न जाने कितने वर्षों से भारत मे बच्चो और नवजात शिशु की मालिश का जिक्र आने पर केवल एक तेल याद आता है। वो है डाबर लाल तेल। डाबर भारत का एक जाना माना ब्रांड, जिसे किसी पहचान की जरूरत नही। उसी ब्रांड का ये प्रोडक्ट है डाबर लाल तेल, जिसके बारे हर नई मां जानती जरूर है। चाहे वो इसका इस्तेमाल करे या न करें।
नवजात शिशुओं के लिए बना ये तेल नवजात शिशुओं के बोन्स, जॉइंट्स और मसल्स को मजबूत बनाकर तेजी से विकास करता है। डाबर लाल तेल पूर्णरूप से आयुर्वेदिक चीज़ों से बना होता है, नवजात शिशुओं के लिए ये पूर्णतः सुरक्षित है। जब बच्चा बैठना या चलना शुरू करता है तब इस तेल से बच्चे की मालिश करनी चाहिए।
नवजात शिशु की मालिश करने के बहुत ही फायदे होते है जैसे:
- बोन्स और मसल्स स्ट्रांग बनते है।
- हैप्पी हार्मोन ऑक्सिटोसिन रिलीज होता है, जिससे माँ और बच्चे के मध्य बॉंडिंग मजबूत होती है।
- ब्लड सर्कुलेशन इम्प्रूव होता है। खुल कर भूख लगती है।
- मानसिक विकास होता है।
- शिशु को साउंड स्लीप आती हैं।
- त्वचा चमकदार और मुलायम होती है।
- डाउन सिंड्रोम और सेरेब्रल पाल्सी जैसे रोगों में मालिश काफी प्रभावी होती है
डाबर लाल तेल के फायदे
क्यों ये तेल वर्षो से इतना प्रचलित है? क्योंकि इस तेल में अनगिनत फायदे छुपे है। आज हम आपको डाबर लाल तेल के फायदों से अवगत कराएंगे। डाबर लाल तेल की 200 ml की बोतल की कीमत सामान्य बाजार में 134रुपए है। डाबर लाल तेल में शंखपुष्पी, रतनजोत, उड़द, सीसम तेल, कपूर जैसे आयुर्वेदिक तत्व है।
आइए अब जानते है डाबर लाल के फायदों के बारे में
संक्रमण से बचाए
डाबर लाल तेल शिशु की त्वचा को किसी भी प्रकर के संक्रमण से बचाता है। डाबर लाल तेल में शंखपुष्पी और कपूर के एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते है। यही गुण छोटे बच्चे की त्वचा का किसी भी बाहरी संक्रमण से बचाव करते है।
हड्डियों को मजबूत बनाये
डाबर लाल तेल में मौजूद उड़द बच्चो के मसल्स और हड्डियों को मजबूत बनाता है। ग्रोथ फेज में बच्चे की मालिश बहुत ही जरूरी है।
खासकर तब, जब शिशु गर्दन टिकाने की, बैठने की या चलने की कोशिश कर रहा हो।
डाबर लाल तेल की मालिश से बच्चा जल्द से जल्द अपने सपोर्ट पर आने की कोशिश करता है। इसके लिए जरूरी है कि रेगुलर इंटरवल पर बच्चे की मालिश की जाए।
त्वचा को मुलायम बनाए
बहुत से तेल से जब नवजात शिशु की मालिश करते है तो बच्चे को थोड़ा चिपचिपा पन लगता है। साथ ही त्वचा खुरदुरी भी महसूस होने लगती है।
डाबर लाल तेल में सीसम आयल होने के कारण ये बहुत ही आसानी से अब्सॉर्ब हो जाता है। इससे न केवल त्वचा मुलायम होती है बल्कि बाहरी संक्रमण से भी त्वचा की रक्षा होती है।
हैप्पी हॉरमोन
डाबर लाल तेल से मालिश होने के कारण शिशु में हैप्पी हॉरमोन रिलीज होते है। शिशु खुशनुमा रहता है। अच्छे से खेलता है और भरपूर नींद लेता है। डाबर लाल तेल से मालिश करने पर बच्चे को गहरी नींद आती है, जिससे वो चिड़चिड़ा नही होता। साथ ही शिशु और माँ के बीच बेहतरीन बॉन्डिंग बनती है।
खून का दौरा तेज करें
डाबर लाल तेल में मौजूद कपूर शिशु का ब्लड सर्कुलेशन इम्प्रूव करता है। खून का दौरा तेज होने से ऑक्सीजन पूरे शरीर मे अच्छे से प्रवाहित होता है।
शिशु को भूख खुलकर लगती है और ऑक्सीजन भोजन और दूध से मिलने वाले सभी पोषक तत्वों को शरीर के हर हिस्से तक पहुचाती है।
बच्चे का विकास तेजी से होता है और बच्चा हेल्थी होता है।
मालिश कैसे करें
- बच्चे की दिन में कम से कम दो बार मालिश करें।
- गर्मियों में कम तेल का प्रयोग करें, दिन में केवल एक बार मालिश करें।
- डाबर लाल तेल को गर्म करके न लगाए।
- शिशु के बालों पर डाबर लाल तेल इस्तेमाल न करे।
- डाबर लाल तेल को शिशु की आंखों में न जाने दे।