देना, त्वचा का नीला पड़ना, अधिक प्यास लगना, सांस फूलना आदि लक्षण दिखाई देते हैं ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
![लो ब्लड प्रेशर](/wp-content/uploads/2022/05/%E0%A4%B2%E0%A5%8B-%E0%A4%AC%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A4%A1-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%B6%E0%A4%B0.jpg)
![लो ब्लड प्रेशर](/wp-content/uploads/2022/05/%E0%A4%B2%E0%A5%8B-%E0%A4%AC%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A4%A1-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%B6%E0%A4%B0.jpg)
ब्लड प्रेशर लो होने पर क्या करें ?
- खाली पेट ना रहें थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ ना कुछ हेल्थी खाती रहें ।
- ज्यादा गर्म पानी से नहाने से बचें ।
- ढीले ढाले व आरामदायक कपड़े पहनें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीती रहें।
- झटके से उठने बैठने से बचें ।
- धूम्रपान से बचें ।
- अल्कोहल का सेवन ना करें ।
- डॉक्टर की सलाह से नियमित रूप से हल्की फुल्की एक्सरसाइज और योगा करें
- पौष्टिक भोजन का सेवन करें और भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें ।
- अधिक मात्रा में ताला वाला और गरिष्ठ भोजन करने से बचें । जंक फूड का सेवन सीमित मात्रा में करें ।
- तनाव लेने से बचें और खुश रहें ।
ब्लड प्रेशर के लो होने पर घरेलू इलाज-pregnancy me bp low ho to kya kare
नमक के पानी का सेवन
नमक में सोडियम पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है। ब्लड प्रेशर लो होने की स्थिति में पानी में आधा चम्मच नमक घोलकर उसका सेवन किया जा सकता है इसके अलावा ओआरएस का घोल बनाकर पीने से भी ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है।
किशमिश का सेवन
लो ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर किशमिश का सेवन लाभदायक होता है। इसके लिए 5 से 6 किशमिश को रात भर पानी में भिगोकर रख दें और सुबह खाली पेट इन किशमिश को खा ले और पानी भी पी लें । कुछ हफ्तों तक ऐसा करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित हो जाता है ।
तुलसी का सेवन
तुलसी में विटामिन सी, मैग्नीशियम, पोटेशियम और पैण्टोथेनिक एसिड पाए जाते हैं ये लो ब्लड प्रेशर में फायदा पहुंचाते हैं। 34 तुलसी की पत्तियों का रस निकालकर उसका सेवन करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में आता है परंतु तुलसी का सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए।
नींबू का सेवन
नींबू का रस ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में बहुत मददगार साबित होता है। प्रतिदिन गुनगुने पानी में नींबू के रस के साथ थोड़ा सा शहद मिला कर उसका सेवन करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है । आप चाहे तो पानी में नींबू के रस के साथ काला नमक डालकर भी सेवन कर सकतीं हैं।
इन सबके अलावा गाजर और चुकंदर के रस का सेवन करने से भी ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। गर्भवती महिला को लो ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है तो उसे समय-समय पर डॉक्टर से ब्लड प्रेशर की जांच कराते रहना चाहिए। किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।