नवरात्रि का पहला दिन शैलपुत्री मां का दिन है। मां को नारंगी रंग बहुत पसंद है। इस दिन नारंगी रंग के वस्त्र पहने और नारंगी रंग के फूलों से मां का श्रृंगार करें ।  घर के मंदिर को गेंदे के फूलों से सजाएं।

नवरात्रि का पहला दिन

नवरात्रि का दूसरा दिन ब्रह्मचारिणी मां के नाम समर्पित है। मां ब्रह्मचारिणी को शांति का प्रतीक सफेद रंग पसंद है। इस दिन श्वेत वस्त्र धारण करें। घर के मंदिर को सफेद चमेली के फूलों , सफेद कमल से सजाएं।

नवरात्रि का दूसरा दिन 

नवरात्रि का तीसरा दिन मां चन्द्र घंटा को समर्पित है। मां को लाल रंग प्रिय हैं। इस दिन लाल रंग के वस्त्र धारण करें ‌। मां के मंदिर को लाल रंग के फूलों से सजाएं। मां को लाल रंग के फल अर्पित करें।

नवरात्रि का तीसरा दिन

नवरात्रि का चौथा दिन कुष्मांडा माता को समर्पित है। मां कूष्मांडा धन, शक्ति एवं स्वास्थ्य देने वाली हैं। ‌मां को नीला रंग  प्रिय है। इस दिन नीले रंग के वस्त्र पहने। मां का शृंगार नीले रंग के फूलों से करें।

नवरात्रि का चौथा दिन  

नवदुर्गा का पांचवा दिन मां स्कंदमाता को समर्पित है। मां स्कंदमाता भगवान कार्तिकेय की मां हैं। मां को  पीला रंग प्रिय है। इस दिन पीले रंग के वस्त्र पहनें। मां को पीले रंग के फल एवं फूल अर्पित करें।

नवदुर्गा का पांचवा दिन 

नवरात्रि का छठा दिन मां कात्यानी को समर्पित है मां कात्यायनी को हरा रंग प्रिया है।।हरा रंग प्रकृति का प्रतीक है। इस दिन हरे रंग के वस्त्र पहनें। मां का श्रृंगार हरे रंग से करें। मां के मंदिर को हरे रंग से सजाएं।

नवरात्रि का छठा दिन

नवरात्रि का सातवां दिन मां कालरात्रि को समर्पित है मां कालरात्रि मां पार्वती का एक रूप है मां को भूरा रंग प्रिय है‌ भूरा रंग शांति एवं सुरुचिपूर्णता का प्रतीक है। इस दिन आप भूरे रंग के वस्त्र पहने। मां के श्रृंगार भूरे रंग से करें।

नवरात्रि का सातवां दिन 

नवरात्रि का आठवां दिन महागौरी को समर्पित है। मां महागौरी को बैगनी रंग प्रिय है। बैगनी रंग सुख एवं समृद्धि का प्रतीक है। मां महागौरी का  श्रृंगार  बैगनी रंग से करें। स्वयं बैगनी रंग के वस्त्र धारण करें‌।

नवरात्रि का आठवां दिन

नवरात्रि का नवा दिन मां सिद्धिदात्री का दिन है। मां सिद्धिदात्री सभी सिद्धियों को देने वाली है। मां को मोरपंखी रंग प्रिय है। इस दिन मां का श्रृंगार मोरपंखी रंग से करें। स्वयं मोरपंखी रंग के वस्त्र धारण करें।

नवरात्रि का नवा दिन