नवजात शिशु को कब्ज से राहत कैसे दिलाएं?

शिशुओं के कब्‍ज की समस्‍या एक बहुत की कॉमन समस्‍या है। यह समस्‍या उन बच्‍चों में ज्‍यादा देखने को मिलती है जो मांँ का दूध नहीं पीते और पाउडर मिल्‍क पर निर्भर हैं। दरअसल ब्रेस्‍ट मिल्‍क यानी मांँ के दूध को बच्‍चे आसानी से पचा लेते हैं और इससे पेट भी बच्‍चों का आसानी से साफ हो जाता है. ऐसे में इन शिशुओं में कब्‍ज की समस्‍या कम देखी जाती है। अगर आपके शिशु को कब्‍ज (Constipation) की शिकायत है तो डॉक्‍टर भी किसी तरह की दवा देने से परहेज करते हैं। ऐसे में नन्‍हें शिशुओं को इस समस्‍या से निकालने के लिए आप घरेलू उपायों की मदद ले सकते हैं ,आइए जानते हैं किन उपायों से आप शिशुओं की कब्‍ज को दूर कर सकते है।

नवजात शिशु को कब्ज से राहत कैसे दिलाएं?

हल्का फुल्का व्यायाम

शिशु के पैरों को हल्‍के हल्‍के उपर नीचे, आगे पीछे हिलाएं, इसके बाद सावधानी से उनके पैरों को साइकिल की तरह गोल गोल घुमाएं. ऐसा करने से उन्‍हें प्रेशर बनता है और कब्‍ज से राहत मिलती है।

मालिश

बच्‍चे के पेट और निचले हिस्‍से की हल्‍की मालिश करें. ऐसा करने से भी कब्‍ज दूर हो सकती है।

गुनगुने पानी से स्नान

गुनगुने पानी से नहलाने से शिशु के शरीर की मांसपेशियों को आराम मिलता है। पेट और इंटसटाइन व पॉटी एरिया में भी आराम मिलता है और वे पॉटी के लिए तैयार हो जाते हैं।

See also  Tomato flu, tomato fever symptoms in hindi-टोमैटो फीवर के कारण, लक्षण और उपचार

सौंफ

सौंफ भी पाचन संबंधित समस्‍याओं के इलाज में बहुत फायदेमंद है, आप एक चम्‍मच सौंफ को एक कप पानी में उबालकर ठंडा करें और छान कर रखें और दिन में तीन से चार बार शिशु को चम्‍मच से पिलाएं।

सेब का रस

बच्‍चों में भी फाइबर की कमी के कारण कब्‍ज हो सकती है। सेब में मौजूद घुलनशील फाइबर या‍नी पेक्टिन कब्‍ज के इलाज में लाभकारी होता है। आप सेब के छिलके साथ जूस निकाल कर शिशु को थोड़ा थोड़ा चम्मच से दे सकती हैं।

तरल पदार्थ

शरीर में पानी की कमी के कारण भी कब्‍ज होती है, अगर बच्‍चा छह महीने से अधिक उम्र का है तो उसके सूप, फलों का रस, दूध और पानी आदी खूब दें।

फल और सब्जियाँ

अगर बच्‍चा छह महीने से बड़ा है तो उसे फल और सब्जियों को उबालकर और पीस कर खिलाएं. इनमें फाइबर भरपूर होते हैं जिससे कब्‍ज दूर होता है।

पपीता

पपीता फाइबर का अच्‍छा स्रोत है और इसीलिए ये कब्‍ज के इलाज में बहुत असरकारी होता है। 6 महीने से अधिक उम्र के बच्‍चे के लिए पपीता कब्‍ज से छुटकारा दिलाने में बहुत फायदेमंद है।

ऑर्गेनिक नारियल तेल

कब्‍ज के घरेलू उपाय में नारियल तेल का प्रयोग भी किया जा सकता है। 6 महीने से अधिक उम्र के शिशु के खाने में दो या तीन मि.ली नारियल तेल मिला सकते हैं। अगर बच्‍चा 6 महीने से कम है तो उसकी गुदा के आसपास नारियल तेल लगाएं।

अरंडी का तेल

थोड़ा सा अरंडी का तेल लेकर हल्के हाथ से बच्चे की नाभि के आसपास पेट पर मालिश करें, इससे भी कब्ज दूर होता है।

See also  जानिए क्या हैं पीतल के बर्तन में पानी पीने के फायदे
error: Content is protected !!