शिशु के समुचित विकास के लिए मालिश बहुत जरूरी है। मसाज के बहाने आप अपने बच्चे के साथ अपने रिश्ते को भी मजबूत कर सकते हैं। मालिश से शिशु को आराम मिलता है और उसे अच्छी नींद भी आती है। यह उसके विकास और स्वास्थ्य में सुधार करता है। आज भी लोग सरसों के तेल से बच्चों की मालिश करते हैं, लेकिन इस तेल के अलावा आप जैतून के तेल यानी फिगारो बेबी आयल का इस्तेमाल मालिश के लिए कर सकते हैं। जैतून का तेल कई गुणों से भरपूर होता है और यही वजह है कि बच्चे के लिए भी इस तेल के इस्तेमाल पर जोर दिया जाता है। फिगारो बेबी आयल के फायदे बहुत है। आइए जानते हैं कि जैतून का तेल शिशु के लिए कितना फायदेमंद होता है और आप इसका इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं।
फिगारो बेबी आयल के फायदे-Figaro Oil Ke Fayde For Baby
जैतून के तेल से बच्चे की मालिश-Figaro Oil For Baby Massage In Hindi
बच्चों की हड्डियों को मजबूत करने के लिए, त्वचा को कोमल और स्वस्थ रखने के लिए मालिश करना बहुत जरूरी है। मालिश से उन्हें चैन की नींद सोने में मदद मिलती है। शिशु की मालिश के लिए सही तेल का चुनाव करना बहुत जरूरी है। इसके लिए ऑलिव ऑयल से मसाज करें। जैतून के तेल में उच्च मात्रा में विटामिन ई होता है। विटामिन ई त्वचा को स्वस्थ रखता है। बच्चे की मालिश के लिए जैतून का तेल एक बेहतर विकल्प माना जाता है क्योंकि इसमें संतुलित फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो बच्चे की त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। सर्दियों में बच्चों को जैतून के तेल से मालिश जरूर करनी चाहिए।
शिशु आहार में जैतून का तेल-Jaitun Ka Tel For Baby
जब बच्चा छह महीने का हो जाए तो भोजन में जैतून के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। जैतून का तेल मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड से भरपूर होता है जो हृदय के साथ-साथ अग्न्याशय के लिए भी फायदेमंद होता है।
जैतून का तेल बच्चे के लिए तो अच्छा होता है, लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल भी ठीक नहीं होता, इसलिए इसे कभी भी एक चौथाई चम्मच से ज्यादा नहीं इस्तेमाल करना चाहिए। अधिक मात्रा में जैतून का तेल खिलाने से बच्चे को दस्त हो सकते हैं। जैतून का तेल अगर सही मात्रा में लिया जाए तो यह बच्चे के स्वास्थ्य और विकास के लिए बेहतर होता है।
बच्चों में कब्ज की समस्या को दूर करता है जैतून का तेल-Olive Oil Ke Fayde Hindi Me
कई बार शिशुओं या 3-4 साल के बच्चों में कब्ज की समस्या हो जाती है। इसके लिए आप जैतून के तेल का इस्तेमाल करें। जब बच्चा रात को सोए तो उसके पेट की जैतून के तेल से मालिश करें।
त्वचा के चकत्तों को दूर करने के लिए जैतून का तेल-Olive Oil For Baby Skin Fairness In Hindi
छोटे बच्चे अक्सर डायपर में होते हैं। खासकर सर्दियों में माता-पिता अपने छोटे बच्चों को पूरे दिन डायपर में रखते हैं, ताकि पैंट गीली न हो और वे ठंड से दूर रहें। हालांकि, लगातार डायपर पहनने से त्वचा पर रैशेज हो सकते हैं, जो सर्दियों में भी हो सकते हैं। रैशेज के कारण त्वचा में जलन होने लगती है। इसके लिए आप रैशेस वाली जगह पर जैतून का तेल लगाएं। इससे दाने कम होंगे।
मस्तिष्क के विकास के लिए
क्या आप जानते हैं कि फैट दिमाग के विकास के लिए बहुत जरूरी होता है। मोनोअनसैचुरेटेड फैट से भरपूर आहार दिमाग के लिए फायदेमंद होता है। अपने बच्चे के आहार में कम उम्र से ही जैतून के तेल को शामिल करें।
Frequently Asked Questions in Hindi – सामान्य प्रश्न
बच्चों को जैतून का तेल कब लगाना चाहिए?
जैतून का तेल शिशु की त्वचा के लिए बहुत लाभकारी होता है, जब बच्चा पेट दर्द की वजह़ से रो रहा हो तो उसकी नाभि के आसपास हल्के हाथ से तेल की मालिश कर सकते हैं और ये जन्म के हफ्ते भर बाद से ही किया जा सकता है, इसके अलावा पूरे शरीर की मालिश भी हफ्ते बाद ही शुरू कर सकते हैं और डायपर रैशेज पर भी लगाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त जब शिशु छः माह का हो जाए तो उसके खानें में भी एक चौथाई चम्मच जैतून का तेल यूज किया जा सकता है।
फिगारो ऑयल के क्या फायदे हैं?
फिगारो जैतून का तेल एक मल्टीपरपज़ ओयल है, ये भोजन में और त्वचा तथा बालों में लगानें के काम आता है, इसमें बेहतरीन ऐंटीआक्सीडेंटस और फैट एसिड होते हैं, जिससे ये हार्ट के लिए बहुत लाभदायक होता है। इस तेल को चेहरे पर लगाने से रंग निखरता है, इसे कई तरह के उबटन में मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं, होठों पर लगाने से होठ फटना बंद हो जाते हैं । नवजात शिशुओं की हड्डियों और बालों के लिए काफी लाभकारी है, बहुत प्यार से फिगारो उनकी नाजुक त्वचा का पोषण करता है।
ऑलिव ऑयल लगाने से क्या फायदा होता है?
फिगारो जैतून का तेल एक मल्टीपरपज़ ओयल है, ये भोजन में और त्वचा तथा बालों में लगानें के काम आता है, ये हार्ट के लिए बहुत लाभदायक होता है। इस तेल को चेहरे पर लगाने से रंग निखरता है, इसे कई तरह के उबटन में मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं, होठों पर लगाने से होठ फटना बंद हो जाते हैं । नवजात शिशुओं की हड्डियों और बालों के लिए काफी लाभकारी है, बहुत प्यार से फिगारो उनकी नाजुक त्वचा का पोषण करता है। जैतून का तेल शिशु की त्वचा के लिए बहुत लाभकारी होता है, जब बच्चा पेट दर्द की वजह़ से रो रहा हो तो उसकी नाभि के आसपास हल्के हाथ से तेल की मालिश कर सकते हैं और ये जन्म के हफ्ते भर बाद से ही किया जा सकता है, इसके अलावा पूरे शरीर की मालिश भी हफ्ते बाद ही शुरू कर सकते हैं और डायपर रैशेज पर भी लगाया जा सकता है।
बच्चों की मालिश के लिए कौन सा तेल सही है?
सरसों का तेल शिशु की मालिश के लिए सबसे अच्छा तेल माना जाता है। सरसों का तेल ठंड के मौसम में ठंड से बचाता है और उनकी हड्डियों को मजबूत करने के साथ-साथ बच्चे के शरीर को गर्मी भी प्रदान करता है।